Panchaki pani parbhwas se chaki ghumti hai adi kash pehle pahardi cchetero ke gaon meion panchki hua karti thi per ab dhire dhire yaha sampat ho rahi hai
ऐसीही " पान चक्की ( पान = पानी . याने पानी के प्रवाह के बल पर / बल से चलनी वाली आटेकी चक्की ) " , महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर मे छत्रपती श्री शिवाजी महाराज और औरंगजेब के शासन का से याने लगबग करीब बिते 400 सालोंसे दिन _ रात चल रही है . मात्र अब वहा बिजली की चक्की आने से आटा पिसाया नही जाता . मात्र वह आज भी दिनरात घुमती नजर आ रही है . जा कर अवश्य देखे .
Ye chakki 1859 main angrejon ne banwai thi Sanouta mai jab nahar ban rahi thi to us time isme choona peesa jata tha jo us wakt cement ka kaam kerta tha aur aaj hum isme aata peeste hain
उत्तराखंड, हिमाचल, नेपाल, सिक्किम, भूटान आदि में गेहूं पीसने का परम्परागत साधन पनचक्की ही था। परन्तु पहले डीजल फिर बिजली की चक्कियां आने से ये लुप्तप्राय हो चुकी हैं।
Bahut badhiya hai hume ye kam bahut pasand aaya ki abhi bhi hamare bharat desh me deshi chakkiya chal rahi hai 21 vi Shatabdi me bhi I Like It hame bahut achchha laga sunakar
चक्की से कुच्छ नही होता अनाज भी अच्छा होना चाहिऐ आजकल सभी अनाज यूरिया और कई दवाओ से पनपते है जिससे उनमे वो पुरानी वाली बात नही रहती है आजकल तो सब धीमा जहर खा रहे है ,नकली घी ,नकली दूध ,और जिनके पास गाय और भैस है वो भी जहरीला चारा खाती है तो उनसे निकलने वाला दूध भी पौष्टिक नही होता ।
प्राकृति ने हमे जीवन जीने के सहज और सरल साधन निशुल्क दे रखें हैं🙏, बस हमे समझने की आवश्यकता है, पर यह तभी जान पायेंगे, जब प्राकृति से जुड़ेंगे, प्राकृति से जुड़ने के लिए आध्यात्म से जुड़ना है, आध्यात्म से जुड़ने के लिए , सिर्फ हमे स्वयं का अध्यन करना है, इसके लिए किसी विशेष अवस्था, स्थान , या व्यवस्था की आवश्यकता नहीं है, आप जहां है ,जैसे हैं अकेले हैं भीड़ में हैं, बस बाहर की चीजों से स्वयं को स्वतंत्र रखकर, अपने भीतर ध्यान देना हैं,
Video dekhkar ke humko to bahut hi achcha Laga bahut achcha bole to bahut achcha Bina indhan ka Bina mehnat ka chakki chal rahi hai aise Jo India mein Charon taraf honi chahie aur Sarkar ko bhi iske upar Dhyan Dena chahie
तरीका बहुत अच्छा है और nutrition बरकरार रखने के लिए बहुत ही सही है पर "बिना इंजन के" की headline गलत है। इंजन तो है ही न, बिजली की ताकत पर नहीं पर पानी की ताकत तो है ही न चक्की चलाने के लिए। यहां पानी ईंधन है। जरूरी नहीं कि ईंधन अगर बिजली या पेट्रोल डीज़ल हो तो ही इंजन कहेंगे।
सबसे बढ़िया हटा जो पुराने जमाने में हमारे कर पुरानी हाथ से चलने वाली चक्की चलती थी उसका आटा बढ़िया रहता हैं उससे घर की सारी महिलाओं की एक्सरसाइज हो जाती थी हाथ कमर पेट और पेट की आंतों की सबकी पूरे शरीर की एक्सरसाइज हो जाती बात आटे को गर्म होने या ना होने की है अगर हम खुद मेहनत कर कर आज भी आटा चक्की से पीसकर खाए तो हम निरोग रहेंगे खुद मेहनत करके कमाकर खाने का मजा ही कुछ और है
इस में आटा गरम नही होता इस लिए रोटी पोस्टिक होती है इसका मतलब रोटी को भी बिना गरम किए बनाते है आटा गूँथ के रोटी बेलकर क़च्चा खाने से पोस्टिकता बना रहता होगा अबे क्या लोगों को बेवक़ूफ़ सोचा है
मेरे पैतृक गांव टाऊन भोकरहेड़ी जिला लक्ष्मीनगर(मुजफ्फरनगर) से 7 km दूर मोहमंद पुर में भी इसी गंगनहर पर भी इसी प्रकार की चक्की लगी हुई है मैने भी यहां पर कई बार गेहूं पिसाया है अपने आप ही पीसते हैं आटा गर्म नहीं बल्कि ठंडा निकलता है।इसी झाल पर अंग्रेजों का ही बनाया हुआ 5 मेगावाट का पॉवर हाउस बना हुआ है जिसमे विदेशी टरबाईन उसी समय की लगी हुई हैं।
Electricity can also be Produced by such Flow of Water. This is an òld Practice of Hills living Peoples . Many Hills where there is Forcefully fall of water makes installed Fan Rotate that is connected with Generator producing Electricity very Regularly for General day and night use in many Living House .
