प्राइवेटाइजेशन का लोग बहुत समर्थन करते हैं लेकिन जरा इन भाई लोगों को पुछो जिन्होंने दो दो साल काम करा और आज इनको इस पर उस पर ढोल कर इनका पैसा डूबोने की कोशिश हो रही है भदोरिया जी के लिए जितना कहा जाए उतना कम है❤❤
ये युवाओं के भविष्य का सवाल है मेरे युवा साथियों अगर सब सरकारी संस्था कंपनियों को दे देंगे तो सब का ये हाल होगा बीजेपी के शासन में बीजेपी को उखाड़ फेंकने का मन बना लो
आऊट सोर्स में कभी भी नहीं जाना चाहिए वैसे तो apn टोंगरी फावड़ा वाला काम करो और 7दिन में पैसे लो सबसे ज्यादा फायदा वाला काम no to दबाव or कुछ परेशानी बस खुश रहा बिजली विभाग का काम ही ऐसा है 😢
भदौरिया जी हम APJ अब्दुल कलाम कॉलेज झाबुआ में आउटसोर्स कर्मचारी हैं हमारे भी ये हाल कर रखे है हमारी असली वेतन 20000 है ओर उसमें से हमे 10000 दे रहे है 2 -2 ,3-3 महीने तक sellry नहीं देते और काम करवाते हैं ज्यादा कुछ बोलने की कोशिश करते हैं तो भगाने की बात करते है
सर पैसा मिला या नही मिले कुछ नियम है अगर उनका भुगतान नही होता है तब भी कंपनी को वेतन देना ही है ओर सरकार को भी इन नियमों का पालन करवाना चाहिए और देखा जाए तो ये प्रथा ही खत्म कर देना चाहिए यह हाल सिर्फ और सिर्फ मध्य प्रदेश में ही है सब से घटिया हालत कर रखी है नेताओं ने
वास्तव में अगर देखा जाए तो प्राइवेटाइजेशन एक वायरस है एक दिन सब कुछ बर्बाद हो जाएगा अब वह जमाना नहीं है जहां पर मक्कारी होती है आज डिजिटल जमाना है जो सरकार से 80ओर 90 हजार जैसी मोटी तनख्वाह लेते फिर भी हम 9 हजार उससे भी ज्यादा काम कर कर के देते आज के जमाने के हिसाब से देखा जाए यह वेतन अब बहुत ही कम है इस ओर जिम्मेदारों को ध्यान देना होगा
सरकार भले ही आउटसोर्स को रेगुलर न करें पर कम से कम समान कार्य का समान वेतन मिलना चाहिए और जॉब का कार्यकाल 60 साल होना चाहिए
प्राइवेटाइजेशन का लोग बहुत समर्थन करते हैं लेकिन जरा इन भाई लोगों को पुछो जिन्होंने दो दो साल काम करा और आज इनको इस पर उस पर ढोल कर इनका पैसा डूबोने की कोशिश हो रही है भदोरिया जी के लिए जितना कहा जाए उतना कम है❤❤
ये युवाओं के भविष्य का सवाल है मेरे युवा साथियों अगर सब सरकारी संस्था कंपनियों को दे देंगे तो सब का ये हाल होगा बीजेपी के शासन में बीजेपी को उखाड़ फेंकने का मन बना लो
जोहार जिंदाबाद
आउटसोर्स कर्मचारी भी नहीं समझते हैं BJP को वोट देने तैयार होजाते हैं
सारी गलती विभाग और सरकार की है भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से ये नौबत आती हैं
जनता से ज्यादा सरकार गरीब हो गई
Tq sar
आऊट सोर्स में कभी भी नहीं जाना चाहिए वैसे तो apn टोंगरी फावड़ा वाला काम करो और 7दिन में पैसे लो सबसे ज्यादा फायदा वाला काम no to दबाव or कुछ परेशानी बस खुश रहा बिजली विभाग का काम ही ऐसा है 😢
भदौरिया जी हम APJ अब्दुल कलाम कॉलेज झाबुआ में आउटसोर्स कर्मचारी हैं हमारे भी ये हाल कर रखे है हमारी असली वेतन 20000 है ओर उसमें से हमे 10000 दे रहे है 2 -2 ,3-3 महीने तक sellry नहीं देते और काम करवाते हैं ज्यादा कुछ बोलने की कोशिश करते हैं तो भगाने की बात करते है
😂❤❤
Thanks sir ji
❤❤❤🙏🙏🙏
कोय सा भी विभाग आउटसोर्स में नहीं जाना चाहिए क्यों कि इससे जड़ा बेरोजगारी बढ़ेंगी
और बीजेपी की वावा वावा करो और बीजेपी का वोट दो
सर् जी भोपाल सांची दुग्ध संघ में सुरक्षा कर्मी के पास जाना कि तना शोषण कर रहे है
सर पैसा मिला या नही मिले कुछ नियम है अगर उनका भुगतान नही होता है तब भी कंपनी को वेतन देना ही है ओर सरकार को भी इन नियमों का पालन करवाना चाहिए और देखा जाए तो ये प्रथा ही खत्म कर देना चाहिए
यह हाल सिर्फ और सिर्फ मध्य प्रदेश में ही है सब से घटिया हालत कर रखी है नेताओं ने
सर पूरा देश कागजों पर चल रहा है
Sir sarveyar ka bhi vatan nhi mila sir
बिजली विभाग में यही है हाल सर जी
वास्तव में अगर देखा जाए तो प्राइवेटाइजेशन एक वायरस है एक दिन सब कुछ बर्बाद हो जाएगा अब वह जमाना नहीं है जहां पर मक्कारी होती है आज डिजिटल जमाना है जो सरकार से 80ओर 90 हजार जैसी मोटी तनख्वाह लेते फिर भी हम 9 हजार उससे भी ज्यादा काम कर कर के देते आज के जमाने के हिसाब से देखा जाए यह वेतन अब बहुत ही कम है इस ओर जिम्मेदारों को ध्यान देना होगा
सभी विभाग me यही hall hai
सभी अधिकारियों के घर में छपे मारो करोड़ लाख रुपया निकलेंगे
Outesose karmacari mp may vatanan ki parasani hay
शासन को तो कर नेता लोग चलते हैं
Or BJP ko vote do 😂😂
आल विभाग मे यही हाल है
सही तो कहा आप तो ठेकेदार के आदमी हो परिषद् क्या करेगी भाई
अगर सेठ से बात चित नही होगी तो आप किसको पकड़ेगे परिषद का काम किया तो परिषद को पकड़ेगे और कम्पनी का पैमेंट पालिका कर देती तो ऐसा थोड़ी होता
Galat ho Raha hai
Bahut galat ho raha