आखिर BJP 240 पर कैसे अटक गये, 1. वर्ष 2014 में देश में चुनाव आया, तो आपने कहा मैं प्रधानमंत्री नहीं हूँ, मैं तो प्रधान सेवक हूँ। देशवासियों ने जबरदस्त स्वागत किया, बदले में आपने देश हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए, मजा आ गया, मजा आ गया। 2. समय बदला और 2019 में आप ने कहा कि मै तो देश का चौकीदार हूँ। आपने चौकीदार की अर्जी दी, देश की जनता ने पहले से भी ज्यादा भर भर के आशीर्वाद दिया। और इस दूसरे टर्म में आपने पहले की अपेक्षा देश हित में और कई अभूतपूर्व काम किए, साथ ही संसार में यश और नाम खूब बढ़ा, हमें बहुत खुशी हो रही थी। मजा आ रहा था। 3. फिर भी बहुत तकलीफ थी। जिस जिहादी कौम का भरोसा पृथ्वीराज चौहान भी नही जीत पाए, उनका भरोसा आप जीतने में लगे रहे, दस सालों में आप मध्यम वर्ग को भूल गये। 4. अमीरों को मांगने की जरूरत नही होती, गरीबों को राशन, मकान, दे रहे हो, फिर मध्यम वर्ग को क्या मिला कभी सोचा नहीं सोचा। अल्पसंख्यकों को मिलाने के लिए आपके अनूठे प्रयोगों से कोर वोटर नाराज़ होते रहे। ये आपने ही कहा था ना कि मुसलमानों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ मे कंप्यूटर होना चाहिए। ठीक बिलकुल ठीक, फिर हिन्दुओं के हाथ में क्या होना चाहिए? कभी बताया नहीं आपने। खैर बदले में मुसलमानों ने आपके हाथ मे घंटा पकड़ा दिया। पूरे साठ सालों में जितना लाभ उनको कांग्रेस ने नहीं दिया, उससे कई गुना ज्यादा आपने इनको 10 सालो में, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य, गैस, बिजली, पानी, सड़क, रेल, सब कुछ दिया। 5. आपके फ़ैसले से आपके लोग दुखी हुए, फ़िर भी आपके साथ दुखी भाव से खड़े रहे, लेकिन जब चुनाव का वक्त आया तो आपने सरकार बचाने या चुनाव जीतने का नारा ही नहीं दिया, जबकि साइकोलॉजिकल नैरेटिव अबकी बार चार सौ पार का कर दिया। 6. आप के वोटर बाहर ही नहीं निकले, क्योंकि सब यही सोचते रहे अरे 400 पार तो हो ही जायेगा, एक मेरे वोट से क्या होगा। 7. आपने कांग्रेस, राहुल गांधी, और विरोधियों को सड़क पर उतार दिया, आपसे दूसरी बड़ी गलती यही हो गई। 8. बंगाल मे आप के कार्यकर्ता मरते रहे, प्रताड़ित होते रहे, रोते रहे, कलपते रहे, मगर पूर्ण बहुमत की सरकार होते हुए भी आपने कुछ नहीं किया। अजी कार्यकर्ता तो छोड़िए, CBI, ED को भी पीटते रहे, आपने कुछ नहीं किया। ममता को हटाया क्यूँ नहीं? बर्खास्त करना चाहिए था। 9. आज उस राहुल का कद इतना बड़ा हो गया कि उसने अपने मामूली से कार्यकर्ता से आपकी अमेठी वाली प्रत्याशी, जिसने कभी स्वयं राहुल को हराया था, को भारी अंतर से पटकवा दिया खैर, जूता महँगा हो अथवा सस्ता, उसे सर पर नहीं रखते, किंतु आपकी समझ में नहीं आया। 10. आप नहीं माने, बीजेपी वाशिंग पाउडर से धो धो कर दूसरी पार्टी के भ्रष्टाचारियों को पनाह देते रहे, क्योंकि आपको विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनना था। 11. जो आप के पुराने कार्यकर्ता थे वो मुँह ताकते रहे, आप गैरों को टिकट देते रहे। ये आपके वही कार्यकर्ता थे जो 2014 और 2019 के चुनाव में जान और धन लुटाते रहे। अभी भी वक्त है, पैंतरे बदलिए और खुद को संभालिए। 