बच्चा, लहसुन प्याज खाना। कोई पाप नहीं है। लेकिन लहसुन प्याज तमोगुणी है। इसलिए लहसुन प्याज खाना दोष है। केवल लहसुन प्याज का खाना। तमोगुणी के कारण त्याग हैं। अगर विद्यार्थी हो तो। खा सकते हो। लेकिन भजन मार्ग के साधक। हो तो नहीं खा सकते। क्याकी लहसुन प्याज तमोगुणी है। भजन मार्ग में। कीर्तन में वर्जित है। समझें बच्चा राधा राधा
बच्चा प्रेम भाव से पुकारो। अम्बा जगदम्बा आ जाएँगी। बच्चा दुर्गा पाठ या दुर्गा सप्तशती का। संकल्प लेकर बुलाओगे। तो नहीं आने वाली। जब बच्चा रोकर पुकारता है। माँ तेरे बिना मैं रह नहीं सकता। तो आ जाती हैं। यह अपनी बात कह रहा हूँ। जब कभी एकांत में। विकल हुए। और जब कभी। क्योंकि उसी उपासना से। आए यहां और जब कभी एकांत में। विकल होकर के हमने। कभी दुर्गा देवी को। कभी देवी नहीं माना, सदैव अपनी माँ माना है। हमने जब कभी पुकारा है तो। अम्बा ही कहकर पुकारा हैं। माँ हम आपके हैं। तो हमने दुलार देखा है। उसी समय। देखा है माँ का चमत्कार।देखा उसी समय। प्यार देखा समझें बच्चा। अगर देवी को देवी मानकर। सिद्ध करना चाहे तो। बड़े बड़ों के होश उड़ा देगी। अम्बा है। एक बार जो महर्षि महेश। योगी हैं ना पधार गए। हालैंड में रहते थे। तो उनके एक गुरुभाई थे। छोटे थे तो उन्होंने देवी को। सिद्ध करने के लिए। पूरी व्यवस्था की। और अनुष्ठान किया। देवी के मंत्र का अनुष्ठान किया। मंत्र के अनुष्ठान पूर्ण होने से। पहले परीक्षा होती हैं। अब एकांत पूरा महल उसमें। हर व्यवस्था थी उनकी। जेहीं उनकी मंत्र की। सिद्धावस्था की तरफ पदार्पण हुआ। देखा एक मक्खी आई। ऐसे तो एक देवी का नाम भ्रामरी है। एकदम दृष्टि बदली। जब मक्खी की तरह दृष्टि गई। तो देखा एक नव किशोरी। सुंदरी मुस्कुरा रही। बस विचलित हो गए। अंदर भाव नहीं रह गया। माँ का। पागल हो गए। दिमाग खराब हो गया। देवी को कोई सिद्ध करना चाहें। जैसे हनुमान जी हैं। आप सियाराम की भक्ति चाहो। वह आपके बिल्कुल प्यारन। अगर कोई हनुमान जी को। सिद्ध कर ले निश्चित। हमने मतलब ये सब बातें देखी है। भ्रमण किया तब सब देखा। आप सियाराम का प्रेम चाहो तो। हनुमान जी तुम्हारे बिल्कुल। दाहिने खड़े हैं। अगर हनुमान जी को सिद्ध करना चाहो तो। तुम्हारे होश उड़ जाएंगे। नाना याद आ जाएंगे। पक्का बात है। तो ऐसे ही देवी के दर्शन की लालसा हो। और देवी को वात्सल्य भाव से। पुकारा जाए। क्योंकि जगदम्बा है। निश्चित हमने ऐसे एक नहीं सैकड़ों बार देखा है। माँ बिल्कुल साक्षात विराजमान है। और एकदम बिगड़ी बात को एक मिनट में। संभाल दिया। अभी चिंतन हो रहा था कि। देखो अपने अंशी के समीप भेज दिया। जितनी देवी शक्ति है। ये सब हमारी लाडली के अंश है। लाडली सबकी अंशी। रोज प्रमाण देखो। मिल रहा है तो अपनी अंशी श्रीजी के। चरणों में भेज दिया। हम कहीं दूसरी जगह। नहीं जो एक धारा निकल रही थी। जहाँ से धारा निकली। उस धारा ने वही पहुंचा दिया। उसका नाम राधा