बिल्कुल सही कहा वकील साहब आपने।498 एक क्रिमिनल केस है जबकि डीवी एक सिविल नेचर का । डीवी केस में 498 के क्रिमिनल आरोप लगाकर चलाया जाता है ।जब क्रिमिनल आरोप डीवी केस में लग गए तो वह सिविल केस रहा ही नहीं। ऐसे केस खारीज होने चाहिए जब तक कि उनमें पति के घर जाकर कोई इंक्वायरी नहीं की जाती। आमतौर पर बिना इंक्वायरी के मेंटीनेंस लगा दिए जाते हैं जो पति परिवार के साथ एक जुल्म हैं, अन्याय है।इसका विरोध होना ही चाहिए और ऐसे फर्जी केस खारीज होने चाहिए। हमारे साथ भी यही हो रहा है। धन्यवाद।
बिल्कुल सही कहा वकील साहब आपने।498 एक क्रिमिनल केस है जबकि डीवी एक सिविल नेचर का ।
डीवी केस में 498 के क्रिमिनल आरोप लगाकर चलाया जाता है ।जब क्रिमिनल आरोप डीवी केस में लग गए तो वह सिविल केस रहा ही नहीं। ऐसे केस खारीज होने चाहिए जब तक कि उनमें पति के घर जाकर कोई इंक्वायरी नहीं की जाती। आमतौर पर बिना इंक्वायरी के मेंटीनेंस लगा दिए जाते हैं जो पति परिवार के साथ एक जुल्म हैं, अन्याय है।इसका विरोध होना ही चाहिए और ऐसे फर्जी केस खारीज होने चाहिए। हमारे साथ भी यही हो रहा है। धन्यवाद।
Sir aapki payment bhut jyada but kya kya aap kisi garib ko without payment help kar sakte ho...
Online payment kariyo bhi na
Online payment kariyo bhi na kisiko, be careful
Bhai details batao@@Rockyrock007
Sir judgement nhi bataya aapne
Thank u
Sir sabke lgbag 3 case sath me chlte h
Daily wohi repeat... Kuchh output nikle aur kaise kabhi ye bhi batao.. Apne mehenge course ka advertisement karte ho.. Boring videos.. Dislike and unsubscribe
Y practical nhi h