मुक्तेश्वरानंद जैसोंसे यह स्पष्ट हो रहा है कि काँग्रेसी विषवल्ली हिंदूओंमें कितने गहरे स्तरपर जा चुकी है और हमारा समाज अब भी निद्रिस्त है यही हमारी हजारों सालोंकि परंपरा ऐसेही चलती रहेगी.
श्री अनुपम जी आप बिल्कुल सही बोल रहे हैं यह शंकराचार्य के लायक नही है हमेशा मिडिया के साथ चिपके रहते हैं शंकराचार्य को राजनीति से दूर रहना चाहिए कभी उधव ठाकरे के कभी राहुल गाँधी के पक्ष में झूठ बोलते है ।
जय भोलेनाथ जय पशुपतिनाथ महादेव दी देव जय भोलेनाथ जय भुतनाथ जय सार्व रसों को हरने वाले नाथ देवा दी देव महादेव निराकार देवा दी देव, आप की कृपा होवे, धर्म एवं दंड की स्थापना हो।
आपको कोटि कोटि प्रणाम करता हूँ सर कोंग्रेस के प्रवक्ता हैं हमारे तथाकथित शंकराचार्य बाकी हम अपने शंकराचारयो के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम करता हूँ
यह उमाशंकर सड़कछाप मवाली है और वाराणसी से भागकर स्वरूपानंद सरस्वती के यहाँ चमचा बन गया। स्वरूपानंद स्वयं कांग्रेसी थे यद्यपि वे मर्यादित रहे लेकिन यह तो पक्का गुंडा है।यद्यपि उस पीठ का सम्मान है,समादर है जिसको यह हथियाना चाहता है किंतु यह सफल नहीं होगा। वंदे मातरम🇮🇳🚩🙏 हर हर महादेव🌿🌻🌹☘️🚩🙏
Salute to both of you very true analysis about shankaracharya integrity since very long he gives statement against sanatana & showing himself as politician interventions
हमारे राष्र्टिय सुरक्षा सलाहकार दोवालजीने पद अधिग्रहण करतेही कहा था कि जो समाज अपना इतिहास भुल जाता है, वो कालगतीमें लुप्त किये जाते है और हमें आजभी इससे कुछ लेनादेना नही है.
मुलायम सिंह यादव जी को राष्ट्रीय स्तर का दूसरा बड़ा सम्मान देना, नीतिन मिश्र जी मंदिर निर्माण कार्य सौंप देना, हम जैसे लोगों के लिए कष्टदायक था, मोदी जी से नम्र निवदेन है कि अटल जी, आडवानी जी के पथ को पूर्णतः अपनाने का कष्ट न किया जाए.आपने जो इस राष्ट्र एवं गरीबों के लिए किया है,वे सभी अतुलनीय, अद्भुत एवं देवतुल्य हैं.न भूतोः न भविप्यतः. जय श्रीराम.
जो शंकराचार्य अमर्यादित होकर सनातन धर्म विरोधी बयानबाजी करते है और सनातन धर्म संस्कृति को समाप्त करने वाले का साथ दे रहे है वो शंकराचार्य नहीं शुक्राचार्य कहे जा सकते है?
