th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html 6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A. Allama Khadim Hussain Rizavi
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html 6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A. Allama Khadim Hussain Rizavi
Mashallah Main sawal address bhi nahi kiya Vo kehte ke Ala hazrat Har roaz 1000 rakat niffil pad te the acha 2 rakat namaz padne me ala hazrat 10 min lete hoge chalie man lete he 5 min lete hoge jaldi jaldi pad lete hoge matlab 10 rakat padne me 25 min fir 100 rakat me 250 minutes fir 1000 rakat 2500 minutes aur inhe koi bate ke 1 din me 1440 min hote he Ye kya mars pe jake namaz padte the Iska jawab do time Qayamat tak he.
زنده باشید جناب محترم. جزاك الله خيراً في الدارين و بارك فيك و حفظك و نصرك. اللهم صل وسلم وبارك على سيدنا محمد وعلى آله وصحبه أجمعين في كل لمحة و نفس بعدد كل معلوم لك.
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html 6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A. Allama Khadim Hussain Rizavi
TURMIZI-2946 अब्दुल्लाह-बिन-अम्र बयान करते हैं कि मैंने कहा : अल्लाह के रसूल! मैं कितने दिनों में क़ुरआन पढ़ डालूँ? आप ने फ़रमाया : महीने में एक बार ख़त्म करो। मैंने कहा मैं इस से बढ़ कर (यानी कम मुद्दत में) ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ, आप ने फ़रमाया : तो बीस दिन में ख़त्म करो; मैंने कहा : मैं इससे ज़्यादा की, यानी और भी कम मुद्दत में ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पन्द्रह दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : दस दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पाँच दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। तो आप ने मुझे पाँच दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन ख़त्म करने की इजाज़त नहीं दी। इमाम तिरमिज़ी कहते हैं : 1- ये हदीस इस सनद से हसन सही ग़रीब है। 2- ये हदीस ब-तरीक़ : (أبي بردة عن عبد الله بن عمرو) ग़रीब समझी गई है। 3- ये हदीस कई सनदों से अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है। अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने फ़रमाया : जिसने क़ुरआन तीन दिन से कम मुद्दत में पढ़ा उसने क़ुरआन को नहीं समझा (अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से (ये भी) रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने उन से फ़रमाया : क़ुरआन चालीस दिन में पढ़ डाला करो। 5- इसहाक़-बिन-इब्राहीम-बिन-राह्वीय कहते हैं : हम इस हदीस की बिना पर किसी आदमी के लिये ये पसन्द नहीं करते कि उस पर चालीस दिन से ज़्यादा गुज़र जाएँ और वो क़ुरआन पाक ख़त्म न कर चुका हो इस हदीस की बिना पर जो नबी अकरम (सल्ल०) से रिवायत हुई है। कुछ आलिम कहते हैं कि तीन दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन पढ़ कर न ख़त्म किया जाए 7 - और कुछ आलिमों ने इस की रुख़सत दी है। 8 - और उस्मान-बिन-अफ़्फ़ान से बारे में हदीस रिवायत हुई है कि वो वित्र की एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ डालते थे 9 - सईद-बिन-जुबैर से रिवायत हुई है कि उन्होंने काबा के अन्दर एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ा 10 - क़िरअत में तरतील (ठहर-ठहर कर) ( ठहर-ठहर कर पढ़ना ) अहले-इल्म के नज़दीक पसन्दीदा है।
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html 6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A. Allama Khadim Hussain Rizavi
Mashallah Main sawal address bhi nahi kiya Vo kehte ke Ala hazrat Har roaz 1000 rakat niffil pad te the acha 2 rakat namaz padne me ala hazrat 10 min lete hoge chalie man lete he 5 min lete hoge jaldi jaldi pad lete hoge matlab 10 rakat padne me 25 min fir 100 rakat me 250 minutes fir 1000 rakat 2500 minutes aur inhe koi bate ke 1 din me 1440 min hote he Ye kya mars pe jake namaz padte the Iska jawab do time Qayamat tak he.
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html 6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A. Allama Khadim Hussain Rizavi
ایک دفعہ میں نے پورا قرآن مجید ایک رات میں پڑھا وہ بھی سپیکر میں عشاء کے بعد شروع کیا درمیان میں وقفہ بھی کرتے صبح کی نماز سے پہلے مکمل ہوگیا ہے ولی اللہ لگاتار پڑھتے ہیں ٹائم کم لگے
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html 6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A. Allama Khadim Hussain Rizavi
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html 6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A. Allama Khadim Hussain Rizavi
ہم اہلسنّت و جماعت حنفی بریلوی علامہ مولانا مفتی راشد محمود رضوی صاحب کو خراجِ تحسین پیش کرتے ہیں کہ مرزا جونیئر جہلمی منگول کی طرف سے کی گئی گستاخیوں کا باطل نظریات کا لگائے گئے الزامات و بہتانات کا علمی طور پر رد کر رہےہیں 💯👍💖🌹🌼
