जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए उनकोही अपने पार्टीमें लेना इससे भाजपाका मतदाता बहुत नाराज हो गए. मोदीजी अच्छे तो है लेकिन भ्रष्टाचारियों को पार्टी में लेकर मोदीजी की विश्वसनीयता को लोगोने भुला दिया.
यूपी में टिकट भाजपा हाई कमान ने जानबूझकर हारने वाले लोगों को लड़ाया कि यदि जीत गए तो श्रेय मिलेगा हार जाते हैं तो योगी जी को जिम्मेदार माना जायेगा उनकी छवि पूरे देश में खराब हो जायेगा
आखिर BJP 240 पर कैसे अटक गये, 1. वर्ष 2014 में देश में चुनाव आया, तो आपने कहा मैं प्रधानमंत्री नहीं हूँ, मैं तो प्रधान सेवक हूँ। देशवासियों ने जबरदस्त स्वागत किया, बदले में आपने देश हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए, मजा आ गया, मजा आ गया। 2. समय बदला और 2019 में आप ने कहा कि मै तो देश का चौकीदार हूँ। आपने चौकीदार की अर्जी दी, देश की जनता ने पहले से भी ज्यादा भर भर के आशीर्वाद दिया। और इस दूसरे टर्म में आपने पहले की अपेक्षा देश हित में और कई अभूतपूर्व काम किए, साथ ही संसार में यश और नाम खूब बढ़ा, हमें बहुत खुशी हो रही थी। मजा आ रहा था। 3. फिर भी बहुत तकलीफ थी। जिस जिहादी कौम का भरोसा पृथ्वीराज चौहान भी नही जीत पाए, उनका भरोसा आप जीतने में लगे रहे, दस सालों में आप मध्यम वर्ग को भूल गये। 4. अमीरों को मांगने की जरूरत नही होती, गरीबों को राशन, मकान, दे रहे हो, फिर मध्यम वर्ग को क्या मिला कभी सोचा नहीं सोचा। अल्पसंख्यकों को मिलाने के लिए आपके अनूठे प्रयोगों से कोर वोटर नाराज़ होते रहे। ये आपने ही कहा था ना कि मुसलमानों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ मे कंप्यूटर होना चाहिए। ठीक बिलकुल ठीक, फिर हिन्दुओं के हाथ में क्या होना चाहिए? कभी बताया नहीं आपने। खैर बदले में मुसलमानों ने आपके हाथ मे घंटा पकड़ा दिया। पूरे साठ सालों में जितना लाभ उनको कांग्रेस ने नहीं दिया, उससे कई गुना ज्यादा आपने इनको 10 सालो में, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य, गैस, बिजली, पानी, सड़क, रेल, सब कुछ दिया। 5. आपके फ़ैसले से आपके लोग दुखी हुए, फ़िर भी आपके साथ दुखी भाव से खड़े रहे, लेकिन जब चुनाव का वक्त आया तो आपने सरकार बचाने या चुनाव जीतने का नारा ही नहीं दिया, जबकि साइकोलॉजिकल नैरेटिव अबकी बार चार सौ पार का कर दिया। 6. आप के वोटर बाहर ही नहीं निकले, क्योंकि सब यही सोचते रहे अरे 400 पार तो हो ही जायेगा, एक मेरे वोट से क्या होगा। 7. आपने कांग्रेस, राहुल गांधी, और विरोधियों को सड़क पर उतार दिया, आपसे दूसरी बड़ी गलती यही हो गई। 8. बंगाल मे आप के कार्यकर्ता मरते रहे, प्रताड़ित होते रहे, रोते रहे, कलपते रहे, मगर पूर्ण बहुमत की सरकार होते हुए भी आपने कुछ नहीं किया। अजी कार्यकर्ता तो छोड़िए, CBI, ED को भी पीटते रहे, आपने कुछ नहीं किया। ममता को हटाया क्यूँ नहीं? बर्खास्त करना चाहिए था। 9. आज उस राहुल का कद इतना बड़ा हो गया कि उसने अपने मामूली से कार्यकर्ता से आपकी अमेठी वाली प्रत्याशी, जिसने कभी स्वयं राहुल को हराया था, को भारी अंतर से पटकवा दिया खैर, जूता महँगा हो अथवा सस्ता, उसे सर पर नहीं रखते, किंतु आपकी समझ में नहीं आया। 10. आप नहीं माने, बीजेपी वाशिंग पाउडर से धो धो कर दूसरी पार्टी के भ्रष्टाचारियों को पनाह देते रहे, क्योंकि आपको विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनना था। 11. जो आप के पुराने कार्यकर्ता थे वो मुँह ताकते रहे, आप गैरों को टिकट देते रहे। ये आपके वही कार्यकर्ता थे जो 2014 और 2019 के चुनाव में जान और धन लुटाते रहे। अभी भी वक्त है, पैंतरे बदलिए और खुद को संभालिए। 