मौलाना अविमुक्तेश्वरानंद साहब तो इस्लाम मत के प्रचारक है। कृपया आप उनको हिन्दू आचार्य नही कहें। इन मौलवी साहब ने कब सनातन वैदिक धर्म का प्रचार किया है। यह तो अमन ओर शांति का पैगाम देते रहते है।
@@DashrathDhaker-so7bl श्रीमान आप एक सनातन वैदिक धर्म विरोधी को डिफेंड कर रहे हैं जो अपने एक वीडियो में यह कह रहा हो कि पशुबलि का विधान वैदिक शास्त्रों में है। जहाँ सनातन परंपरा में यह धारणा है कि वेद ईश्वर कृत है, तो ईश्वर कैसे जीव हत्या का ज्ञान अपनी प्रजा को दे सकता है।
ऐसे व्यक्तित्व को मैं इस योग्य नहीं समझता कि वह शंकराचार्य के गरिमामय पद पर एक क्षण को भी आसीन रह सके,सोशल मीडिया पर अब इन तथाकथित शंकराचार्य के विरोध में आवाज उठनी चाहिए,जै श्री राधव राजा राम।
jiska kaam usi ko saaje 100percent right.anupam ji is right. anupamji matlab ...sidhi saral man ki baat.two legends talking is always be a fortune. thanks
किसी पद की मर्यादा और गरिमा उस पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा वह पद कैसे हासिल किया यदि योग्यता एव मेहनत से मिला तो व्यक्ति उस पद के महत्व को समझता है। ये पद इनके गुरु जी ने सभी पद योग्य बातो को त्याग अपने शिष्य को गद्दी सौप दी। शायद इसलिये इन्हे ये पता नहीं है कि ये किस पद पर बैठे है। शायद इसलिये ही इनका केस भी कोर्ट में लंबित है। व्यक्ति राजनेतिक विचार धारा तब तक होनी चाहिये जब तक वह ऐसे पद पर हो जब किसी धर्मा चार्य के पद पर हो तो विचार धारा समाप्त हो जानी चाहिये। या पद छोङ राजनिति करनी चाहिए । ये इस पद के योग्य नहीं है। अतः संत समाज इनके बारे में निर्णय ले
क्या स्तर धीरे धीरे गिरता गया, तो लोगों को मिलेंगे भावी सुअराचार्य, अभी तो न शंकर के आचार्य,न ही सनातन के आचार्य? दोनों विद्वानों को सैल्यूट, जय श्रीराम
अनुपम जी आपका विश्लेषण बेमिसाल रहा है । क़ायल हूँ आपका
ओंकारजी, दानवोंके गुरू थे शुक्राचार्य!
भाऊं तोरसेकरजी ने संही नाम दिया शंकराचार्य को!
मात्र दिग्विजय सिंह और दोनो साथ साथ है,क्योंकि इन दोनो ने इनके गुरु से शिक्षा ली थी,
Jai Shree ram sir
मुक्तेश्वरानंद जैसोंसे यह स्पष्ट हो रहा है कि काँग्रेसी विषवल्ली हिंदूओंमें कितने गहरे स्तरपर जा चुकी है और हमारा समाज अब भी निद्रिस्त है यही हमारी हजारों सालोंकि परंपरा ऐसेही चलती रहेगी.
सही, सटीक, तार्किक तथ्यतमक विमर्शविश्लेशड,, अभिनंदन❤🎉❤❤😅❤❤❤❤
श्री अनुपम जी आप बिल्कुल सही बोल रहे हैं यह शंकराचार्य के लायक नही है हमेशा मिडिया के साथ चिपके रहते हैं शंकराचार्य को राजनीति से दूर रहना चाहिए कभी उधव ठाकरे के कभी राहुल गाँधी के पक्ष में झूठ बोलते है ।
अवि भुक्ते असुरा नंद है इस
महो भय का नाम
Bhogvilasi ahankari Ramdarbaar me jawab de de.
आपकी खरी खरी बाते समझ आती है ।।
मिश्रा जी ।।।
Omkar ji aurAnupam mishra ji ko sat sat Naman
बहुत सुंदर अनुपम मिश्रा जी
मैं पुरी तरह से सहमत हुं अनुपम जिकी बातों से.
Anupam ji omkar ji aap dono ko sat sat naman aap ko 🙏🌹🙏
ये शंकराचार्य नहीं बल्कि शुक्राचार्य हैं॥
Hindu must ignore this type of Shankaracharya 🔥
Ye hindu dharm ka kaam chod baki sab karta hai. 20 saal baad hindu sankhya kum hogi Inka dulaara jab karnaame karega to hakalpatti pahle inki hogi.
