बहुत बहुत सुंदर चर्चा.धन्यवाद जी भाईजी. कितने ग्रंथोंका अभ्यास करके यहापर यहापर सटीक गाथाए लिखी. हमे ये गाथाये कभी भी नही पढने मीलती. अनंत ऊपकार है महाराज जी के और आपके जो आपने ये ग्रंथ चलाया. धन्यवाद आपके सम्यक ज्ञान की बहुत अनुमोदना और विनय. 🙏🙏👌👍👍👍
भाईजी पहले हर एक घरमे ऐसा शुद्ध आहारही बनाया जाता था.हमारे बचपनमे घरमेहि रोज आटा पिसनेसे सभी कर्म घरकेही होते थे.और शुद्ध भोजन मां ,भाभी बनाती थी. किचनके कपडे भी अलग रहते थे. 🙏
Jai jinendra pune 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jai Jinendra 🙏
Dhanyawad bhai 🙏
बहुत सुंदर चर्चा। सादर जयजिनेन्द्र आदरणीय पण्डित जी
बहुत बहुत सुंदर चर्चा.धन्यवाद जी भाईजी. कितने ग्रंथोंका अभ्यास करके यहापर यहापर सटीक गाथाए लिखी. हमे ये गाथाये कभी भी नही पढने मीलती. अनंत ऊपकार है महाराज जी के और आपके जो आपने ये ग्रंथ चलाया. धन्यवाद आपके सम्यक ज्ञान की बहुत अनुमोदना और विनय. 🙏🙏👌👍👍👍
Bahut sundr vyaalhyaan bhaisahb
🙏जयजिनेन्द्र पण्डित जी 🙏👌
🙏🙏🙏
जय जिनेन्द्र खारघर नवी मुंबई
🙏जय जिनेन्द्र जी की🙏
Thane jai jinendra🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏👌
जय जिनेंद्र जी आदरणीय भाईजी. 🙏🙏🙏
Jai jinendra manisha Jain Mumbai Maharashtra India 🙏🙏🙏
सादर जय जिनेन्द्र जी।दिल्ली
Jai jinendra 🙏
Dhanyavad 🙏
Pune Jai jinendra
Jaijinendra ghatkopar
🙏🙏🙏🙏🙏
Hii
भाईजी पहले हर एक घरमे ऐसा शुद्ध आहारही बनाया जाता था.हमारे बचपनमे घरमेहि रोज आटा पिसनेसे सभी कर्म घरकेही होते थे.और शुद्ध भोजन मां ,भाभी बनाती थी. किचनके कपडे भी अलग रहते थे. 🙏
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