☸️👌ग्रेट ! सर ! 💯%✔️संशोधीत सत्य है ! ज्ञान की आभा/प्रकाश से रत "लाईट आॅफ ऐशिया" बुध्द को ही "भारत" कहा गया है ! भारत को "बुध्ददेश" भी कहा गया है जो बौध्द सम्राट असोक महान के अखंड़ "जम्बुदीपसी" साम्राज्य का हिस्सा था ! नमो बुध्दाय !🇮🇳❤🙏🙏🙏
बुद्ध के सिंध शब्द से ग्रीक भाषा में 'इंडस (Indus)' शब्द बना और इंडस शब्द से इंडिया (India) शब्द बना है! : 'इंद' (Ind) का अर्थ 'बुद्ध' होता है और "इंडिया" (India) का अर्थ 'बुद्ध का देश' होता है। बुद्ध को पूरे विश्व में 'आभारत' (आभा+रत) भी कहा जाता है, जो कालांतर में 'आ' हटकर 'भारत' हो गया है। अनेक लोग यह मानते हैं; कि पाली शब्द झ्यान (Jhan) से 'चीन' शब्द बना है; लेकिन वास्तव में सिन (Sin) शब्द से 'चीन' शब्द बना है। खरोष्ठी भाषा में 'सिन' (Sin) शब्द का अर्थ 'बुद्ध' होता है और इसी सिन शब्द से झिन (Xin) यह चीनी शब्द बना है। सिन या झिन मतलब सुर्य देवता बुद्ध (Xiun) होता है और बुद्ध को बौद्ध साहित्य में सुर्य देवता बुद्ध कहा गया है। इस तरह, सिन (Sin), झिन (Xin), जियुन (Xiun) का अर्थ 'बुद्ध' होता हैं। इसलिए, बुद्ध से संबंधित झिन (Xin) से 'चीन' शब्द बना है, जिससे स्पष्ट होता है की चीन का अर्थ 'बुद्ध' का देश होता है। (Anacalypsis, Vol. II, p. 210-11) बुद्ध के सिन (Sin) शब्द से ही सिंध (Sindh) शब्द बना है। सिन मतलब सुर्यदेवता बुद्ध की चमकती गोल वक्ररेखा (Arc of the Sun)। सिंधु नदी का आकार सूरज की चक्राकार रेखा (Arc of Sun) की तरह है, इसलिए सिंधु नदी को सुर्यदेवता बुद्ध की सिन नदी (Sin River of Sin Buddha) भी कहा जाता था। सिंधु नदी को अबासिंध भी कहा जाता है। अबासिंध मतलब पितामह (अबा) बुद्ध की नदी। इस तरह, 'सिन', 'सिंध', 'अबासिंध' इन शब्दों का अर्थ 'बुद्ध' होता है। बुद्ध के सिंध शब्द से ग्रीक भाषा में 'इंडस (Indus)' शब्द बना और इंडस शब्द से 'इंडिया' (India) शब्द बना है। (Anacalypsis, vol. II, p. 182, 201) बुद्ध के खरोष्ठी सिन (Sin) शब्द से ही सिंद (Sind), इंद (Ind) शब्द बने हैं। इंद से इंद्र, इंदौर, इंदिरा, इंडिया, इंडस जैसे बुद्ध के समानार्थी अनेक शब्द बने हैं। अर्थात, इंद (Ind) का अर्थ 'बुद्ध' होता है और इंडस (Indus) या 'इंडिया' (India) का अर्थ 'बुद्ध का देश' होता है। (Prehistoric Lunar Astronomy, by Roy, p. 6) यही वज़ह है; कि चंद्रगुप्त मौर्य के ग्रीक राजदूत मैगस्थेनिस ने जम्बूद्वीप की पहचान बुद्ध के नाम से अपने ग्रंथ का नाम इंडिका (Indica) रखा था। इस तरह, चीन और इंडिया यह दोनों शब्द बुद्ध से संबंधित "सिन, झिन, सिंध, इंद" शब्दों से बने हैं और इसलिए इन शब्दों से बने 'चीन' तथा 'इंडिया' ये देश बुद्ध के देश साबित होते हैं।
हमारा अतीत यह ग्रुप बहुत बढीया काम कर रहा है। हम बहुत प्रभावित हो गये। आपके व्हिडिओ का इंतजार रहता है। आपके मेहनत को दिलसे सलाम अगर आप काल समय का तालमेल बैठा पाए तो इस देश पर (INDIA that is भारत )बहुत बड़ा उपकार होगा। कृपया समय कल को निश्चित करने का प्रयास करें। धन्यवाद!!!!!🙏🙏🙏
