जय श्री राम सीताराम हनुमान ॐ हनुमते नमः सीताराम हनुमान सीताराम हनुमान सीताराम हनुमान सीताराम हनुमान सीताराम हनुमान श्री राम किरपा निधान पुरुषोत्तम भगवान श्री राम लला परिवार विराजमान श्री अयोध्या धाम भारत भारत माता की जय भारत
❤ । *वेद में विभिन्न मंत्रो में आया है। सब कुछ बनाने वाला सिर्फ एक अजन्मा परम तत्त्व परमेश्वर है। कुरान में भी आया है सबकुछ बनाने वाला अल्लाह है* *अगर हम वेदों के ईश्वर को अल्लाह कहते तो भी गुण एक समान है और दोनो किताबो में भी लिखा है सब कुछ बनाने वाला एक सर्वव्यापी हर प्रकार से शुद्ध चैतन्य है उसकी सीमा अनंत और अनादि है ।* *अल्लाह शब्द अरब देश में कुरान के आने से पहले भी बोला जाता था। इतिहास में इसका वर्णन मिलता ।* *अल्लाह नाम के अर्थ का मतलब = अल+ इलाह से बना है । इलाह का मतलब = सब कुछ बनाने वाला , उसका सुरक्षा करने वाला, और पालन- पोषण करने और न्याय करने वाला इत्यादि।* *कुरान में उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर का नाम उसके गुणों के आधार पर है। कुरान का ज्ञान अरब देश में आया । और हम उसका अनुवाद पढ़ते है हर व्यक्ति अपने जमाने की हिसाब से कुरान का अनुवाद किया है । अनुवाद गलत हो सकता है । क्योंकि एक अरेबिक शब्द के बहुत से मतलब होते है ।* *ये बिल्कुल सच बात है की कुरान की एक एक बात सत्य है ।। वेद और कुरान ये दोनो किताब उसी एक सर्वव्यापी परमेश्वर का वचन है ।। इसलिए बोला जाता है वेद और कुरान की रचना किसी मनुष्य ने नही की है । ये तो साक्षात परमेश्वर का कथन वाक्य है। अतः हमें उसका प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए जिसने हम सभी मनुष्यों को बनाया।* *( वेद के कुछ मंत्र )* *ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किंच जगत्याञ्जगत् । (यजुर्वेद अध्याय ४० मंत्र २ )* *अर्थात् जो कुछ इस संसार में और सभी लोक में है,उस सब में व्याप्त होकर जो सृष्टि से परे है वह परमेश्वर कहलाता है ।* *हिरण्यगर्भ: समवर्त्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत् । स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमाम् कस्मै देवाय हविषा विधेम ।। ( यजुर्वेद १३/४ )* *अर्थात् सृष्टि से पूर्व जो सूर्य आदि तेजवाले लोकों का निर्माण किया , और जो कुछ उसने उत्पन्न किया , है और जो करेगा ,उसका स्वामी वही है और आगे भी रहेगा , वही पृथ्वी से लेकर सूर्य तथा सभी लोक तक सभी सृष्टि को बना के धारण कर रहा है ,उस सुखस्वरूप परमेश्वर ही का ध्यान हम सब लोग किया करें ।* *पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरंशुद्धमपापविद्धं। कवीर्मनीषी परिभू: स्वयम्भूर्याथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्य: समाभ्य: । ( यजुर्वेद ४०/८ )* *अर्थात् वह ईश्वर ,सर्व शक्तिमान , न्यायकारी और शरीर से रहित,छिद्र रहित, नस - नाड़ियों के बंधन से रहित , अविद्या आदि दोषों से रहित । वह सर्वज्ञ, सभी जीवों का उत्पत्तिकर्ता और उनके मनों की वृत्तियों को जानने वाला , सभी लोक एवं संसार के निर्माणकर्ता अनादि , उत्पत्ति और विनाश रहित , वहीं परमेश्वर उपासना करने योग्य है ।*
Jai Shri ram ❤❤❤❤❤❤❤
जय श्री राम सीताराम हनुमान ॐ हनुमते नमः सीताराम हनुमान सीताराम हनुमान सीताराम हनुमान सीताराम हनुमान सीताराम हनुमान श्री राम किरपा निधान पुरुषोत्तम भगवान श्री राम लला परिवार विराजमान श्री अयोध्या धाम भारत भारत माता की जय भारत
जय श्री सीता राम 🚩
जय श्री राम 🙏🙏🙏🚩🚩🚩
हर हर महादेव 🚩 🚩🚩🙏🙏
Har har Mahadev ❤
Jai Shree Ram 🙏 जय सियाराम Jai hanuman 🙏,
Jai shree Ram❤❤ jai shree ram ❤❤jai shree ram ❤❤jai shree ram❤❤ jai shree ram
Jai Shree Ram 🙏
जय श्री सीताराम जी माहाराज जी ❤❤❤❤❤
Jai Shree SitaRam ji❤❤🎉🎉❤❤❤❤❤🎉🎉❤❤
Jai shree Ram 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🚩🚩
🕉 HAR HAR MAHADEV ❤️❤️🙏🏻🙏🏻
श्री सीता राम नाथ जी महाराज की जय 🙏😇
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💯💯💯💯💯💯💯❤❤❤❤❤❤❤❤jai sher ram
Jay.shree.ram🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Hamri bhi sudhi kabhi lijo mere ram😢😢😢
जय मां शारदा देवी मां जय हो श्री सीताराम हनुमान जी महाराज जी जय श्री राधे राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे राधे हर हर हर महादेव
Jai siya ram
Jai gurudev
श्री राम जय राम जय जय राम🙏🙏🙏🙏🙏
Jai ho baba 👏👏👏👏👏👏
Koti koti parnam Gurudev 🙏🌹🙏🌹🙏
Jay Shri Ram sitaram 🙏🙏❤
जय श्री राम 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Guruji ke mukh se Ram katha sunkr bahut achcha lagata hai.Sri Ram bhajan sune bina hum Raat Mein sote nhi hain. Jai Shri ram ❤❤
Har Har mahadev ji ki 🙏🌹❤jai jai shri Ramji ki 🙏🌹❤jai ho Hanumanji baba ki 🙏🌹❤
Jay shree Ram
Jay shree seetaram 😊❤❤
जय श्री राम
Jai Jai Sri Ram gi Hanuman ji ki jai h
Apka bhajan sun ke manko shukun milta hai ❤❤❤
koti koti parnam gru gi❤🎉🎉
Sundarkand ki katha Kehne Mein guru ji koti koti pranaam. ❤❤
Guruji aapka aashirwad paker hum abhagee dhanya ho gye. Shat shat Naman.