सरकार को हर गाँव गाँव में जहाँ नदी झरना हैं वहाँ वहाँ ऐसी चक्की का निर्माण करवा देना चाहिए और इस तकनीक का सदुपयोग के अन्य विकल्प की खोज कर उपयोग करनी चाहिए।।।
बहुत ही बढ़िया आटा पीसने वाली चक्की है, पौष्टिकता से भरपूर आटा होता है इस चक्की से पीसा हुआ आटा। वैज्ञानिक तथ्य से प्रमाणित है।
पूरानी तकनीक, आटे की गुणवत्ता आज के बच्चों को जरूर जानकारी मिलनी चाहिये 👌🙏
Panchaki pani parbhwas se chaki ghumti hai adi kash pehle pahardi cchetero ke gaon meion panchki hua karti thi per ab dhire dhire yaha sampat ho rahi hai
😢😢😢😢😮k vb😢yr😢🎉😢
आज के समय में इस अद्भुत प्राकृतिक तरीके को सम्भाल कर रखने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
Bsdamslngh
Haa. Pani ka wastage nhi dikh rha
Is plant ko lagane ke liye bahut jagah chahie aajkal logon ke pass Rahane ke liye jagah nahin hai
@@angelinajolie9773 nj.v
m
ऐसीही " पान चक्की ( पान = पानी . याने पानी के प्रवाह के बल पर / बल से चलनी वाली आटेकी चक्की ) " , महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर मे छत्रपती श्री शिवाजी महाराज और औरंगजेब के शासन का से याने लगबग करीब बिते 400 सालोंसे दिन _ रात चल रही है . मात्र अब वहा बिजली की चक्की आने से आटा पिसाया नही जाता . मात्र वह आज भी दिनरात घुमती नजर आ रही है . जा कर अवश्य देखे .
आट्टापनचक्की की जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
अति सुन्दर इस पुर्वजों के धरोहर रूपी आटा चक्की को आज तक सहेजकर रखने और संचालन के लिए बधाई।
Trabhaine shisatam
@@ramyadab8903 koe nai batbat nahi hajro sall sy phadi elako my yea pan chaky hai
Pakijafilm
! Oo
आश्चर्यजनक
बहुत बहुत सुन्दर जानकारी परम्परागत तरीके से वाह बहुत सुन्दर आटे तत्व मौजूद हैं
बहुत बहुत धन्यावाद आपको भारत की pahalase बनी संकृति हुई वीडियो आपने बना दिया है
Bahut ache laga purane jamane ka adhvhut atta chakki kavhi nahi dekha tha dhanyabadh video banane ke liye
बिजली के बिना बहुत अच्छा कार्य है 🙏👍
हमे बहुत अच्छा लगा मेरे गांव पर भी होता तो मुझे देख कर बहुत खुशी होती
सर नमस्कार बहुत सुन्दर अच्छा बनाया आपने अच्छा लगा चक्की अच्छा लगा
भाई आपका वीडियो की वैदिक चक्की देखकर मन खुश हो गया
🙊😂e
@@bodhsinghbhumij1355 h
I @@bodhsinghbhumij1355
@@bodhsinghbhumij1355I will try it and let let it
यह आटे पिसने का तकनीक बहुत ही अच्छा लगा👏
हाँ आजसे 65 वर्ष पूर्ब मैने यह पन चक्की चित्रकूट मे देखा था सो आपने उस पुरानी पड़चुकी की याद को ताजी करद धन्यबाद
Ye chakki 1859 main angrejon ne banwai thi Sanouta mai jab nahar ban rahi thi to us time isme choona peesa jata tha jo us wakt cement ka kaam kerta tha aur aaj hum isme aata peeste hain
उत्तराखंड, हिमाचल, नेपाल, सिक्किम, भूटान आदि में गेहूं पीसने का परम्परागत साधन पनचक्की ही था। परन्तु पहले डीजल फिर बिजली की चक्कियां आने से ये लुप्तप्राय हो चुकी हैं।