अब्दुल्लाह-बिन-अम्र बयान करते हैं कि मैंने कहा : अल्लाह के रसूल! मैं कितने दिनों में क़ुरआन पढ़ डालूँ? आप ने फ़रमाया : महीने में एक बार ख़त्म करो। मैंने कहा मैं इस से बढ़ कर (यानी कम मुद्दत में) ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ, आप ने फ़रमाया : तो बीस दिन में ख़त्म करो; मैंने कहा : मैं इससे ज़्यादा की, यानी और भी कम मुद्दत में ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पन्द्रह दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : दस दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पाँच दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। तो आप ने मुझे पाँच दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन ख़त्म करने की इजाज़त नहीं दी। इमाम तिरमिज़ी कहते हैं : 1- ये हदीस इस सनद से हसन सही ग़रीब है। 2- ये हदीस ब-तरीक़ : (أبي بردة عن عبد الله بن عمرو) ग़रीब समझी गई है। 3- ये हदीस कई सनदों से अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है। अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने फ़रमाया : जिसने क़ुरआन तीन दिन से कम मुद्दत में पढ़ा उसने क़ुरआन को नहीं समझा (अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से (ये भी) रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने उन से फ़रमाया : क़ुरआन चालीस दिन में पढ़ डाला करो। 5- इसहाक़-बिन-इब्राहीम-बिन-राह्वीय कहते हैं : हम इस हदीस की बिना पर किसी आदमी के लिये ये पसन्द नहीं करते कि उस पर चालीस दिन से ज़्यादा गुज़र जाएँ और वो क़ुरआन पाक ख़त्म न कर चुका हो इस हदीस की बिना पर जो नबी अकरम (सल्ल०) से रिवायत हुई है। कुछ आलिम कहते हैं कि तीन दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन पढ़ कर न ख़त्म किया जाए 7 - और कुछ आलिमों ने इस की रुख़सत दी है। 8 - और उस्मान-बिन-अफ़्फ़ान से बारे में हदीस रिवायत हुई है कि वो वित्र की एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ डालते थे 9 - सईद-बिन-जुबैर से रिवायत हुई है कि उन्होंने काबा के अन्दर एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ा 10 - क़िरअत में तरतील (ठहर-ठहर कर) ( ठहर-ठहर कर पढ़ना ) अहले-इल्म के नज़दीक पसन्दीदा है।
Mashallah Main sawal address bhi nahi kiya Vo kehte ke Ala hazrat Har roaz 1000 rakat niffil pad te the acha 2 rakat namaz padne me ala hazrat 10 min lete hoge chalie man lete he 5 min lete hoge jaldi jaldi pad lete hoge matlab 10 rakat padne me 25 min fir 100 rakat me 250 minutes fir 1000 rakat 2500 minutes aur inhe koi bate ke 1 din me 1440 min hote he Ye kya mars pe jake namaz padte the Iska jawab do time Qayamat tak he.
بہت خوب جناب مفتی صاحب اللّٰہ تعالیٰ آ پ کو سلامت رکھے اور دین ودنیا کی تمام بھلائیاں عطا فرمائے اور مسلک حق اہلسنت وجماعت کی خوب خدمت کرنے کی توفیق عطا فرمائے
ماشاءاللہ مفتی صاحب جزاک اللہ خیرا سبحان اللہ ۔۔۔۔❤️❤️❤️ کیا بات ہے مفتی صاحب ❤️❤️❤️ اللہ تعالیٰ آپ کے علم و عمل میں رزق میں برکت، کشادگی ، عطا فرمائے ۔۔۔۔❤️❤️❤️ آپ کی ذات سے اللہ تعالیٰ دین و سنیت کا عظیم کام لے
अब्दुल्लाह-बिन-अम्र बयान करते हैं कि मैंने कहा : अल्लाह के रसूल! मैं कितने दिनों में क़ुरआन पढ़ डालूँ? आप ने फ़रमाया : महीने में एक बार ख़त्म करो। मैंने कहा मैं इस से बढ़ कर (यानी कम मुद्दत में) ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ, आप ने फ़रमाया : तो बीस दिन में ख़त्म करो; मैंने कहा : मैं इससे ज़्यादा की, यानी और भी कम मुद्दत में ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पन्द्रह दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : दस दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पाँच दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। तो आप ने मुझे पाँच दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन ख़त्म करने की इजाज़त नहीं दी। इमाम तिरमिज़ी कहते हैं : 1- ये हदीस इस सनद से हसन सही ग़रीब है। 2- ये हदीस ब-तरीक़ : (أبي بردة عن عبد الله بن عمرو) ग़रीब समझी गई है। 3- ये हदीस कई सनदों से अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है। अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने फ़रमाया : जिसने क़ुरआन तीन दिन से कम मुद्दत में पढ़ा उसने क़ुरआन को नहीं समझा (अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से (ये भी) रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने उन से फ़रमाया : क़ुरआन चालीस दिन में पढ़ डाला करो। 5- इसहाक़-बिन-इब्राहीम-बिन-राह्वीय कहते हैं : हम इस हदीस की बिना पर किसी आदमी के लिये ये पसन्द नहीं करते कि उस पर चालीस दिन से ज़्यादा गुज़र जाएँ और वो क़ुरआन पाक ख़त्म न कर चुका हो इस हदीस की बिना पर जो नबी अकरम (सल्ल०) से रिवायत हुई है। कुछ आलिम कहते हैं कि तीन दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन पढ़ कर न ख़त्म किया जाए 7 - और कुछ आलिमों ने इस की रुख़सत दी है। 8 - और उस्मान-बिन-अफ़्फ़ान से बारे में हदीस रिवायत हुई है कि वो वित्र की एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ डालते थे 9 - सईद-बिन-जुबैर से रिवायत हुई है कि उन्होंने काबा के अन्दर एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ा 10 - क़िरअत में तरतील (ठहर-ठहर कर) ( ठहर-ठहर कर पढ़ना ) अहले-इल्म के नज़दीक पसन्दीदा है।