12. बीजेपी फैजाबाद से हार गई। जानते है क्यों हारे? आपने राम भक्तो पर गोलियाँ चलवाने वाले को पदम् श्री आदि से सुशोभित किया। किया ना? तो फिर वहाँ की पब्लिक ने राम द्रोही को जितवा दिया, तो क्या गलत किया? इससे बड़ा और प्रमाण क्या चाहिए की देशद्रोहियों को सिर्फ आपका फ्री माल चाहिए, लेकिन वे आपको वोट नहीं देंगे। शुक्र मनाइए कि अच्छे काम की वजह से वा हम जैसे जागृत हिन्दू के कारण आपकी सरकार अंतिम समय में बन गई। अपने इस टर्म में राजनीति से ऊपर उठकर विकास और हिन्दुत्व का ऐसा मापदंड तय कीजिए कि विश्व के मानचित्र पर विकसित, समृद्ध, और सशक्त भारत की मजबूत और सुदृढ़ स्थिति हो। आखिर में, आपने पार्टी और देश को टू मैन कम्पनी के तरीके से 10 वर्ष चलाया है। इस रवैये को अब थोड़ा बदल दीजिये, और थोड़ा अपने कार्यकर्ताओं की बात पर ध्यान देना शुरू करिए। भारत के संसाधनों पर मुसलमान का पहला हक है यह कांग्रेस की विचारधारा है और कांग्रेस पार्टी इसके लिए सारी योजनाएं बनाता है. भारत का मध्यवर्गी परिवार बीजेपी को सपोर्ट करता है किंतु भाजपा हमेशा अपने सपोर्टर मध्यवर्गीय परिवार को चोट पहुंचती है. थोड़ा हिन्दू मध्यम वर्ग की भी चिंता कीजिये। 🚩🕉️
यूपी में टिकट भाजपा हाई कमान ने जानबूझकर हारने वाले लोगों को लड़ाया कि यदि जीत गए तो श्रेय मिलेगा हार जाते हैं तो योगी जी को जिम्मेदार माना जायेगा उनकी छवि पूरे देश में खराब हो जायेगा
Modi ke bharose ke Karan hi to ye huva Amit sah ko jarurat jyada ahmiyat baki netavo ko Nazar andaz karna... Modi gujrat ke alawa kisi ko kuchh nahi de raha hai
प्रदीप जी आपने बिल्कुल सही विश्लेषण किया है जिस संसदीय क्षेत्र में मै रहता हूं कर्नाटक में वहां से मौजूदा सांसद का टिकट काट कर ऐसे व्यक्ति को दिया जिसे ना तो कोई जानता था ना ही वो संघ परिवार से था सुना है कि उनकी अमित शाह के बेटे से दोस्ती थी ओर साथ साथ पढ़ाई की है हार गए
अच्छा हुआ वो हार गये।मोदी ओके पर अमित शाह महाराष्ट्र यूपी,कर्नाटक और वेस्ट बेंन्गाल मे भारी भुल की है।और रोजगारी और महंगाई का कोइ गारन्टी नही।भाजपाई सपोरटर को कोई फायदा नही दीया।
हजारों भाजपा समर्थक वोट देने ही नहीं गए।विपक्षी उम्मीदवार घर घर से मतदाता निकाल रहे थे, बाइक से ले जा रहे थे, कचौडी जलेबी खिला रहे थे। पटना साहिब में रविशंकर प्रसाद जीते. पर कभी मुहल्ले गली में नहीं दिखे।
प्रदीप जी यह सच है कि हमने मोदी जी के नाम पर ही बोट दिया है ।हमारी सांसद तीसरी बार जीती हैं जबकि सच यह है कि हमने आज तक उनके दर्शन नहीं किये है जबकि वे हमसे मात्र दो कि मी दूर रहती है ।इसीलिए बार बार आवाज उठाई जाती रही कि बोट तो हम मोदी जी के नाम पर ही देंगे पर आप प्रत्याशी तो सही दो ।पर जनता की आवाज अरण्य रोदन सिद्ध हुई ।
आप सही कह रहे हैं सर, जैसा कि कहा गया है “बीती ताहि बिसार दे आगे की सुध लै"भाजपा को अब आगे की ओर देखना चाहिए और केवल मजबूत और जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को ही साथ रखना चाहिए और सर्वसम्मत दृष्टिकोण अपनाना चाहिए 🙏🙏
जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए उनकोही अपने पार्टीमें लेना इससे भाजपाका मतदाता बहुत नाराज हो गए. मोदीजी अच्छे तो है लेकिन भ्रष्टाचारियों को पार्टी में लेकर मोदीजी की विश्वसनीयता को लोगोने भुला दिया.
