हर हर महादेव शरणमनमन है प्रभुजी सुप्रभात 👏🌅🙏🌄🌻🌼🌟🟡💛🟡🌟🌼🌻आपका हर क्षण मंगलमय हो ✌✌✌💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜ओंकाररूप ओशो जी नमन वंदन अहो भावऔर जब कोई व्यक्ति समदर्शन में ठहर जाता है, वह शिवतुल्य हो जाता है-शिवतुल्यो जायते। फिर वह स्वयं परमात्मा हो गया। तुम तभी तक ‘मैं’ हो, जब तक तुम्हें अपना पता नहीं है। यह बात बड़ी विरोधाभासी लगती है। तुम तभी तक चिल्लाये चले जा रहे हो मैं-मैं-मैं, जब तक तुम्हें पता नहीं कि तुम कौन हो। जिस दिन तुम्हें पता लगेगा, उसी दिन ‘मैं’ भी गिर जायेगा, ‘तू, भी गिर जायेगा। उस दिन तुम शिवतुल्य हो जाओगे। उस दिन तुम स्वयं परमात्मा हो। उस दिन अहर्निश नाद उठेगा-अहम् ब्रह्मास्मि। उस दिन तुम यह दोहराओगे नहीं, यह तुम जानोगे। उस दिन यह तुम्हें समझना नहीं पड़ेगा; यह तुम्हारा अस्तित्व होगा, यह तुम्हारी अनुभूति होगी। उस दिन सब तरफ एक का ही नाद, एक का ही निनाद होगा। जैसे बूंद सागर में खो जाये, सीमा मिट जाये, असीम हो जाये! तब तुम शिवतुल्य हो जाओगे। शिव की यही चेष्टा है। बुद्धों का यही प्रयास है कि तुम भी उन जैसे हो जाओ। उन्होंने जो जाना है-परमानंद, वह तुम्हारी भी संपदा है। तुम अभी बीज हो, वे वृक्ष हो गये हैं। वे वृक्ष तुम से यही कहे चले जा रहे है कि तुम बीज मत बने रही, तुम भी वृक्ष हो जाओ। और तब तक तुम्हें शांति न मिलेगी जब तक तुम शिवतुल्य न हो जाओ। इससे कम में आदमी राजी होनेवाला नहीं। इससे कम में आत्मा तृप्त न होगी। प्यास बनी ही रहेगी, कितना ही पियो संसार का पानी, प्यास बुझेगी नहीं, जब तक कि परमात्मा के घट से न पी लो। तब प्यास सदा के लिए खो जाती है। सब वासनाएं सब दौड़, सब आपाधापी समाप्त हो जाती है; क्योंकि तुम वह हो गये, जो परम है। उसके ऊपर फिर कुछ और नहीं। तीनों अवस्थाओं में चौथी अवस्था को तेल की तरह सिंचन करो, ताकि ऐसे मग्न हो जाओ कि स्व-चित्त में प्रवेश हो; ताकि प्राण-समाचार मिले; ताकि तुम जान सको कि सबमें एक ही विराजमान है; समदर्शन हो; ताकि तुम शिवतुल्य हो जाओ। आज इतना ही। ओशो शिव सूत्र 08💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜 जै परम ओंकाररूप ओशो जी औलिया जी नमन वंदन अहोभाव प्रणाम 👏👏👏🌅🙏🌄🙏🏻🌻🌼🌟🟡💛🟡🌟🌼🌻💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜
Guruji gopiyan nirakar krishna ko prem karti thi ya sakar krishna ki Guruji meera ne to sakar krishna ki upasna ki thi fir unko nirakar ka gyan kaise hua unko anahat nad kaise sunai diya
Osho ne bhaut criticism ki hai krishna ki bhaut zyda. Or Ram ko bhi itna bhala bura kha hai. Yha tak kha vo bhgwan nhi hai or Ravan ki puja kro na ki ram ki.