12. बीजेपी फैजाबाद से हार गई। जानते है क्यों हारे? आपने राम भक्तो पर गोलियाँ चलवाने वाले को पदम् श्री आदि से सुशोभित किया। किया ना? तो फिर वहाँ की पब्लिक ने राम द्रोही को जितवा दिया, तो क्या गलत किया? इससे बड़ा और प्रमाण क्या चाहिए की देशद्रोहियों को सिर्फ आपका फ्री माल चाहिए, लेकिन वे आपको वोट नहीं देंगे। शुक्र मनाइए कि अच्छे काम की वजह से वा हम जैसे जागृत हिन्दू के कारण आपकी सरकार अंतिम समय में बन गई। अपने इस टर्म में राजनीति से ऊपर उठकर विकास और हिन्दुत्व का ऐसा मापदंड तय कीजिए कि विश्व के मानचित्र पर विकसित, समृद्ध, और सशक्त भारत की मजबूत और सुदृढ़ स्थिति हो। आखिर में, आपने पार्टी और देश को टू मैन कम्पनी के तरीके से 10 वर्ष चलाया है। इस रवैये को अब थोड़ा बदल दीजिये, और थोड़ा अपने कार्यकर्ताओं की बात पर ध्यान देना शुरू करिए। भारत के संसाधनों पर मुसलमान का पहला हक है यह कांग्रेस की विचारधारा है और कांग्रेस पार्टी इसके लिए सारी योजनाएं बनाता है. भारत का मध्यवर्गी परिवार बीजेपी को सपोर्ट करता है किंतु भाजपा हमेशा अपने सपोर्टर मध्यवर्गीय परिवार को चोट पहुंचती है. थोड़ा हिन्दू मध्यम वर्ग की भी चिंता कीजिये। 🚩🕉️
प्रदीप जी आपने बिल्कुल सही विश्लेषण किया है जिस संसदीय क्षेत्र में मै रहता हूं कर्नाटक में वहां से मौजूदा सांसद का टिकट काट कर ऐसे व्यक्ति को दिया जिसे ना तो कोई जानता था ना ही वो संघ परिवार से था सुना है कि उनकी अमित शाह के बेटे से दोस्ती थी ओर साथ साथ पढ़ाई की है हार गए
अच्छा हुआ वो हार गये।मोदी ओके पर अमित शाह महाराष्ट्र यूपी,कर्नाटक और वेस्ट बेंन्गाल मे भारी भुल की है।और रोजगारी और महंगाई का कोइ गारन्टी नही।भाजपाई सपोरटर को कोई फायदा नही दीया।
हजारों भाजपा समर्थक वोट देने ही नहीं गए।विपक्षी उम्मीदवार घर घर से मतदाता निकाल रहे थे, बाइक से ले जा रहे थे, कचौडी जलेबी खिला रहे थे। पटना साहिब में रविशंकर प्रसाद जीते. पर कभी मुहल्ले गली में नहीं दिखे।
Modi ke bharose ke Karan hi to ye huva Amit sah ko jarurat jyada ahmiyat baki netavo ko Nazar andaz karna... Modi gujrat ke alawa kisi ko kuchh nahi de raha hai
बिजेपी का IT cell सोते रहा सुचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भी जिम्मेदार माना जाना चाहिए, जिसका कोई प्रयास नहीं दिखाई दिया जिससे झुठे नैरेटिव से जनता को आगाह कर सके।
प्रदीप जी यह सच है कि हमने मोदी जी के नाम पर ही बोट दिया है ।हमारी सांसद तीसरी बार जीती हैं जबकि सच यह है कि हमने आज तक उनके दर्शन नहीं किये है जबकि वे हमसे मात्र दो कि मी दूर रहती है ।इसीलिए बार बार आवाज उठाई जाती रही कि बोट तो हम मोदी जी के नाम पर ही देंगे पर आप प्रत्याशी तो सही दो ।पर जनता की आवाज अरण्य रोदन सिद्ध हुई ।
सर आप का विवेचन बहुत सटीक लगता है मै आप को दैनिक जागरण मे भी पढ़ता रहता हू ,मेरा मानना है कि इस चुनाव की रणनीति प्रशांत किशोर ने बनाई थी और इस नीति मे मोदी जी को चुनाव हारना ही मुख्य उद्देश्य नहीं था योगी जी की ताकत को घटाना था
Vah baki kisi bhi aur political party ke leaders se better hai. Per Modi ShivRaj Chauhan Amit Bhai jaisey extraordinary politician ke rahtey km dikhatey hai. Har koi Modi nhi ho sakta, vah man of century hai. Nadda ji RSS ABVP BJP ke dedicated worker hai.
Sir very well and critically explained ! If at all Bharat is to be built as a strong and developed nation you can't ignore RSS ! Jai Shree Ram ! 👏👏👏🙏🙏🙏
2019 me Manoj Sinha ko candidate banya tha, unsey better candidate kon ho sakta hai? Vaha Janta ke mentality hi esey hai. Mukhtiyar Ansari agar Modi ke virodh bhi 2014 me candidate hota to unka bhi jeetana muskil ho jata. Candidate nhi, Hindu abhi bhi gulam mentality se grast hai
सटीक विश्लेसण,इसके अलावा और भी कारनहै आत्ममुग्ध हीना, महगाई वह बेरोज़गारी की अनदेखी, मध्यवर्ग और नौकरीपेशा की तरफ् ध्यान नही दिया और वाणी का सदुपयोग नही करना।
मैं अभी भी कह रहा हूं, अमित शाह को बंगाल और उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी मिलना चाहिए।उनको मंत्रालय छोड़ देना चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव राज सिंह चौहान को बनाना चाहिए।
ShivRaj Chauhan aur Amit Shaha ko sangathan me kaam karney ke bahut avyakta hai. Vah dono hi Modi ke baad sabsey sucessfull mass leader hai. Ministry se important party hai.
