इसी के वजह से आज पत्रकार ईमानदार बनने से डरता हैं, क्योंकि जिसके पास पैसा हैं उसके पास सच्चाई को मारने का पॉवर हैं.... भाई धरना देने से कुछ नहीं होगा जितने भी पत्रकार दल्ला गिरी करते उसे रोको और खुद भी दल्ला गिरी करना बंद कर दे यहीं उस पत्रकार के लिए विनम्र श्रद्धांजलि होगी।।।RIP Mukesh Bhai......
Bhut sundar report
RIP मुकेश चंद्राकर
Sahi aur Satik bt
इसी के वजह से आज पत्रकार ईमानदार बनने से डरता हैं, क्योंकि जिसके पास पैसा हैं उसके पास सच्चाई को मारने का पॉवर हैं.... भाई धरना देने से कुछ नहीं होगा जितने भी पत्रकार दल्ला गिरी करते उसे रोको और खुद भी दल्ला गिरी करना बंद कर दे यहीं उस पत्रकार के लिए विनम्र श्रद्धांजलि होगी।।।RIP Mukesh Bhai......
Aap koun sa zahar pina pasand karte h sir?
Ya sirf - वैशाखनंदन, शीतलावाहन, शंकाकर्ण, बालेय का शिश्न रस ही पी कर काम चलता है?