Pyaron ke pyare rahbar Prem naman
Naman Aur koti koti dhanyawaad guruji
गुरुजी प्रणाम नमन वंदन चरणों में समर्पित पुष्प गोविंद सदा प्रसन्न सहाय हों श्री कृष्ण वयम नमः
All right ❤️
Wowww
Gurudev aapke Charanon Mein Pranam hai
प्रणाम नमन अहोभाव सद्गुरूदेवजी🙏🙏🙏🙏🙏
Thankyou so much 😘😘🙏🙏🙏🙏 Radhe Radhe
Sadguru Naman
Excellent
Nice..Nice..Nice.. naman sadgurudev
सदगुरु ओश़ो सिद्धार्थ औलिया जी के चरणों में नमन अहोभाव
🙏❤️🙏🌹🌹🌹💐💐💐
ओम् श्री समर्थगुरुवे नम:🙏🙏🙏कोटिश:अहोभाव 🙏🌹🙏
Sadguru ji parnam aap bahut virat and vishal h mere prabhu
Pujya gurudev ke charnon me shat shat🙏 naman
Ahobhav pyare Samarthguruji 🙏 ♥️ 🙏❤️🙏❤️🙏❤️
Pranam sadhguru 🙏🙏🌺🙏🙏
Naman Gurudev ❤️
प्रेम गली अति शांकरी , जा में दो न समाये ।
नमन् सत्गुरु कोटिकोटि नमन्
Thanks Gurudev Ahobhav 🌺🌺🌺🌺🌺🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 thanks for coming in my life Sadguru Ji 🙏🙏🙏🌺🌺🌺
Our gratitude at the feet of our Beloved Master.
अत्यंत ही सटीक और सार्थकता से भरपूर व्याख्या सुनकर धन्य हैं....बहुत बहुत .आभार बडे बाबा 🙏🙏🙏🙏🙏
जय समर्थ गुरुजी जय ओशोधारा प्रणाम❤ 🙏
Sarkar madhopur , kab darsh do gay❤️
Jai Osho 🙏🏻 Jai Samarthguru 🙏🏻
सुन्न मंडल में घर कराया साहिब जी, नाम से भेंट भी कराया।🙏❤️
बहुत बहुत सुंदर रूप से बताने के लिए बारंबार आभार सद्गुरु जी ....🙏🙏🙏🙏
Ahobhav Samarthguru 🙇🙇🙇
Gratitude Smarthgurudev 🙏 ❤
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
कबीर तुलसी मीरा रसखान का उल्लेख कर गुरूवर जी ने स्पष्ट किया कृष्ण , राम , ओंकार की पहचान को । धन्यवाद ।। ऊँ ।।
Hai gurugi aapko KOTI KOTI bandhan prabhu
सत्यम् शिवम् सुन्दरम्ः ।। ऊँ ।।
💘💘💘💘Krishna
Naman Sadguru
Naman Baba jii
Jai sri krishna
Supercalifragilisticexpialidociou god osho
🙏🙏🙏🙏
pranam !