सर आप का विवेचन बहुत सटीक लगता है मै आप को दैनिक जागरण मे भी पढ़ता रहता हू ,मेरा मानना है कि इस चुनाव की रणनीति प्रशांत किशोर ने बनाई थी और इस नीति मे मोदी जी को चुनाव हारना ही मुख्य उद्देश्य नहीं था योगी जी की ताकत को घटाना था
प्रदीप जी, युपी में, योगी को डाऊन करने लिए, सेंटर और राज्य के कुछ नेताओं की वजह से ही उत्तरप्रदेश में ये गिरावट देखनी पड़ी। सेंटर के कुछ नेताओं का बहुत बड़ा योगदान है इस साज़िश में।
2019 me Manoj Sinha ko candidate banya tha, unsey better candidate kon ho sakta hai? Vaha Janta ke mentality hi esey hai. Mukhtiyar Ansari agar Modi ke virodh bhi 2014 me candidate hota to unka bhi jeetana muskil ho jata. Candidate nhi, Hindu abhi bhi gulam mentality se grast hai
हिंदू भाइयों, बहुसंख्यक हिन्दुओं के हितों के लिए राष्ट्रीय बहुसंख्यक आयोग (राष्ट्रीय हिन्दू आयोग ) का गठन होना चाहिए जैसा कि अल्पसंख्यकों के हितों के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का गठन किया गया है। बहुसंख्यक हिन्दुओं के हितों के लिए राष्ट्रीय बहुसंख्यक आयोग (राष्ट्रीय हिन्दू आयोग ) का भी उसी तरह से सवैधानिक तथा कानूनी रुप से निर्माण करना चाहिए जिस तरीके से अल्पसंख्यकों के हितों के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का गठन किया गया है। राष्ट्रीय बहुसंख्यक आयोग (राष्ट्रीय हिन्दू आयोग ) का गठन बहुसंख्यक हिन्दुओं समाज के व्यक्तियों के सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक और सांस्कृतिक हितों को बढ़ावा देने और उनकी सुरक्षा के लिए किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय बहुसंख्यक आयोग (राष्ट्रीय हिन्दू आयोग ) का गठन हिन्दु धर्म के व्यक्तियों के प्रति भेदभाव को दूर करने, उन्हे अल्पसंख्यक ध्रर्म जैसे - मुस्लिम और इसाई धर्म के व्यक्ति के समान सवैधानिक तथा कानूनी सुविधायें दिलाने जैसे छात्रवृतियाँ प्रदान करना, व्यापार के लिए लॉन दिलवाना, प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए कॉचिंग दिलवाना आदि। बहुसंख्यक हिन्दुओं को भी अल्पसंख्यक ध्रर्म जैसे - मुस्लिम और इसाई धर्म के व्यक्ति के समान सभी सुविधायें तथा कानूनी अधिकार मिलने चाहिए। बहुसंख्यक हिन्दूओँ के मानव अधिकार तथा समान की रक्षा होनी चाहिए, तथा उन्हे बहुसंख्यक हिन्दूओँ को भी अल्पसंख्यक समुदायों के समान सरंक्षण दिया जाना चाहिए। उनके साथ अल्पसंख्यकवाद और धर्मनिर्पेक्षता के नाम पर अन्याय नही होना चाहिए तथा अल्पसंख्यकवाद और धर्मनिर्पेक्षता के नाम पर उन्हे बहुसंख्यक हिन्दूओँ को प्रताङित नही किया जाना चाहिए। बहुसंख्यक समुदायों (यानी हिंदुओं) को अल्पसंख्यकों समुदायों की तरह ही सुविधा दी जानी चाहिए। कृप्या करके इस संदेश तथा पोस्ट को अधिक से अधिक हिन्दू भाइयों तथा बहनों में विभिन्न माध्यमों जैसे इलेक्ट्रोनिक माध्यमो, प्रिंट माध्यमों तथा अन्य माध्यमों द्वारा शेयर करना तथा फैलाना चाहिए। सभी हिंदूओं को HINDU CHARTER. Org site हिंदू चार्ट को पढ़ना तथा साझा करना चाहिए। HINDU CHARTER. Org site एक हिन्दूओं के हितों औऱ अधिकारों की संगठन साइट है। इसमें हिंदुओं से जुड़े मामलों को दिखाया गया है तथा चर्चा की गई है। Please click on the