62 SALANA URS 3 DAY HUJUR BABA SAIYYAD INSAN ALI SHAH LUTRA SHARIF

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  • เผยแพร่เมื่อ 13 ม.ค. 2025
  • आस्था की नगरी लूथरा शरीफ में 62 वे उर्स को लेकर नए रोजाना नित प्रयास इंतेजामिया कमेटी द्वारा किये जा रहे है। चाहे वह सूफ़ी संत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह के उर्स में आने वाले जायरीनो के माकूल इंतजामत की बात हो या फिर समाज के गरीब परिवारो के सहयोग की। यह सभी प्रयास दरगाह की प्रसिद्धता पर चार चांद लगा रहे है। इस दौरान शहर के प्रतिष्ठित नेता एवं जनप्रतिनिधि नेक में शामिल होने दरगाह पहुंचे थे।
    लूथरा शरीफ स्थित सूफ़ी संत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह उर्फ शहंशाहे छत्तीसगढ़ का मजार हिंदू -मुस्लिम कौमी एकता की मिशाल बना हुआ है। शुक्रवार को शहंशाहे छत्तीसगढ़ के मजार पर 62 वें उर्स के आयोजन के दौरान हिन्दू और मुस्लिम दोनों धर्मावलम्बियों की भारी तादाद उमड़ पड़ी। कई सालों से आस्था के केंद्र बने इस उर्स में श्रद्धालुओं के द्वारा सूफ़ी संत बाबा के मजार पर चादर चढ़ाया गया। उर्स के इस पाक दिन को विशेष बनाने इस बार इंतेजामिया कमेटी द्वारा दरगाह में इज्तेमाई शादी यानि सामुहिक विवाह को लेकर विशेष पहल की है। जिसके तहत उर्स के तीसरे दिन जोड़ों का पूरे रश्मो रिवाज़ के साथ निकाह कराया गया। इस वर्ष कोरोना की मार से आर्थिक तंगी से जूझ रहे मध्यमवर्गीय परिवार के लिए इंतेजामिया कमेटी ने इच्छुक मुश्लिम परिवारो के बच्चों का निकाह कराया। साथ ही उन्हें गृहस्थी बसाने हेतु जरूरत के सामान आशीर्वाद के रूप में भेंट कर मंगलमय जीवन की कामना की।

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