बहुत शानदार सर जी एक से बढ़कर एक हिंदुस्तान या इस देश के बारे में जानकारियां दे रहे आज इस देश को ऐसे तथ्यात्मक जानकारी देने वाले इतिहासकार की बहुत आवश्यकता ताकि इस देश को पाखंड के भंवर जाल से निकाल कर के इसके वास्तविक स्वरूप में खड़ा किया
सर आपका प्रयास बहोत अच्छा है! हम हमारे देश का नाम कैसे पडा यह जब खोजते है तो यह देश,राष्ट्र,राज्य, स्टेट यह शब्द कब अस्तित्व में आये और किस क्षेत्र के लिए इन्हें सर्व प्रथम इस्तेमाल किया गया ये देखना होगा दुसरे आजके भारत या आर्यावर्त के पडोसी देशोंकी प्राचिन भाषा के साहीत्य में इस क्षेत्र को किस नाम से संबोधित किया गया यह देखने ना होगा तब हम किसी निष्कर्ष पर पहुचेंगे ! प्राचीन काल में बहोत से कबिले या टोलीया थी उन सबमें भारत टोली का नाम ही क्यों?और सबसे प्राचिन भाषा , साहित्य में जब जम्बुदिप है तो उसका भारत कब और क्यों हुवा ?
पाहले हमारे देश का नाम जम्बूद्वीप था उस समय हमारे देश में सिर्फ पाली प्रकृति भाषा पढी और बोली जाती थी बिदेशी आर्य वृह्मणों के आक्रमण के बाद देवनागरी लिपि लिखी गई इससे संस्कृति भाषा फिर हिन्दी लिखी बोली जाने लगी जो आज है।
भारत शब्द दो भाग में है - भा मतलब आभा/चमक (बुद्ध ने जो प्राकृतिक ज्ञान खोजा था उस ज्ञान की आभा/चमक) रत मतलब समलित होना बस्स/वुट्ठी मतलब वर्षा ( भगवान बुद्ध ने जो प्राकृतिक ज्ञान खोजा था उस ज्ञान की आभा/चमक की बर्षा में ईरान से लेकर बर्मा तक सभी रत/समलित हो गए) उसी क्षेत्र को भारत कहा जाता है। इसलिए हम बुद्ध को ही भारत और बुद्ध की माता को भारत माता कहते हैं 🙏🙏🙏
भारत में तीन विदेशी हमले किये गये पहला आर्य वृह्मणों द्वारा दुसरा मुगलों द्वारा तीसरा अंग्रेजों द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय बौद्ध धर्म का प्राचीन विश्वविद्यालय था।
महावीर स्वामी, गौतम बुद्ध मुनि, विदेशी यात्रियों कि किताबें जो पढ़ेगा वहीं भारत का वास्तविक इतिहास जान पायेगा। क्यों कि भारत के इतिहासक कुछ निजी और कुछ राजनीतिक कारणों के वजह से वास्तविक जानकारी नहीं देते अपनी किताबों में जो पूर्ण रूप से गलत है।
सर समझ में नहीं आ रहा अगर ब्राम्हण आए तो कब आए? इतिहास से हमे ब्राम्हण सभ्यता के सबूत नहीं मिलते।ऋग्वेद और मनुस्मृति काफी बाद में लिखे गए है,हेंसवांग फहियां तो ब्राम्हणों को बुद्ध का अनुयाई बताए थे।बहुत confuse हूं कृपया मार्गदर्शन करें🙏।
Thanks once again for useful video post under Hamara Ateet, bringing to fore facts that had been hidden to many. Now it has been clear that the name BHARAT of our mother land /Country doesn’t come after Brahmanwadi myth story Dushyant Raja &Shakuntala or Bharat.