figure below and get the detail information about Hindu charter demands. National Commission for Majority (National Commission For Hindus) and Ministry of Sanātana Vedic Affairs should be formed just like National Commission for Minorities and Ministry of minority Affairs to promote and protect their social, educational, economic and cultural interests, to solve their grievances, to solve the injustice done to them. Human Right and dignity of Majority communities (i.e. Hindus) should be protected just like that of Minority Community. Majority communities (i.e. Hindus) should be given same facility just like Minorities. There should not be any injustice done to Hindu in the name of Secularism and Minoritism. All Hindu should read and share HINDU CHARTER. Org site. Hindus related matters are shown and discussed in it. These matters should be shared by all electronics and other means to as many as people. सभी हिंदूओं को HINDU CHARTER. Org site हिंदू चार्ट को पढ़ना तथा साझा करना चाहिए। HINDU CHARTER. Org site एक हिन्दूओं के हितों औऱ अधिकारों की संगठन साइट है। इसमें हिंदुओं से जुड़े मामलों को दिखाया गया है तथा चर्चा की गई है। कृप्या करके इस संदेश तथा पोस्ट को अधिक से अधिक हिन्दू भाइयों तथा बहनों में विभिन्न माध्यमों जैसे इलेक्ट्रोनिक माध्यमो, प्रिंट माध्यमों तथा अन्य माध्यमों द्वारा शेयर करना तथा फैलाना चाहिए।
श्रीमान जी, नमस्कार।। आपका कथन सही है राजस्थान में जो उम्मीदवार विधायक का चुनाव नही जीत पाये ऐसे दल बदलू लोगो को लोकसभा के चुनाव में उम्मीदवार बना दिया जिसे आमजनों ने नकार दिया।।
मैं अभी भी कह रहा हूं, अमित शाह को बंगाल और उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी मिलना चाहिए।उनको मंत्रालय छोड़ देना चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव राज सिंह चौहान को बनाना चाहिए।
ShivRaj Chauhan aur Amit Shaha ko sangathan me kaam karney ke bahut avyakta hai. Vah dono hi Modi ke baad sabsey sucessfull mass leader hai. Ministry se important party hai.
बडी डिंगे हांकते रहते थे की भाजपा केडर बेस पार्टी है। फिर पन्ना प्रमुख के झुठे नाम खानापुर्ती के लिए डाले होंगे। लोकसभा इलेक्शन 2024 सामने था तब वोटर लिस्ट लेकर गली-मोहल्ले भाजपा कार्यकर्ता गये ही नहीं। चुनाव के पहले दो-तीन बार लोगों से मिलना चाहिए था नये नाम जोड़े नहीं। ऐसा संगठन विसर्जन कर लेना चाहिए।
दो चुनाव जीत कर बीजेपी इस भुलावे मे आ गई की अब मोदी के नाम से ही पार लग जाएंगे । दुसरा कार्य कर्ता निराश था क्योंकि जो कभी भाजपा को गाली देते थे उनको चुनाव टिकट देना।
संघी मोदी को सहमति से भी बोलें। संघ की शुरू से यही लाइन रही है। नेता एक ही होगा। बाकियों को टंगड़ी मारी के लुढ़का दिया जाएगा। शुरू से चेक कर सकते हैं। बलराज मधोक गोविंदाचार्य प्रमोद महाजन आडवानी जी और अभी ताजा ताजा गदकरी और योगीजी
जय श्री राम प्रदीप जी, अगर बी जे पी जेसी पार्टी उम्मीदवारो के चयन में गलती करेगी तो लगता ही बी जे पी धीरे धीर कांग्रेसीकरण की ओर बड़ रही है। जय भारत जय हिन्द वन्दे मातरम 🇮🇳