अब्दुल्लाह-बिन-अम्र बयान करते हैं कि मैंने कहा : अल्लाह के रसूल! मैं कितने दिनों में क़ुरआन पढ़ डालूँ? आप ने फ़रमाया : महीने में एक बार ख़त्म करो। मैंने कहा मैं इस से बढ़ कर (यानी कम मुद्दत में) ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ, आप ने फ़रमाया : तो बीस दिन में ख़त्म करो; मैंने कहा : मैं इससे ज़्यादा की, यानी और भी कम मुद्दत में ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पन्द्रह दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : दस दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पाँच दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। तो आप ने मुझे पाँच दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन ख़त्म करने की इजाज़त नहीं दी। इमाम तिरमिज़ी कहते हैं : 1- ये हदीस इस सनद से हसन सही ग़रीब है। 2- ये हदीस ब-तरीक़ : (أبي بردة عن عبد الله بن عمرو) ग़रीब समझी गई है। 3- ये हदीस कई सनदों से अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है। अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने फ़रमाया : जिसने क़ुरआन तीन दिन से कम मुद्दत में पढ़ा उसने क़ुरआन को नहीं समझा (अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से (ये भी) रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने उन से फ़रमाया : क़ुरआन चालीस दिन में पढ़ डाला करो। 5- इसहाक़-बिन-इब्राहीम-बिन-राह्वीय कहते हैं : हम इस हदीस की बिना पर किसी आदमी के लिये ये पसन्द नहीं करते कि उस पर चालीस दिन से ज़्यादा गुज़र जाएँ और वो क़ुरआन पाक ख़त्म न कर चुका हो इस हदीस की बिना पर जो नबी अकरम (सल्ल०) से रिवायत हुई है। कुछ आलिम कहते हैं कि तीन दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन पढ़ कर न ख़त्म किया जाए 7 - और कुछ आलिमों ने इस की रुख़सत दी है। 8 - और उस्मान-बिन-अफ़्फ़ान से बारे में हदीस रिवायत हुई है कि वो वित्र की एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ डालते थे 9 - सईद-बिन-जुबैर से रिवायत हुई है कि उन्होंने काबा के अन्दर एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ा 10 - क़िरअत में तरतील (ठहर-ठहर कर) ( ठहर-ठहर कर पढ़ना ) अहले-इल्म के नज़दीक पसन्दीदा है।
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html 6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A. Allama Khadim Hussain Rizavi
बात हज़रत ऐसी है के पीलमबर जेलमी समझाने के लिए के ये खुद नहीं कर सकते तो इनकार कर ते है ऐसे ही इन लोगों को जब भी कोइ हदीसै बुबारक समझ में नही आती नहीं है तो इंजीनियर इनकार करते हैं बेचारे कर भी क्या सकते हैं रासता बेहत्तर फिरको के तरफ जो जाना है दिल गुमराह है अफसोस
اللٰہ کے فضل و کرم سے تراویح کی تیاری میں مَیں بھی ماہ شعبان میں کٸ بار عثإ کے بعد سے فجر سے قبل تک اچھی اداٸگی کے ساتھ پورا قرآن مجید پڑھ لیتا ہوں۔اور بہت سے حفاظ اس طرح یا دو دن میں مکمل کر لیتے ہیں۔
Apko challenge hai 1 rakat main Quran parh kr dikhayen? Thehar Thehar kr Qiraat k sath jo Quran ka haq hai? 10 laakh rupe inaam dunga Time qayamat tak k liye?
@@naveedawan5740 دس لاکھ روپے کا یہ انعام اجہل الجاہلین مرزا جہلمی دجال کو دے کر بول کسی بھی صحیح العقیدہ سنی عالم دین سے کسی بھی ایسے مسئلہ پر گفتگو کرلے جس پر اسکو اعتراض ہے۔۔۔ یاد رہے میں نے مفتی راشد محمود رضوی ، ڈاکٹر اشرف آصف جلالی ، مفتی منیب الرحمٰن ، علامہ کوکب نورانی اوکاڑوی ، مفتی ثمر عباس قادری ، علامہ مظفر شاہ صاحب جیسے اکابرین امت کی بات نہیں کی۔۔ ایک عام سنی عالم دین کی بات کی ہے ۔۔۔ وثوق سے کہتا ہوں کہ تیرے مرزے کو پاتال میں چھپنے کی جگہ بھی نہیں ملے گی احمد رضا کے کسی غلام سے سامنا ہوگیا تو۔۔۔ قیامت تک کا وقت ہے ۔۔ مرزے کو بول آ جائے ادھار چکانے۔۔ پیڑاں ہور تے چیخاں ہور
سبحان اللہ وبحمدہ سبحان اللہ العظیم ❤️ اللهم صل على محمد وعلى ال محمد كما صليت على ابراهيم وعلى ال ابراهيم انك حميد مجيد🌷❤️️🌷۔ اللهم بارك على محمد وعلى ال محمد كما باركت على ابراهيم وعلى ال ابراهيم انك حميد مجيد🌷❤️🌷۔
نہ جانے کتنے لوگ گمراہیت کے دلدل سے نکل کر اہلسنت والجماعت کے دامن میں دوبارہ آگیں،ان سب کا سہرا مفتی راشد محمود رضوی صاحب کے سر کو جاتا ہے
Bilkul bhi
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html
6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung
The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A.
Allama Khadim Hussain Rizavi
ماشاءاللہ عزوجل ❤️
ماشآء الله ❤💚💙💗💕
Beshaq
اللّٰہ تعالٰی علامہ مولانا مفتی راشد محمود رضوی صاحب کے علم و عمل حلم و بردباری میں مزید برکتیں عطا فرمائے آمین ثم آمین 🤲❤️🌹🌼
Ameen
میرے نبی پیارے نبی محمد صلی اللّٰہ تعالٰی علیہ وآلہ وسلم ہی سب سے آخری نبی ہیں ❤️🌹🥰🌼
Sadakta sachi kaha aap nae
@@xubairahmadzubairahmad9259 جزاک اللّٰہ خیر ❤️🌼🌹😘🌼🥰🌼🥰🌼
Mufti Rashid Mahmood Razvi sb,,,a great name of authentic research
Ma Shaa Allah
🌹 💐 ❤
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html
6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung
The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A.
