कैलाश गौतम | Kailash Gautam | अमउसा का मेला | Amausa Ka Mela | 1993

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  • เผยแพร่เมื่อ 16 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 207

  • @Dharmendrakumar-fc1zx
    @Dharmendrakumar-fc1zx 3 ปีที่แล้ว +73

    यह कविता मैंने तीस साल पहले लखनऊ रेडियो पर सुनी थी, आज फिर सुनकर मन खुश हो गया।

  • @sarojkumarsinghpatel5173
    @sarojkumarsinghpatel5173 10 หลายเดือนก่อน +7

    कैलाश गौतम जी की कालजयी कविता तकरीबन हरवर्ष मौनी अमावस्या पर सुनी जाती है।पूरा मेला आंखों के सामने जीवन्त हो जाता है।आदरणीय गौतम जी को शत शत नमन।

    • @professorharry5825
      @professorharry5825 29 วันที่ผ่านมา

      Kailash Gautam ji Nahi hain !
      Mujhe aaj pata chala

  • @Golu0204
    @Golu0204 ปีที่แล้ว +29

    हम अपने बचपन में रेडियो पर सुनते थे हेलो फैजाबाद कार्यक्रम आता था उसमें हमे लगा था कि अब सुनने को नहीं मिलेगा लेकिन आज बहुत बहुत खुशी हुई फिरसे सुनकर 🙏🙏🙏🙏🙏🙏

    • @Alishasingh37200
      @Alishasingh37200 2 หลายเดือนก่อน

      Aree wahh

    • @Lakshyaup36
      @Lakshyaup36 หลายเดือนก่อน +2

      Mai bhi suna tha redio par

  • @soniyag.g.i.ckldskn6871
    @soniyag.g.i.ckldskn6871 2 ปีที่แล้ว +19

    बचपन में इसको हम लोग आकाशवाणी लखनऊ पर सुनते रहते थे बहुत आनंद आता था आज आज इसे पुनः सुनकर मन बहुत प्रसन्न हो गया और एक मधुर मुस्कान आई चेहरे पर 🙏🙏🙏

  • @gulabsinghpatel7227
    @gulabsinghpatel7227 ปีที่แล้ว +11

    Mai prayagraj se hu aj amausha ka mela ka din bhi h adbhut kavita 😘😘

  • @dr.govindsharanjaiswal6463
    @dr.govindsharanjaiswal6463 วันที่ผ่านมา +1

    बहुत शानदार बहुत दिनों बाद बहुत ढूंढने पर मिली ये कविता आज तक की सबसे सुंदर कविता

  • @sangeetasangeetadevi3086
    @sangeetasangeetadevi3086 3 ปีที่แล้ว +21

    हम अपने परिवार के साथ शाम को बैठ कर सुनते थे आज काफी दिन बाद सुनकर दिल खुश हो गया है😊😊

  • @shobharai3436
    @shobharai3436 ปีที่แล้ว +5

    हमें रवीश कुमार जी ने सुनाया था। कैलाश जी की कविता। और आज़ आप के मुखारविंद से सुनकर बहुत आनन्द आया। बहुत बहुत धन्यवाद सर जी 👍👍

  • @kumkumsinghkumkumsingh4687
    @kumkumsinghkumkumsingh4687 2 ปีที่แล้ว +9

    यह कविता मैने बचपन सुनी थी पर अभी तक याद थी आज फिर एक बार सुन कर बहुत खुशी हुई धन्यवाद भाईसाहब

  • @ravikumar8132
    @ravikumar8132 ปีที่แล้ว +8

    कौन कौन ऐसा है जिसने यह कविता रेडियो पर सुनी और फिर खोजते हुए yutube पर आया है ❤

  • @worldtourister
    @worldtourister 5 หลายเดือนก่อน +1

    भोजपुरी भाषा आप जैसे लोगों को पाकर धन्य हो गई। नमन है आपको

  • @jaggudadasmaths994
    @jaggudadasmaths994 ปีที่แล้ว +1

    इससे अच्छी भोजपुरी कविता आज तक नही सुनी। मौज आ गई

  • @gopalojha8963
    @gopalojha8963 2 ปีที่แล้ว +4

    बचपन में रेडियो के आकाशवाणी लखनऊ पे जब ये आता तो हम सभी सारा काम छोड़कर सुनने को भागते ,,,😊

