श्रीदुर्गासप्तशती नवरात्र में व नित्यपाठ करने की सरल पूर्ण विधि ! पाठ सिद्ध,शाप उद्धार केसे होता हैं
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- เผยแพร่เมื่อ 8 ต.ค. 2020
- श्री दुर्गा सप्तशती ( चंडीपाठ) को स्वयं करने के सभी नियम, अगर नवरात्र में सूतक या अशुद्धि लग जाएँ व संकल्प भी ले चुके हो तो क्या करना चाहिए , हिंदी और संस्कृत दोनों में केसे पाठ कर सकते हैं , पाठों को किस क्रम में करना हैं, कवच कीलक अर्गला और शाप का बंधन क्यों लगाया गया हैं, सभी कर सकें ऐसी शाप उद्धार व उत्कीलन की विधि , पाठ सिद्ध होना क्या होता हैं और केसे पता चलेगा की पाठ सिद्ध हो गया हैं , क्या गलती नहीं करनी हैं , पाठ करने में कोई दोष रह जाएँ या गलती हो , अशुद्ध उच्चारण हो तो क्या कुछ बुरा होता हैं ? ऐसे दोषों के लिए क्या करना चाहिए आदि आदि श्री दुर्गासप्तशती से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी |
कई भक्तों के प्रश्न लगातार आ रहें कि पाठ किस क्रम में करना है और तीन चरित्र क्या है उनके लिए उत्तर -
श्रीदुर्गासप्तशती में कुल 13 अध्याय हैं, जिसमें 700 श्लोकों में देवी-चरित्र का वर्णन है।
यह मुख्य रूप से तीन चरित्र में विभाजित हैं, प्रथम चरित्र (प्रथम अध्याय), मध्यम चरित्र (2-4 अध्याय) और उत्तम चरित्र (5-13 अध्याय)
पाठ का क्रम क्रमशः सभी अध्यायों को एक - एक करके एक साथ किसी एक दिन में (जैसे सप्तमी, अष्टमी, नवमी ) पढ़ना हो सकता हैं, नवरात्र में नित्य ही 13 अध्याय पढ़ना तो नौ दिन में नौ परायण अथवा एक दिन एक चरित्र को , अगले दिन दूसरे चरित्र को, तीसरे दिन तीसरा चरित्र पढ़ना हो सकता है इसे फिर दोहरा सकते हैं तो पूरे नवरात्र में दशमी तक आपके तीन परायण हो जाएंगे।
इतना पढ़ना भी सम्भव नहीं है तो आप पूरे नवरात्र में अपनी सुविधा अनुसार जब जितना पढ़ सके 13 अध्यायों को एक बार पढ़ लीजिए तो एक परायण हो जाएगा, बस ध्यान रखिये की किसी भी अध्याय को पूरा करने पर ही पाठ रोके और अध्याय के बीच में कुछ ना बोले।
प्रथम चरित्र की देवी महाकालीजी, मध्यम चरित्र की देवी महालक्ष्मीजी और उत्तम चरित्र की देवी महासरस्वतीजी मानी गई है। यहां दृष्टव्य है कि महाकालीजी की स्तुति मात्र एक अध्याय में, महालक्ष्मीजी की स्तुति तीन अध्यायों में और महासरस्वतीजी की स्तुति नौ अध्यायों में वर्णित है।
यह बात एक विचित्र सत्य को दर्शाती हैं की मनुष्य के लिए बल और धन की अपेक्षा ज्ञान की प्राप्ति अधिक कठिन हैं और इसके लिए ज्यादा साधना व परिश्रम करने की आवश्यकता हैं। ज्ञान जीवन के इन तीन आधारों में सबसे अधिक मजबूत व महत्वपूर्ण होना चाहिये।
कई देवी भक्तों के प्रश्न लगातार आ रहें कि पाठ किस क्रम में करना है और तीन चरित्र क्या है उनके लिए उत्तर -
श्रीदुर्गासप्तशती में कुल 13 अध्याय हैं, जिसमें 700 श्लोकों में देवी-चरित्र का वर्णन है।
यह मुख्य रूप से तीन चरित्र में विभाजित हैं, प्रथम चरित्र (प्रथम अध्याय), मध्यम चरित्र (2-4 अध्याय) और उत्तम चरित्र (5-13 अध्याय)