है। जहाँ से धारा प्रगट हुई। तो देवी उपासना निंदनीय नहीं है। लेकिन निंदनीय भाव से उपासना निंदनीय है। बकरा चढ़ाना। शराब चढ़ाना। तुम्हारे नाश का कारण बनेगी। और माँ है माँ की गोदी में। चरणारविंद में देखो। कितना उनका दुलार मिलता है। अपने आप। सही मार्ग। वही समस्त सृष्टि की। बुद्धि स्वरूपा है। अगर वो कृपा न करे। तो कोई परमार्थ में। चल ही न पावे फिर। या देवी सर्व भूतेषू बुद्धि रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै-नमस्तस्यै-नमस्तस्यै नमो नम: अब मां रूप में पाने के लिए। या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः इसलिए आप उपासना करिए। लेकिन संकल्प करके सिद्धि रूप नहीं। माँ रूप में मेरी माँ है। मैं अपनी माँ का चिंतन कर रहा हूँ। माँ का यशगान और माँ की प्रसन्नता के लिए। समझें बच्चा राधा राधा
गुरु जी में आपका वीडियो देखकर मांस नासा अंडा लड़की सब चीज छोड़ दिया और ब्रह्मचर्य प्लान करता हु पहले मेरा 15 दिन पर टूट गया फिर से 35 टूट गया 25 टूट गया उसके बाद कुछ अच्छा नहीं लग रहा था फिर से स्टार्ट किया 90दिन तक आ गया उसके बाद टूट गया अब में बहुत गंदा आदमी हु हमको लगता हैं सब कुछ छूट सकता हूं कामवासना बहुत खतरनाक है गुरु जी साप काट लें दावा मिल जाएगा मगर कामवासना आ जाए तो हटाना बहुत खतरनाक है मार्ग दर्शन गुरु जी 😢
@@AjayKushawha-jr5rv बच्चे गुरु का आज्ञा का पालन करो। और अपने माता पिता की सेवा करो। और सदैव अपने धर्म कर्तव्य का पालन करो। बच्चा अगर विद्यार्थी हो तो। मन लगाकर पढ़ो। और गन्दे काम कभी भी। मत करना। और खाली समय में। भजन कीर्तन करो। और खूब नाम जपो समझे। बच्चा कौन सी कामवासना। प्रतिकूलता ऐसी है। जिसमें आप डर रहे हो। बच्चा श्री राधा नाम जहां। वहाँ कामवासना विपत्ति नहीं। समझे बच्चा। टूटना नहीं। बहुत मजबूत रहना है। बच्चा राधा रानी के दास है। कोई कामवासना विपत्ति हमारे पास। आ कैसे सकती है। बच्चा मीरा जी को कहा कि। गिरधर का चरणामृत है। तो पी गयी। जबकि दासी ने बताया कि जहर है। चरणामृत का नहीं। जब कहा गिरधर का। चरणामृत पी गयी। तो ऐसे ही हमको। हर जहर पीना है। बिल्कुल चिंता मत करो। हमारी प्रार्थना को। समझना बिल्कुल। कोई भी कामवासना विपत्ति। आपका बाल बांका। नहीं कर सकते। समझे बच्चा। घबराना नहीं। टूटना नही। क्याकी आप राधा रानी जी की लाल दास हैं। जब भी कामवासना हावी हो। जोर जोर से। राधा नाम जपना चालू। और कीर्तन करना चालू। देखना कुछ समय तक। कामवासना हावी रहेगा। फिर कुछ समय बाद। समाप्त हो जाएगा। समझे बच्चा। राधा राधा
गुरुजी ब्रह्मचर्य पालन करने से कितने दिन मै मानसिक फायदे शुरू होंगे? मतलब ब्रह्मचर्य के नाश के कारण enxity हो तो अगर ब्रह्मचर्य का पालन करे तो कितने दिन मै enxity खतम हो सकती है?????????? और अगर ब्रह्मचर्य पालन मै स्वप्नदोष हो तों उससे भी enxity हो सकतीं है या स्वप्नदोष से नही होता????????