  • @preetimaurya2464
    @preetimaurya2464 วันที่ผ่านมา

    हमे ये कविता अंशु मालवीय भईया ने सुनाया था, माघ मेले में जबतक ये कविता ना हो तब तक मेला अधूरा लगता है, हमे तो पूरा आता है अब हम भी इस कविता का पाठ करते हैं ❤❤

  • @akankshaupadhyay9983
    @akankshaupadhyay9983 4 ปีที่แล้ว +31

    ई भक्ति के रंग में रंगल गाँव देखा
    धरम में करम में सनल गाँव देखा
    अगल में बगल में सगल गाँव देखा
    अमवसा नहाये चलल गाँव देखा॥
    एहू हाथे झोरा, ओहू हाथे झोरा
    अ कान्ही पे बोरी, कपारे पे बोरा
    अ कमरी में केहू, रजाई में केहू
    अ कथरी में केहू, दुलाई में केहू
    अ आजी रंगावत हईं गोड़ देखा
    हँसत ह‍उवैं बब्बा तनी जोड़ देखा
    घुँघुटवै से पूँछै पतोहिया कि अ‍इया
    गठरिया में अबका रखाई बत‍इहा
    एहर ह‍उवै लुग्गा ओहर ह‍उवै पूड़ी
    रमायन के लग्गे हौ मड़ुआ के ढूँढ़ी
    ऊ चाउर अ चिउरा किनारे के ओरी
    अ नयका चपलवा अचारे के ओरी
    अमवसा क मेला अमवसा क मेला
    इह‌इ ह‍उवै भ‍इया अमवसा क मेला॥
    मचल ह‍उवै हल्ला चढ़ावा उतारा
    खचाखच भरल रेलगाड़ी निहारा
    एहर गुर्री-गुर्रा ओहर लोली-लोला
    अ बिच्चे में ह‍उवै सराफत से बोला
    चपायल हौ केहू, दबायल हौ केहू
    अ घंटन से उप्पर टंगायल हौ केहू
    केहू हक्का-बक्का केहू लाल-पीयर
    केहू फनफनात ह‍उवै कीरा के नीयर
    अ बप्पारे बप्पा, अ द‍इया रे द‍इया
    तनी हमैं आगे बढ़ै देत्या भ‍इया
    मगर केहू दर से टसकले न टसकै
    टसकले न टसकै, मसकले न मसकै
    छिड़ल हौ हिताई नताई क चरचा
    पढ़ाई लिखाई कमाई क चरचा
    दरोगा क बदली करावत हौ केहू
    अ लग्गी से पानी पियावत हौ केहू
    अमवसा क मेला अमवसा क मेला
    इह‌इ ह‍उवै भ‍इया अमवसा क मेला॥
    जेहर देखा ओहरैं बढ़त ह‍उवै मेला
    अ सरगे क सीढ़ी चढ़त ह‍उवै मेला
    बड़ी ह‍उवै साँसत न कहले कहाला
    मूड़ैमूड़ सगरों न गिनले गिनाला
    एही भीड़ में संत गिरहस्त देखा
    सबै अपने अपने में हौ ब्यस्त देखा
    अ टाई में केहू, टोपी में केहू
    अ झूँसी में केहू, अलोपी में केहू
    अखाड़न क संगत अ रंगत ई देखा
    बिछल हौ हजारन क पंगत ई देखा
    कहीं रासलीला कहीं परबचन हौ
    कहीं गोष्ठी हौ कहीं पर भजन हौ
    केहू बुढ़िया माई के कोरा उठावै
    अ तिरबेनी म‍इया में गोता लगावै
    कलपबास में घर क चिन्ता लगल हौ
    कटल धान खरिहाने व‍इसै परल हौ
    अमवसा क मेला अमवसा क मेला
    इह‌इ ह‍उवै भ‍इया अमवसा क मेला॥
    गुलब्बन क दुलहिन चलैं धीरे-धीरे
    भरल नाव ज‍इसे नदी तीरे-तीरे
    सजल देह हौ ज‍इसे गौने क डोली
    हँसी हौ बताशा शहद ह‍उवै बोली
    अ देखैलीं ठोकर बचावैलीं धक्का