पाठ का क्रम क्रमशः सभी अध्यायों को एक - एक करके एक साथ किसी एक दिन में (जैसे सप्तमी, अष्टमी, नवमी ) पढ़ना हो सकता हैं, नवरात्र में नित्य ही 13 अध्याय पढ़ना तो नौ दिन में नौ परायण अथवा एक दिन एक चरित्र को , अगले दिन दूसरे चरित्र को, तीसरे दिन तीसरा चरित्र पढ़ना हो सकता है इसे फिर दोहरा सकते हैं तो पूरे नवरात्र में दशमी तक आपके तीन परायण हो जाएंगे।
इतना पढ़ना भी सम्भव नहीं है तो आप पूरे नवरात्र में अपनी सुविधा अनुसार जब जितना पढ़ सके 13 अध्यायों को एक बार पढ़ लीजिए तो एक परायण हो जाएगा, बस ध्यान रखिये की किसी भी अध्याय को पूरा करने पर ही पाठ रोके और अध्याय के बीच में कुछ ना बोले।
प्रथम चरित्र की देवी महाकालीजी, मध्यम चरित्र की देवी महालक्ष्मीजी और उत्तम चरित्र की देवी महासरस्वतीजी मानी गई है। यहां दृष्टव्य है कि महाकालीजी की स्तुति मात्र एक अध्याय में, महालक्ष्मीजी की स्तुति तीन अध्यायों में और महासरस्वतीजी की स्तुति नौ अध्यायों में वर्णित है।
यह बात एक विचित्र सत्य को दर्शाती हैं की मनुष्य के लिए बल और धन की अपेक्षा ज्ञान की प्राप्ति अधिक कठिन हैं और इसके लिए ज्यादा साधना व परिश्रम करने की आवश्यकता हैं। ज्ञान जीवन के इन तीन आधारों में सबसे अधिक मजबूत व महत्वपूर्ण होना चाहिये।
जय हो माता। आप ने बहुत ही अच्छे से समझाया है। 🙏
Po l
O
Ni
🙏🙏🙏
बहन मैने आपकी वाणी से दुर्गा सप्तशती पाठ के बारे में सुना मैं धन्य हो गई । इतनी प्यारे प्रसंग में मां से मिलन का पूर्ण सार बता दिया। उसके लिए आपको आत्मीय प्रणाम
स्नेह सहित आभार
Thank you so much Di ... Apne bohot ache se samjhaya😊
आपके द्वार दिया गया उपदेश अति उपयोगी है आपका हृदय से धन्यवाद, जय माँ दुर्गा
बहुत ज्ञानवर्धक 👌💐😊❤जय माता आदिशक्ति।
मै आपकी किस तरह से किस शब्द से धन्यवाद करूँ वो शब्द मेरे पास नहीं है आपको कोटी कोटी नमस्कार है प्रणाम है जय श्री राधे कृष्ण की जय हो एक बार आप अपनी पैर छूकर चरण स्पर्श करने के लिए मौका दिया जाए हम मंत्रमुग्ध हो गये कितना शब्द से धन्यवाद करूँ वो शब्द मेरे पास नहीं है
मै आपकी किस तरह से किस शद्बो से धन्यवाद करूँ वो शद्ब मेरे पास नही है आपको कोटि कोटि प्रणाम 🙏🏾🙏🏾ये बहुत बहुत अच्छा, समझा ने का सर्वश्रेष्ठ कदम है 👍 इससे लोगो को समझने मैं सहलियत मिले परामर्श देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏💕🙏 🌹🌹🚩🚩👏👏
पाठ के बारे में बहुत अच्छी जानकारी देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
🙏🙏🙏🙏🙏
मै आपका बहुत बहुत आभारी हूं आपने मेरे कई सारे प्रश्नों का उत्तर सीधा सरल और समझाकर दे दिया जय माता दी ❤
Very nicely described Didi. जय माता दी 🙏
Aapne bahut acha samjhaya.... Badi khushi hui
Bhut hi sundr trike se समझाया
प्रणाम
जय हो आप की अति सुंदर ढंग से समझाया सभी का कल्याण करें माताजी 🌹🙏
Beautifully explained.... thanks mam
Beautifully explains..koti koti pranam
बहुत सुन्दर धन्यवाद आपका जय माता दी 🌷🌷🌷🙏🙏
Bahut Sundar jaankaari...🙏🙏🙏
Wah bahot sunder bataya aapne...jai mata di🙏🙏🙏🙏
Jay ho mata ji ki 🙏🙏 bhut hi acha tarika h smjhane ka 🙏🙏