जय श्री सीताराम राम
❤❤❤❤❤❤
जय सियाराम जी 🌹🌹 जय सियाराम जी 🌹🌹 जय सियाराम जी 🌹🌹 जय सियाराम जी 🌹🌹 जय सियाराम जी 🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
Jai Jai Sri guru dev ji aapki katha bahut sunder lagti hai
Hello ❤
Om Namah shivay 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
Guru,ji,parinam
Jai,shree,ram,jay,siyaram
Katha pass me se sunna hai
Kaha ho raha hai
❤ । *वेद में विभिन्न मंत्रो में आया है। सब कुछ बनाने वाला सिर्फ एक अजन्मा परम तत्त्व परमेश्वर है। कुरान में भी आया है सबकुछ बनाने वाला अल्लाह है*
*अगर हम वेदों के ईश्वर को अल्लाह कहते तो भी गुण एक समान है और दोनो किताबो में भी लिखा है सब कुछ बनाने वाला एक सर्वव्यापी हर प्रकार से शुद्ध चैतन्य है उसकी सीमा अनंत और अनादि है ।*
*अल्लाह शब्द अरब देश में कुरान के आने से पहले भी बोला जाता था। इतिहास में इसका वर्णन मिलता ।*
*अल्लाह नाम के अर्थ का मतलब = अल+ इलाह से बना है । इलाह का मतलब = सब कुछ बनाने वाला , उसका सुरक्षा करने वाला, और पालन- पोषण करने और न्याय करने वाला इत्यादि।*
*कुरान में उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर का नाम उसके गुणों के आधार पर है। कुरान का ज्ञान अरब देश में आया । और हम उसका अनुवाद पढ़ते है हर व्यक्ति अपने जमाने की हिसाब से कुरान का अनुवाद किया है । अनुवाद गलत हो सकता है । क्योंकि एक अरेबिक शब्द के बहुत से मतलब होते है ।*
*ये बिल्कुल सच बात है की कुरान की एक एक बात सत्य है ।। वेद और कुरान ये दोनो किताब उसी एक सर्वव्यापी परमेश्वर का वचन है ।। इसलिए बोला जाता है वेद और कुरान की रचना किसी मनुष्य ने नही की है । ये तो साक्षात परमेश्वर का कथन वाक्य है। अतः हमें उसका प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए जिसने हम सभी मनुष्यों को बनाया।*
*( वेद के कुछ मंत्र )*
*ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किंच जगत्याञ्जगत् । (यजुर्वेद अध्याय ४० मंत्र २ )*
*अर्थात् जो कुछ इस संसार में और सभी लोक में है,उस सब में व्याप्त होकर जो सृष्टि से परे है वह परमेश्वर कहलाता है ।*
*हिरण्यगर्भ: समवर्त्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत् । स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमाम् कस्मै देवाय हविषा विधेम ।। ( यजुर्वेद १३/४ )*
*अर्थात् सृष्टि से पूर्व जो सूर्य आदि तेजवाले लोकों का निर्माण किया , और जो कुछ उसने उत्पन्न किया , है और जो करेगा ,उसका स्वामी वही है और आगे भी रहेगा , वही पृथ्वी से लेकर सूर्य तथा सभी लोक तक सभी सृष्टि को बना के धारण कर रहा है ,उस सुखस्वरूप परमेश्वर ही का ध्यान हम सब लोग किया करें ।*
*पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरंशुद्धमपापविद्धं। कवीर्मनीषी परिभू: स्वयम्भूर्याथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्य: समाभ्य: । ( यजुर्वेद ४०/८ )*
*अर्थात् वह ईश्वर ,सर्व शक्तिमान , न्यायकारी और शरीर से रहित,छिद्र रहित, नस - नाड़ियों के बंधन से रहित , अविद्या आदि दोषों से रहित । वह सर्वज्ञ, सभी जीवों का उत्पत्तिकर्ता और उनके मनों की वृत्तियों को जानने वाला , सभी लोक एवं संसार के निर्माणकर्ता अनादि , उत्पत्ति और विनाश रहित , वहीं परमेश्वर उपासना करने योग्य है ।*
🫀🫁🫀🫁🫀🫁🧠
L fccc
Jai shree ram 🙏🚩🙏🚩🙏
Jay shree Ram. Jay bajrang bali baba