गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)...वैसे आने वाली वीडियो में बताया गया है
आज की वीडियो देखते टाइम नोट्स बनाने के लिए 4 पेज सलेक्ट करना, सबसे पहले पेज में अल्मोड़ा जिले से संबंधित, दूसरे पेज में गढ़वाल से सम्बंधित, तीसरे पेज में अन्य से सम्बंधित और अंतिम पेज में विविध तथ्य लिखना... ये आज की वीडियो के साथ साथ इसके दूसरे भाग के लिए जो कि कल आएगा से सम्बंधित होगा.....उसका इंतज़ार कीजिये, और जितने भी फैक्ट है वो उसमे कवर हो जाएगा... बाकी आप लोग लाइक, कमेंट और शेयर कर दीजियेगा, यही आप लोगों की फीस हैं...😊😊
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
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गढ़वाली 1905 देहरादून से ,,,,, सम्पादक गिरिजा दत्त नैथानी 🤔🤔 (दीनबंधु प्रेस बरेली से )..... गढ़वाल समाचार पत्र 1902...... 1913 में दुबारा प्रकाशन किया गया 🙏🙏🙏 (स्ट्रोवेल प्रेस दुगड्डा से)..... विशाल कीर्ति 1913 सदानंद कुकरेती (बदरिकेरेश्वर प्रेस
1916 से थे सम्पादक विशम्भर दत्त चन्दोला... क्योंकि 1910 में मतभेद होने के कारण नैथानी जी ने सम्पादन का कार्य छोड़ दिया था उसके बाद 1910 तारा दत्त गैरोला जी द्वारा सम्पादन का कार्य और 1915 में वापस से नैथानी जी बने क्योंकि पत्र मासिक से साप्ताहिक बन गया था और फिर 1916 में विशम्भर दत्त चन्दोला सम्पादक बने 🙏🙏🙏
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1912 से इसका सम्पादन विश्वम्भर दत्त चंदोला ने किया।
Sir uttrakhand ka 1st hindi paper kaun hoga ,samay Vinod ya garwal samachar (date wise to samay h but books m garwal samachar patra btaya h)
@@vineetapandey2668 samay vinod
Glt kya padhaya jo yaha likhaya wahi to video m btaya h.girja prasad hi to sahi krna tha onli🤔
आज की वीडियो देखते टाइम नोट्स बनाने के लिए 4 पेज सलेक्ट करना, सबसे पहले पेज में अल्मोड़ा जिले से संबंधित, दूसरे पेज में गढ़वाल से सम्बंधित, तीसरे पेज में अन्य से सम्बंधित और अंतिम पेज में विविध तथ्य लिखना... ये आज की वीडियो के साथ साथ इसके दूसरे भाग के लिए जो कि कल आएगा से सम्बंधित होगा.....उसका इंतज़ार कीजिये, और जितने भी फैक्ट है वो उसमे कवर हो जाएगा... बाकी आप लोग लाइक, कमेंट और शेयर कर दीजियेगा, यही आप लोगों की फीस हैं...😊😊
Thnq sir
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Sir ap itne ache se smjhate hai ki pura concept clear ho jata h, mjhe to lgta h ki kahi Sare coaching center band na ho jaye
Sir mai one year se uk padh raha huun bt kabhi samanjh nahi aya...lekin apki video se sare concept clear ho gye.......thank you so mach sir......
धन्यवाद गुरू जी आपकी हर एक विडियो बहुत अच्छी है । बहुत अच्छा समझाया है आपने
बेहतरीन👌👌👌👌
Good study guru ji parnam
बेहतरीन पांडेय जी
Thankuu sir your language is to easy by which i can easily understand the topic 😀
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Important topic pda Diya sir thanku sir
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Thank you so much .sir ....bhut acche se smjh aa jata hai 🙏
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Really very knowledgeable video 🙂❤️❤️❤️
शानदार🙏👌🙏👌🙏
आभार सर❤️❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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@@Studywithyogesh ok sir🙏
thanku sir aaj ka topic bahut vehtrin tha
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Dhnywadd guru ji☺️☺️🙏🙏
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Thank You sir 🙏🙏 bhut achi rhi class 🙏🏻😊😊
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Thank you sir❤❤
1st revision done ✅- 9th April 2024
Sar aap bahut Achcha padhaate Ho
Tq sir
Dhanyawad 🙏
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)...वैसे आने वाली वीडियो में बताया गया है
Thank you sir 👌👌🙏🙏
Impt information sir tqq sir 🙏🙏
Nice Guruji 🙏🙏🙏
thnku sir😊
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Thanks Sir ji
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Thnku sir ji 🙏
Thank you sir...
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Ok sir ji..
Good job sir ji
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NYC sir
Thankyou sooo much sir 🙏🙏❤️❤️🤗
Literally I was scared at 18:04...😢😂😂😂
But anyways good lecture
Dhanyabad sir ji..👏👏👏👌🙏
Ok sir thnx
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Thnq sir
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
Thanku sir🙏🙏🙏
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Great appreciation, Nicely explained👌💐
thanku do much sir ✌️✌️
Thank you sir Ji 🙏
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Thank u so much sir 🙏🙏🙏
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Great effort
धन्यवाद सर 💝💝
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Thank u sir 🙏😊
Thank u sir 🙏🏻😊
धन्यवाद सर जी.... 🙏
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Tq so much sir... ❤️❤️
🤗 thank you sir 🙏🙏
sir ye topic ab aaya sahi se smjh...🙏
👌👌👌👌
Utho garhwaliyo shrishak kavita ke lekhak
Kahin prr chandra mohan ratudi pdha, aurr satya saran aapne bataya aurr kahin satyanarayan raturi h confusion ho gyaa h pls reply
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)...वैसे आने वाली वीडियो में बताया गया है
thnks for the class sir. u r a hero
सर उत्तराखंड का पहला प्रिंटिंग प्रेस कौन सा था ?