बी जे पी को जल्दी से जल्दी पिछले चुनाव में हुई गलतियों को दूर करना चाहिए और अपने तौर तरीकों में सुधार करना चाहिए। अच्छी जानकारी देने के लिए हृदय पूर्वक धन्यवाद आपको आदरणीय प्रदीप सिंह साहब।
बीजेपी की हार का कारण को आपने बहुत अच्छी तरह से विश्लेषण किया है प्रदीप जी. मेरा भी मानना है की अति उत्साह, उम्मीदवारों के चयन मे गड़बड़ी, बाहरी व्यक्तियों को निष्ठावान कार्यकर्ता के ऊपर थोपना, वर्षों से पार्टी के लिए दिनरात काम करने वाले कार्यकर्ता की उपेक्षा बीजेपी की हार का कारण है. अब इसमें कितने सुधार होते है आने वाले समय में पता लग जायेगा. आपको नमस्कार है प्रदीप जी. किसी ने ठीक ही कहा है कि बीजेपी को अपनों ने ही इस स्थिति में ला दिया है वरना सारे विपक्षियों में कहाँ दम था. जय श्री राम.
यूपी वालें लोंग लालची है ईसीलिए जाती में बट गए गुजरात के लोग लालची नहीं है ईसीलिए सिर्फ बीजेपी को वोट दीया ईसमें अमित शाह का नाम क्यूं ले रहे हों ?? तुम्हारे युपी वाले लोगों को बोलो
बडी डिंगे हांकते रहते थे की भाजपा केडर बेस पार्टी है। फिर पन्ना प्रमुख के झुठे नाम खानापुर्ती के लिए डाले होंगे। लोकसभा इलेक्शन 2024 सामने था तब वोटर लिस्ट लेकर गली-मोहल्ले भाजपा कार्यकर्ता गये ही नहीं। चुनाव के पहले दो-तीन बार लोगों से मिलना चाहिए था नये नाम जोड़े नहीं। ऐसा संगठन विसर्जन कर लेना चाहिए।
प्रदीप जी, युपी में, योगी को डाऊन करने लिए, सेंटर और राज्य के कुछ नेताओं की वजह से ही उत्तरप्रदेश में ये गिरावट देखनी पड़ी। सेंटर के कुछ नेताओं का बहुत बड़ा योगदान है इस साज़िश में।
श्रीमान जी, नमस्कार।। आपका कथन सही है राजस्थान में जो उम्मीदवार विधायक का चुनाव नही जीत पाये ऐसे दल बदलू लोगो को लोकसभा के चुनाव में उम्मीदवार बना दिया जिसे आमजनों ने नकार दिया।।
आप सही कह रहे हैं सर, जैसा कि कहा गया है “बीती ताहि बिसार दे आगे की सुध लै"भाजपा को अब आगे की ओर देखना चाहिए और केवल मजबूत और जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को ही साथ रखना चाहिए और सर्वसम्मत दृष्टिकोण अपनाना चाहिए 🙏🙏
संघी मोदी को सहमति से भी बोलें। संघ की शुरू से यही लाइन रही है। नेता एक ही होगा। बाकियों को टंगड़ी मारी के लुढ़का दिया जाएगा। शुरू से चेक कर सकते हैं। बलराज मधोक गोविंदाचार्य प्रमोद महाजन आडवानी जी और अभी ताजा ताजा गदकरी और योगीजी
२०२४ में मोदीजी की वह लोकप्रियता नहीं रही थी, आज भी नहीं है इस सत्य को क्यों नहीं स्वीकार किया जा रहा है? मोदीजी हर रैली में "मोदी की गारंटी", "मोदी की सरकार" कहा करते थै, भाजपा की सरकार या एनडीए की सरकार नहीं!अगर मोदी इतने लोकप्रिय हैं तो क्यों लोगों ने उन्हे वोट नहीं दिये? मोदीजी का मुस्लिम प्रेम भी एक कारण था,इसे भी स्वीकार किया जाना चाहिए। दोषी स्वयं मोदी भी हैं। और सभी कारण जो आपने गिनाये थे पर मोदी का अहंकार भी एक प्रमुख कारण था।सत्य को स्वीकार करना चाहिए।
मोदी जी की वजह से हम सब सुरक्षित है नहीं तो अभी तक अमेरिका के जार्ज सरोस ने किनारे लगा दिया होता देश ये सब बातें भी नहीं कर पाते। अंहकार पर ज्ञान बांटने के लिए भी नहीं बच पाते 😂😂😂
भाजपा संगठन की लापरवाही रही है। बाड़मेर में सभी जानते थे कि श्री कैलाश चौधरी, केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री यह चुनाव नहीं जीत सकते। इसके स्थान पर श्री रवीन्द्र सिंह भाटी को भाजपा से खड़ा किया जाता तो वह आसानी से जीत दर्ज कर लेता उल्टे ऐसे दमदार उम्मीदवार को भाजपा से निकाल दिया गया क्योंकि वह ईमानदारी से काम करने वाला आदमी है।
मेरी दृष्टि से बीजेपी का खराब प्रदर्शन है ही नहीं देश विदेश की ताकत और ने अपना पूरा जोर लगा दिया था वे सफल हुए लाभार्थी दगाबाज हुए लाभार्थी के सभी लाभ रोक देनाचाहिए
जो हुआ अच्छा हुआ।
भाजपा को बाहरी लोगों पर नहीं बल्कि अपने कार्यकर्ताओं पर,संगठन पर, संघ पर विश्वास रखना होगा।
BJP MUST STOP TO INCLUDE CONGRESS PERSON
yes agreed with
जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए उनकोही अपने पार्टीमें लेना इससे भाजपाका मतदाता बहुत नाराज हो गए. मोदीजी अच्छे तो है लेकिन भ्रष्टाचारियों को पार्टी में लेकर मोदीजी की विश्वसनीयता को लोगोने भुला दिया.
बीजेपी में कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जाती.... बीजेपी के नेताओ को अपना attitude सुधारने की जरूरत है
yes agreed with
JAI HIND JAI BHARAT
Ummid hai ki aap bhi BJP ke karmath karyakarta honge
सही बात कही है कोईजनता की बात सुनता ही नहीं है
Kartartaon ki andekhi, Cadre ki upeksha... I am agree...