Allama Khadim Hussain Rizavi
Mashallah Main sawal address bhi nahi kiya Vo kehte ke Ala hazrat Har roaz 1000 rakat niffil pad te the acha 2 rakat namaz padne me ala hazrat 10 min lete hoge chalie man lete he 5 min lete hoge jaldi jaldi pad lete hoge matlab 10 rakat padne me 25 min fir 100 rakat me 250 minutes fir 1000 rakat 2500 minutes aur inhe koi bate ke 1 din me 1440 min hote he Ye kya mars pe jake namaz padte the Iska jawab do time Qayamat tak he.
ماشاء اللّٰہ ماشاء اللّٰہ میری جان میری پہچان میرے شیخ اللّٰہ پاک آپ کو مزید علم نافع عطا فرمائے دین و دنیا کی نعمتیں عطاء فرمائے آمین ثم آمین
دلائل کے دنیا کا شہنشاہ مفتی راشد محمود رضوی صاحب زنداباد💓💓💓❤️❤️❤️💕💕
کیا عمدہ علمی کلپ ہے اللہ تعالی اہل سنت کو مفتی راشد محمود رضوی جیسے ہزاروں عالم عطا فرماۓ۔۔۔ آمین 😘😘😘😘😘😘
مفتی راشد محمود رضوی صاحب آپ نے کمال کر دیا۔مزے کو بھی مزہ آ گیا۔❤️💯
زنده باشید جناب محترم. جزاك الله خيراً في الدارين و بارك فيك و حفظك و نصرك.
اللهم صل وسلم وبارك على سيدنا محمد وعلى آله وصحبه أجمعين في كل لمحة و نفس بعدد كل معلوم لك.
Har Sawal Ka Jawab Mufti Rashid Mahmood Rizvi zindabad
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html
6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung
The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A.
Allama Khadim Hussain Rizavi
Bhai pura hadish padho bhai
TURMIZI-2946
अब्दुल्लाह-बिन-अम्र बयान करते हैं कि मैंने कहा : अल्लाह के रसूल! मैं कितने दिनों में क़ुरआन पढ़ डालूँ? आप ने फ़रमाया : महीने में एक बार ख़त्म करो। मैंने कहा मैं इस से बढ़ कर (यानी कम मुद्दत में) ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ, आप ने फ़रमाया : तो बीस दिन में ख़त्म करो; मैंने कहा : मैं इससे ज़्यादा की, यानी और भी कम मुद्दत में ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पन्द्रह दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : दस दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पाँच दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। तो आप ने मुझे पाँच दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन ख़त्म करने की इजाज़त नहीं दी। इमाम तिरमिज़ी कहते हैं : 1- ये हदीस इस सनद से हसन सही ग़रीब है। 2- ये हदीस ब-तरीक़ : (أبي بردة عن عبد الله بن عمرو) ग़रीब समझी गई है। 3- ये हदीस कई सनदों से अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है। अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने फ़रमाया : जिसने क़ुरआन तीन दिन से कम मुद्दत में पढ़ा उसने क़ुरआन को नहीं समझा (अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से (ये भी) रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने उन से फ़रमाया : क़ुरआन चालीस दिन में पढ़ डाला करो। 5- इसहाक़-बिन-इब्राहीम-बिन-राह्वीय कहते हैं : हम इस हदीस की बिना पर किसी आदमी के लिये ये पसन्द नहीं करते कि उस पर चालीस दिन से ज़्यादा गुज़र जाएँ और वो क़ुरआन पाक ख़त्म न कर चुका हो इस हदीस की बिना पर जो नबी अकरम (सल्ल०) से रिवायत हुई है। कुछ आलिम कहते हैं कि तीन दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन पढ़ कर न ख़त्म किया जाए 7 - और कुछ आलिमों ने इस की रुख़सत दी है। 8 - और उस्मान-बिन-अफ़्फ़ान से बारे में हदीस रिवायत हुई है कि वो वित्र की एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ डालते थे 9 - सईद-बिन-जुबैर से रिवायत हुई है कि उन्होंने काबा के अन्दर एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ा 10 - क़िरअत में तरतील (ठहर-ठहर कर) ( ठहर-ठहर कर पढ़ना ) अहले-इल्म के नज़दीक पसन्दीदा है।
The right interpretation of Islam is being done here ❤
Thanks Mufti Saab
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html
6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung
The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A.
Allama Khadim Hussain Rizavi
Indeed Bro.
ENGINEER FITNA KO PAKISTAN ME BAN KARO
@@muhammadmuaz1476 ham to ya manta hee ka sare firko ko pakistan ma ban karo gin ka apna baba or apna mojzat hee jo kisi nabi ko be nahi mela
Mashallah Main sawal address bhi nahi kiya Vo kehte ke Ala hazrat Har roaz 1000 rakat niffil pad te the acha 2 rakat namaz padne me ala hazrat 10 min lete hoge chalie man lete he 5 min lete hoge jaldi jaldi pad lete hoge matlab 10 rakat padne me 25 min fir 100 rakat me 250 minutes fir 1000 rakat 2500 minutes aur inhe koi bate ke 1 din me 1440 min hote he Ye kya mars pe jake namaz padte the Iska jawab do time Qayamat tak he.