@@BrahmacharyaMagic अगर 1 महीने मैं 6 बार स्वप्नदोष होता है तो भी 40 दिन मै मानसिक फायदे या enxity खतम हो सकती हैं??????? माफ करना गुरुजी ज्यादा सवाल हुआ है।
@@ankitgahlot7530 बच्चा ब्रह्मचर्य के दौरान। मसालेदार अचार। प्याज, लहसुन, बैगन, पत्तेदार सब्जियां, मांस व मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। छाछ पी सकते हो। समझे बच्चा। राधा राधा
@@ankitgahlot7530 बच्चा ब्रह्मचर्य के दौरान। मसालेदार अचार। प्याज, लहसुन, बैगन, पत्तेदार सब्जियां, मांस व मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। छाछ पी सकते हो। समझे बच्चा। राधा राधा
Ji guruji 😢😢😢 Radhe Radhe guruji Radhe Radhe guruji Radhe Radhe guruji Radhe ❤Radhe Radhe guruji Radhe ❤Radhe Radhe guruji Radhe Radhe ❤❤
@@NitinSaini-us4gh राधा राधा
OM JAI SHRI RADHEYSHYAM JI
राधा राधा
Param pujya Shri Guru Ji Bhagwan ki charanon mein koti koti pranam
राधा राधा
Guru ji कृपया ये जरूर बताए मारे माता पिता मुझे प्याज लेसन नही छोड़ने दे रहे क्या करूँ जरूर बताना राधे राधे
बच्चा, लहसुन प्याज खाना। कोई पाप नहीं है। लेकिन लहसुन प्याज तमोगुणी है। इसलिए लहसुन प्याज खाना दोष है। केवल लहसुन प्याज का खाना। तमोगुणी के कारण त्याग हैं। अगर विद्यार्थी हो तो। खा सकते हो। लेकिन भजन मार्ग के साधक। हो तो नहीं खा सकते। क्याकी लहसुन प्याज तमोगुणी है। भजन मार्ग में। कीर्तन में वर्जित है। समझें बच्चा राधा राधा
राधे राधे महाराज जी मैं माता दुर्गा जी को मानता हूं और मैं मां दुर्गा जी के दर्शन करना चाहता हूं मैं माता दुर्गा जी को कैसे खुश करो
बच्चा प्रेम भाव से पुकारो। अम्बा जगदम्बा आ जाएँगी। बच्चा दुर्गा पाठ या दुर्गा सप्तशती का। संकल्प लेकर बुलाओगे। तो नहीं आने वाली। जब बच्चा रोकर पुकारता है। माँ तेरे बिना मैं रह नहीं सकता। तो आ जाती हैं। यह अपनी बात कह रहा हूँ। जब कभी एकांत में। विकल हुए। और जब कभी। क्योंकि उसी उपासना से। आए यहां और जब कभी एकांत में। विकल होकर के हमने। कभी दुर्गा देवी को। कभी देवी नहीं माना, सदैव अपनी माँ माना है। हमने जब कभी पुकारा है तो। अम्बा ही कहकर पुकारा हैं। माँ हम आपके हैं। तो हमने दुलार देखा है। उसी समय। देखा है माँ का चमत्कार।देखा उसी समय। प्यार देखा समझें बच्चा। अगर देवी को देवी मानकर। सिद्ध करना चाहे तो। बड़े बड़ों के होश उड़ा देगी। अम्बा है। एक बार जो महर्षि महेश। योगी हैं ना पधार गए। हालैंड में रहते थे। तो उनके एक गुरुभाई थे। छोटे थे तो उन्होंने देवी को। सिद्ध करने के लिए। पूरी व्यवस्था की। और अनुष्ठान किया। देवी के मंत्र का अनुष्ठान किया। मंत्र के अनुष्ठान पूर्ण