    मनै मन छोहारा मनै मन मुनक्का
    फुटेहरा नियर मुस्किया-मुस्किया के
    ऊ देखेलीं मेला सिहा के चिहा के
    सबै देवी देवता मनावत चलैंलीं
    अ नरियर पे नरियर चढ़ावत चलैलीं
    किनारे से देखैं इशारे से बोलैं
    कहीं गांठ जोड़ैं कहीं गांठ खोलैं
    बड़े मन से मन्दिर में दरसन करैलीं
    अ दूधे से शिवजी क अरघा भरैलीं
    चढ़ावैं चढ़ावा अ गोठैं शिवाला
    छुवल चाहैं पिन्डी लटक नाहीं जाला
    अमवसा क मेला अमवसा क मेला
    इह‌इ ह‍उवै भ‍इया अमवसा क मेला॥
    बहुत दिन पर चम्पा चमेली भेट‍इलीं
    अ बचपन क दूनो सहेली भेंट‍इलीं
    ई आपन सुनावैं ऊ आपन सुनावैं
    दूनों आपन गहना गदेला गिनावैं
    असों का बनवलू असों का गढ़वलू
    तू जीजा क फोटो न अब तक पठवलू
    न ई उन्हैं रोकैं न ऊ इन्हैं टोकैं
    दूनौ अपने दुलहा क तारीफ झोकैं
    हमैं अपनी सासू क पुतरी तू जान्या
    अ हम्मैं ससुर जी क पगरी तू जान्या
    शहरियों में पक्की देहतियो में पक्की
    चलत ह‍उवै टेम्पो चलत ह‍उवै चक्की
    मनैमन जरै अ गड़ै लगलीं दूनों
    भयल तू-तू मैं-मैं लड़ै लगली दूनों
    अ साधू छोड़ावैं सिपाही छोड़ावै
    अ हलुवाई ज‍इसे कराही छोड़ावैं
    अमवसा क मेला अमवसा क मेला
    इह‌इ ह‍उवै भ‍इया अमवसा क मेला॥
    कलौता क माई क झोरा हेरायल
    अ बुद्धू क बड़का कटोरा हेरायल
    टिकुलिया क माई टिकुलिया के जोहै
    बिजुलिया क भाई बिजुलिया के जोहै
    माचल ह‍उवै मेला में सगरों ढुंढाई
    चमेला क बाबू चमेला का माई
    गुलबिया सभत्तर निहारत चलैले
    मुरहुवा मुरहुवा पुकारत चलैले
    अ छोटकी बिटिउवा क मारत चलैले
    बिटिउवै पर गुस्सा उतारत चलैले
    गोबरधन क सरहज किनारे भेंट‍इलीं
    गोबरधन के संगे प‍उँड़ के नह‍इलीं
    घरे चलता पाहुन दही-गुड़ खियाइत
    भतीजा भयल हौ भतीजा देखाइत
    उहैं फेंक गठरी पर‍इलैं गोबरधन
    न फिर-फिर देख‍इलैं धर‍इलैं गोबरधन
    अमवसा क मेला अमवसा क मेला
    इह‌इ ह‍उवै भ‍इया अमवसा क मेला॥
    केहू शाल सुइटर दुशाला मोलावै
    केहू बस अटैची क ताला मोलावै
    केहू चायदानी पियाला मोलावै
    सोठ‍उरा क केहू मसाला मोलावै
    नुमाइस में जातैं बदल ग‍इलीं भ‍उजी
    अ भ‍इया से आगे निकल ग‍इलीं भ‍उजी
    हिंडोला जब आयल मचल ग‍इलीं भ‍उजी
    अ देखतै डरामा उछल ग‍इलीं भ‍उजी
    अ भ‍इया बेचारू जोड़त ह‍उवैं खरचा
    भुल‍इले न भूलै पकौड़ी क मरचा
    बिहाने कचहरी कचहरी क चिन्ता
    बहिनिया क गौना मसहरी क चिन्ता
    फटल ह‍उवै कुरता फटल ह‍उवै जूता
    खलित्ता में खाली केराया क बूता
    तबौ पीछे-पीछे चलत जात ह‍उवन
    गदेरी में सुरती मलत जात ह‍उवन
    अमवसा क मेला अमवसा क मेला
    इह‌इ ह‍उवै भ‍इया अमवसा क मेला॥