बहुत बहुत धन्यवाद हमें लोगों के बीच में बोलने के लिए आपको तहे दिल से बार बार नमस्कार हमारे पास जब ऐसी जानकारी होगी तभी हम लोगों के बीच में बोल पाते हैं
ऋग्वेद तो पिछले एक हजार साल में रचित ग्रंथ है जबकि हजारों साल पूराने बौद्ध ग्रंथ है लेकिन बौद्ध ग्रंथों में कहीं भी सुदास का जिक्र नहीं है। तिब्बती बौद्ध ग्रंथों से पता चलता है कि बुद्ध का एक नाम भरत/भारत था और हिथी गुफा के शिलालेख में बिहार, नेपाल, पूर्वी यूपी के क्षेत्र को भारवास कहा गया है। इसी भारवास से भारतवर्ष बना।
Hello Sir Thanks for the valuable information. Just had a question regarding the existence of King Sudasa, you have taken the reference from rigveda, which is not authentic source of history. Do we have any authentic source of his existence, the era of his kingdom, and till then, I would consider it as a theory only.
हम जैन है ग्रंथो मे जम्बूदीप भरत खंडे अयोध्या नगरी का वृतांत है किंतु जब रामायण आई तब लव कुश कांड में लाइन आती हैं की जम्बूदीप आर्यावर्त भारत खंडे अयोध्या नगरी कहा गया था आप बात कर रहे हैं की भारत का नाम जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभ देव के पुत्र भरत के नाम पर पड़ा था भरत एक चक्रवर्ती सम्राट हुए थे
Very nice information sir Sir, कृपया कर के मुझे बताय कि लगभग महाभारत कब ❓ लिखा गया कयोकि मैंने अलबरुनी कि भारत से पढा है कि वह जस भारत आए थे तब महाभारत में 1 लाख शलोक थे मैंने महाभारत के आदि परव में पढा है कि मुल महाभारत जिसे जय संहिता कहा जाता है उसमें केवल 8800 शलोक हि है
हमने वोट मांगने के लिए गरीबो के पास जाकर भारत माता की जय का नारा लगवाया, हमने सैनिक भाईयों से भारत माता के जय लगाने का आह्वान किया, हमने राष्ट्रगान मे भारत भाग्य विधाता गुनगुनाए, हमने गरीब और मध्यमवर्गीय आम भारतीयो के लिए देशभक्ति फिल्म बनाया जिसमे भारत का रहने वाला हूं जैसे देशभक्ती गीत बनाया, लेकिन मै नेता हूं मेरी गाड़ी मे Goverment of india लिखा होता है, मैने अंतर्राष्ट्रीय मंचो पर देश का नाम india दर्ज करवाया, हमने हर खाने-पीने, पहनने, ऊठने-बैठने, सब मे made in india करवाया, अंत मै एक मूर्ख भारतीय हूं जिसे अपने नीजि स्वार्थ के अलावा किसी से कोई मतलब नही है....
बद्ध का नाम भी भरत है तिब्बत के ग्रंथ में है❤❤
हमेशा की तरह इस बार भी बडा धमाका। बहुत बढ़िया जानकारी। ज्ञानवर्धक वीडियो। शानदार प्रस्तुति। आपको मेरा नमन 🙏🙏👏👌
सुपर सैल्यूट क्रांतिकारी जय जय जय भारत जय संविधान नमो बुद्धाय ✍️📚🇮🇳💪💖🙏
☸️👌ग्रेट ! सर !
💯%✔️संशोधीत सत्य है !
