जाने चुंजवाला महादेव के बारे मे | महादेव चुंजवाला सेराज

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  • เผยแพร่เมื่อ 2 ก.พ. 2025

ความคิดเห็น • 28

  • @Deveshthakur50k
    @Deveshthakur50k หลายเดือนก่อน +1

    🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿

  • @ShivaThakur-zp1qd
    @ShivaThakur-zp1qd 11 หลายเดือนก่อน +3

    Jai Ho 🙏🙏🙏🌹🌹🌹❤❤❤❤

  • @NKBharti-vw1jy
    @NKBharti-vw1jy 9 หลายเดือนก่อน +1

    जय हो मेरे मालिक मेरी रक्षा करें

  • @induthakur5962
    @induthakur5962 10 หลายเดือนก่อน +1

    Jai jo deua

  • @HalkuxBhai92
    @HalkuxBhai92 ปีที่แล้ว +4

    Har har mahadev ji chunjwala mahadev

  • @maheshhanda3878
    @maheshhanda3878 ปีที่แล้ว +3

    हर हर महादेव

  • @YogRaj164
    @YogRaj164 10 หลายเดือนก่อน +1

    देव चुंजवाला पक्षिराज गरुड़ है न कि महादेव,❤❤❤

    • @diwanthakur3482
      @diwanthakur3482 10 หลายเดือนก่อน +1

      Aapke kahne se ho gya pakshi Raj

  • @VinuRajta-jt6fs
    @VinuRajta-jt6fs 11 หลายเดือนก่อน +3

    Harijan kiyu nhi ate koi btayega

    • @YogRaj164
      @YogRaj164 10 หลายเดือนก่อน +1

      गांव अशुध होता है, अछूत की bjeh से

    • @pushpenderprateek7492
      @pushpenderprateek7492 6 หลายเดือนก่อน

      @@YogRaj164Acha aur kya hota he .. kon si duniya me he bhai Tum

  • @pushpenderprateek7492
    @pushpenderprateek7492 2 หลายเดือนก่อน +1

    Bithu Narayan sabse bada Baghwaan he ….

  • @meshuthakur3066
    @meshuthakur3066 7 หลายเดือนก่อน +1

    आप लोगो ने दूसरा नया रथ कैसे बनाया, और जो पुराना रथ बना है बो रथ कहा है 😮😮

    • @GURVNSHI2504
      @GURVNSHI2504 6 หลายเดือนก่อน

      जब खानदानी धामीयों की जगह को दूसरे लोग छीन लें तो झगड़े से दूर निकल कर अलग से नया रथ बनाना मज़बूरी बन गई!
      और रही पुराने रथ की बात वो कहां है?
      पुराना रथ दो हार ने बनवाया था और दो हार से ही चलन चलावा होता था! दो हार के धामी चलाते थे और मूल स्थान शालागाड़ कोठी से चलाते थे!
      बाद में अंग्रेजों की तरह पांच हारी जुड़ी और भारत की तरह पुराना रथ लूट ले गए!
      दो हार ने देवेश्वर चंञ्जवाला जी महादेव के मूल स्थान और स्वयं उनको चुना (सिर्फ एक अष्टधातु से निर्मित मोहरा) और पांच हारीयों ने स्वर्ण निर्मित रथ को चुना!
      हमारे बुजुर्ग जानते थे हमें महादेव हमारे साथ चाहिए रथ तो हम और भी बना लेंगे! और देवेश्वर चंञ्जवाला जी महादेव का नया रथ बना!

  • @JagatKashiv
    @JagatKashiv ปีที่แล้ว +3

    Hari Jan kese hote h

  • @dharmenderrana650
    @dharmenderrana650 ปีที่แล้ว +3

    Kya Harrijan bo kese hote h

  • @YogRaj164
    @YogRaj164 10 หลายเดือนก่อน +4

    Harijano ke gaanv tum sabse sunder h , vo tumhare gnde ghr m nhi aa skte😂

    • @diwanthakur3482
      @diwanthakur3482 10 หลายเดือนก่อน +1

      Jesa aapko teek lage ache gande ka sawal ni hai aap niti ko ni man sakte to mat mano nokri ke liye jati likte hai kyu likte fir.