Sunniyo ka shair
Bht khub janab
Allah jaza dy apko
Apki khyr ho
Munazir e kabeer afzalul ulama muqqiq e zaman mufti Rashid Mahmood razvi sahib zindabad Paindabad
ماشاءاللہ عزوجل سبحان اللہ
بہت خوب جناب علامہ مولانا مفتی راشد محمود رضوی صاحب زبردست 💯👍💖🌹🌼
Maza agya sun k bht acha explain kiya haiiii❤❤❤
Love you mufti Rashid mehmood rizvi shb zindabad 💕💕💕💕
ماشاء اللہ بہت خوب مفتی راشد محمود رضوی صاحب زندہ باد
ماشاءالله
اللّٰہ تعالٰی علامہ مولانا مفتی راشد محمود رضوی صاحب کے علم و عمل حلم و بردباری میں مزید برکتیں عطا فرمائے آمین ثم آمین 🤲❤🌹🌼
ماشاء الله
سلامت رہیں مفتی صاحب
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html
6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung
The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A.
Allama Khadim Hussain Rizavi
ایک دفعہ میں نے پورا قرآن مجید ایک رات میں پڑھا وہ بھی سپیکر میں عشاء کے بعد شروع کیا درمیان میں وقفہ بھی کرتے صبح کی نماز سے پہلے مکمل ہوگیا ہے ولی اللہ لگاتار پڑھتے ہیں ٹائم کم لگے
If this is true,Then definitely you weren't doing adaigi of huruf properly and was too fast while reciting
میرے سامنے پڑھ کر سنا، صحابہ اکرام تم جاہلوں کی طرح قرآن نہیں پڑھتے تھے ان کی قرآت ٹھہر ٹھہر کر ہوتی تھی
اللہ کے نبی کریم صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم نے فرمایا کے ٹھہر ٹھہر کے پڑھو اور یہ جلدی پڑھنے کو کرامت کہتے ہیں
@@loveforall4459 exactly karamat nahi ye tezi mei padhna bina sahi huruf ki adaiyegi ke saath ke mazAllah khilwad hai quran ke saath kiramat nahi.
@@shoaibhaq8680 deen ko mazaq bnaia hua ha or nabi sy zada ahm in k lie buzargho ki bat ha
آفت جان مرزا منگول کھٹمل
حضور مفتی راشد محمود رضوی صاحب زیدہ شرفہ زندہ باد پائندہ باد 🌹❤️🌹
😇😇😇سلامت رہیں مفتی صاحب اللہ پاک آپکو برکتیں دے
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html
6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung
The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A.
Allama Khadim Hussain Rizavi
جہلمی فکر کی موت کا نام مفتی راشد محمود رضوی صاحب ❤️🌹❤️
ماشاءاللہ...great effort
جزاک اللہ خیرا
Allah ﷻ Mufti sahab hafizahullah ke ilm o Amal mai mazeed barkate ata kre 💚💚
آمین ثم آمین 🤲❤️
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html
6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung
The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A.
Allama Khadim Hussain Rizavi
ہم اہلسنّت و جماعت حنفی بریلوی علامہ مولانا مفتی راشد محمود رضوی صاحب کو خراجِ تحسین پیش کرتے ہیں کہ مرزا جونیئر جہلمی منگول کی طرف سے کی گئی گستاخیوں کا باطل نظریات کا لگائے گئے الزامات و بہتانات کا علمی طور پر رد کر رہےہیں 💯👍💖🌹🌼
Mufti Rashid Mahmood razvi channel ✅☑️
Mufti shaab Ap ki Wajaa se mara Emaaan salaamt rahaa,haa ma es Mirza Jahanmi ki,batoon ma aa rahaa,thaaaa ALLLAH PAK AP KO SALAMT rakhy Lambi Umer,Day
Aap or logo ko b mufti sahib ki trf mail kryn ta k un ka amaan b bach jaye
Bilkul bhai aap phle wo pura hadish padhye ho mufti sahb aadha hi bataya isme
Timizi 2946
अब्दुल्लाह-बिन-अम्र बयान करते हैं कि मैंने कहा : अल्लाह के रसूल! मैं कितने दिनों में क़ुरआन पढ़ डालूँ? आप ने फ़रमाया : महीने में एक बार ख़त्म करो। मैंने कहा मैं इस से बढ़ कर (यानी कम मुद्दत में) ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ, आप ने फ़रमाया : तो बीस दिन में ख़त्म करो; मैंने कहा : मैं इससे ज़्यादा की, यानी और भी कम मुद्दत में ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पन्द्रह दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : दस दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पाँच दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। तो आप ने मुझे पाँच दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन ख़त्म करने की इजाज़त नहीं दी। इमाम तिरमिज़ी कहते हैं : 1- ये हदीस इस सनद से हसन सही ग़रीब है। 2- ये हदीस ब-तरीक़ : (أبي بردة عن عبد الله بن عمرو) ग़रीब समझी गई है। 3- ये हदीस कई सनदों से अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है। अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने फ़रमाया : जिसने क़ुरआन तीन दिन से कम मुद्दत में पढ़ा उसने क़ुरआन को नहीं समझा (अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से (ये भी) रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने उन से फ़रमाया : क़ुरआन चालीस दिन में पढ़ डाला करो। 5- इसहाक़-बिन-इब्राहीम-बिन-राह्वीय कहते हैं : हम इस हदीस की बिना पर किसी आदमी के लिये ये पसन्द नहीं करते कि उस पर चालीस दिन से ज़्यादा गुज़र जाएँ और वो क़ुरआन पाक ख़त्म न कर चुका हो इस हदीस की बिना पर जो नबी अकरम (सल्ल०) से रिवायत हुई है। कुछ आलिम कहते हैं कि तीन दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन पढ़ कर न ख़त्म किया जाए 7 - और कुछ आलिमों ने इस की रुख़सत दी है। 8 - और उस्मान-बिन-अफ़्फ़ान से बारे में हदीस रिवायत हुई है कि वो वित्र की एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ डालते थे 9 - सईद-बिन-जुबैर से रिवायत हुई है कि उन्होंने काबा के अन्दर एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ा 10 - क़िरअत में तरतील (ठहर-ठहर कर) ( ठहर-ठहर कर पढ़ना ) अहले-इल्म के नज़दीक पसन्दीदा है।
Mashallah Main sawal address bhi nahi kiya Vo kehte ke Ala hazrat Har roaz 1000 rakat niffil pad te the acha 2 rakat namaz padne me ala hazrat 10 min lete hoge chalie man lete he 5 min lete hoge jaldi jaldi pad lete hoge matlab 10 rakat padne me 25 min fir 100 rakat me 250 minutes fir 1000 rakat 2500 minutes aur inhe koi bate ke 1 din me 1440 min hote he Ye kya mars pe jake namaz padte the Iska jawab do time Qayamat tak he.