होने से। पहले परीक्षा होती हैं। अब एकांत पूरा महल उसमें। हर व्यवस्था थी उनकी। जेहीं उनकी मंत्र की। सिद्धावस्था की तरफ पदार्पण हुआ। देखा एक मक्खी आई। ऐसे तो एक देवी का नाम भ्रामरी है। एकदम दृष्टि बदली। जब मक्खी की तरह दृष्टि गई। तो देखा एक नव किशोरी। सुंदरी मुस्कुरा रही। बस विचलित हो गए। अंदर भाव नहीं रह गया। माँ का। पागल हो गए। दिमाग खराब हो गया। देवी को कोई सिद्ध करना चाहें। जैसे हनुमान जी हैं। आप सियाराम की भक्ति चाहो। वह आपके बिल्कुल प्यारन। अगर कोई हनुमान जी को। सिद्ध कर ले निश्चित। हमने मतलब ये सब बातें देखी है। भ्रमण किया तब सब देखा। आप सियाराम का प्रेम चाहो तो। हनुमान जी तुम्हारे बिल्कुल। दाहिने खड़े हैं। अगर हनुमान जी को सिद्ध करना चाहो तो। तुम्हारे होश उड़ जाएंगे। नाना याद आ जाएंगे। पक्का बात है। तो ऐसे ही देवी के दर्शन की लालसा हो। और देवी को वात्सल्य भाव से। पुकारा जाए। क्योंकि जगदम्बा है। निश्चित हमने ऐसे एक नहीं सैकड़ों बार देखा है। माँ बिल्कुल साक्षात विराजमान है। और एकदम बिगड़ी बात को एक मिनट में। संभाल दिया। अभी चिंतन हो रहा था कि। देखो अपने अंशी के समीप भेज दिया। जितनी देवी शक्ति है। ये सब हमारी लाडली के अंश है। लाडली सबकी अंशी। रोज प्रमाण देखो। मिल रहा है तो अपनी अंशी श्रीजी के। चरणों में भेज दिया। हम कहीं दूसरी जगह। नहीं जो एक धारा निकल रही थी। जहाँ से धारा निकली। उस धारा ने वही पहुंचा दिया। उसका नाम राधा है। जहाँ से धारा प्रगट हुई। तो देवी उपासना निंदनीय नहीं है। लेकिन निंदनीय भाव से उपासना निंदनीय है। बकरा चढ़ाना। शराब चढ़ाना। तुम्हारे नाश का कारण बनेगी। और माँ है माँ की गोदी में। चरणारविंद में देखो। कितना उनका दुलार मिलता है। अपने आप। सही मार्ग। वही समस्त सृष्टि की। बुद्धि स्वरूपा है। अगर वो कृपा न करे। तो कोई परमार्थ में। चल ही न पावे फिर। या देवी सर्व भूतेषू बुद्धि रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै-नमस्तस्यै-नमस्तस्यै नमो नम: अब मां रूप में पाने के लिए। या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः इसलिए आप उपासना करिए। लेकिन संकल्प करके सिद्धि रूप नहीं। माँ रूप में मेरी माँ है। मैं अपनी माँ का चिंतन कर रहा हूँ। माँ का यशगान और माँ की प्रसन्नता के लिए। समझें बच्चा राधा राधा
गुरु जी में आपका वीडियो देखकर मांस नासा अंडा लड़की सब चीज छोड़ दिया और ब्रह्मचर्य प्लान करता हु
पहले मेरा 15 दिन पर टूट गया
फिर से 35 टूट गया
25 टूट गया
उसके बाद कुछ अच्छा नहीं लग रहा था
फिर से स्टार्ट किया 90दिन तक आ गया
उसके बाद टूट गया
अब में बहुत गंदा आदमी हु हमको लगता हैं
सब कुछ छूट सकता हूं कामवासना बहुत खतरनाक है गुरु जी
