एक दिन में अपना कृत्रिम पैर प्राप्त करें | Artificial leg | Artificial Limbs | Rehabmitra
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 20 พ.ค. 2024
- एक दिन में कृत्रिम पैर लगाने की अनैतिक प्रथा: समस्याएँ और बचाव के उपाय
परिचय
कृत्रिम पैर लगाने की प्रक्रिया जटिल होती है और इसमें समय, सटीकता और समर्थन की आवश्यकता होती है। हालांकि, कुछ सेंटर एक दिन में कृत्रिम पैर लगाने का वादा करते हैं, जो कि एक खतरनाक और अनैतिक प्रथा है। इस लेख में, हम इस प्रथा के कारण होने वाली समस्याओं और इससे बचाव के उपायों पर चर्चा करेंगे।
एक दिन में कृत्रिम पैर लगाने से उत्पन्न समस्याएँ
असमुचित फिटिंग और संरेखण:
कृत्रिम पैर लगाने की प्रक्रिया में सटीक माप और समायोजन की आवश्यकता होती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कृत्रिम पैर अवशिष्ट अंग और शरीर के बाकी हिस्सों के साथ सही तरीके से संरेखित हो। एक दिन में की गई फिटिंग से अक्सर कृत्रिम पैर सही तरीके से फिट नहीं होते हैं, जिससे असुविधा, दर्द और यहां तक कि चोट भी लग सकती है। असमंजस संरेखण से चाल में असमानता आ सकती है, जिससे गिरने और अन्य चोटों का खतरा बढ़ जाता है।
त्वचा की समस्याएं और दबाव के घाव:
जल्दबाजी में फिट किया गया कृत्रिम पैर त्वचा पर अत्यधिक घर्षण और दबाव पैदा कर सकता है, जिससे घाव, छाले और संक्रमण हो सकते हैं। ये त्वचा संबंधी समस्याएं गंभीर हो सकती हैं और चिकित्सा उपचार की आवश्यकता हो सकती है, जिससे पुनर्वास प्रक्रिया लंबी और दर्दनाक हो जाती है।
मांसपेशियों का क्षय और जोड़ों की समस्याएं:
एक खराब फिटेड कृत्रिम पैर उपयोगकर्ता की गतिशीलता और चाल को प्रभावित कर सकता है, जिससे मांसपेशियों का क्षय और जोड़ों की समस्याएं हो सकती हैं। बिना उचित संरेखण और समर्थन के, उपयोगकर्ता ऐसे व्यवहार विकसित कर सकते हैं जो शरीर के अन्य हिस्सों पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं, जिससे दीर्घकालिक अस्थि-पेशीय समस्याएं हो सकती हैं।
मनोवैज्ञानिक प्रभाव:
कृत्रिम पैर का उपयोग करने के लिए मनोवैज्ञानिक समायोजन शारीरिक समायोजन के जितना ही महत्वपूर्ण है। एक दिन की फिटिंग आवश्यक समय और समर्थन प्रदान नहीं करती है जिससे उपयोगकर्ता मानसिक और भावनात्मक रूप से अपने नए कृत्रिम पैर को स्वीकार कर सकें। यह प्रक्रिया निराशा, आत्म-सम्मान में कमी और मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों का कारण बन सकती है।
प्रशिक्षण और समर्थन की कमी:
अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, जैसे कि अपने प्राथमिक चिकित्सक या कृत्रिम अंग विशेषज्ञ से विकल्पों पर चर्चा करें। वे प्रतिष्ठित केंद्रों की सिफारिश कर सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी फिटिंग प्रक्रिया उचित और संपूर्ण हो।
पुनर्वास प्रक्रिया को समझें:
कृत्रिम पैर लगाने की संपूर्ण पुनर्वास प्रक्रिया के बारे में खुद को शिक्षित करें। यह आमतौर पर कई फिटिंग, समायोजन, फिजिकल थैरेपी और फॉलो-अप अपॉइंटमेंट्स शामिल करती है। इस प्रक्रिया को समझने से आप उन केंद्रों से बच सकते हैं जो अवास्तविक समयसीमा का वादा करते हैं।
प्रश्न पूछें और पारदर्शिता की मांग करें:
कृत्रिम अंग केंद्र से परामर्श करते समय, उनकी फिटिंग प्रक्रिया, समयसीमा और वे जो फॉलो-अप देखभाल प्रदान करते हैं, इसके बारे में विस्तृत प्रश्न पूछें। एक विश्वसनीय केंद्र फिटिंग और पुनर्वास के लिए आवश्यक समय और चरणों के बारे में पारदर्शी होगा।
दबाव वाली रणनीतियों से बचें:
उन केंद्रों से सावधान रहें जो आपको एक दिन की फिटिंग के लिए प्रतिबद्ध करने के लिए उच्च दबाव वाली रणनीतियों का उपयोग करते हैं। प्रतिष्ठित प्रदाता आपको सूचित निर्णय लेने के लिए आवश्यक समय देंगे और आपकी दीर्घकालिक स्वास्थ्य और गतिशीलता को त्वरित परिणामों से ऊपर रखेंगे।
पुनर्वास के चरण
कृत्रिम अंग फिटिंग की पुनर्वास प्रक्रिया में कई चरण शामिल होते हैं, जो कि नीचे दिए गए हैं:
प्रारंभिक मूल्यांकन:
कृत्रिम अंग फिटिंग की प्रक्रिया प्रारंभिक मूल्यांकन से शुरू होती है, जिसमें एक कृत्रिम अंग विशेषज्ञ आपके शारीरिक स्वास्थ्य, त्वचा की स्थिति, मांसपेशियों की ताकत और शारीरिक गतिविधियों का मूल्यांकन करता है। यह मूल्यांकन एक सफल फिटिंग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
कृत्रिम पैर के प्रारंभिक फिटिंग के बाद, कई समायोजन किए जाते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कृत्रिम अंग सही ढंग से फिट हो और उपयोगकर्ता के लिए आरामदायक हो। इस चरण में उपयोगकर्ता की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण होती है और इसे समायोजन के लिए ध्यान में रखा जाता है।
प्रशिक्षण और थैरेपी:
उपयोगकर्ता को कृत्रिम पैर का उपयोग करना सीखने के लिए फिजिकल थैरेपी और ऑक्यूपेशनल थैरेपी के सत्रों में भाग लेने की आवश्यकता होती है। ये सत्र उपयोगकर्ता को संतुलन, चाल, और कृत्रिम पैर का सुरक्षित और प्रभावी उपयोग करने में मदद करते हैं।
फॉलो-अप और समायोजन:
कृत्रिम अंग फिटिंग प्रक्रिया में नियमित फॉलो-अप अपॉइंटमेंट्स शामिल होते हैं, जहां विशेषज्ञ फिटिंग की स्थिति की जांच करते हैं और आवश्यक समायोजन करते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि कृत्रिम पैर समय के साथ सही ढंग से फिट रहता है और उपयोगकर्ता के लिए आरामदायक होता है।
निष्कर्ष
इस विस्तृत जानकारी से उम्मीद है कि आप कृत्रिम अंग फिटिंग की संपूर्ण प्रक्रिया को समझ सकें और त्वरित और अनैतिक प्रथाओं से बचने में सक्षम हो सकें। आपकी सुरक्षा और स्वास्थ्य सर्वोपरि है, और सही निर्णय लेकर आप अपनी जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना सकते हैं।
rehabmitra.co.in
#amputation #amputeemodel #amputeefitness #amputeelife #amputeegirl #amputeestrong #prostheticfoot #prostheticfoot #prostheses #prostheses #prosthetics #prosthetic #prosthesis #ProstheticInnovation #artificialleg #artificiallimbs #carbonfoot #prostheticfoot #ProstheticLeg #BionicLeg #nakliper #carbonfoot #siliconliner #suctionsocket #siliconleg #abovekneeprosthesis #shoes #3r80 #ossur #belowkneeprosthesis #rehabmitra #siliconfinger #nakliungli
Supeeeeeeeeer job
🎉❤
Amazing sir 👏 very helpful
Hhjhh
Grt job
Please Liner ka video banao sir,koun sa liner below knee ke liye comfort rahta h
Garmi ke bhej se per me ghav ban jata hai uska bachav kase kiya jaye sir
Please contact us 9999553805 .
Hlo sir mere per ka aguta kata hua h mejhe b lagvana h
Please contact us at 9773988123. Thank You