JP Nadda एक निष्क्रिय अध्यक्ष है।उनके कारण संगठन बिल्कुल मरणासन्न अवस्था मे पहुच गया।
100% राइट
बोझ है
निकम्मा
यूपी में टिकट भाजपा हाई कमान ने जानबूझकर हारने वाले लोगों को लड़ाया कि यदि जीत गए तो श्रेय मिलेगा हार जाते हैं तो योगी जी को जिम्मेदार माना जायेगा उनकी छवि पूरे देश में खराब हो जायेगा
You are absolutely right Sir
बीजेपी के कई नेता चाहते है की मोदी पीएम न बने।
कारण स्पष्ट है।फटी रहती है।
आखिर BJP 240 पर कैसे अटक गये,
1. वर्ष 2014 में देश में चुनाव आया, तो आपने कहा मैं प्रधानमंत्री नहीं हूँ, मैं तो प्रधान सेवक हूँ। देशवासियों ने जबरदस्त स्वागत किया, बदले में आपने देश हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए, मजा आ गया, मजा आ गया।
2. समय बदला और 2019 में आप ने कहा कि मै तो देश का चौकीदार हूँ। आपने चौकीदार की अर्जी दी, देश की जनता ने पहले से भी ज्यादा भर भर के आशीर्वाद दिया।
और इस दूसरे टर्म में आपने पहले की अपेक्षा देश हित में और कई अभूतपूर्व काम किए, साथ ही संसार में यश और नाम खूब बढ़ा, हमें बहुत खुशी हो रही थी। मजा आ रहा था।
3. फिर भी बहुत तकलीफ थी। जिस जिहादी कौम का भरोसा पृथ्वीराज चौहान भी नही जीत पाए, उनका भरोसा आप जीतने में लगे रहे, दस सालों में आप मध्यम वर्ग को भूल गये।
4. अमीरों को मांगने की जरूरत नही होती, गरीबों को राशन, मकान, दे रहे हो, फिर मध्यम वर्ग को क्या मिला कभी सोचा नहीं सोचा।
अल्पसंख्यकों को मिलाने के लिए आपके अनूठे प्रयोगों से कोर वोटर नाराज़ होते रहे।
ये आपने ही कहा था ना कि मुसलमानों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ मे कंप्यूटर होना चाहिए।
ठीक बिलकुल ठीक, फिर हिन्दुओं के हाथ में क्या होना चाहिए? कभी बताया नहीं आपने।
खैर बदले में मुसलमानों ने आपके हाथ मे घंटा पकड़ा दिया।
पूरे साठ सालों में जितना लाभ उनको कांग्रेस ने नहीं दिया, उससे कई गुना ज्यादा आपने इनको 10 सालो में, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य, गैस, बिजली, पानी, सड़क, रेल, सब कुछ दिया।
5. आपके फ़ैसले से आपके लोग दुखी हुए, फ़िर भी आपके साथ दुखी भाव से खड़े रहे, लेकिन जब चुनाव का वक्त आया तो आपने सरकार बचाने या चुनाव जीतने का नारा ही नहीं दिया, जबकि साइकोलॉजिकल नैरेटिव अबकी बार चार सौ पार का कर दिया।
6. आप के वोटर बाहर ही नहीं निकले, क्योंकि सब यही सोचते रहे अरे 400 पार तो हो ही जायेगा, एक मेरे वोट से क्या होगा।
7. आपने कांग्रेस, राहुल गांधी, और विरोधियों को सड़क पर उतार दिया, आपसे दूसरी बड़ी गलती यही हो गई।
8. बंगाल मे आप के कार्यकर्ता मरते रहे, प्रताड़ित होते रहे, रोते रहे, कलपते रहे, मगर पूर्ण बहुमत की सरकार होते हुए भी आपने कुछ नहीं किया। अजी कार्यकर्ता तो छोड़िए, CBI, ED को भी पीटते रहे, आपने कुछ नहीं किया। ममता को हटाया क्यूँ नहीं? बर्खास्त करना चाहिए था।
9. आज उस राहुल का कद इतना बड़ा हो गया कि उसने अपने मामूली से कार्यकर्ता से आपकी अमेठी वाली प्रत्याशी, जिसने कभी स्वयं राहुल को हराया था, को भारी अंतर से पटकवा दिया
खैर, जूता महँगा हो अथवा सस्ता, उसे सर पर नहीं रखते, किंतु आपकी समझ में नहीं आया।
10. आप नहीं माने, बीजेपी वाशिंग पाउडर से धो धो कर दूसरी पार्टी के भ्रष्टाचारियों को पनाह देते रहे, क्योंकि आपको विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनना था।
11. जो आप के पुराने कार्यकर्ता थे वो मुँह ताकते रहे, आप गैरों को टिकट देते रहे। ये आपके वही कार्यकर्ता थे जो 2014 और 2019 के चुनाव में जान और धन लुटाते रहे।
अभी भी वक्त है, पैंतरे बदलिए और खुद को संभालिए।
12. बीजेपी फैजाबाद से हार गई। जानते है क्यों हारे?
आपने राम भक्तो पर गोलियाँ चलवाने वाले को पदम् श्री आदि से सुशोभित किया। किया ना?
तो फिर वहाँ की पब्लिक ने राम द्रोही को जितवा दिया, तो क्या गलत किया?