बहुत सुंदर प्राकृतिक आटा चक्की
बहुत अच्छा। पुराने दिनों की यादें आ गयी
पिलीज मेरा सहयोग करें धन्यवाद 🙏🏼
😡🚩💯Aare bhai kise kya hota hai wo dokiya de nahi ki Teri bkwass😡🚩💯
आप के चैनल की वजेह से हमको old is gold देखने को मिली धन्यवाद
बहुत सुंदर भारत देश में ऐसे जुगाड करने वालों की कमी नहीं है सिर्फ इनको बढ़ावा देने वालों की कमी है
dil khush ho gya .. indian genius
ये पानीसे चलनेबाली चक्की है हम इस चक्कीका पिसा आटा खाके जमान हुए हैं अब हमारे यहाँ ये पानीकी कमिसे बन्द हो गई है लेकिन चीज बोहत बेहतरीन है
बहोत बडिया आपको धन्यवाद ये आपने हम तक ये जानकरी पहुचाई
This is Real Organic atta with unparalleled qualities
बहुतही अच्छी जानकारी दी है धन्यवाद् जय श्री राधे
ऐस तो सबको चलानी चाहिए 🙏
ये बहोत ही किफायती और पैसे बचाने वाला और थोड़ा पैसा कमानेका अच्छा जरिया है 🙏 अतिसुंदर 🙏
Bahut badhiya hai hume ye kam bahut pasand aaya ki abhi bhi hamare bharat desh me deshi chakkiya chal rahi hai 21 vi Shatabdi me bhi I Like It hame bahut achchha laga sunakar
ऐसी चक्की सरकार हर शहर होना चाइए जिसे लोगो कम बिमारी हो
चक्की से कुच्छ नही होता अनाज भी अच्छा होना चाहिऐ आजकल सभी अनाज यूरिया और कई दवाओ से पनपते है जिससे उनमे वो पुरानी वाली बात नही रहती है आजकल तो सब धीमा जहर खा रहे है ,नकली घी ,नकली दूध ,और जिनके पास गाय और भैस है वो भी जहरीला चारा खाती है तो उनसे निकलने वाला दूध भी पौष्टिक नही होता ।
नहर नहीं हो सकती हर शहर में
@@parmbirdhaliwal6311l
मुझे तो फेट
बढ़िया और सीधा सादा तरीका आटा चक्की का ।जय हिन्द वन्देमातरम
परम्परागत आटा पिसाई के लिए बहुत बहुत धन्यावाद, राजस्थान में भी कंई स्थानों पर ऐसी चक्कियां देखने को मिलती हैं परन्तु अब वे शो पीस मात्र है।
उत्तराखंड में बहुत पनचकिया है
बहुत ही आधुनिक चक्की मशीन देखा।❤️🙏🙏🚩🚩
वाह! 100% प्राकृतिक।
प्राकृति ने हमे जीवन जीने के सहज और सरल साधन निशुल्क दे रखें हैं🙏, बस हमे समझने की आवश्यकता है, पर यह तभी जान पायेंगे, जब प्राकृति से जुड़ेंगे, प्राकृति से जुड़ने के लिए आध्यात्म से जुड़ना है, आध्यात्म से जुड़ने के लिए , सिर्फ हमे स्वयं का अध्यन करना है, इसके लिए किसी विशेष अवस्था, स्थान , या व्यवस्था की आवश्यकता नहीं है, आप जहां है ,जैसे हैं अकेले हैं भीड़ में हैं, बस बाहर की चीजों से स्वयं को स्वतंत्र रखकर, अपने भीतर ध्यान देना हैं,
नवीकरणीय ऊर्जा का इसी तरह सदुपयोग होना चाहिए
Video dekhkar ke humko to bahut hi achcha Laga bahut achcha bole to bahut achcha Bina indhan ka Bina mehnat ka chakki chal rahi hai aise Jo India mein Charon taraf honi chahie aur Sarkar ko bhi iske upar Dhyan Dena chahie
हमारी सरकार कि ओर से इस तरह चल रहे मशिनोको जादा महत्व प्राप्त कर देना चाहीए।
Veri good and Nice cakki
सुपर
Mere desh vashiyo aap k deshi yantrase Mai prabhavit ho gaya hu! Dhanyawad!
