#किसान

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 17 ต.ค. 2024
  • #किसान-हिंदी कविता||Kisan-Hundi poem||
    #पिता-कविता
    • #पिता,हिंदी कविता,#राज...
    #माँ
    • #माँ, हिंदी कविता,राजे...
    #रेल
    • आओ भाई खेले खेल चलती ह...
    दोस्तों #किसान नाम की यह कविता मैंने अपनी तीसरी कक्षा में पढ़ी थी।छोटी सी यह कविता किसान के #संघर्षमय जीवन को दर्शाती है और बताती है कि चाहे कोई भी मौसम हो,कोई भी त्योहार हो किसान बिना रुके बिना किसी छुट्टी के लगातार काम करता है।लेकिन #विडंबना यह है कि हमारे इस देश मे जहां #किसान को #अन्नदाता माना जाता है, जिसके आराम करने से पूरा देश भूखा मर सकता है उस देश में उसी #किसान की स्थिति इतनी खराब है कि जब उसे अपनी समस्याओं को कोई समाधान नज़र नहीं आता तो वह #आत्महत्या का रास्ता चुनता है।
    ‪@SimpleEducationRajendraSir‬

ความคิดเห็น • 25