    • @pushpenderprateek7492
      @pushpenderprateek7492 6 หลายเดือนก่อน

      @@diwanthakur3482Kisi devta ne koi partha nhi banayi he Tum logo ne bana rakhi he

  • @jatinroy7947
    @jatinroy7947 11 หลายเดือนก่อน +4

    Baja bjane ke liye thik hai harijan ese ni aa skte babkuf hai wo Jo 😂😂tumare sath ate hai

  • @tabahiigamer4548
    @tabahiigamer4548 ปีที่แล้ว +4

    Name pe phele wala chada hai purana chunjwala neya kaha se cdna fir

  • @himalayathewonderland8123
    @himalayathewonderland8123 ปีที่แล้ว +4

    2 rath bna diye hai apne swarth k liye Devte k… Manyata purane rath ko hi milegi…

    • @diwanthakur3482
      @diwanthakur3482 10 หลายเดือนก่อน

      Galat ni bol sakte kisi ko jo bi hai mahadev ki Leela hai

    • @GURVNSHI2504
      @GURVNSHI2504 6 หลายเดือนก่อน

      जिनको महादेव के नीति-नियम, मूल स्थान और तो और स्वयं देवेश्वर चंञ्जवाला जी महादेव की नहीं पड़ी वो लोग स्वार्थ की बात कर रहे हैं! स्वार्थी तुम लोग हो जो अपने स्वार्थ के लिए महादेव के मूल स्थान को छोड़ कर दूसरी जगह कोठी बनाई!
      नया रथ बनाना हमारा स्वार्थ नहीं मजबुरी थी, जब खानदानी लोगों की जगह दूसरे लोग छीन ले तो झगड़े को छोड़कर ऐसा मजबूरन करना पड़ा!
      हम तो अलग है 50 वर्षों से तो फिर आजकल क्यूं खानदानी धामी की जगह दूसरे लोग छीन रहे हैं! दूसरों की जगह छीनने वाले स्वार्थी होते हैं, मनुष्य नहीं दैत्य प्रवृत्ति के लोग हो तुम!
      देवेश्वर चंञ्जवाला जी महादेव का चलन चलावा दो हार ( बुरना और बीझर) से ही चलता था! दो हार के ही धामी चलाते थे और मूल कोठी शालागाड़ से चलता था! हम स्वार्थी नहीं है स्वार्थी तुम लोग हो तीसरी कोठी बनाने वाले! कोठी दो ही थी पूरे सात हार में शालागाड़ कोठी और शिवाड़ी कोठी! और जहां तक रथ की बात है चंञ्जवाला जी महादेव का पुराना रथ दो हार ने बनाया है हमारे बुजुर्गों ने बनाया है! तुम लोग तो बाद में जुड़े हो! तुम लोगों को बना बनाया मिला है हमारा दो हार का जैसे वाप का बनाया हुआ बेटे को मिलता है वैसे ही!
      और हां फ़ालतू की बकवास ना करें जब देवेश्वर चंञ्जवाला जी महादेव के इतिहास का पता ही ना हो!!
      😡😡😡

    • @GURVNSHI2504
      @GURVNSHI2504 6 หลายเดือนก่อน

      ​@@diwanthakur3482भाई जी इनको चंञ्जवाला जी महादेव के इतिहास का पता होता तो ऐसी बात ही क्यूं करते!

    • @GURVNSHI2504
      @GURVNSHI2504 6 หลายเดือนก่อน

      जिनको महादेव के नीति-नियम, मूल स्थान और तो और स्वयं देवेश्वर चंञ्जवाला जी महादेव की नहीं पड़ी वो लोग स्वार्थ की बात कर रहे हैं! स्वार्थी तुम लोग हो जो अपने स्वार्थ के लिए महादेव के मूल स्थान को छोड़ कर दूसरी जगह कोठी बनाई!
      नया रथ बनाना हमारा स्वार्थ नहीं मजबुरी थी, जब खानदानी लोगों की जगह दूसरे लोग छीन ले तो झगड़े को छोड़कर ऐसा मजबूरन करना पड़ा!
      हम तो अलग है 50 वर्षों से तो फिर आजकल क्यूं खानदानी धामी की जगह दूसरे लोग छीन रहे हैं! दूसरों की जगह छीनने वाले स्वार्थी होते हैं, मनुष्य नहीं दैत्य प्रवृत्ति के लोग हो तुम!
      देवेश्वर चंञ्जवाला जी महादेव का चलन चलावा दो हार ( बुरना और बीझर) से ही चलता था! दो हार के ही धामी चलाते थे और मूल कोठी शालागाड़ से चलता था! हम स्वार्थी नहीं है स्वार्थी तुम लोग हो तीसरी कोठी बनाने वाले! कोठी दो ही थी पूरे सात हार में शालागाड़ कोठी और शिवाड़ी कोठी! और जहां तक रथ की बात है चंञ्जवाला जी महादेव का पुराना रथ दो हार ने बनाया है हमारे बुजुर्गों ने बनाया है! तुम लोग तो बाद में जुड़े हो! तुम लोगों को बना बनाया मिला है हमारा दो हार का जैसे वाप का बनाया हुआ बेटे को मिलता है वैसे ही!
      और हां फ़ालतू की बकवास ना करें जब देवेश्वर चंञ्जवाला जी महादेव के इतिहास का पता ही ना हो!!
      😡😡😡

  • @DevRajKashaw-pi2kz
    @DevRajKashaw-pi2kz ปีที่แล้ว +2

    Jay ho malik