हर आंगन की शोभा नारी। स्त्रियों के बिगाड़ से समाज का पतन। मनुस्मृति। कक्षा 169। आचार्य योगेश वैदिक

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  • เผยแพร่เมื่อ 15 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 5

  • @HimanjanprabalMisra-xu3py
    @HimanjanprabalMisra-xu3py 2 วันที่ผ่านมา

    ॐ।

  • @Lightofthruth1981
    @Lightofthruth1981 2 วันที่ผ่านมา

    बहुत ही अच्छी चर्चा हुई आचार्य जी 🙏🙏🙏

  • @shardarani3324
    @shardarani3324 วันที่ผ่านมา

    नमस्ते आचार्य जी,बहुत ज्ञान दिया आपने ।धन्यवाद जी ।

  • @birahota48
    @birahota48 2 ชั่วโมงที่ผ่านมา

    Guruji namaste

  • @shardarani3324
    @shardarani3324 วันที่ผ่านมา

    🎉आचार्य जी आपने बताया कि वाममार्गी, सैकूलर आदि लोग सनातनियों के धर्म ग्रंथों की गलती निकाल देते हैं ।ये बात बिल्कुल ठीक है। क्यूकि सनातनी सहनशील हैं।उनसे ये डरते नहीं हैं अन्य मत वालों से डरते है वर्ना गलती तो उनकी भी निकाल देते ।