101% agree with Anupam sir ❤
जय भोलेनाथ
जय पशुपतिनाथ
महादेव दी देव
जय भोलेनाथ
जय भुतनाथ
जय सार्व रसों को हरने वाले नाथ
देवा दी देव महादेव
निराकार देवा दी देव, आप की कृपा होवे, धर्म एवं दंड की स्थापना हो।
Member of Tukade Tukade Gang
Sachha Shankaracharya ji ko koti koti naman
आपको कोटि कोटि प्रणाम करता हूँ सर कोंग्रेस के प्रवक्ता हैं हमारे तथाकथित शंकराचार्य बाकी हम अपने शंकराचारयो के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम करता हूँ
विद्या विवादाय धनम् मदाय शक्तिं परेशाम् पर पीड़नाय। खलस्य साधू विपरीत यतद् ज्ञानाय दानाय च रक्षणाय।
बहुत सारे हिंदू संत हैं, मेरा सवाल है कि जब हिंदुओं या देवताओं को डांटा या अपमानित किया जाता है तो हम हिंदुओं के लिए कौन खड़ा होना चाहिए?
ये शंकराचार्य है ही नहीं
यह उमाशंकर सड़कछाप मवाली है और वाराणसी से भागकर स्वरूपानंद सरस्वती के यहाँ चमचा बन गया। स्वरूपानंद स्वयं कांग्रेसी थे यद्यपि वे मर्यादित रहे लेकिन यह तो पक्का गुंडा है।यद्यपि उस पीठ का सम्मान है,समादर है जिसको यह हथियाना चाहता है किंतु यह सफल नहीं होगा।
वंदे मातरम🇮🇳🚩🙏
हर हर महादेव🌿🌻🌹☘️🚩🙏
जय श्री राम 🚩👏
मुझे नही लगता की संकरा चार्य अब हिंदू धर्म के लिय कुछ हित का काम कर रहें हो वश एक को छोड़ कर बाकी सफेद हाथी है
Hindu jansankhya kum hogi to sabse pahle hakalpatti inki hogi. Tab chandiwali kursi nazar nahi aayegi.
शंकराचार्य अमर्यादित नही होते
जो अमर्यादित है वो शंकराचार्य नही
और कोर्ट ने भी यही कहा है कि ये शंकराचार्य की किसी योग्यता मे खरा नही उतरता है😡😡😡
Best
Sahi baat hai 🙏
बेशरम वृत्तीके शंकराचार्य दिखाई देते है
अविमुक्तेश्वरानंद अपने गुरु स्वरूपानंद सरस्वती जी से दश कदम आगे हैऔ ।
दो कौड़ी भी नही है औक़ात इस दुर्भागे का
2014 और 2019मे घर घर जाकर कोंग्रेस के पछ मे वोट मांगा था
Good Analysis
Thank you sir for calling Anupam sir
गलत आदमी को शंकराचार्य का पद दिया गया है 🙏
Omkar ji aur Anupam ji aap Sahi vishleshan kar rahe hain
ये कंग्रेसी शंकर्चाय है
ये शंकराचार्य पद के लायक नहीं है। इनको तो चुनाव लड़ा जाना चाहिए।
Correct 💯
Sahi visleshan. 🙏
हमारा दुर्भाग्य है । यह शंकराचार्य का गरिमा नहीं रखता है ।
Onkakar ji aur Anupam ji ko Ram Ram.
Nice information
मै शंकराचार्य जी के बारे में इतना ही कहना चाहूंगा कि वे अपने पद की गरिमा कोबनाए रखें,अथवा अपनी पद को छोड़ दे।
शास्त्रार्थ करवाना चाहिए इनका धर्माचार्यों के साथ...
Ghnta shastra pata hga is lafangacharya
दिग्विजय सिंह के समय मे उनके मंत्रीमंडल मे एक मंत्री स्वरूपानन्द सरस्वती के कोटे से बनता था
Good.