इससे बड़ा और प्रमाण क्या चाहिए की देशद्रोहियों को सिर्फ आपका फ्री माल चाहिए, लेकिन वे आपको वोट नहीं देंगे।
शुक्र मनाइए कि अच्छे काम की वजह से वा हम जैसे जागृत हिन्दू के कारण आपकी सरकार अंतिम समय में बन गई।
अपने इस टर्म में राजनीति से ऊपर उठकर विकास और हिन्दुत्व का ऐसा मापदंड तय कीजिए कि विश्व के मानचित्र पर विकसित, समृद्ध, और सशक्त भारत की मजबूत और सुदृढ़ स्थिति हो।
आखिर में, आपने पार्टी और देश को टू मैन कम्पनी के तरीके से 10 वर्ष चलाया है। इस रवैये को अब थोड़ा बदल दीजिये, और थोड़ा अपने कार्यकर्ताओं की बात पर ध्यान देना शुरू करिए।
भारत के संसाधनों पर मुसलमान का पहला हक है यह कांग्रेस की विचारधारा है और कांग्रेस पार्टी इसके लिए सारी योजनाएं बनाता है.
भारत का मध्यवर्गी परिवार बीजेपी को सपोर्ट करता है किंतु भाजपा हमेशा अपने सपोर्टर मध्यवर्गीय परिवार को चोट पहुंचती है.
थोड़ा हिन्दू मध्यम वर्ग की भी चिंता कीजिये।
🚩🕉️
Right 👍
बहुत अच्छी विसलेशन श्री मान जी। 🙏🙏
बिलकुल भाई सही बोला 👌👌
Good photo Dikhaya h modi ko sunil Kumar ji
100% correct. Detailed and accurate.
बीजेपी के सबसे बड़ा हर कारण कार्यकर्ताओं की उपेक्षा
किसे ने सही कहा है , भाजपा को अपने ने लुटा दुसरों में कहां दम था 😢 ।
Jay. Shree Krishna. Jay. Ram
बहुत अच्छा विश्लेषण.
आगरा में भी बहुत विरोध था पर हम सब लोगों ने मोदी जी को वोट दिया और कैंडिडेट जीत गया कैंडिडेट की जीत की हमें कोई खुशी नहीं है
same for dehradun
👌👍❤️🙏
same for almora uttarakhand
हमने नवनीत राणा को वोट दिया पर सीर्फ 19000 वोटोंसे हार गयी
हिंदू वोट 55% विरोधी वोट 75%
बिलकुल सही । आगरा से अगली बार SP सिंह बघेल को हटाना होगा और नया प्रत्याशी देना होगा ।
जनता 2/ 3 बार से ज्यादा किसी प्रत्याशी को झेल नहीं सकती
योगी जिन्को उमिदवार बनाए उनको टिकट नहीं दिया
संघटन की शक्ती मे कमी !
सरकार मे कोई कमी नही !
संघ की कोई गलती नही !
नड्डा और BJP प्रदेश अध्यक्ष जिम्मेदार !
Sanghatan ki shakti hai utsah nahi tha ho jayega modi ke naam pe. Jaise kachuva aur khargosh ki kahani. Baki teen point correct hai.
Even amit shah is responsible for bad choice of candidate
❤❤❤❤❤ and
Amit shah
🙏❤️👌❤️🙏
प्रदीप जी आपने बिल्कुल सही विश्लेषण किया है
जिस संसदीय क्षेत्र में मै रहता हूं
कर्नाटक में वहां से मौजूदा सांसद का टिकट काट कर ऐसे व्यक्ति को दिया जिसे ना तो कोई जानता था
ना ही वो संघ परिवार से था
सुना है कि उनकी अमित शाह के बेटे से दोस्ती थी ओर साथ साथ पढ़ाई की है
हार गए
अच्छा हुआ वो हार गये।मोदी ओके पर अमित शाह महाराष्ट्र यूपी,कर्नाटक और वेस्ट बेंन्गाल मे भारी भुल की है।और रोजगारी और महंगाई का कोइ गारन्टी नही।भाजपाई सपोरटर को कोई फायदा नही दीया।
हजारों भाजपा समर्थक वोट देने ही नहीं गए।विपक्षी उम्मीदवार घर घर से मतदाता निकाल रहे थे, बाइक से ले जा रहे थे, कचौडी जलेबी खिला रहे थे।
पटना साहिब में रविशंकर प्रसाद जीते. पर कभी मुहल्ले गली में नहीं दिखे।
बीजेपी को पसमांदा के chakar में नहीं padkar अपने sc st obc की ओर ध्यान देना चाहिए व भागीदारी बढ़ानी चाहिए।
🙏🙏🙏
जवाबदेही तय नहीं होगी।क्योंकि जिम्मेदार हैं अमित शाह और नड्डा।
माननीय प्रदीप सर जी को सादर प्रणाम
ग़लत टिकट वितरण और संगठन कहीं रहा ही नहीं।
400 पार का नारा भारी पडा
टिकट बटवारे मे अमित शाह जी और नड्डा जी का ही चला है इसलिए खराब प्रदर्शन की जिमेवारी भी इनलोगो को ही लेने चाहिए
आप ने सही कहा !!
योगी आदित्यनाथ के सलाह को अनदेखी का नतीजा है ।
Pradeep ji 🙏
राष्ट्रवादी अभी भी भाजपा की हार को बर्दास्त नही कर पा रहे हैं। आज के समय में एक अकेला मोदी के भरोसे सभी लोग है।
Bhai Modi hi kahta hai ak akela sab par bhari. Vo kabhi BJP ke kisi neta se baat nahi karta na hi hath milata hai.
