और नागबरणजी का ये "दिग्दर्शन" भी अद्भुत है : जो इतना बुद्धिमान है, जिसके शीष पर स्वयं "देवी मां" का वरदहस्त है, वो रामा भी प्रत्येक ही छोटी मोटी पहेली या चुनौती के समक्ष शरणागत ही हो जाता प्रतीत होता है!इन से भी बुद्धिहीन दिग्दर्शक हमनें देखे हैं, किंतु नागबरणजी की श्रेणीही ऊंची है!
पांच मिनट के कथाभाग को बाईस मिनटों तक फुलाने के लिये श्रीमान नागबरणजी उस में संगीत का पानी भरते जाते हैं, भरते जाते हैं, और भरते जाते जाते हैं, और भी भरते जाते हैं...
क्या "स्टार ट्रेक" वाला "टेलिपोर्टेशन" सोलहवीं शताब्दी के आरंभकाल (अग्रिम १० वर्ष) में होता था? इस धारावाहिक में कई बार देखा है, कि एक दृष्य में व्यक्ती के पीछे जो कुछ होता है, वो उसी व्यक्ती को दूसरे कोण से दर्शाया जाता है, तो पूर्णतः पृथक्, अर्थात भिन्न होता है। जैसा कि, मुल्ला नसरुद्दिन "राजमहल" तथा "राजदरबार" के द्वार पर जाते जब पीछे से दिखे तब उस द्वार से "महल" तक केवल एक रिक्त मार्ग था; किंतु जब मुल्ला सामने से दिखे तब उसी मार्ग पर प्रजाजन आ-जा रहे थे, दुकानों के भी कुछ साक्ष थे। ये तो "टेलीपोर्टेशन" से ही संभव है।
और नागबरणजी का ये "दिग्दर्शन" भी अद्भुत है : जो इतना बुद्धिमान है, जिसके शीष पर स्वयं "देवी मां" का वरदहस्त है, वो रामा भी प्रत्येक ही छोटी मोटी पहेली या चुनौती के समक्ष शरणागत ही हो जाता प्रतीत होता है!इन से भी बुद्धिहीन दिग्दर्शक हमनें देखे हैं, किंतु नागबरणजी की श्रेणीही ऊंची है!
😊😊😊😊😊😊😊
@@jituzeeofficial4508😮
अद्भुत रामकृष्ण 🎉
पांच मिनट के कथाभाग को बाईस मिनटों तक फुलाने के लिये श्रीमान नागबरणजी उस में संगीत का पानी भरते जाते हैं, भरते जाते हैं, और भरते जाते जाते हैं, और भी भरते जाते हैं...
Jay shree ram • lakshman • sita and Krishna and ❤❤❤❤❤❤❤
56:58
Amazing dholl
क्या "स्टार ट्रेक" वाला "टेलिपोर्टेशन" सोलहवीं शताब्दी के आरंभकाल (अग्रिम १० वर्ष) में होता था? इस धारावाहिक में कई बार देखा है, कि एक दृष्य में व्यक्ती के पीछे जो कुछ होता है, वो उसी व्यक्ती को दूसरे कोण से दर्शाया जाता है, तो पूर्णतः पृथक्, अर्थात भिन्न होता है। जैसा कि, मुल्ला नसरुद्दिन "राजमहल" तथा "राजदरबार" के द्वार पर जाते जब पीछे से दिखे तब उस द्वार से "महल" तक केवल एक रिक्त मार्ग था; किंतु जब मुल्ला सामने से दिखे तब उसी मार्ग पर प्रजाजन आ-जा रहे थे, दुकानों के भी कुछ साक्ष थे। ये तो "टेलीपोर्टेशन" से ही संभव है।
आँख है पहली का जवाब
Fir se ye show starte karo❤❤❤❤
🎉🎉😢 17:24 😅8
😂
Adbhut
कभी इन तथाचार्य से कोई कुछ क्यों नहीं पूछता,जबकि ये हर जगह टांग अड़ाते रहते हैं, जबकि आता जाता कुछ नहीं
और उस सोने की ईंट का क्या हुआ, जो अपनी पहेलियों का उत्तर देने पर मुल्ला नसरुद्दिन अम्मा और शारदा को देनेवाले थे?
❤❤❤❤❤
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