मंदिर बनवाने में जिसका सबसे ज्यादा योगदान था , यदि उसके हाथों पूजन हुआ तो क्या गलत है । यदि सभी शंकराचार्य आते तो भी उनके अंहकार आपस में टकराते ।
Salute to both of you very true analysis about shankaracharya integrity since very long he gives statement against sanatana & showing himself as politician interventions
मर्यादा का ख्याल नहीं रखते मुक्तेश्वरानंद और मुक्त रहते हैं
अनुपम मिश्र जी के वक्तव्य एवं उनकी भावना से सत प्रतिशत सहमत l 🙏
राम राम जी 🙏🙏🙏
यह न कोइ साधु है न शंकराचार्य है यह लोग साधारण आदमी भी नहि है
मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करे सरकार |
ram ram ji 🙏
Good Analysis
अविमुक्तेश्वरानंद को कांग्रेसाचार्य कहे। इन्हे शंकराचार्य कहना उस पद का अपमान है।
हमारे राष्र्टिय सुरक्षा सलाहकार दोवालजीने पद अधिग्रहण करतेही कहा था कि जो समाज अपना इतिहास भुल जाता है, वो कालगतीमें लुप्त किये जाते है और हमें आजभी इससे कुछ लेनादेना नही है.
मुलायम सिंह यादव जी को राष्ट्रीय स्तर का दूसरा बड़ा सम्मान देना, नीतिन मिश्र जी मंदिर निर्माण कार्य सौंप देना, हम जैसे लोगों के लिए कष्टदायक था, मोदी जी से नम्र निवदेन है कि अटल जी, आडवानी जी के पथ को पूर्णतः अपनाने का कष्ट न किया जाए.आपने जो इस राष्ट्र एवं गरीबों के लिए किया है,वे सभी अतुलनीय, अद्भुत एवं देवतुल्य हैं.न भूतोः न भविप्यतः. जय श्रीराम.
Anupam Mishra is too good. His analysis is perfect
यह असली शंकराचार्य है ही नहीं यह नकली शंकराचार्य शंकराचार्य नहीं होता वह बात करता है कांग्रेस के एजेंट ही ही
Such bat hai
जो शंकराचार्य अमर्यादित होकर सनातन धर्म विरोधी बयानबाजी करते है और सनातन धर्म संस्कृति को समाप्त करने वाले का साथ दे रहे है वो शंकराचार्य नहीं शुक्राचार्य कहे जा सकते है?
मौलाना अविमुक्तेश्वरानंद साहब तो इस्लाम मत के प्रचारक है। कृपया आप उनको हिन्दू आचार्य नही कहें। इन मौलवी साहब ने कब सनातन वैदिक धर्म का प्रचार किया है। यह तो अमन ओर शांति का पैगाम देते रहते है।
@@albama54321 आपने कभी स्वामी और मुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी को सुना ही नहीं एक बार सुनिए उसके बाद में कमेंटकीजिएगा
@@DashrathDhaker-so7bl श्रीमान आप एक सनातन वैदिक धर्म विरोधी को डिफेंड कर रहे हैं जो अपने एक वीडियो में यह कह रहा हो कि पशुबलि का विधान वैदिक शास्त्रों में है। जहाँ सनातन परंपरा में यह धारणा है कि वेद ईश्वर कृत है, तो ईश्वर कैसे जीव हत्या का ज्ञान अपनी प्रजा को दे सकता है।
But Anupam Mishra sir deserve all respect aaj ke daur mei we require honest PATRAKARITA nd he is doing ALL ❤🫡🙏🏻👏
I AM FULLY AGREE WITH SIR ANUPAM MISHRAJI
यह भी इको सिस्टम का ही हिस्सा है
सोलह आने कांग्रेसी प्रवक्ता; शंकराचार्य नहीं, संकर बन चुके ये सज्जन।
कालनेमी हिन्दू है OCnetwork
इस व्यक्ति का आचरण संकराचार्य जैसा कतई नहीं इस आदमी ने शंकराचार्य की पीठ को कलंकित किया।
No custodian of Sanatana Dharma. Thanks to God
अजी शंकराचार्य जी इन चोरों की पोल एक साथ नहीं धीरे धीरे खोलिये, बुरी तरह से तड़प उठे हैं
अनुपम जी के विचार बहुत ही सटीक है
ऐसे व्यक्तित्व को मैं इस योग्य नहीं समझता कि वह शंकराचार्य के गरिमामय पद पर एक क्षण को भी आसीन रह सके,सोशल मीडिया पर अब इन तथाकथित शंकराचार्य के विरोध में आवाज उठनी चाहिए,जै श्री राधव राजा राम।
साधु के भेष में........