Modi ke bharose ke Karan hi to ye huva Amit sah ko jarurat jyada ahmiyat baki netavo ko Nazar andaz karna... Modi gujrat ke alawa kisi ko kuchh nahi de raha hai
कैसे राष्ट्रवादी? सारे काम राष्ट्र विरोधी और दावा राष्ट्रवाद का!
सही विश्लेषण।
अब 2019वाली बीजेपी नहीं रही सारे सनातन विरोधी अन्य पार्टियों से नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं।
Jai hind sirji
बार बार परिक्षा निरस्त होना, नौकरियों, रोजगार केलिए सरकार का ध्यान न देना भी सबसे बड़ा कारण है
पुरानी पेंशन योजना, अग्निवीर योजना, महंगाई, बेरोजगारी पर मोदी जी घोर असफल रहे
अखिलेश का एक मात्र नारा भाजपा को ले डूबी वह है बेरोजगारि का नारा। मन्दिर नही रोजगार दिजिये।
पश्चिम बंगाल की हार का कारण बहुत अलग है
ममता की क्रूरता, निर्दयता, तानाशाही से कोई भी नहीं जीत सकता था
आपका विश्लेषण बिलकुल सही है बाहरी लोगों के टिकट दिए जाने की वजह से भाजपा कैडर में निराशा थी इसलिए बहुत सारे लोग वोट डालने नहीं गये
जो भी हुआ अच्छा हुआ अब उपर बाले नेता ओ की भी आखे खुल गई होगी
सर BJP ko muslim vote milte nahi... फिर हिंदुओं पर फोकस् करना चाहिए
सत्य
😂😂😂
Ram Ram ji Pradip ji
श्री प्रदीप जी ,
आपने एक तरह से सारी जवाबदेही तय कर दी ।
जो शत-प्रतिशत सही है ।
धन्यवाद ।
बी. जे. पी. मे किसकी मनमानी चल रही है वही खोजना चाहिए और उसे तुरंत पार्टिसे निकलना चाहिए...
Aap ne Shahi kaha sirji
बिजेपी का IT cell सोते रहा सुचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भी जिम्मेदार माना जाना चाहिए, जिसका कोई प्रयास नहीं दिखाई दिया जिससे झुठे नैरेटिव से जनता को आगाह कर सके।
यूपी में हार के लिए चाणक्य जिम्मेदार है।
समर्पित कार्यकर्ताओं और नेताओं की अनदेखी भाजपा को भारी पड़ी...बहुत बहुत धन्यवाद प्रदीप जी..
महाराष्ट्र में नुकसान हुआ अजीत पवार की वजह से बंगाल में nrc को न लागू करना,caa को लटका कर रखना ओर चुनाव बाद कार्यकर्ताओं की चिंता न करना
Namaskar Pradeep ji jug jug jiyo mere Lal 100 sal jiyo🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
प्रदीप जी का विश्लेषण 100%सहीहै बीजेपी के कार्यकर्ताओं का काम नहीं हुआ विरोधियों को भरपूर फायदा दिया
Pradip ji very good analysis. BJP high command should listen, deliberate and introspect on it. And lastly, Act on it!
प्रदीप जी यह सच है कि हमने मोदी जी के नाम पर ही बोट दिया है ।हमारी सांसद तीसरी बार जीती हैं जबकि सच यह है कि हमने आज तक उनके दर्शन नहीं किये है जबकि वे हमसे मात्र दो कि मी दूर रहती है ।इसीलिए बार बार आवाज उठाई जाती रही कि बोट तो हम मोदी जी के नाम पर ही देंगे पर आप प्रत्याशी तो सही दो ।पर जनता की आवाज अरण्य रोदन सिद्ध हुई ।
आपने सही समीक्षा की है।
सर आप का विवेचन बहुत सटीक लगता है मै आप को दैनिक जागरण मे भी पढ़ता रहता हू ,मेरा मानना है कि इस चुनाव की रणनीति प्रशांत किशोर ने बनाई थी और इस नीति मे मोदी जी को चुनाव हारना ही मुख्य उद्देश्य नहीं था योगी जी की ताकत को घटाना था
नड्डा को बहुत कुछ मिला
अब भी मिल रहा है
नड्डा बेकार है, क्यूंकि अभी भी दल बदलू को लिया जा रहा...
Vah baki kisi bhi aur political party ke leaders se better hai. Per Modi ShivRaj Chauhan Amit Bhai jaisey extraordinary politician ke rahtey km dikhatey hai. Har koi Modi nhi ho sakta, vah man of century hai. Nadda ji RSS ABVP BJP ke dedicated worker hai.
@@anujkishor9033 Remove nadda as soon as possible.. Nadda ek kamzor adhyaksh hai.. नहीं हटाया तो बीजेपी नहीं भारत भोगेगा .. सावधान
Sir very well and critically explained ! If at all Bharat is to be built as a strong and developed nation you can't ignore RSS ! Jai Shree Ram ! 👏👏👏🙏🙏🙏
भाजपा को सहि राह और आईना दीखाने के लीए आप को बहुत बहुत धन्यावाद
आवारा पशु किसान के लिए बड़ा मुद्दा है
कृपाशंकर को जौनपुर से टिकट देकर यू पी और महाराष्ट्र मे हार निश्चित कर ली
2019 me Manoj Sinha ko candidate banya tha, unsey better candidate kon ho sakta hai? Vaha Janta ke mentality hi esey hai. Mukhtiyar Ansari agar Modi ke virodh bhi 2014 me candidate hota to unka bhi jeetana muskil ho jata. Candidate nhi, Hindu abhi bhi gulam mentality se grast hai
सटीक
भाजपा के हारने के लिए जे पी नड्डा, उपमुख्यमंत्री मोर्या और बाहरी लोगों को टिकट देना भारी पड़ा है
सटीक विश्लेसण,इसके अलावा और भी कारनहै
आत्ममुग्ध हीना, महगाई वह बेरोज़गारी की अनदेखी, मध्यवर्ग और नौकरीपेशा की तरफ् ध्यान नही दिया और वाणी का सदुपयोग नही करना।
मैं अभी भी कह रहा हूं, अमित शाह को बंगाल और उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी मिलना चाहिए।उनको मंत्रालय छोड़ देना चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव राज सिंह चौहान को बनाना चाहिए।
साथ ही शिवराज सिंह चौहान को महाराष्ट्र संभालना चाहिए।
महाराष्ट्र नितिन गडकरी जी को संभालना चाहिए वो निर्विवाद नेता हैं @@shankardayal4031
ShivRaj Chauhan aur Amit Shaha ko sangathan me kaam karney ke bahut avyakta hai. Vah dono hi Modi ke baad sabsey sucessfull mass leader hai. Ministry se important party hai.