Very very nice ! Pranam & THANKS
Charn sparsh baba and krishn g
NAMAN BABA OSHO BABA LOVE
Very good guruji jay krishna
🕉 श्री गुरवे नमः🙏🙏🙏🙏🙏अहोभाव
naman mere pyare murshid
हर हर महादेव शरणमनमन है प्रभुजी सुप्रभात 👏🌅🙏🌄🌻🌼🌟🟡💛🟡🌟🌼🌻आपका हर क्षण मंगलमय हो ✌✌✌💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜ओंकाररूप ओशो जी नमन वंदन अहो भावऔर जब कोई व्यक्ति समदर्शन में ठहर जाता है, वह शिवतुल्य हो जाता है-शिवतुल्यो जायते। फिर वह स्वयं परमात्मा हो गया। तुम तभी तक ‘मैं’ हो, जब तक तुम्हें अपना पता नहीं है।
यह बात बड़ी विरोधाभासी लगती है। तुम तभी तक चिल्लाये चले जा रहे हो मैं-मैं-मैं, जब तक तुम्हें पता नहीं कि तुम कौन हो। जिस दिन तुम्हें पता लगेगा, उसी दिन ‘मैं’ भी गिर जायेगा, ‘तू, भी गिर जायेगा। उस दिन तुम शिवतुल्य हो जाओगे। उस दिन तुम स्वयं परमात्मा हो। उस दिन अहर्निश नाद उठेगा-अहम् ब्रह्मास्मि। उस दिन तुम यह दोहराओगे नहीं, यह तुम जानोगे। उस दिन यह तुम्हें समझना नहीं पड़ेगा; यह तुम्हारा अस्तित्व होगा, यह तुम्हारी अनुभूति होगी। उस दिन सब तरफ एक का ही नाद, एक का ही निनाद होगा।
जैसे बूंद सागर में खो जाये, सीमा मिट जाये, असीम हो जाये! तब तुम शिवतुल्य हो जाओगे।
शिव की यही चेष्टा है। बुद्धों का यही प्रयास है कि तुम भी उन जैसे हो जाओ। उन्होंने जो जाना है-परमानंद, वह तुम्हारी भी संपदा है। तुम अभी बीज हो, वे वृक्ष हो गये हैं। वे वृक्ष तुम से यही कहे चले जा रहे है कि तुम बीज मत बने रही, तुम भी वृक्ष हो जाओ। और तब तक तुम्हें शांति न मिलेगी जब तक तुम शिवतुल्य न हो जाओ।
इससे कम में आदमी राजी होनेवाला नहीं। इससे कम में आत्मा तृप्त न होगी। प्यास बनी ही रहेगी, कितना ही पियो संसार का पानी, प्यास बुझेगी नहीं, जब तक कि परमात्मा के घट से न पी लो। तब प्यास सदा के लिए खो
जाती है। सब वासनाएं सब दौड़, सब आपाधापी समाप्त हो जाती है; क्योंकि तुम वह हो गये, जो परम है। उसके ऊपर फिर कुछ और नहीं।
तीनों अवस्थाओं में चौथी अवस्था को तेल की तरह सिंचन करो, ताकि ऐसे मग्न हो जाओ कि स्व-चित्त में प्रवेश हो; ताकि प्राण-समाचार मिले; ताकि तुम जान सको कि सबमें एक ही विराजमान है; समदर्शन हो; ताकि तुम शिवतुल्य हो जाओ।
आज इतना ही।
ओशो
शिव सूत्र 08💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜 जै परम ओंकाररूप ओशो जी औलिया जी नमन वंदन अहोभाव प्रणाम 👏👏👏🌅🙏🌄🙏🏻🌻🌼🌟🟡💛🟡🌟🌼🌻💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜💜
नमन गुरुदेव
Very nice guruvar
💐🙏
🌹🙏🌷
Guruji gopiyan nirakar krishna ko prem karti thi ya sakar krishna ki
Guruji meera ne to sakar krishna ki upasna ki thi fir unko nirakar ka gyan kaise hua unko anahat nad kaise sunai diya
ऊँ................................................ऊँ
बहुत सुन्दर प्रभु जी
Parm purush
🙏🏼🕉️🙏🏼🤍🙏🏼🕉️🙏🏼
Kya jo aap govind kehte hain, parmaatma kehte hain wo Krishna hain? Ya Krishna avatar hai, or govind parmaatma koi or hai?
ओशो जरूर आपको सुन रहे होंगे ।
ओर हस रहे होंगे😄😄
Osho ne bhaut criticism ki hai krishna ki bhaut zyda. Or Ram ko bhi itna bhala bura kha hai. Yha tak kha vo bhgwan nhi hai or Ravan ki puja kro na ki ram ki.
निशांत तुम अपना भी कुछ करोगे कि Bs ओशो को पकड़ के झूलते रहोगे हमेशा, कुछ अपनी बुद्धि लगाओ,
Supercalifragilisticexpialidociou god osho
Supercalifragilisticexpialidociou god osho
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