रावण ने भी साधु का ही वेश धारण किया था ❤❤
मैं आप से सहमत हु नरेंद्रमोदी बहुत गलत किया राम मंदिर धर्माचार्य हाथ से होना चाहिए।
jiska kaam usi ko saaje 100percent right.anupam ji is right.
anupamji matlab ...sidhi saral man ki baat.two legends talking is always be a fortune. thanks
यह शंकराचार्य नहीं ढोंगी हैं यह
हम इसे शंकराचार्य नहीं मानते
पवित्र सिंहासन पर बैठ कर कोई
शंकराचार्य नहीं बन सकता
मंदिर स्वतंत्र करने से ये लोग आपस में लड़ जायेंगे
ये शंकराचार्य नहीं कांग्रेस का शंकटाचार्य है ।
ये तो नर्कमें जाएगा ही साथ में जिन्होंने उसे इस पद पर बिठाया है और जो लोग साथ दे रहे है उन सबको ले के जाएगा.
शंकराचार्य ही नहीं लोग झूठे शंकराचार्य शंकराचार्य करते हैं उसको
उनको पहले ही कुलक्षण दिख गये होंगे इसलिए उन्होंने इन्हें वारिस घोषित नहीं किया
Bhau Torsekat said he is Sukracharya and not a shankaracharya. And I agree with Bhau sir 💯
इन्हें राजनीति करनी है चुनाव लड़े जनता की सेवा करे dharmcharry बन कर मलाई खा रहे हैं
तो अविमुक्तेश्वरानंद शंकराचार्य स्वामी मुल्लेश्वरानंद शंकराचार्य बनगये
कांग्रेस का पीएम केन्डीडेट है
किसी पद की मर्यादा और गरिमा उस पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा वह पद कैसे हासिल किया यदि योग्यता एव मेहनत से मिला तो व्यक्ति उस पद के महत्व को समझता है। ये पद इनके गुरु जी ने सभी पद योग्य बातो को त्याग अपने शिष्य को गद्दी सौप दी। शायद इसलिये इन्हे ये पता नहीं है कि ये किस पद पर बैठे है। शायद इसलिये ही इनका केस भी कोर्ट में लंबित है। व्यक्ति राजनेतिक विचार धारा तब तक होनी चाहिये जब तक वह ऐसे पद पर हो जब किसी धर्मा चार्य के पद पर हो तो विचार धारा समाप्त हो जानी चाहिये। या पद छोङ राजनिति करनी चाहिए । ये इस पद के योग्य नहीं है। अतः संत समाज इनके बारे में निर्णय ले
Shukracharya...
We r in dire need of unknown man in India too
शंकराचार्य जी का पद बड़ा होता है राजनीतिक का पद बड़ा नहीं होता है आपकी बात से कोई सहमत नहीं है
Uma Shankar has fought students union election as NSUI member from Kashi Vidyapeeth !
क्या स्तर धीरे धीरे गिरता गया, तो लोगों को मिलेंगे भावी सुअराचार्य, अभी तो न शंकर के आचार्य,न ही सनातन के आचार्य? दोनों विद्वानों को सैल्यूट, जय श्रीराम
Anupam ji aap satya Kah rahe hai
Choudhary Sahab, Yh So Called Sankracharya Ji ka Aachran Ek Dharmacharya ke Anurup toh Bilkul nhi h. Jai Hind Vndematram
Aise hi hindu dharm guru ke karan hindu dharm gart mein ja raha hai jiska parinaam aaj dikh raha hai
अनुपम जी बात तो आपने ठीक कही लेकिन पूरे देश में ऐसा कौन सा चेहरा है जिससे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करवाई जाती?
Aise log ke karan hi Hindu religion ki durdashahoti hai
Mishraji,, मोदी is elected pm and has every right. Dont पॉईंसून by your opinion.
अनुपम जी, 550वर्ष पूर्व एक शासक बाबर के आदेश से हथियाई राम जन्मभूमि मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा वर्तमान शासक द्वारा होना उचित है।
This man is big enemy of SanatanBharat. Pradeepji namaste
ये शंकराचार्य कम कांग्रेस पार्टी के शुक्राचार्य हैं ।