Bahut sahi jaankari di h aap ne 🙏🙏🙏 ❤❤ thank you
बहुत ही सुंदर 🙏🌿 जय माता दी बहन 🙏👍🎉❤
बहुत बहुत धन्यवाद आपको, सरलता से समजाने के लिए 🙏🙏
बहुत बढिया बात बताई आपने की श्रद्धा से करे
Bahut sundar atisundar aapne bataya hai jai mata ki
Aapne bahut achhi bat batayi hain mata ji aapko shakti pradan karen jai mata ki
श्री चरणों में प्रणाम 🙏🙏
Uttam jankari jai mata rani 🙏🙏
दीदी आपने बहुत ही अच्छी तरह से समझाया, धन्यवाद
बहुत सुंदर जानकारी जय माता दी
बहुत सुंदर तरीके से समझाया है आपको साधुवाद प्रणाम जै माँ
aapne bahut achhe se samajhana uske liye aapko dhanyawad.prnaam 🙏
आपने बहुत अच्छा से समझाया मैडम जी बहुत अच्छा लगा जय माता दी
Jai Shri Durga Bhawani..Jai Mata Di
बहुत सुन्दर सरल भाषा में आप ने बताया बहुत बहुत धन्यवाद जय माता दी
Jai mata ji.
Apne sbhi ki duvidha ka nivaran kar diya apka bhut bahut dhanywad.
Jai ma durga ji ki.
बहुत बहुत धन्यवाद आप पर माताजी की कृपा बनी रहे
बहुत अच्छे तरीके से बताया गया very very nice to have
अति सुन्दर आपने बताया।धन्यवाद माँ की कृपा बनी रहे।डा0पूर्ण चन्द उपाध्याय
Jai Maa Durga ❤️🙏
Jai Suprnaa Maa ❤️🙏
Thank you 😊❤️❤️
Thanks
Jai Mata Di!! Bahut Acchi tarah se aapne bataya Di..Mata Ji Ki Kripa Aap Per Hamesha Bani Rahein!!
Bahut badhiya jankari di hai aapne.. thank you so much 🙏🌹👌👍😍👏
🙏🙏🌺Jai Mata Di
Thank you very much 🌺 🙏🙏
Bohot hi acche se samjhaya aapne.
Bahot acche se samjhaya apne!! 🙏🌺
अति सुंदर , जय माता जी 🙏
Bahut hi ache se samjaya apne 🙏
Thankyou so much. Mai bohot confused thi . 🙏🙏 Apki video se bht zada help hui or bohot zada clarification mili ❤️ jai mata di
बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुई , आपको कोटी कोटी प्रणाम 🌺🌺👏👏
Excellent narration.
आपको बहुत बहुत आभार इतनी अच्छी जानकारी दी प्रणाम
जय माता जी की 💐🌷🙏
जय माता जी की दीदी 🙏 आप ने बहुत ही अच्छे तरीक़े से बताया आप का बहुत बहुत धन्यवाद🙏
बहुत ही ज्ञान वर्धक वीडियो बनाया है आपने धन्यवाद 🙏🏻
Beautiful explain 😇
Very informative. BE BLESSED BY DIVINE MOTHER🙏🌺🌺🌺
जय माता दी
Jai mata di...thank you so much
Bahut hi acche se samjhaya aapane Jai Mata 🙏🙏
बहुत सुंदर तरीके से समझाया आपका बहुत बहुत आभार और धन्यवाद दीदी 🙏🌹🙏
Aap ney bhaut achi vidhi batayi h
Bahut achhi tarah aapne bataya aur sath hi bhakti ki mahatta ko bhi bataya. Is baat ko leke bahut chinta rehti thi.
I am looking for such videos for quite a long time, thanks a lot for your details explanations.
प्रणाम दीदीबहुत ही सुंदर और सरल सटीक तरीके से आपने दुर्गा सप्तशती के विषय में समझाया बहुत ही अच्छा लगा जोशंका थी उसका समाधान हुआ
Jay Guru Dev ki 🙏🙏
बहुत अच्छी तरह से समझाया है आपने धन्यवाद
बहुत ही सरलता से इस जटिल विधि को समझाने के लिए आपका कोटि कोटि धन्यवाद... प्रणाम।
बहुत सुंदर 🙏🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏.....