  • @kunwarsumit7765
    @kunwarsumit7765 ปีที่แล้ว +14

    भोजपुरी के यह हीरे और हीरो क्यों दब के रह जाते हैं, क्या सुंदर ज़बान औ केतना नीक कविता ।

    • @EasyCraft7
      @EasyCraft7 6 หลายเดือนก่อน

      Ye avadhi hai na ki bhojpuri

    • @suryamohanprasad6429
      @suryamohanprasad6429 3 หลายเดือนก่อน

      ​@@EasyCraft7 ye banaras belt ki bhasa h . Jisme jaunpur,bihar sabhi bhasao ka prabhav h

  • @TheSiddharthShaw
    @TheSiddharthShaw 2 ปีที่แล้ว +1

    बहुत सुंदर कविता मेरे मैनेजर मनोज तिवारी सर ने मुझे पहली बार दिखाया था।

  • @riteshkryadav16feb96.
    @riteshkryadav16feb96. ปีที่แล้ว

    शुद्ध गरीब किसान मजदूर और भारत के ग्रामीण क्षेत्र के झलक है इस कविता में । 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @suryamanisingh9017
    @suryamanisingh9017 4 หลายเดือนก่อน

    1996 me suna tha maine .....salam hai aapko ... bilkul satya vachan hai aapke pure halat ko Banya kar diya

  • @priyaojha2237
    @priyaojha2237 5 ปีที่แล้ว +3

    Wah gutam jee Kavita ka jariya Kya khoob prayagraj ka maila ki prastuti di hai aapna bhut sunder tarika sai bhartiya sanskrti ko bataya hai aapna 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌👌👌👌👌

  • @navianvayvideos2506
    @navianvayvideos2506 2 ปีที่แล้ว +1

    मेरे पापा को भी बहुत ही अच्छा लगता है, और उनको खुश देखकर मुझे बहुत अच्छा लगता है 😍😍😍😍👌👌👌👌👍👍👍

  • @amitkumar-cg3ow
    @amitkumar-cg3ow ปีที่แล้ว +1

    Ravish jee ke Bihan se yaha aaya hu...Bahut achha lga🌻

  • @krishnakumarprajapati77
    @krishnakumarprajapati77 2 ปีที่แล้ว

    Ye Gana Main 16 Saal Pahle Radio Per Suna Tha Parantu Aaj Khojte Khojte Mil Gaya...

  • @the.guptaji44
    @the.guptaji44 หลายเดือนก่อน +1

    मेरे को बहुत अच्छा लगता है यह कविता ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @ashasharma5591
    @ashasharma5591 หลายเดือนก่อน +1

    Kon 2024 me sun rha hi

  • @narendrachaudharchaudhary8559
    @narendrachaudharchaudhary8559 6 วันที่ผ่านมา +1

    बेहतरीन

  • @manishagrwal570
    @manishagrwal570 9 หลายเดือนก่อน

    बहुत ही शानदार कविता, और सुनाने की शैली जबरदस्त।।।।

  • @jamalakhtarsamastipuri9836
    @jamalakhtarsamastipuri9836 3 ปีที่แล้ว +13

    Pure vegiterian poetry,,,, So nice

  • @sirajsha8045
    @sirajsha8045 วันที่ผ่านมา +1

    Kitne log Instagram se dekh kar aaye Hain rail

  • @rajeevsrivastava5266
    @rajeevsrivastava5266 5 หลายเดือนก่อน

    Maine Goutam ji ko live is Kavita ko gate şuna hai apne school ke Kavi sammelan me.Nice memory recall.