सत्य।।
विपक्ष, विशेष कर अखिलेश ने bjp के टिकट देने वाले लोगोंको कुछ लालच दिया लगता है
राष्ट्रीय विमर्श के स्थान पर मोदी जी ने अपने स्थापित कर दिया।
बी जे पी को जल्दी से जल्दी पिछले चुनाव में हुई गलतियों को दूर करना चाहिए और अपने तौर तरीकों में सुधार करना चाहिए। अच्छी जानकारी देने के लिए हृदय पूर्वक धन्यवाद आपको आदरणीय प्रदीप सिंह साहब।
अपने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, दल बदलु को बढ़ावा।
बीजेपी की हार का कारण को आपने बहुत अच्छी तरह से विश्लेषण किया है प्रदीप जी. मेरा भी मानना है की अति उत्साह, उम्मीदवारों के चयन मे गड़बड़ी, बाहरी व्यक्तियों को निष्ठावान कार्यकर्ता के ऊपर थोपना, वर्षों से पार्टी के लिए दिनरात काम करने वाले कार्यकर्ता की उपेक्षा बीजेपी की हार का कारण है. अब इसमें कितने सुधार होते है आने वाले समय में पता लग जायेगा.
आपको नमस्कार है प्रदीप जी. किसी ने ठीक ही कहा है कि बीजेपी को अपनों ने ही इस स्थिति में ला दिया है वरना सारे विपक्षियों में कहाँ दम था.
जय श्री राम.
ऐसा घमंड राजस्थान के चूरू लोकसभा में था तो 35 साल से बीजेपी के साथ रहे। एक नेता के कहने पर काट दिया। जिसका खामियाजा भुगतान पडा।
और बीजेपी अध्यक्ष को प्रमोशन देकर मंत्री बना दिया गया... 😂
बीजेपी अब नो रिटर्न पर पहुँच चुकी है और वो आँख मूँद ली है
कर्मचारीयों नेभी वोटर लिस्टसे लेकर चुनाव तक हर जगह खेल किया।
Bjp के विधायक ही कमाई न करने के कारण प्रत्याशियों का विरोध करते रहे है । ex सुल्तानपुर यूपी
जय हिन्द जय हिन्दुस्तान❤❤❤
दूसरी पार्टी से आए नेताओं को महत्व देना व जो बरसों से पार्टी की सेवा कर रहे थे उनकी अवहेलना करना भारी पड़ गया अब भी संभल जाए तो अच्छा होगा
आदरणीय प्रदीप जी आपका विश्लेषण सर्वोत्तम है 🙏🙏
यूपी मे जो गलत सीटे दी गयी है ईसके लिये खासकर अमित शहा ही जिम्मेदार दिखाई देते हैं..
योगी बाबा को नीचा दिखाने की कोशिश की अमित शाह ने। अगर दुबारा ऐसा दुस्साहस की जो भी seat आई वो भी नहीं आई
यूपी वालें लोंग लालची है ईसीलिए जाती में बट गए गुजरात के लोग लालची नहीं है ईसीलिए सिर्फ बीजेपी को वोट दीया ईसमें अमित शाह का नाम क्यूं ले रहे हों ?? तुम्हारे युपी वाले लोगों को बोलो
जयहिंद,
सनातनी, हिन्दू राष्ट्र की मांग करें
एकदम सही विश्लेषण, काश भाजपा की आंखे खुले
जेपी नड्डा और अमित शाह ही जिम्मेदार हैं
यूपी में भाजपा संगठन बिल्कुल जमीन पर नहीं है चुनाव में मुझे वोट के दिन भी दिखाई नहीं दिया
बडी डिंगे हांकते रहते थे की भाजपा केडर बेस पार्टी है।
फिर पन्ना प्रमुख के झुठे नाम खानापुर्ती के लिए डाले होंगे। लोकसभा इलेक्शन 2024 सामने था तब वोटर लिस्ट लेकर गली-मोहल्ले भाजपा कार्यकर्ता गये ही नहीं।
चुनाव के पहले दो-तीन बार लोगों से मिलना चाहिए था नये नाम जोड़े नहीं। ऐसा संगठन विसर्जन कर लेना चाहिए।
प्रदीप जी, युपी में, योगी को डाऊन करने लिए, सेंटर और राज्य के कुछ नेताओं की वजह से ही उत्तरप्रदेश में ये गिरावट देखनी पड़ी।
सेंटर के कुछ नेताओं का बहुत बड़ा योगदान है इस साज़िश में।
Yes
हा
सहमत हूं
क्या ईसमें दिल्ली वालों का नुकसान नहीं था की यूपी में कम सीटें आये तो ? ऐसी बात करके सारी जगह जूठ मत फैलाओं दुश्मन लोग सब सुन रहे हैं ।।
लोगों में आम चर्चा है कि बीजेपी में सिफारिश और पैसे दोनों टिकट वितरण में चलते हैं।
उत्तर प्रदेश की जनता विधानसभा चुनाव में बाबा के काम पर ही मोहर लगाएंगी
Namskar Pradip Singh ji
