क्यों जो मिला है उसे ना भोग के,जीवन में जो ना मिला हो उस एक कमी पर ही मन क्यों अटका और उदास रहता है?
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- เผยแพร่เมื่อ 19 ม.ค. 2023
- लेखिका उर्मिला शिरीष
Urmila Shirish
उर्मिला शिरीष हमारे दौर की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कथाकारों में से एक हैं. उन्होंने ढेरों कहानियां लिखीं और हर वर्ग द्वारा सराही गईं.
उर्मिला शिरीष की कहानियाँ प्रेमचंद की परंपरा से आती हैं, जहाँ जीवन का यथार्थ है तो जीने की इच्छा को फलीभूत करता मार्ग भी। उनकी कहानियों में स्त्री जीवन के कई रूप हैं, तो बच्चों की, युवाओं की एकदम ईमानदार भावछवि भी। वे वृद्ध जीवन के ऐसे अनदेखे पक्ष उजागर करती हैं, जहाँ हम प्रायः अपनी दृष्टि को ठहरा देते हैं। प्रेम और घृणा, संघर्ष और जिजीविषा के, राग और द्वेष के बीच बहते जीवन को उनकी मनोवैज्ञानिक दृष्टि पाठकों के सामने ऐसे सहज ढंग से रख देती है कि वे चकित रह जाते हैं।
-उर्मिला शिरीष का जन्म 9 अप्रैल, 1959 को मध्य प्रदेश में हुआ. उन्होंने हिंदी से एम.ए. पी.एचडी. और डी.लिट्. की उपाधि आद्योपान्त प्रथम श्रेणी में प्राप्त की. उनके द्वारा लिखी या संपादित पुस्तकों की गिनती दो दर्जन के आसपास पहुंचने ही वाली हैं.
वर्तमान में भोपाल क़ॅ शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या स्नातकोत्तर (स्वशासी) महाविद्यालय में हिंदी की प्राध्यापक उर्मिला शिरीष की कुछ कहानियों का उर्दू, अंग्रेज़ी, पंजाबी, सिन्धी तथा ओड़िया आदि भाषाओं अनुवाद भी हो चुका है. - บันเทิง
बहुत ही सुंदर व दिल को छूने वाली रचना है
खूबसूरत
बहुत ही सार्थक।
बहुत सार्थक और उत्कृष्ट कहानी 👌आपके स्वर में भावुकता महसूस हुई 🙏
💕😘
@@aajsuniye popup p
G
बेहद शानदार कहानी
वाचन उससे भी शानदार ❤️
Thank you Anju❤️😘
Seema ji
aap ki prastuti me Ma saraswati ki aseem kripa rahti hai.
Virlon ko aisi kripa milti hai
mera vinamra naman apko .
आपको हृदय से धन्यवाद मीरा मैम...आप श्रोतागण ही मेरा संबल हैं.
😮😮😮😮😮😮😮 Bahut zyada accha chitran kiya gaya hai kisi aise vyakti ki manodasha ka jiske paas jeevan ki poonji hai lekin parayee..
Sab paraya aur apki prastuti ne toh Jaan daal di
Thank you निशी जी।
Thank you निशी जी।
बिना रक्त संबंध के रिश्ते को अपना बना सकें अथवा वह अपने बन सके इतना सहज नहीं होता।
इससे बेहतर तो अपने श्रम तथा शक्ति को किसी समाज कल्याण के कार्य में लगाया जाए तो एक प्रकार का आत्म संतोष और तृप्ति अवश्य मिलेगी।
कहानी एक सोच को जन्म देती है उतना ही सुंदर वाचन।😔😔🌷🌷
🙏🏻💕👍
बेहद खूबसूरती से मनोभावों को व्यक्त किया है, और उतनी ही भावना से भरा हुआ आपका कथा कथन🙏🙏
जी धन्यवाद आपको 💕❤️
कभी कभी भावेश मेआकर कुछ कर देने पर स्वयं ही नहीं सहज हो पाता।भावनात्मक द्वन्द्व काअच्छा चित्रण किया है आपके स्वर ने बड़ा सहज रूप दिया
😍🙏🏻🙏🏻
Kahani nahi mere jeewan k do drishya hai..niji anubhaw relate karti rahi. Kai abortions k bad ki sthiti aur samaj ki batein, uff...dusre bachche ko ap khub pyar kar sakte hain par woh apko sweekarenge, isme sandeh hai. Ishwar ki kripa se hame, ham dono ki, hamari santaan prapt hui aur din bhi badal gaye. Samaj bhi." Kaise jiyenge iske bina" me apka bheega swar dravit kar gaya... urmila ji ko bahut dhanyawad.
बहुत अच्छा लगता है आप सभी के कमेंट्स...लगता है हम अपने दुःख सुख बांट रहे हैं। एक अव्यक्त सूत्र से बंधे प्रतीत होता है
शशि जी आपकी आत्मकथा तमक टिप्पणी पढ़कर मन भावुक हो गया।
आखिर ईश्वर ने कृपा की। जो आप पर सदैव बनी। 💕🌹🌹
@@shyamasharma6456 🙏🙏
Nice story
Kahani Pasand aai .
Very nice story 👌👌👌🙏🙏🙏
👌👌👌👌👌🥰🥰🥰🥰🥰🥰🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
😍❤️
Very very nice story
Very nice story.
Namaskar sir....bahut din bad aapka comment aaya...kya sunna band kr diya aapne?
नमस्कार। पूरी तन्मयता से आप सारी कहानियों को उनके ही अनुसार उतार चढ़ाव से बढ़ाती हैं, ताकि कहानियों को उनका रूप रंग सुबह शाम और रात्रि विश्राम प्रदान दिया जा सके। बहुत बहुत आभार एवम धन्यवाद।
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद सर 🙏🏻
🙏
Kahani achi lgi bus mind ki game hai jo dono k mind mein ghmooty rhi
🙏🏻❤️
Pls jai Shankar Prasad ji ki kahani sunaia ...Prandand ...sunaia
नीलम जी...prandand मेरे ढूँढने पर मिली नहीं मिलते ही सुनाती हूँ
Rashi is doing job or not ??If yes then how she is keeping child ???😊😊😊
Not mentioned about her job during pregnancy..
@@aajsuniye Namaskar ji .I mean when they were talking to go with her husband on tour she was working and then brought Ashish child .....😊😊any ways just was thinking .It's writer matter not yours !!!! I like your voice and style of story telling .I guess you live in Lucknow ???
@@ritasingh2193 जी आपने बिल्कुल सही कहा...शुरू मे यह मालूम हुआ कि वो जॉब करती है लेकिन बाद में कोई संकेत नहीं मिला।
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद...आगे भी सुनते रहिएगा।
जी आपका अनुमान सही है। मैं लखनऊ में रहती हूँ।
Story is incomplete. Total waste of time