  • @DrFaizaAbbasi
    @DrFaizaAbbasi 3 ปีที่แล้ว

    Haseen behad haseen. Bhasha mein koi banawat nahi. Ek dum aisa lagta hai watan ki mitti ki khushboo jhonka.

  • @ShivKumar-bd5mp
    @ShivKumar-bd5mp 3 ปีที่แล้ว +6

    It is very beautiful poem that presents the exact condition our Indian culture

  • @subhashyadav-yr7xk
    @subhashyadav-yr7xk 14 วันที่ผ่านมา +1

    अब पैटर्न बदला गया है।

  • @NitinKumar-jw1cq
    @NitinKumar-jw1cq 4 ปีที่แล้ว +7

    Wah , behtareen , lajwab 😆😆😆😆😆

  • @DimplePandey-vh7oe
    @DimplePandey-vh7oe 8 หลายเดือนก่อน

    Kailash ji bachpan ka gaon yaad aa gaya ❤❤❤❤❤.

  • @ajit_5824
    @ajit_5824 3 ปีที่แล้ว +5

    बेहतरीन प्रस्तुति
    कृपया और ऐसी कविताएं लाये

  • @deepakkoundal5697
    @deepakkoundal5697 11 หลายเดือนก่อน +1

    Maza aa gya pura visualisation ho gya

  • @vishaltiwari6466
    @vishaltiwari6466 ปีที่แล้ว

    गदौरी शब्द बहुत दिनो बाद सुना एवं गर्भवती महिला का किनारे से चलती नाव के साथ तुलना अनुपम था।

  • @shubhammishra2765
    @shubhammishra2765 4 ปีที่แล้ว +5

    Soch rhe..... Chale jaye aaj😍😍😍❤️aaj bhi amavshya hai💗💗💗💗

  • @Piyushpandey05
    @Piyushpandey05 2 ปีที่แล้ว +2

    मेला दिनों का आता है एक बार आके चला जाता है 🥰🥰

  • @pratikshathakur6973
    @pratikshathakur6973 ปีที่แล้ว

    is Kavita ka koi jawab hi nahin hai..bilkul real life story

  • @ratanpal1465
    @ratanpal1465 4 ปีที่แล้ว +4

    Waah.... Kya khoob....aap ko aap ki lekhani ko pranaam

  • @bpflower420
    @bpflower420 3 ปีที่แล้ว +2

    आज मेरे हिंदी के अध्यापक ने इस कविता के बारे में बताएं है ।

  • @jokes8259
    @jokes8259 ปีที่แล้ว +1

    कितना लोग रविश कुमार के विडियो देखला के बाद आइल बा!!

  • @pathakashiah5651
    @pathakashiah5651 ปีที่แล้ว

    Ye hai bhojpuri sahitya ❤❤❤

  • @SUMITKUMAR-mn4ss
    @SUMITKUMAR-mn4ss ปีที่แล้ว +1

    हमारी समृद्ध संस्कृति

  • @toppingblack5331
    @toppingblack5331 17 ชั่วโมงที่ผ่านมา

    Wahh 😍😍👌👌

  • @sanjutiwarididi8206
    @sanjutiwarididi8206 2 ปีที่แล้ว +1

    Maine bhi aaj se 15 saal pahle aakashwadi lucknow pe suna tha

  • @chandreshshukla152
    @chandreshshukla152 5 ปีที่แล้ว +15

    शुद्ध भारतीय कविता।

  • @sheilapandey6242
    @sheilapandey6242 3 ปีที่แล้ว +2

    Wah-wah
    What a description!