श्रीमान जी, नमस्कार।। आपका कथन सही है राजस्थान में जो उम्मीदवार विधायक का चुनाव नही जीत पाये ऐसे दल बदलू लोगो को लोकसभा के चुनाव में उम्मीदवार बना दिया जिसे आमजनों ने नकार दिया।।
प्रदीप सिंह जी, बीजेपी की समस्या की जड़ वही चढ़क्य कहे जाने वाले श्रीमान जी हैं जो नही चाहते कि योगी आदित्यनाथ जी भविष्य में उनके लिए कांटा बने।।😊
आप सही कह रहे हैं सर, जैसा कि कहा गया है “बीती ताहि बिसार दे आगे की सुध लै"भाजपा को अब आगे की ओर देखना चाहिए और केवल मजबूत और जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को ही साथ रखना चाहिए और सर्वसम्मत दृष्टिकोण अपनाना चाहिए 🙏🙏
नड्डा और अमित शाह जिम्मेदार हैं
उम्मीदवारों के चयन में अमित शाह उत्तर प्रदेश में,वो योगी जी को निपटाने के चक्कर में थे। ये यूनिवर्सल truth है
💯
100%✔️
अमित शाह ऐसा करते थे तो यूपी वालें कहाँ थे ?? योगीजी के साथ तो थे नहीं ?? अमित शाह काम करते है तो प्रधानमंत्री क्यूं ना बने क्या उनका भी हक है ।।
Correct 💯
संघी मोदी को सहमति से भी बोलें। संघ की शुरू से यही लाइन रही है। नेता एक ही होगा। बाकियों को टंगड़ी मारी के लुढ़का दिया जाएगा। शुरू से चेक कर सकते हैं।
बलराज मधोक
गोविंदाचार्य
प्रमोद महाजन
आडवानी जी
और अभी ताजा ताजा
गदकरी और योगीजी
बित पच्चीस साल मे मेरे घर कोई संघ का कार्यकर्ता नहीं आया.
उतराखंड मे भी टिहरी से उम्मीदवार से बहुत नाराजी थी पर जनता ने मोदी जी को वोट दिया
२०२४ में मोदीजी की वह लोकप्रियता नहीं रही थी, आज भी नहीं है इस सत्य को क्यों नहीं स्वीकार किया जा रहा है?
मोदीजी हर रैली में "मोदी की गारंटी", "मोदी की सरकार" कहा करते थै, भाजपा की सरकार या एनडीए की सरकार नहीं!अगर मोदी इतने लोकप्रिय हैं तो क्यों लोगों ने उन्हे वोट नहीं दिये?
मोदीजी का मुस्लिम प्रेम भी एक कारण था,इसे भी स्वीकार किया जाना चाहिए।
दोषी स्वयं मोदी भी हैं।
और सभी कारण जो आपने गिनाये थे पर मोदी का अहंकार भी एक प्रमुख कारण था।सत्य को स्वीकार करना चाहिए।
Aap 90% sahi hai. 10 % corrupt BJP leader .
tu bhi aona channel bana le or jo tu so hta hai wo bol de😂😂
मोदी जी की वजह से हम सब सुरक्षित है नहीं तो अभी तक अमेरिका के जार्ज सरोस ने किनारे लगा दिया होता देश ये सब बातें भी नहीं कर पाते। अंहकार पर ज्ञान बांटने के लिए भी नहीं बच पाते 😂😂😂
जस्ट चिल भारत को प्यार करने वालो। कभी-कभी बड़ी लड़ाई जीतने के लिए कुछ छोटी लड़ाई हारना पड़ता है ताकि दुश्मन कभी जीत न पाये
मछलीशहर मे 74000 नोटा पर पडा उसने कहा अमीत शाह से टिकट खरीदे है
सबसे बड़े गुनहगार सिर्फ नड्डा जी हैं।अगर किसी के दबाब में टिकट का वितरण किया है या खुद की अपरिपक्वता ।
भाजपा संगठन की लापरवाही रही है। बाड़मेर में सभी जानते थे कि श्री कैलाश चौधरी, केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री यह चुनाव नहीं जीत सकते। इसके स्थान पर श्री रवीन्द्र सिंह भाटी को भाजपा से खड़ा किया जाता तो वह आसानी से जीत दर्ज कर लेता उल्टे ऐसे दमदार उम्मीदवार को भाजपा से निकाल दिया गया क्योंकि वह ईमानदारी से काम करने वाला आदमी है।
kotikoti naman sirji
मेरी दृष्टि से बीजेपी का खराब प्रदर्शन है ही नहीं देश विदेश की ताकत और ने अपना पूरा जोर लगा दिया था वे सफल हुए लाभार्थी दगाबाज हुए लाभार्थी के सभी लाभ रोक देनाचाहिए
YES AGREED WITH NO SUB KA SATH NOW ONLY ..JO DE SATH UN KA HI VIKAS
अल्प संख्यक से जादा लगाव हार का कारण बना जबकि वह माहिर हैं अपना काम निकल जाने पर कोई कभी उनके नहीं हो सकतें
सरजी, कारण १- अति विश्वास २- दल बदलूओ को खडा करानाऔर ३-,गर्मी
सरजी बस यही तीन कारण। धन्यवाद जयहिंद।