@@MMustafa313 Jo Yah Baat haa Na Jawab Qayamat taak Tu Janab Time Qayamat Tak Shehtaan ko Mila haaa..ur abh ap Jaiso ko
ماشااللہ مفتی صاحب اللہ تعالی آپ کو سلامت رکھے اور بری نظر سے بچائے آمین
ماشاءاللہ بہت خوب اللّٰہ پاک آپ کو اور عزت عطا فرمائے
آمین ثم آمین 🤲❤️
ماشاءاللہ ماشاءاللہ ماشاءاللہ ♥️ مفتی صاحب
اللہ پاک آپکو برکتیں دے
Ulama e Ahl e Haq Zindabad!
Mufti Rashid Mehmood Razvi Sahb Zindabad 🙏
ماشاءاللہ جزاك الله مفتی صاحب
Masha Allah Mufti sb dil khush hogya Shukar Alhumdlillah ap ka bayan sun k
حفظكم الله ورعاكم حبيبي
ماشاءاللّٰه مفتی صاحب الله سلامت رکھے
ہمارے پشاور خیبر ایجنسی میں اب بھی لوگ رمضان المبارک میں ایک رات میں پورا قرآن پڑھتے ہیں ۔۔۔۔۔ ہمارے سامنے ۔۔۔۔
ماشآءاللہ
Mashalla
End level mufti sahab
ماشاءاللّٰه 🌹🌹🌹
💜💜💜💜
Jazak Allah…
Ustaz e muhtaram…
مفتی صاحب کی وڈیو دیکھ کر الگ ہی سکون ملتا ہے
ماشاءاللّٰه جزاك اللّٰه خيرًا
بہت خوب جناب مفتی صاحب اللّٰہ تعالیٰ آ پ کو سلامت رکھے اور دین ودنیا کی تمام بھلائیاں عطا فرمائے اور مسلک حق اہلسنت وجماعت کی خوب خدمت کرنے کی توفیق عطا فرمائے
Bohot badiya topic par video hai❤️❤️❤️
ماشاءاللہ مفتی صاحب
جزاک اللہ خیرا
سبحان اللہ ۔۔۔۔❤️❤️❤️
کیا بات ہے مفتی صاحب ❤️❤️❤️
اللہ تعالیٰ آپ کے علم و عمل میں رزق میں برکت، کشادگی ، عطا فرمائے ۔۔۔۔❤️❤️❤️
آپ کی ذات سے اللہ تعالیٰ دین و سنیت کا عظیم کام لے
Ma sha Allah 💓
Mufti Rashid Mahmood Razvi sb
Treasure of Arguments 💪
ماشاءاللہ بہت علمی اور منہ توڑ جواب۔ جزاک اللہ ھوالخیرا واحسن الجزاء
Masha’Allah Subhan’Allah Jazak’Allah Mufti Sahab
MaShaAllah Azawajal
Hum To Ay Ataar ( رَحْمَةُ الـلّٰـهِ عَـلَيْه )
Suni Alimo (رَحْمَةُ الـلّٰـهِ عَـلَيْه)
sy Pyar ha
Do jahan Me
InShaAllah Azawajal apna bera par hai.
وَاللہُ اَعْلَمُ عَزَّوَجَلَّ وَ رَسُوْلُہٗ اَعْلَم صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّم
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللہُ عَلٰی مُحَمَّد
Love you mufti sahab,
اللہ اکبر ماشاءاللہ
اللہ کریم ہمیں بھی آپ جیسا علم عطا فرمائے آمین
مفتی صاحب زندہ باد🕋🕋🕋🕋🕋
Ma sh Allah🕋❤🌺🌺🌺
Mufti sahab ap ilm ka samandar hen
Very well said Mufti sahab,,, Salam from USA
Bhai pura hadis padho trimizi 2946
अब्दुल्लाह-बिन-अम्र बयान करते हैं कि मैंने कहा : अल्लाह के रसूल! मैं कितने दिनों में क़ुरआन पढ़ डालूँ? आप ने फ़रमाया : महीने में एक बार ख़त्म करो। मैंने कहा मैं इस से बढ़ कर (यानी कम मुद्दत में) ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ, आप ने फ़रमाया : तो बीस दिन में ख़त्म करो; मैंने कहा : मैं इससे ज़्यादा की, यानी और भी कम मुद्दत में ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पन्द्रह दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : दस दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पाँच दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। तो आप ने मुझे पाँच दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन ख़त्म करने की इजाज़त नहीं दी। इमाम तिरमिज़ी कहते हैं : 1- ये हदीस इस सनद से हसन सही ग़रीब है। 2- ये हदीस ब-तरीक़ : (أبي بردة عن عبد الله بن عمرو) ग़रीब समझी गई है। 3- ये हदीस कई सनदों से अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है। अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने फ़रमाया : जिसने क़ुरआन तीन दिन से कम मुद्दत में पढ़ा उसने क़ुरआन को नहीं समझा (अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से (ये भी) रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने उन से फ़रमाया : क़ुरआन चालीस दिन में पढ़ डाला करो। 5- इसहाक़-बिन-इब्राहीम-बिन-राह्वीय कहते हैं : हम इस हदीस की बिना पर किसी आदमी के लिये ये पसन्द नहीं करते कि उस पर चालीस दिन से ज़्यादा गुज़र जाएँ और वो क़ुरआन पाक ख़त्म न कर चुका हो इस हदीस की बिना पर जो नबी अकरम (सल्ल०) से रिवायत हुई है। कुछ आलिम कहते हैं कि तीन दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन पढ़ कर न ख़त्म किया जाए 7 - और कुछ आलिमों ने इस की रुख़सत दी है। 8 - और उस्मान-बिन-अफ़्फ़ान से बारे में हदीस रिवायत हुई है कि वो वित्र की एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ डालते थे 9 - सईद-बिन-जुबैर से रिवायत हुई है कि उन्होंने काबा के अन्दर एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ा 10 - क़िरअत में तरतील (ठहर-ठहर कर) ( ठहर-ठहर कर पढ़ना ) अहले-इल्म के नज़दीक पसन्दीदा है।