  • @trilokgiri1975
    @trilokgiri1975 4 ปีที่แล้ว +6

    कैलाश गौतम जी भोजपुरी साहित्य के स्तंभकारों की अग्रिम पंक्ति के कवि हैं

    • @manishkumaryadav3315
      @manishkumaryadav3315 3 ปีที่แล้ว

      अवधी के कवि थे कैलाश गौतम

    • @pramodtiwari3080
      @pramodtiwari3080 ปีที่แล้ว +1

      ​@@manishkumaryadav3315 ye chandauli ke rhne wale the Or waha bhojpuri hi boli jati hai

  • @ramprakash8342
    @ramprakash8342 3 ปีที่แล้ว +1

    Ye kavita maine bacpan me suni thi aj mai pachpan ka ho gaya lekin es kavita ko sunne me utna hi Maja aaya👌

  • @anandshuklaallahabaduniversity
    @anandshuklaallahabaduniversity 11 หลายเดือนก่อน +1

    Jabardast 😊❤

  • @vikashrajsingh7412
    @vikashrajsingh7412 10 หลายเดือนก่อน

    Aap amar rahenge kailash ji,
    Sangam ko jo apne shabd diye,
    Purvanchal ki dharti ko koi nahi dega,
    Apko namannn

  • @shaninarayan1214
    @shaninarayan1214 ปีที่แล้ว

    वाह क्या बात है। बहुत ख़ूब। ❤️ 😊

  • @gauravmirzapur3723
    @gauravmirzapur3723 5 ปีที่แล้ว +7

    दिल जीत लिया साहब

  • @shobharai3436
    @shobharai3436 ปีที่แล้ว +1

    बहुत ही अच्छा लगा 👍👍❤️😂😂😂😂

  • @surjeetbahadursingh9998
    @surjeetbahadursingh9998 ปีที่แล้ว +1

    Ultimate picturization.

  • @VikasKumar-uh6pu
    @VikasKumar-uh6pu 2 ปีที่แล้ว +2

    🙏🙏🙏🙏 gajab. Sir.

  • @hemantraw9942
    @hemantraw9942 5 ปีที่แล้ว +6

    Jai bhim sir app ek gerat kavi hai

  • @9934830425
    @9934830425 11 หลายเดือนก่อน

    यह कविता सुनकर कुछ देर के लिए मैं मौन हो जाता हूँ।हृदय भाव विभोर हो उठता है।

  • @Aacharya.chetan_swami_ji
    @Aacharya.chetan_swami_ji 4 ปีที่แล้ว +3

    बहुत ही सुन्दर रचना चित्रण👌👌

  • @MisriByAdarshAadee
    @MisriByAdarshAadee 4 ปีที่แล้ว +2

    आहा लाजवाब

  • @phoolchand6485
    @phoolchand6485 ปีที่แล้ว

    Very clear vision of village enviorment shows poetry like them.

  • @mventerprises3349
    @mventerprises3349 2 หลายเดือนก่อน

    नमन आपको सर, अब नही हैं, लेकिन कविता में हमेशा रहेंगे

  • @rishikesh7825
    @rishikesh7825 2 ปีที่แล้ว

    आपबीती सुन कर दिल गदगद हो गया..

  • @anshushah5825
    @anshushah5825 3 ปีที่แล้ว +2

    Bahut hi khoobsoorat vivaran

  • @chetsingh9098
    @chetsingh9098 ปีที่แล้ว +1

    Vah kavi ji

  • @gaytritrigunait3938
    @gaytritrigunait3938 ปีที่แล้ว

    Es lok ab wah nahi hain.parlok me to hain yaa kahi aur hi...unko Puri aastha ke sath shat shat Naman

  • @sunitasrivastava7230
    @sunitasrivastava7230 ปีที่แล้ว +1

    Waah mujhe apne daadi baba ki yaad aa gai...aankhen bheeg gayeen...