ज्ञान की आभा/प्रकाश से रत "लाईट आॅफ ऐशिया" बुध्द को ही "भारत" कहा गया है ! भारत को "बुध्ददेश" भी कहा गया है जो बौध्द सम्राट असोक महान के अखंड़ "जम्बुदीपसी" साम्राज्य का हिस्सा था ! नमो बुध्दाय !🇮🇳❤🙏🙏🙏
आगर आप की तरह स्कूल मे इतिहास पडाया जाता तो आजकी स्थिती बुहुत हि अलग हुई होती
बुद्ध का एक नाम भरत है,
Namo buddhay Jay BHiM Jay samvidhan Jay mulnivasi
बुद्ध के सिंध शब्द से ग्रीक भाषा में 'इंडस (Indus)' शब्द बना और इंडस शब्द से इंडिया (India) शब्द बना है! :
'इंद' (Ind) का अर्थ 'बुद्ध' होता है और "इंडिया" (India) का अर्थ 'बुद्ध का देश' होता है।
बुद्ध को पूरे विश्व में 'आभारत' (आभा+रत) भी कहा जाता है, जो कालांतर में 'आ' हटकर 'भारत' हो गया है।
अनेक लोग यह मानते हैं; कि पाली शब्द झ्यान (Jhan) से 'चीन' शब्द बना है; लेकिन वास्तव में सिन (Sin) शब्द से 'चीन' शब्द बना है। खरोष्ठी भाषा में 'सिन' (Sin) शब्द का अर्थ 'बुद्ध' होता है और इसी सिन शब्द से झिन (Xin) यह चीनी शब्द बना है। सिन या झिन मतलब सुर्य देवता बुद्ध (Xiun) होता है और बुद्ध को बौद्ध साहित्य में सुर्य देवता बुद्ध कहा गया है। इस तरह, सिन (Sin), झिन (Xin), जियुन (Xiun) का अर्थ 'बुद्ध' होता हैं। इसलिए, बुद्ध से संबंधित झिन (Xin) से 'चीन' शब्द बना है, जिससे स्पष्ट होता है की चीन का अर्थ 'बुद्ध' का देश होता है। (Anacalypsis, Vol. II, p. 210-11)
बुद्ध के सिन (Sin) शब्द से ही सिंध (Sindh) शब्द बना है। सिन मतलब सुर्यदेवता बुद्ध की चमकती गोल वक्ररेखा (Arc of the Sun)। सिंधु नदी का आकार सूरज की चक्राकार रेखा (Arc of Sun) की तरह है, इसलिए सिंधु नदी को सुर्यदेवता बुद्ध की सिन नदी (Sin River of Sin Buddha) भी कहा जाता था। सिंधु नदी को अबासिंध भी कहा जाता है। अबासिंध मतलब पितामह (अबा) बुद्ध की नदी। इस तरह, 'सिन', 'सिंध', 'अबासिंध' इन शब्दों का अर्थ 'बुद्ध' होता है। बुद्ध के सिंध शब्द से ग्रीक भाषा में 'इंडस (Indus)' शब्द बना और इंडस शब्द से 'इंडिया' (India) शब्द बना है। (Anacalypsis, vol. II, p. 182, 201)
बुद्ध के खरोष्ठी सिन (Sin) शब्द से ही सिंद (Sind), इंद (Ind) शब्द बने हैं। इंद से इंद्र, इंदौर, इंदिरा, इंडिया, इंडस जैसे बुद्ध के समानार्थी अनेक शब्द बने हैं। अर्थात, इंद (Ind) का अर्थ 'बुद्ध' होता है और इंडस (Indus) या 'इंडिया' (India) का अर्थ 'बुद्ध का देश' होता है। (Prehistoric Lunar Astronomy, by Roy, p. 6)
यही वज़ह है; कि चंद्रगुप्त मौर्य के ग्रीक राजदूत मैगस्थेनिस ने जम्बूद्वीप की पहचान बुद्ध के नाम से अपने ग्रंथ का नाम इंडिका (Indica) रखा था।
इस तरह, चीन और इंडिया यह दोनों शब्द बुद्ध से संबंधित "सिन, झिन, सिंध, इंद" शब्दों से बने हैं और इसलिए इन शब्दों से बने 'चीन' तथा 'इंडिया' ये देश बुद्ध के देश साबित होते हैं।
भारत भरो की देश है ए देश भाषा संस्कृति यहा तक की देवी देवता भगवान सब भरो की नाम है ।
भर भारत की ट्राइबल कास्ट है।
Very informative
History aap ek Braham hai fir bhi sachchi information deto ho
aap sachchy insaan ho
आप के वीडियो बहुत गियान वर्धक होते है आप के वीडियो का इन्तजार रहते है
हमारा अतीत यह ग्रुप बहुत बढीया काम कर रहा है। हम बहुत प्रभावित हो गये। आपके व्हिडिओ का इंतजार रहता है। आपके मेहनत को दिलसे सलाम अगर आप काल समय का तालमेल बैठा पाए तो इस देश पर (INDIA that is भारत )बहुत बड़ा उपकार होगा। कृपया समय कल को निश्चित करने का प्रयास करें। धन्यवाद!!!!!🙏🙏🙏
भारत देश की पहचान महात्मा बुद्ध से है नमो बुधाय जय भीम जय हिंद जय भारत वंदेमातरम।❤❤❤❤❤
बहुत शानदार सर जी एक से बढ़कर एक हिंदुस्तान या इस देश के बारे में जानकारियां दे रहे आज इस देश को ऐसे तथ्यात्मक जानकारी देने वाले इतिहासकार की बहुत आवश्यकता ताकि इस देश को पाखंड के भंवर जाल से निकाल कर के इसके वास्तविक स्वरूप में खड़ा किया
मंडळ खूप खूप आभारी आहे...