Allah ap ko salamt rakhe
app ilmi dunya ke badshah hai
Ma Sha ALLAH Jazak ALLAH Mufti shb 💖💖💐
Bahot khub Mufti sahab ❤️
Mashaallah subhanallah
MASHA ALLAH ❤️ SUBHAN ALLAH ❤️ es tara capital LEEKHYA
السلام علیکم
آپکی زبان کی تاثیر سے کئ لوگ ھدایت کے راستے پر آ رہے ہیں ❤
Shalla hyati hovi mufti shb
اللہ تعالی آپکومزیدبرکتیں عطافرماۓمحترم مفتی صاحب
الله عزوجل آپکو ہمیشہ خوش رکھے🤲🤲 آمین ثم🤲🤲🤲 آمین ثم🤲 آمین ثم🤲 آمین🤲🤲
Aameen🤲🤲🕋🕋
اسلام و علیکم ہمیشہ نہیں تادیر بولتے ہیں
Aap phle pura hadish padhye timizi 2946
अब्दुल्लाह-बिन-अम्र बयान करते हैं कि मैंने कहा : अल्लाह के रसूल! मैं कितने दिनों में क़ुरआन पढ़ डालूँ? आप ने फ़रमाया : महीने में एक बार ख़त्म करो। मैंने कहा मैं इस से बढ़ कर (यानी कम मुद्दत में) ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ, आप ने फ़रमाया : तो बीस दिन में ख़त्म करो; मैंने कहा : मैं इससे ज़्यादा की, यानी और भी कम मुद्दत में ख़त्म करने की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पन्द्रह दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : दस दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। आप ने फ़रमाया : पाँच दिन में ख़त्म कर लिया करो। मैंने कहा : मैं इससे भी ज़्यादा की ताक़त रखता हूँ। तो आप ने मुझे पाँच दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन ख़त्म करने की इजाज़त नहीं दी। इमाम तिरमिज़ी कहते हैं : 1- ये हदीस इस सनद से हसन सही ग़रीब है। 2- ये हदीस ब-तरीक़ : (أبي بردة عن عبد الله بن عمرو) ग़रीब समझी गई है। 3- ये हदीस कई सनदों से अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है। अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने फ़रमाया : जिसने क़ुरआन तीन दिन से कम मुद्दत में पढ़ा उसने क़ुरआन को नहीं समझा (अब्दुल्लाह-बिन-अम्र से (ये भी) रिवायत हुई है कि नबी अकरम (सल्ल०) ने उन से फ़रमाया : क़ुरआन चालीस दिन में पढ़ डाला करो। 5- इसहाक़-बिन-इब्राहीम-बिन-राह्वीय कहते हैं : हम इस हदीस की बिना पर किसी आदमी के लिये ये पसन्द नहीं करते कि उस पर चालीस दिन से ज़्यादा गुज़र जाएँ और वो क़ुरआन पाक ख़त्म न कर चुका हो इस हदीस की बिना पर जो नबी अकरम (सल्ल०) से रिवायत हुई है। कुछ आलिम कहते हैं कि तीन दिन से कम मुद्दत में क़ुरआन पढ़ कर न ख़त्म किया जाए 7 - और कुछ आलिमों ने इस की रुख़सत दी है। 8 - और उस्मान-बिन-अफ़्फ़ान से बारे में हदीस रिवायत हुई है कि वो वित्र की एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ डालते थे 9 - सईद-बिन-जुबैर से रिवायत हुई है कि उन्होंने काबा के अन्दर एक रकअत में पूरा क़ुरआन पढ़ा 10 - क़िरअत में तरतील (ठहर-ठहर कर) ( ठहर-ठहर कर पढ़ना ) अहले-इल्म के नज़दीक पसन्दीदा है।
@@islamicworld6407smj ni a rahe
ماشاءاللہ ❣️💯❤️❤️🩹❤️🩹❤️🩹🌹🌹🥀🥀🥀 مفتی صاحب کے جیسے دلائل کے انبار ماشاءاللہ ❣️💯❤️❤️🩹🌹🌹🥀🥀🥀🥀🥀
Not a single damage, instead full body damages have been done! 👍
😂
🤣🤣
جزاک اللّٰہ خیرا کثیرا
مفتی مولانا محمد راشد طارق
Great explanation Mufti Sahab... JazakAllah
ماشإ اللہ۔۔۔۔ کیا بات ہے۔۔ دلیل سے بات کرنا تو کوٸی آپ سے سیکھے۔۔۔۔
زبردست۔۔۔
مرزا اب آٸیں باٸیں شاٸیں کرنا شروع کر دے گا۔
مفتی صاحب زندہ باد
Allah swt and Rasool Allah (saw) ki taleem ka sacha defender mufti Rashid Mahmoud razvi sahab. Masha'Allah!!! Allah hu Akbar💖 respect from India.🇮🇳🤲
swt and saw full form likha kare
Jazakallah
ماشاءاللہ ماشاءاللہ ماشاءاللہ ماشاءاللہ ماشاءاللہ
ماشاءاللہ ماشاءاللہ ماشاءاللہ بارک اللہ
قبلہ مجاہد اہلسنت اللّہ تعالیٰ مزید برکتیں عطا فرمائے آمین ثم آمین یارب العالمین
ماشاءاللہ مفتی صاحب
ماشاءاللہ
جزاک اللہ خیرا مفتی صاحب اللہ آپ کی مدد فرمائے آمین یا اللہ
بھت زبردست مفصل و مدلل رد مرزا
وہ بھی احادیث کی روشنی میں
I was waiting for this mashallah mufti sahab love you from India
Mufti rashid sahib Allah pak aap ko apni amaaan mai rakhe ameeeen l love u💞💞💞💞💞
Masha Allah ❤
th-cam.com/video/D0da8bIuVJk/w-d-xo.html
6 lakh isahi or 36 Hajar Muslmano Ke Jung
The Greatest Commander in History Hazrat Khalid Bin Walid R.A.