Thankyou Didi for your guidance. Very well explained
Aap ne bahut aacha samghaya hai
धन्यवाद आपका जय माता दी आपने मुझे सही मार्गदर्शन कर कर मुझे खुशी प्रदान की है
Apne meri bot sari shankayan dur kr di, jisko me yha pr khoj rhi thi, dhanyabad didi 🙏🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
Bahut sundar didi
आप को कोटि कोटि प्रणाम ❤
कर्पूगौरं करुणावतरां, संसार सारं भुजगेन्द्र हारं ।
सदा वसन्तं हृदयारविन्दे, भवं भवानी सहितं नमामि।।
माया कुण्डलनी क्रिया मधुमती, काली कलामालीनी।
मातंगी विजया जया भगवती, देवी शिवा शाम्भवी ||
शक्ति शंकर बल्लभां त्रिनयनां वाग्वाहिनी माँ भैरवी ।
हीं काली, त्रिपुरा, पुरा, भगवती, माता कुमारीश्वरी ।।
🙏🌹ॐ जगदम्बिके दुर्गायै नमः 🌹🙏
आप को नमन एवं कोटि कोटि धन्यावाद
आप नें बहोत अच्छे से और बहोत सरलता से माता के पाठ को बतलाया हैं
आप के द्वारा बताये गए पाठ विद्या से सभों को माता जी की पूजा भगति करने मे सही मार्ग दर्शन मिला हैं
आप को कोटि कोटि पुनः धन्यवाद
नमन
🙏🙏🙏🙏🙏
Gurumata apke charnome koti koti pranam.
Thks a lot dede apne mere bauhat bada confusion dur kiya h
Dhanywad mam aapne bht badhiya se samjhaya
pran.mataji aap kaa gyaan kafi adbhut. labh de rha hai
आपका बहुत बहुत धन्यवाद बहेनजी देवीजी🙏
Bht bht dhanyawad aap ka didi 🙏
जय माता रानी की। माता जी, आपने बहुत सुंदर तरीके से विधि को समझाया।मेरी दुविधा समाप्त हो गई ।पर माताजी, मैं ने सुना है जब तक कुंजिका स्तोत्र नहीं करते पाठ अधूरएं माने जाते हैं । जय माता दी।❤❤❤
दीदी, आपने बड़ी सरलता और सहजता से दुर्गासप्तशती पाठ का परायण कैसे करना चाहिए बताया है। माता की आपपर विशेष कृपा हो!
Esi Mata ka gyan parmatma oon ko hee deta hai jo pichlai janam mai bhut bhut punyai kar kai aai ho
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Aap ne meri duvidha har li.jai Mata di. Mujhe bachpan se yahi lagta tha ki main Mata ki puja k liye guru banu par mujhe dar tha ki sabhi mujhe pagal kahenge
Kyon ki main jab bhi durga saptshati padi aap ki kahi baat hi mahsoos ki.jai Mata di.
आपने अति सुंदर तरीके से समझाया धन्यवाद।
Bahut bahut sunder jankari aapse prapt hui bahut bahut dhanyawad 🙏🙏🙏
Jai guru dev 🙏🙏🙏
Didi apka khub khub dhanywad
दीदी आपने बहुत अच्छी तरह समझाया
धन्यवाद🙏🙏
दीदी नमस्ते कोई ऐसा अध्याय जो हम रोज पढ़ सके माता का🙏🙏
Aapne ye correct bola hai har navrathri pe paath karti hoon . Har baar mujhe sakti milti hai har baar kuch naya sikhti hoon.
Kitne din
Jai Mata di.apne bahut acche s smjha kar btaya
कोटि कोटि नमन आपको
🙏 Mata Di . 🚩🚩🚩🚩🚩 Thanks 💐
Bhut aacha . 🙏🌅
Aap bahut achha kariya kar rahi hai didi ji mujhe koi guru nahi mil raha tha aap mil gai dhaniyabad
Didi TNX bahut accha kitini sarltase our acche tarhse , taki aam adami sahjtase pyarse maa ki kripa pa sakte hai app sabhi bhram shanka ko mita diya
Jai mata ki aapne bahut achchhe se durgasappdi ka path karna batay dhanyavaad
Jai maa jagdamba
Bahut ache se samjhaya
Bilkul daraya nhi
Thank u soooo much didi. Very good advise.
Bahut achaa jai mata di