धन्यवाद सर...🙏☸️🇮🇳
❤नमो बुद्धाय❤
❤जय भीम❤
भारत का नाम जैन धर्म के पहले तीर्थंकर भगवान ऋषभ देव के पहले पुत्र भरत के नाम पर भारत पड़ा .
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ के पुत्र भरत के नाम पर पड़ा था नाम भारत
भरत का भारत 🇮🇳🇮🇳
सर आप बहुत संशोधन करते है .आपके परिश्रम को सलाम
❤ love you sir. Keep blessing us with the true history of our nation
Baudhmay Bharat ....The great Asoka ❤❤
सर आपका प्रयास बहोत अच्छा है! हम हमारे देश का नाम कैसे पडा यह जब खोजते है तो यह देश,राष्ट्र,राज्य, स्टेट यह शब्द कब अस्तित्व में आये और किस क्षेत्र के लिए इन्हें सर्व प्रथम इस्तेमाल किया गया ये देखना होगा
दुसरे आजके भारत या आर्यावर्त के पडोसी देशोंकी प्राचिन भाषा के साहीत्य में इस क्षेत्र को किस नाम से संबोधित किया गया यह देखने ना होगा तब हम किसी निष्कर्ष पर पहुचेंगे !
प्राचीन काल में बहोत से कबिले या टोलीया थी उन सबमें भारत टोली का नाम ही क्यों?और सबसे प्राचिन भाषा , साहित्य में जब जम्बुदिप है तो उसका भारत कब और क्यों हुवा ?
🙏जयभीम नमो बुद्धाय जय संविधान ✍️
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जय मानवता ☸️ जय विज्ञान
Great knowledge sir धोती खोल दिया आपने बिल्कुल सही बताया है। सर आपका बहुत बड़ा फैन हो गया हूं।
Superb 👌👌❤❤❤
बिल्कुल सही कहा, लेकिन ये अंधभक्त नहीं समझेंगे। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं अंधभक्त नहीं हूं।
नमो बुद्धाय जय भीम सर
वीडियो बहुत ज्ञानवर्धक है, बाबासाहेब के अनुसार मनुस्मृति का लेखक सुमित भार्गव था |
Superb ❤❤❤❤
बहुत अच्छी और सटीक जानकारी दी है।🎉
जैन धर्म के आद्य तिर्थंकर ऋषभदेव के पुत्र का नाम भरत था/ ईसलिए इस देश का नाम भारत पडा/
Bahut acha topic and bahut achi jaankaari sir👍👍❤️❤️
सर जी कृपया बोधीसत्व महाकाल के ऊपर वीडियो बनाओ । नमो अमिताभ बुद्ध 💙💙🙏
बहुत बढ़िया जानकारी 🙏
पाहले हमारे देश का नाम जम्बूद्वीप था उस समय हमारे देश में सिर्फ पाली प्रकृति भाषा पढी और बोली जाती थी बिदेशी आर्य वृह्मणों के आक्रमण के बाद देवनागरी लिपि लिखी गई इससे संस्कृति भाषा फिर हिन्दी लिखी बोली जाने लगी जो आज है।
True history
Thanks lot of
Absolutely 💯 truth l sailute you sir 🙏
भारत शब्द दो भाग में है - भा मतलब आभा/चमक (बुद्ध ने जो प्राकृतिक ज्ञान खोजा था उस ज्ञान की आभा/चमक) रत मतलब समलित होना बस्स/वुट्ठी मतलब वर्षा ( भगवान बुद्ध ने जो प्राकृतिक ज्ञान खोजा था उस ज्ञान की आभा/चमक की बर्षा में ईरान से लेकर बर्मा तक सभी रत/समलित हो गए) उसी क्षेत्र को भारत कहा जाता है। इसलिए हम बुद्ध को ही भारत और बुद्ध की माता को भारत माता कहते हैं 🙏🙏🙏
बहुत ही उम्दा जानकारी 🙏🙏🙏
भारत में तीन विदेशी हमले किये गये पहला आर्य वृह्मणों द्वारा दुसरा मुगलों द्वारा तीसरा अंग्रेजों द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय बौद्ध धर्म का प्राचीन विश्वविद्यालय था।
जंबूदीपे Arayawart bharatvarsh Hindustan india 🇮🇳
अति सून्दर👌👌
Bahut सटीक जानकारी आपने दी. धन्यवाद.
