Day-7🛑/श्रीमद् भागवत कथा /श्री शैलेंद्र कृष्ण जी, स्थान:-मनोमणि मैरिज गार्डन, खण्डेराव मंदिर,देवरी
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- เผยแพร่เมื่อ 24 ธ.ค. 2024
- ▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬ सेवा परमो धर्म ▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬
धर्म पथिक पूज्य गुरुदेव श्री शैलेन्द्र कृष्णजी महाराज सनातन धर्म की ध्वजा को लेकर पूरे भारतभर में लाखों लोगों को कथा के माध्यम से भगवान की भक्ति और अपनी अमृतमयी वाणी से सेवा, संस्कृति और संस्कारों से जोड़कर लोगों का जीवन बदलने के लिए दिनरात प्रयासरत है, उनके आधिकारिक यूट्यूब चैनल में आपका स्वागत है । धर्मपथिक यूट्यूब चैनल , जहाँ ठाकुरजी की दिव्य लीलाओं का श्रवणपान कराया जाता है | पूज्य गुरुदेव अपनी दिव्य भावपूर्ण मधुर वाणी में अल्पआयु से ही लाखों भक्तों को कथा का मधुर रसपान करा चुके है | ऐसे दिव्य विभूति परमश्रद्धेय पूज्य गुरुदेव से जुड़कर अपने जीवन को धन्य करे |
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आइए हम भी "धर्मपथिक" परिवार का हिस्सा बनकर सनातन धर्म को और उच्च शिखर तक पहुंचाने में पूज्य गुरुदेव जी की मदद करें-
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पूज्य श्री शैलेन्द्र कृष्णजी महाराज और माँ धाम आश्रम के तत्वावधान में निरंतर चलने वाली सेवाएं जिनसे जुड़कर आप अपने धन को धर्ममय बनाकर पुण्य की प्राप्ति अवश्य करें-
● कथाओं में असहाय गरीब कन्याओं का विवाह सेवा
पूज्य गुरुदेव के सद्गुरु ब्रम्हलीन श्री श्री 1008 मौनीजी महाराज के करकमलों द्वारा असहाय कन्याओं के विवाह करवाने की सेवा को हमारे पूज्य गुरुदेव धर्म पथिक श्री शैलेन्द्र कृष्णजी ने जीवनभर निरंतर चलाने का संकल्प लिया है | और वर्तमान समय में पूज्य गुरुदेव की कथाओं में कन्या विवाह कराया जाता है आप भी इस सेवाओं में सहयोग देकर सेवा का सौभाग्य प्राप्त करे |
●माँ धाम में पूर्णिमा पर अन्नक्षेत्र सेवा एवं संतों की भोजन प्रसादी सेवा
पूज्य गुरुदेव जी का आश्रम "माँ धाम" वृंदावन में प्रत्येक पूर्णिमा पर हजारों भाविक भक्तों के लिए अन्नक्षेत्र चलाया जाता है उसमे भी आप अपना सहयोग दे सकते है |
शास्त्र में कहा गया है - "अन्नदान श्रेष्ठ दान है "
●माँ धाम आश्रम में भक्तों के लिए भोजन प्रसादी सेवा
पूज्य गुरुदेव जी की वर्तमान समय में बहुत सी कथाये माँ धाम आश्रम वृंदावन में होती है |
संतों के लिए एवं ब्राम्हण विप्रों के लिए भोजन प्रसादी की सेवा भी निरंतर चलती रहती है आप संत प्रसादी में भी अपनी सेवा तन मन धन से प्रदान कर सकते है | भाविक भक्तों के लिए भोजन प्रसादी निरंतर बनाने की सेवा चलती रहती है |
●विविध गौशाला में गौ माताओं की सेवा
पूज्य गुरुदेव कहते है की गौमाता भगवानों की भी भगवान है | गुरुदेव जहाँ भी कथा करने जाते है गौशाला में जाकर अपनी सेवा अवश्य देते है | गौमाता को चारा खिलाते है स्वयं के हाथों से |
एवं स्वयं की कथा में अर्जित दक्षिणा का मुख्य भाग गौसेवा में अर्पित करते है | आप भी गौप्रेमी इस सेवा में पूज्य गुरुदेव से जुड़कर गौसेवा का आनंद प्राप्त करे |
●बंदर सेवा
गुरूजी द्वारा किये जाने वाली बंदर सेवा में भी आप जुड़ सकते है | बंदरों को बिस्किट नमकीन एवं रोटी फल खिलने की सेवा में अवश्य जुड़े | हमसे सेवा में जुड़ने हेतु एवं पूज्य गुरुदेव जी से जुड़ने हेतु निचे दिये गये नम्बर पर सम्पर्क करे
अधिक जानकारी के लिए एवं अपने क्षेत्र में कथा करवाने हेतु संपर्क करें-
8460736273 ,
9528597275,
9685313540,
7000473251