२०२४ में मोदीजी की वह लोकप्रियता नहीं रही थी, आज भी नहीं है इस सत्य को क्यों नहीं स्वीकार किया जा रहा है? मोदीजी हर रैली में "मोदी की गारंटी", "मोदी की सरकार" कहा करते थै, भाजपा की सरकार या एनडीए की सरकार नहीं!अगर मोदी इतने लोकप्रिय हैं तो क्यों लोगों ने उन्हे वोट नहीं दिये? मोदीजी का मुस्लिम प्रेम भी एक कारण था,इसे भी स्वीकार किया जाना चाहिए। दोषी स्वयं मोदी भी हैं। और सभी कारण जो आपने गिनाये थे पर मोदी का अहंकार भी एक प्रमुख कारण था।सत्य को स्वीकार करना चाहिए।
मोदी जी की वजह से हम सब सुरक्षित है नहीं तो अभी तक अमेरिका के जार्ज सरोस ने किनारे लगा दिया होता देश ये सब बातें भी नहीं कर पाते। अंहकार पर ज्ञान बांटने के लिए भी नहीं बच पाते 😂😂😂
इसमें कोई शक नहीं हैं कि भाजपा को “ दलबदलुओ “ से बहुत ही नुकसान झेलना पड़ा हैं । अब विधान सभा के चुनाव आने वाले हैं , अब तो सँभल जाये । संगठन में बदलाव बहुत जरुरी हैं ।
इन सबके साथ साथ उत्तर प्रदेश में हार का मुख्य कारण युवाओं में सरकारी नौकरी का वैकेंसी का नहीं निकालना। अगर निकलती भी है तो पेपर लीक हो जाता है। यही सपा सरकार अगर आएगी तो सब काम छोड़कर वैकेंसी निकालेगी। अभी भी समय है सुधार करें अन्यथा आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना मुश्किल हो जाएगा।
जी सहमत हूँ। अभी कुछ दिन पहले जब बिहार में शिक्षक की बहाली की गई तो उसमें इतने ज्यादा UP के अभ्यर्थी आये और sucess हुए की बिहार में एक मुद्दा बन गया था। मुझे लगता है कि दूसरी तरफ मतलब UP में लोगों को लगा होगा कि देखो बिहार में कितनी नौकरी मिल रही है और हमारे यहाँ कुछ नहीं
जी मेरा भी यही मत है कि योगी जी के बढ़ते कद और मोदी जी द्वारा उनकी हर जगह सराहना से परेशान कुछ जिम्मेवार नेताओं ने यू पी में टिकट वितरण में जानबूझकर गलती की है, यदि ऐसा हुआ है तो पार्टी के पराभव का समय a गया है हमारे जैसे अनगिनत प्रसंशक भी कुछ नही कर सकेंगे। टॉप लीडरशिप ध्यान दें l।
मेरी राय मे यह एक केलकुलेटेड रिस्क थी, अलोकप्रिय उम्मीदवारों को टिकट देने की, जिनको भाजपा संगठन मे निष्क्रिय करना चाहती थी, पिछले दरवाजे से संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया ।
अमित शाह 56 साल के हो गये बीजेपी का काम करते करते क्या उनका हक नहीं वो प्रधानमंत्री बने ?? क्या सीधे योगीजी को ही बना देना है ?? सब की बारी आनी चाहिए ।।
@@thankforeverything4752 वो तो यूपी के लालची लोगो को सोचना चाहिए था कि योगीजी को नुकसान होगा हमने गुजरात वाले ने तो अपना काम अच्छे से किया है और पूरी सीटे लाकर देदी ।।
जो हुआ अच्छा हुआ।
भाजपा को बाहरी लोगों पर नहीं बल्कि अपने कार्यकर्ताओं पर,संगठन पर, संघ पर विश्वास रखना होगा।
BJP MUST STOP TO INCLUDE CONGRESS PERSON
yes agreed with
मेरे यहां भी कैंडिडेट ठीक नहीं था,,लेकिन हमने मोदी के नाम पर वोट किया,,,
बीजेपी में कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जाती.... बीजेपी के नेताओ को अपना attitude सुधारने की जरूरत है
yes agreed with
JAI HIND JAI BHARAT
Ummid hai ki aap bhi BJP ke karmath karyakarta honge
सही बात कही है कोईजनता की बात सुनता ही नहीं है
Kartartaon ki andekhi, Cadre ki upeksha... I am agree...