हमारे देश का नाम INDIA केसे पड़ा था हमारे देश का पुराना नाम जम्बूद्वीप था
रा
महावीर स्वामी, गौतम बुद्ध मुनि, विदेशी यात्रियों कि किताबें जो पढ़ेगा वहीं भारत का वास्तविक इतिहास जान पायेगा। क्यों कि भारत के इतिहासक कुछ निजी और कुछ राजनीतिक कारणों के वजह से वास्तविक जानकारी नहीं देते अपनी किताबों में जो पूर्ण रूप से गलत है।
सर समझ में नहीं आ रहा अगर ब्राम्हण आए तो कब आए? इतिहास से हमे ब्राम्हण सभ्यता के सबूत नहीं मिलते।ऋग्वेद और मनुस्मृति काफी बाद में लिखे गए है,हेंसवांग फहियां तो ब्राम्हणों को बुद्ध का अनुयाई बताए थे।बहुत confuse हूं कृपया मार्गदर्शन करें🙏।
Thanks once again for useful video post under Hamara Ateet, bringing to fore facts that had been hidden to many. Now it has been clear that the name BHARAT of our mother land /Country doesn’t come after Brahmanwadi myth story Dushyant Raja &Shakuntala or Bharat.
Truth knowledge,truth history ko hi padhana chahiye, thanks sir
Very nice information of history of origin of name of Bharat and India
Ab tak ki best video 👏👏👏👏👏👏👏
सर आपको सादर जय भीम नमो बुद्धाय जय साधुवाद सर आपने बहुत अच्छी ज्ञानवर्धक बात बताई आपको❤ से नमन करते हैं
बहुत बहुत धन्यवाद हमें लोगों के बीच में बोलने के लिए आपको तहे दिल से बार बार नमस्कार हमारे पास जब ऐसी जानकारी होगी तभी हम लोगों के बीच में बोल पाते हैं
बहुत बढ़िया जानकारी
धन्यवाद
Super bahut hii gayanwardak vedio he thank you.
भाई एक वीडियो पुराणों के कालक्रम पर बनाओ ब्राह्मणों ने कैसे पुराणों को रचा और कब और क्यों
ऋग्वेद तो पिछले एक हजार साल में रचित ग्रंथ है जबकि हजारों साल पूराने बौद्ध ग्रंथ है लेकिन बौद्ध ग्रंथों में कहीं भी सुदास का जिक्र नहीं है। तिब्बती बौद्ध ग्रंथों से पता चलता है कि बुद्ध का एक नाम भरत/भारत था और हिथी गुफा के शिलालेख में बिहार, नेपाल, पूर्वी यूपी के क्षेत्र को भारवास कहा गया है। इसी भारवास से भारतवर्ष बना।
Nice information sir aap humko hamara sacha itihas batate ho aapka bahot bahot dhanyawad 🙏
बहुत अच्छी जानकारी दी आपने मैं आपके सारे विडियो देखता हुं 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹♥️♥️♥️ good night sir ji
सर मेरा सौभाग्य है कि मैं आपका चैनल देख रहा हूं
Sachme meie Kamal ki jankari dee hai aapne , aapka bahut bahut dhanyawad..