साप काट लें दावा मिल जाएगा
मगर कामवासना आ जाए तो हटाना बहुत खतरनाक है
मार्ग दर्शन गुरु जी 😢
@@AjayKushawha-jr5rv बच्चे गुरु का आज्ञा का पालन करो। और अपने माता पिता की सेवा करो। और सदैव अपने धर्म कर्तव्य का पालन करो। बच्चा अगर विद्यार्थी हो तो। मन लगाकर पढ़ो। और गन्दे काम कभी भी। मत करना। और खाली समय में। भजन कीर्तन करो। और खूब नाम जपो समझे। बच्चा कौन सी कामवासना। प्रतिकूलता ऐसी है। जिसमें आप डर रहे हो। बच्चा श्री राधा नाम जहां। वहाँ कामवासना विपत्ति नहीं। समझे बच्चा। टूटना नहीं। बहुत मजबूत रहना है। बच्चा राधा रानी के दास है। कोई कामवासना विपत्ति हमारे पास। आ कैसे सकती है। बच्चा मीरा जी को कहा कि। गिरधर का चरणामृत है। तो पी गयी। जबकि दासी ने बताया कि जहर है। चरणामृत का नहीं। जब कहा गिरधर का। चरणामृत पी गयी। तो ऐसे ही हमको। हर जहर पीना है। बिल्कुल चिंता मत करो। हमारी प्रार्थना को। समझना बिल्कुल। कोई भी कामवासना विपत्ति। आपका बाल बांका। नहीं कर सकते। समझे बच्चा। घबराना नहीं। टूटना नही। क्याकी आप राधा रानी जी की लाल दास हैं। जब भी कामवासना हावी हो। जोर जोर से। राधा नाम जपना चालू। और कीर्तन करना चालू। देखना कुछ समय तक। कामवासना हावी रहेगा। फिर कुछ समय बाद। समाप्त हो जाएगा। समझे बच्चा। राधा राधा
गुरुजी ब्रह्मचर्य पालन करने से कितने दिन मै मानसिक फायदे शुरू होंगे? मतलब ब्रह्मचर्य के नाश के कारण enxity हो तो अगर ब्रह्मचर्य का पालन करे तो कितने दिन मै enxity खतम हो सकती है?????????? और अगर ब्रह्मचर्य पालन मै स्वप्नदोष हो तों उससे भी enxity हो सकतीं है या स्वप्नदोष से नही होता????????
@@lodhiadevarshee4382 40 day
@@BrahmacharyaMagic अगर 1 महीने मैं 6 बार स्वप्नदोष होता है तो भी 40 दिन मै मानसिक फायदे या enxity खतम हो सकती हैं??????? माफ करना गुरुजी ज्यादा सवाल हुआ है।
@@lodhiadevarshee4382 हां अगर नियम से चलेंगे तो बच्चा।
@@BrahmacharyaMagic धन्यवाद गुरुजी। राधे राधे।
@@lodhiadevarshee4382 राधा राधा
अचार खा सकते है गुरुजी और छाछ पी सकते है
Bilkul sahi question❤
@@SanjaySingh-l9q kha sakte hai
@@ankitgahlot7530 बच्चा ब्रह्मचर्य के दौरान। मसालेदार अचार। प्याज, लहसुन, बैगन, पत्तेदार सब्जियां, मांस व मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। छाछ पी सकते हो। समझे बच्चा। राधा राधा
@@ankitgahlot7530 बच्चा ब्रह्मचर्य के दौरान। मसालेदार अचार। प्याज, लहसुन, बैगन, पत्तेदार सब्जियां, मांस व मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। छाछ पी सकते हो। समझे बच्चा। राधा राधा
@@BrahmacharyaMagic ji guruji ❤️