देसी जुगाड़ बहुत बढ़िया है तो
Bahuthi Khubsoorat Chakki Aur Vidieo Hai. Sindhu Sawanskriti ki Sanaatan Vijay Ho.
अतिशय सुंदर 👌👌
तरीका बहुत अच्छा है और nutrition बरकरार रखने के लिए बहुत ही सही है पर "बिना इंजन के" की headline गलत है। इंजन तो है ही न, बिजली की ताकत पर नहीं पर पानी की ताकत तो है ही न चक्की चलाने के लिए। यहां पानी ईंधन है। जरूरी नहीं कि ईंधन अगर बिजली या पेट्रोल डीज़ल हो तो ही इंजन कहेंगे।
बहुत अद्भुत।।
बहुत ही सुंदर लगा। मेरा गांव सनौटा के पास ही ही है, लेकिन कभी चक्की को अंदर से नहीं देख पाया। हाँ, बचपन में जरूर गया था, अब कभी मौका मिला तो जाऊंगा।
इस तरह के कार्यों की जितनी प्रशंसा की जाय वह कम है
ખુબ સરસ સ્વાસ્થ્ય કો અંછા રખને કે લિયે દેશી વસ્તુ ની ખુબ જરૂર છે
WE SHOULD ENCOURAGE SUCH TYPE OF INDUSTRIES
Very nice, first time I have seen my life.super technic
Great Efforts.. very Natural and Real Tasty Aata .... .. Masha'Allah iKhan - Qatar .
Panchakki ka video bahut Sundar aisa hi Bharat mein Hona chahie
सबसे बढ़िया हटा जो पुराने जमाने में हमारे कर पुरानी हाथ से चलने वाली चक्की चलती थी उसका आटा बढ़िया रहता हैं उससे घर की सारी महिलाओं की एक्सरसाइज हो जाती थी हाथ कमर पेट और पेट की आंतों की सबकी पूरे शरीर की एक्सरसाइज हो जाती बात आटे को गर्म होने या ना होने की है अगर हम खुद मेहनत कर कर आज भी आटा चक्की से पीसकर खाए तो हम निरोग रहेंगे खुद मेहनत करके कमाकर खाने का मजा ही कुछ और है
Bahut badhiya farmula bataya hai aapne
Kash phir se esa dor aajae
Marvellous
Bahot achhi chakki but system dikhate accha lagta
गजब की चक्की है बहुत बढ़िया 🙏🙏
माशाल्लाह आटा चक्की अच्छी चलरही है
हमारे उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में इसे घट,घ्राट या पनचक्की के नाम से जाना जाता है।।
Es modern yug main panchakki chal rahe hain to Yeh Vahut vehtreen vaat hai.
वाह क्या बात है इस चक्की की
अद्भुत है
Pawan chkki suna dekha tha lakin ye Pani chkki ye pahli baar dekha
Very good video really. Thanks
Aata chakki ki jankari ke liye बहुत-बहुत dhanyvad
एक नंबर भावा जय महाराष्ट्र जय शिवराय
जिला मेरठ में भोला झाल बतलाई में भी पन चंकी है
गढ़वाल में ये प्राचीन से चल रही है । इस धरोहर को सजोए रखिए।
Bhie. Bahut. Achh. Natural. Hai ye
बहुत सुंदर
Bahut hi shandar chakki hai
हमारे पास हर घर में हाथ चक्की है उसका आटा सबसे पौष्टिक हैं मगर अब इसका उपयोग न के बराबर रह गया है।
Gaon ..ka naam kya hai... district k9n sa hai
इस में आटा गरम नही होता इस लिए रोटी पोस्टिक होती है इसका मतलब रोटी को भी बिना गरम किए बनाते है आटा गूँथ के रोटी बेलकर क़च्चा खाने से पोस्टिकता बना रहता होगा
अबे क्या लोगों को बेवक़ूफ़ सोचा है
Hamare Ghar pe bhi hath chakki thi bachapan memaine dekha Nani dadi mata mami subah jaldi uthke Pisa karti thi mujhe yad hai
@@ashokseal1211 ओओओो
@@ashokseal1211 ओोोओओओओओओओओओोओो
Bahut hi achi hai in ke rakh rakhv ke liye hamin jagrook hona padega ye hamare purvjon ki gharohar hainhain
हां हमारी सरकार को ये पंचक्की को बहुत बढ़ावा देना चाहिए क्योंकि हम लोग इलेक्ट्रिक चक्की में जला हुआ आता खाते हैं
Kya baat hai ander ki techknowlogy jaroor dikhana the kaise bina bijli , disel k paani se aata chakki itni huge lable per woh!. Best innoves here.