Allama Khadim Hussain Rizavi
बात हज़रत ऐसी है के पीलमबर जेलमी समझाने के लिए के ये खुद नहीं कर सकते तो इनकार कर ते है ऐसे ही इन लोगों को जब भी कोइ हदीसै बुबारक समझ में नही आती नहीं है तो इंजीनियर इनकार करते हैं बेचारे कर भी क्या सकते हैं रासता बेहत्तर फिरको के तरफ जो जाना है दिल गुमराह है अफसोस
Great
Wsh mufti ap Kamal Hein
مفتی راشد محمود رضوی صاحب حق حق حق اور حق ہے
میرا دل چاہتا تھا کہ کتابوں اور بابوں والےبیان پر مفتی راشد صاحت ویڈیو بناہیں
Mufti saab ALLAH PAK ap ko salamat rkhy ameen
*اج وی میرے بابا جان دی کیا بات۔۔🥰*
*کل وی میرے بابا جان دی کیا بات۔۔🥰*
*ہمیشہ ای میرے بابا جان دی کیا بات۔۔🥰*
Subhan Allah
مفتی صاحب زندہ آباد ۔اللہ سلامت رکھے آپکو ۔
مرزے جیسے فتنے کی بڑی بیٹھ گئے ھیں
کمال
True scholars
ماشاءاللہ💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖
Mufti Rashid Mahmood Rizwi hamare sar ka taaz hai. Allah ki Kasam hamare ahle sunnat o jamaat hi haque par hai.🇮🇳🇮🇳🇮🇳
جزاک اللہ خیرا قبلہ مفتی صاحب
❤️ Amazing as Always ❤️
ماشاء اللّٰہ تعالیٰ عزوجل
MASHALLAH. ALLAH AP KO SALAMAT RAKHY AMEEN.
جزاک اللہ خیراً کثیرا مفتی صاحب ♥️
اللٰہ کے فضل و کرم سے تراویح کی تیاری میں مَیں بھی ماہ شعبان میں کٸ بار عثإ کے بعد سے فجر سے قبل تک اچھی اداٸگی کے ساتھ پورا قرآن مجید پڑھ لیتا ہوں۔اور بہت سے حفاظ اس طرح یا دو دن میں مکمل کر لیتے ہیں۔
Apko challenge hai 1 rakat main Quran parh kr dikhayen? Thehar Thehar kr Qiraat k sath jo Quran ka haq hai? 10 laakh rupe inaam dunga
Time qayamat tak k liye?
@@naveedawan5740 bhai ap apne hafze pr qyass na kru ap aorun ki urtun pr nzr ju dalu ge hafza kahan se tez hu 😂😂😂
@@naveedawan5740 bra aya time dene wala ja ja tur ja
@@naveedawan5740 chal dafa ho
@@naveedawan5740
دس لاکھ روپے کا یہ انعام اجہل الجاہلین مرزا جہلمی دجال کو دے کر بول کسی بھی صحیح العقیدہ سنی عالم دین سے کسی بھی ایسے مسئلہ پر گفتگو کرلے جس پر اسکو اعتراض ہے۔۔۔ یاد رہے میں نے مفتی راشد محمود رضوی ، ڈاکٹر اشرف آصف جلالی ، مفتی منیب الرحمٰن ، علامہ کوکب نورانی اوکاڑوی ، مفتی ثمر عباس قادری ، علامہ مظفر شاہ صاحب جیسے اکابرین امت کی بات نہیں کی۔۔ ایک عام سنی عالم دین کی بات کی ہے ۔۔۔ وثوق سے کہتا ہوں کہ تیرے مرزے کو پاتال میں چھپنے کی جگہ بھی نہیں ملے گی احمد رضا کے کسی غلام سے سامنا ہوگیا تو۔۔۔ قیامت تک کا وقت ہے ۔۔ مرزے کو بول آ جائے ادھار چکانے۔۔ پیڑاں ہور تے چیخاں ہور
ماشاءاللہ بہت ہی خوب اسعدک اللہ بارک اللہ جزاک اللہ خیرا کثیرا 💞💐👌👍💪🕋
سبحان اللہ وبحمدہ سبحان اللہ العظیم ❤️
اللهم صل على محمد وعلى ال محمد كما صليت على ابراهيم وعلى ال ابراهيم انك حميد مجيد🌷❤️️🌷۔
اللهم بارك على محمد وعلى ال محمد كما باركت على ابراهيم وعلى ال ابراهيم انك حميد مجيد🌷❤️🌷۔
سبحان اللّٰه❤️
جزاك اللّٰه❤