विरजानंद जी जैसा गुरु नही होता तो दयानन्द जी महर्षि नही बन पाते। जय हो उस गुरु की जिसने ऐसी गुरु दक्षिणा मांगी की दयानंद जी को पाखंड को उखाड़ने औऱ वेद मत की ज्योति फैलाने के मार्ग में उतरना पड़ा। जय हो गुरु विरजानंद की,जय हो ऋषि वर देव दयानंद की।
Ary samaj ne sare duniya ke liye Ishwar ke sambadhme. Jo ved ka gyan Diya jiski koi tulana nahi hai.rishi dayanand ke pahale Sara sansar aviddyame pada huwa tha.
@@TheQuestURL sir mujhe plz ek question ka uttar chaiye ?? Swami Dayanand Saraswati ji ne Kahan hai ki moksha ki bhi awadhi hoti hai ..kya yeh satya hai ?? Iss prar prakash daaliye ..
हम हिंदी जानने वालों के लिए चीनी, जापानी, अरबी, फ्रेंच आदि भाषा कठिन होती है। वैसे अन्यों के लिए भी होती है। लेकिन प्रतिदिन के अभ्यास और स्वाध्याय से हम कठिन चीजों को भी सिख सकते है। हमारे लिए हिंदी बोलना इसलिए सरल है क्योंकि हम इस भाषा का अभ्यास जन्म के बाद से ही कर रहे है। गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए वेद और अष्टाध्यायी बिल्कुल सरल हो जाती है क्योंकि वो उसका प्रतिदिन स्वाध्याय और अभ्यास करते है। इसलिए संसार में कोई भी विद्या तभी तक कठिन प्रतीत होती है जब तक वो हमारे व्यवहार/अभ्यास में नहीं होता।
जय हो ऋषि वर देव दयानंद जी 🙏🙏🙏
महर्षि दयानन्द जी पुनर्जागरण काल के पुरोधा थे जिन्होंने पर्दे के पीछे रहकर क्रान्तिवीरों को तैयार करना प्रारंभ किया।
नमन है महर्षि के कार्यों को
byby
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महर्षि दयानन्द जी के विषय में आपने बहुत उत्तम कार्य किया है । आपको नमन
विरजानंद जी जैसा गुरु नही होता तो दयानन्द जी महर्षि नही बन पाते।
जय हो उस गुरु की जिसने ऐसी गुरु दक्षिणा मांगी की दयानंद जी को पाखंड को उखाड़ने औऱ वेद मत की ज्योति फैलाने के मार्ग में उतरना पड़ा।
जय हो गुरु विरजानंद की,जय हो ऋषि वर देव दयानंद की।
iska ulta bhi utna hi satya hai
*कोटि-कोटि नमन🙏🙏*
वाह शत नमन
महर्षि दयानंद जी को कोटि कोटि नमन।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
महर्षि दयानंद 🙏🙏
SHAT SHAT NAMAN
जय श्री कृष्ण 🙏
Om
Pranam..we cannot repay it.. Shatshat naman
Wah Guruji
Jaigurudev.
Guru ji prnam
Jai Shri krishna
सादर आभार
हार्दिक आभार।
SADAR PARNAM SIR
Mere naman apko 🙏
Wah sir ji
🙏❤️💕💐
Ary samaj ne sare duniya ke liye Ishwar ke sambadhme. Jo ved ka gyan Diya jiski koi tulana nahi hai.rishi dayanand ke pahale Sara sansar aviddyame pada huwa tha.
Sir.. Himmat sir.. Contemporary western ka lecture denge..... Sir kya koi upay nhi... Mai fee bhi pay krne k liye taiyar hu...
🙏
thank you sir please make one ideo on kant
Ji..
@@TheQuestURL sir mujhe plz ek question ka uttar chaiye ?? Swami Dayanand Saraswati ji ne Kahan hai ki moksha ki bhi awadhi hoti hai ..kya yeh satya hai ?? Iss prar prakash daaliye ..
Stayarth prakash padhe. Rishi ne likha hai ki सीमित काम का फल असीमित नही हो सकता
@@neetucarpenter7992
Sir 1857 ki karati ka adhar kya tha jis ke karan vo fail ho gayi. Kya aap is sachai par parkash daal sakte hai Merrut Chhawani kaha tak ...
Guru ji fr kya sach hai adi shakar, ramanuj, dyanand dura vade bre batya hua?
👍
Sir do you have a any philosophy book for Hindi Medium
Sir plz only 1h... Plz sir
Ved or sanskrit grantho ko bina wuyakran ke jana hi nahi ja sakta,
Guru ji aaj bhi anek baba dhaba or pakhandi vidharmiyo ne khade kar rakhe hain or wo sabhi aryasamaj se bahut ghabrate hain
Guru jee bed itne kathin basha me kiyon likhe gaye gyan to Saral hona chahuye jo Sabki Samajh me aa sakta
हम हिंदी जानने वालों के लिए चीनी, जापानी, अरबी, फ्रेंच आदि भाषा कठिन होती है। वैसे अन्यों के लिए भी होती है।
लेकिन प्रतिदिन के अभ्यास और स्वाध्याय से हम कठिन चीजों को भी सिख सकते है।
हमारे लिए हिंदी बोलना इसलिए सरल है क्योंकि हम इस भाषा का अभ्यास जन्म के बाद से ही कर रहे है।
गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए वेद और अष्टाध्यायी बिल्कुल सरल हो जाती है क्योंकि वो उसका प्रतिदिन स्वाध्याय और अभ्यास करते है।
इसलिए संसार में कोई भी विद्या तभी तक कठिन प्रतीत होती है जब तक वो हमारे व्यवहार/अभ्यास में नहीं होता।