Nice description , thanks
Good video sir knowledgeable ❤❤
नमस्कार Hamara Atit Sir और हमारे सभी साथियों को भी!
Hello Sir
Thanks for the valuable information.
Just had a question regarding the existence of King Sudasa, you have taken the reference from rigveda, which is not authentic source of history.
Do we have any authentic source of his existence, the era of his kingdom, and till then, I would consider it as a theory only.
बहुत अच्छी जानकारी है ऐसे ही अगले वीडियो का ईन्तजार रहेगा ❤
Excellent information sir
विपक्ष अगर अपने गठबंधन का नाम भारत रख ले तो ये भाजपा फिर अपने देश का नाम क्या रखेगा ।
Very good information
Thank you 🙏 ❤
Nice information
Dhnywad
Sir bharat bhi bhagavan buddh ka ek naam hai
Tantrayan buddhism me likha hai
Knowledge full content
Namo buddhay Jai bhim
आपकी आवाज पीसफुल है
Jai Hind Jai Bharat 🇮🇳🚩❤️
Sir Hindu sab ka asli matlab kya hai or iska upyog sabse pahle upyog kisne kiya tha
Great sir good job ❤
Beautiful
हम जैन है ग्रंथो मे जम्बूदीप भरत खंडे अयोध्या नगरी का वृतांत है किंतु जब रामायण आई तब लव कुश कांड में लाइन आती हैं की जम्बूदीप आर्यावर्त भारत खंडे अयोध्या नगरी कहा गया था
आप बात कर रहे हैं की भारत का नाम जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभ देव के पुत्र भरत के नाम पर पड़ा था भरत एक चक्रवर्ती सम्राट हुए थे
Nice sir
राजा सुदास का कार्यकाल कब था कृपया ऐतिहासिक समय बताने की कोशिश करे
Very nice information sir
Sir, कृपया कर के मुझे बताय कि लगभग महाभारत कब ❓ लिखा गया
कयोकि मैंने अलबरुनी कि भारत से पढा है कि वह जस भारत आए थे तब महाभारत में 1 लाख शलोक थे
मैंने महाभारत के आदि परव में पढा है कि मुल महाभारत जिसे जय संहिता कहा जाता है उसमें केवल 8800 शलोक हि है
You are great sir❤❤
धन्यवाद
Amazing video
Great sir
Welcome sir
Ye 3 desh tabhi alag alag the Aaj bhi alag alag hai.
हमने वोट मांगने के लिए गरीबो के पास जाकर भारत माता की जय का नारा लगवाया, हमने सैनिक भाईयों से भारत माता के जय लगाने का आह्वान किया, हमने राष्ट्रगान मे भारत भाग्य विधाता गुनगुनाए, हमने गरीब और मध्यमवर्गीय आम भारतीयो के लिए देशभक्ति फिल्म बनाया जिसमे भारत का रहने वाला हूं जैसे देशभक्ती गीत बनाया, लेकिन मै नेता हूं मेरी गाड़ी मे Goverment of india लिखा होता है, मैने अंतर्राष्ट्रीय मंचो पर देश का नाम india दर्ज करवाया, हमने हर खाने-पीने, पहनने, ऊठने-बैठने, सब मे made in india करवाया, अंत मै एक मूर्ख भारतीय हूं जिसे अपने नीजि स्वार्थ के अलावा किसी से कोई मतलब नही है....
100%RIGHT... 2300 SAL PAHLE KAVILE HI THE
बुद्ध का नाम ही भारत था .
Jai Bhim / Jai Bharat / Jai Vigyan
💜N A M O - B U D D H A Y A 💜
Awesome
मोदी जी ने भारत नाम रखा था
भगवान ऋखभ देव का ऐक जन्म में जड़भरत भी पडा़ जिससे भारत नाम बताया गया है
Chandra vanshi raja bharat ke naam per bharat
सर जी आप बताना भारत माता कियो कहा जाता है जब कि भारत पुरूष है जरूर बताना
❤❤
Saari duniya me Buddh hi satya hai Baki sub kalpanik hai Namo Buddhay Jay bhim jai samvidhan jai vigyan Jai Bharat jai Mulnivasi 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
भारत आर्याव्रत कभी नहीं था
Nice
Good morning dear sir ji 🙏🙏