In our Himachal pradesh it is called gharat
Ye chakki gang nahar par Ghaziabad district ke Masuri me bhi h nahal gaon ki jhaal par humne khoob gehu piswaya h wha par
Love❤ from Odisha Kalahandi Odisha
आप लोग मेरा सहयोग करें धन्यवाद 🙏🏼
Bahut achchhe jankaree dee aapne eskeliy aapka dhanybad
यह पन चक्की नहीं,,, जल चक्की है,,,, बहुत सुंदर
जल ओर पन में कया अंतर है
Brahman Aatankwadi , ye Muglo ki den hai paan chakki bolte isko😁😁😁
@@ameenullahzulfiget1372 same. No difference
Same.
पन अर्थात पानी 👍
Ati sunder 👌🤝💝🌹🌹🙏🙏
आप लोग मेरे साथ जुड़े और मेरा सहयोग करें धन्यवाद 🙏🏼
बहुत सुन्दर। बधाई आप सभी को।
Nice, old is gold 👍
This is right. Our each home this is there. Indies were using this.
We already have a lot of these types of machines in Uttrakhand
Share your video how they work
मेरे पैतृक गांव टाऊन भोकरहेड़ी जिला लक्ष्मीनगर(मुजफ्फरनगर) से 7 km दूर मोहमंद पुर में भी इसी गंगनहर पर भी इसी प्रकार की चक्की लगी हुई है मैने भी यहां पर कई बार गेहूं पिसाया है अपने आप ही पीसते हैं आटा गर्म नहीं बल्कि ठंडा निकलता है।इसी झाल पर अंग्रेजों का ही बनाया हुआ 5 मेगावाट का पॉवर हाउस बना हुआ है जिसमे विदेशी टरबाईन उसी समय की लगी हुई हैं।
Very good machine.
9065
बहुत-बहुत badhiya yaar chakki hai bhaiya dhanyvad kam se kam aap panchakki ka
Bahut achchha chakki
Purani technology is very sophisticated then today technology
Electricity can also be Produced by such Flow of Water. This is an òld Practice of Hills living Peoples . Many Hills where there is Forcefully fall of water makes installed Fan Rotate that is connected with Generator producing Electricity very Regularly for General day and night use in many Living House .
भरी ये भारत के वैज्ञानिक
सरकार को हर गाँव गाँव में जहाँ नदी झरना हैं वहाँ वहाँ ऐसी चक्की का निर्माण करवा देना चाहिए और इस तकनीक का सदुपयोग के अन्य विकल्प की खोज कर उपयोग करनी चाहिए।।।
Ye chkki hamare v. Fhtefur jila kaithal haryana me bi h yaha 5 chkki h ye sarsa baranch nahar pe h 1890 me lagi thi
Very Nice
धन्यवाद पुराने धरोहर को दर्शाने के लिए
Very nice 👍
good job ❤🎉❤🎉❤🎉🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत शानदार
आप भी आना मेरे चैनल पर को सब्सक्राइब करें
Amazing and innovative Congrats, address, would love to visit
Very good 👍
Aurangabad.. Maharashtra Mein Bhi 300 Saal Puri.. Chakkhi. Pan Chakkhi Hai Joo Paani Se Chalti Hai.. Historical Hai Aur Famous Hai
सर नमस्ते, गेहूं पीसा जाता है आटा नहीं, अति सुंदर है यह
एंकर महोदय कोई भी व्यक्ति आटा नहीं पिसाता है😮 गेहूं पिसाया जाता है😊