  • @vikaspotter4113
    @vikaspotter4113 7 ชั่วโมงที่ผ่านมา

    अति सुंदर प्रस्तुति

  • @maheshdharyadav5620
    @maheshdharyadav5620 11 หลายเดือนก่อน

    Are wahwv❤❤❤❤😊😊😊😊😊

  • @RajeshYadav-i6n2h
    @RajeshYadav-i6n2h ปีที่แล้ว

    Purani yade taza ho jati hai

  • @shivsharma8077
    @shivsharma8077 3 ปีที่แล้ว +1

    2021 me sun raha hu aur bahut achha lga

  • @vikashrajsingh7412
    @vikashrajsingh7412 5 ปีที่แล้ว +8

    Bahut bahut dhanyavad.....?
    Gautam ji...
    Apko sunkar bahut acchaaaa Laga.....
    Hm log bhikhari Thakur ji Ko na dekh paye ......
    Kabhi apse milna hua to jiwan dhanya samjhunga......
    Bahut Sara pyar aur aabhar.....
    Apka subhchintak...
    Vikash Raj Singh'shahi'

  • @Rudrapr203
    @Rudrapr203 ชั่วโมงที่ผ่านมา

    वाह वाह सर जी

  • @keshavprasad8780
    @keshavprasad8780 5 ปีที่แล้ว +4

    शानदार कवि जी

  • @harikeshtiwari3539
    @harikeshtiwari3539 5 ปีที่แล้ว +7

    वाह मजा आ गया

  • @sanjaygiri2036
    @sanjaygiri2036 4 ปีที่แล้ว +3

    Bahut badhiya

  • @shivendrasingh6399
    @shivendrasingh6399 ปีที่แล้ว

    Feel this 😊😊😊

  • @valo6994
    @valo6994 3 ปีที่แล้ว +1

    शानदार. अद्वितीय

  • @scalpingPandit
    @scalpingPandit ปีที่แล้ว +1

    One if my favorite😍😍

  • @univerce.
    @univerce. ปีที่แล้ว +1

    University of allahabad

  • @peeyushyadav5845
    @peeyushyadav5845 3 ปีที่แล้ว +1

    बेहतरीन !!!

  • @shyamdubey3429
    @shyamdubey3429 2 ปีที่แล้ว

    Bhaut yaad ata apna gaav , kaash wahi samay ajata 😪

  • @OnlyStudyHelp
    @OnlyStudyHelp 2 ปีที่แล้ว +1

    Wah bahut achha

  • @mithunsinghjanwaar
    @mithunsinghjanwaar 3 ปีที่แล้ว

    Ab kaha hota hai aisa mela

  • @kaifahmed4826
    @kaifahmed4826 3 ปีที่แล้ว +1

    Kailash Gautam ji mere Gaanv ke hain

  • @ravindragupta266
    @ravindragupta266 5 ปีที่แล้ว +7

    Wow...

  • @SUMITKUMAR-mn4ss
    @SUMITKUMAR-mn4ss ปีที่แล้ว +1

    Superb

  • @abhaysahu2825
    @abhaysahu2825 4 ปีที่แล้ว +3

    Kya bat Maja aa gya

  • @devnarayanyadav2151
    @devnarayanyadav2151 6 หลายเดือนก่อน

    BAHUT ACHCHHA

  • @kalyanipandey8789
    @kalyanipandey8789 5 ปีที่แล้ว +3

    Bahut Khub sir

  • @amitrawat3759
    @amitrawat3759 4 ปีที่แล้ว +5

    Wow 😀

  • @princess.s.s.bblogs1087
    @princess.s.s.bblogs1087 2 ปีที่แล้ว +1

    Awesome 😎,🥰🥰🥰

  • @bikaaskumar9109
    @bikaaskumar9109 2 ปีที่แล้ว

    Aap sada prerana ka srot bane rahenge, respect ❤️ se 🙏🙏🙏🙏

  • @neerajtravelvlogs8168
    @neerajtravelvlogs8168 4 ปีที่แล้ว +3

    कितनी जमीनी जुड़ाव प्रस्तुती है।

  • @panditsachin5695
    @panditsachin5695 4 ปีที่แล้ว +2

    बहुत खूब

  • @shahidsiraj1167
    @shahidsiraj1167 5 ปีที่แล้ว +3

    Wah Wah bahut acha

  • @युवामंच-व7व
    @युवामंच-व7व 3 ปีที่แล้ว

    अरे दादा कहां चले गए🙏🏻