धन्यवाद गुरु जी 🙏
Tq sir.🙏
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
Thanks for the videos
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
Nice sir
👌👌👌👌🥰🥰🥰🥰🥰
Koi bata skta h kya ki Ye topic parikshawani mai bhi hai? Index mai to ni dikhra
Tq guri ji❤️🙏🙏🙏
6k ka harzana swadheen parza pe laga tha.....shakti pe 2k ka laga tha
Nice sir
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
Sir Almora akhbar ki language kumauni thi ya Hindi .
Btane ka kast kre plzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzz
गढ़वाली 1905 देहरादून से ,,,,,
सम्पादक गिरिजा दत्त नैथानी 🤔🤔
(दीनबंधु प्रेस बरेली से ).....
गढ़वाल समाचार पत्र 1902...... 1913 में दुबारा प्रकाशन किया गया 🙏🙏🙏
(स्ट्रोवेल प्रेस दुगड्डा से).....
विशाल कीर्ति 1913 सदानंद कुकरेती
(बदरिकेरेश्वर प्रेस
1916 से थे सम्पादक विशम्भर दत्त चन्दोला...
क्योंकि 1910 में मतभेद होने के कारण नैथानी जी ने सम्पादन का कार्य छोड़ दिया था उसके बाद 1910 तारा दत्त गैरोला जी द्वारा सम्पादन का कार्य और 1915 में वापस से नैथानी जी बने क्योंकि पत्र मासिक से साप्ताहिक बन गया था और फिर 1916 में विशम्भर दत्त चन्दोला सम्पादक बने 🙏🙏🙏
Yrr ghrwala smchar patr ki date aapna thk likhi h kya
Wait for next part
Wait for next part
दुबारा प्रकाशन 1913 में गढ़वाल समाचार पत्र😅😅🙈🙈🙏🙏🙏
Thank u so much sir
nice guru ji
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
thank u sir ji
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
thankyou sir
Thanks you
संपूर्ण उतराखंड का इतिहास देना
Thank you
Nice
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)...वैसे आने वाली वीडियो में बताया गया है
Tq síŕ 👏
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
😊😊😊🙏🏻🙏🏻
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)...वैसे आने वाली वीडियो में बताया गया है
Sir गाड़ी सड़क आंदोलन 1940 पढ़ा है मैंने
😊😊
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
Shakti news paper 1918 me nikla sir date bta do
🙏🙏thnx sir ji
गढ़वाली समाचार पत्र का प्रकाशन 1912 में विशंभर दत्त चंदोला ।
Thnq sir 🙏🙏
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
.🙏
🙏🙏
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)...वैसे आने वाली वीडियो में बताया गया है
👌👌👌🙏🙏🙏
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
@@Studywithyogesh ok
😊👏👏👏💗
Sir kb se padana shuru kiya aapne
Sir Garhwali 1905 ......Girja Datt Nathani ne start kiya tha or 1912 se Vishambar Datt Chandola ne chlya tha....pls next vedio m btna iske bare m
Next video aa jayegi kl....wo bn chuki h..ye sab btaya gya h usme...wait kijiye
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
Ha sir baad m apne correct kr diya tha vedio m
Okk sir
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
Thank you so much sir 🙏
Sir 741post ka exam kB tk hoga
👍👍
शायद 11.40 पर आज की वीडियो में बोलने में युगांतर हुआ है, उसे युगवाणी कर देना...बाकी उसके तथ्य सही है..😊
Almora akhbar saptahik 1913 m kia gya jab badri dat panday ne iska smpadan kia
Sir book kon se lu group c k liye gram Vikas Adhikari ki post ke liye kaun si best book rahegi
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
Sir ek din Mai kitne topic padhate hain aap
Sir ji गढवाली पत्रिका के जनक और भीष्म पिता एक ही है किया
सर गढ़वाल समाचार का प्रथम चरण किसी किताब में 1901 दिया है।
Jo sir phle pde the wo alag tha kya topic???
Thanks a lot sir ❤️😊
Sir ek confusion hai.... Girja datt nethani Or Girja prasad nethani... Do alag log hai ya... Different book me different likha hua hai
Ek he h
Ok tnk u sir
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)
❤️❤️❤️❤️
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)...वैसे आने वाली वीडियो में बताया गया है
ji sir
Sir samay vinod 1867 btaya h previous video me or isme 1868 thoda confusion hai sir
1868
@@Studywithyogesh thank you sir ❤️
@@Studywithyogesh band kab hua tha sir ye
Halo
सर गिरीश तिवारी गिर्दा हैं और गौर्दा लोकरत्न गौरी दत्त पांडे को कहा जाता है
🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌💯💯💯🆗🆗
Hllo sir
गढ़वाली- 1905 में.... इसके मुख्य रूप से 3 संपादक हुए, जिनमें गिरजा प्रसाद नैथाणी , तारा दत्त गैरोला, विश्वंभर दत्त चंदोला थे... इसे शुरू गिरजा प्रसाद जी ने किया था जबकि इसका सबसे लंबे समय तक संपादन चंदोला जी ने किया.....(आप लोग इस पॉइंट को सही कर लेना)