JP Nadda एक निष्क्रिय अध्यक्ष है।उनके कारण संगठन बिल्कुल मरणासन्न अवस्था मे पहुच गया।
100% राइट
बोझ है
निकम्मा
संघटन की शक्ती मे कमी !
सरकार मे कोई कमी नही !
संघ की कोई गलती नही !
नड्डा और BJP प्रदेश अध्यक्ष जिम्मेदार !
Sanghatan ki shakti hai utsah nahi tha ho jayega modi ke naam pe. Jaise kachuva aur khargosh ki kahani. Baki teen point correct hai.
Even amit shah is responsible for bad choice of candidate
❤❤❤❤❤ and
Amit shah
🙏❤️👌❤️🙏
जय हिन्दू राष्ट्र
आखिर BJP 240 पर कैसे अटक गये,
1. वर्ष 2014 में देश में चुनाव आया, तो आपने कहा मैं प्रधानमंत्री नहीं हूँ, मैं तो प्रधान सेवक हूँ। देशवासियों ने जबरदस्त स्वागत किया, बदले में आपने देश हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए, मजा आ गया, मजा आ गया।
2. समय बदला और 2019 में आप ने कहा कि मै तो देश का चौकीदार हूँ। आपने चौकीदार की अर्जी दी, देश की जनता ने पहले से भी ज्यादा भर भर के आशीर्वाद दिया।
और इस दूसरे टर्म में आपने पहले की अपेक्षा देश हित में और कई अभूतपूर्व काम किए, साथ ही संसार में यश और नाम खूब बढ़ा, हमें बहुत खुशी हो रही थी। मजा आ रहा था।
3. फिर भी बहुत तकलीफ थी। जिस जिहादी कौम का भरोसा पृथ्वीराज चौहान भी नही जीत पाए, उनका भरोसा आप जीतने में लगे रहे, दस सालों में आप मध्यम वर्ग को भूल गये।
4. अमीरों को मांगने की जरूरत नही होती, गरीबों को राशन, मकान, दे रहे हो, फिर मध्यम वर्ग को क्या मिला कभी सोचा नहीं सोचा।
अल्पसंख्यकों को मिलाने के लिए आपके अनूठे प्रयोगों से कोर वोटर नाराज़ होते रहे।
ये आपने ही कहा था ना कि मुसलमानों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ मे कंप्यूटर होना चाहिए।
ठीक बिलकुल ठीक, फिर हिन्दुओं के हाथ में क्या होना चाहिए? कभी बताया नहीं आपने।
खैर बदले में मुसलमानों ने आपके हाथ मे घंटा पकड़ा दिया।
पूरे साठ सालों में जितना लाभ उनको कांग्रेस ने नहीं दिया, उससे कई गुना ज्यादा आपने इनको 10 सालो में, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य, गैस, बिजली, पानी, सड़क, रेल, सब कुछ दिया।
5. आपके फ़ैसले से आपके लोग दुखी हुए, फ़िर भी आपके साथ दुखी भाव से खड़े रहे, लेकिन जब चुनाव का वक्त आया तो आपने सरकार बचाने या चुनाव जीतने का नारा ही नहीं दिया, जबकि साइकोलॉजिकल नैरेटिव अबकी बार चार सौ पार का कर दिया।
6. आप के वोटर बाहर ही नहीं निकले, क्योंकि सब यही सोचते रहे अरे 400 पार तो हो ही जायेगा, एक मेरे वोट से क्या होगा।
7. आपने कांग्रेस, राहुल गांधी, और विरोधियों को सड़क पर उतार दिया, आपसे दूसरी बड़ी गलती यही हो गई।
8. बंगाल मे आप के कार्यकर्ता मरते रहे, प्रताड़ित होते रहे, रोते रहे, कलपते रहे, मगर पूर्ण बहुमत की सरकार होते हुए भी आपने कुछ नहीं किया। अजी कार्यकर्ता तो छोड़िए, CBI, ED को भी पीटते रहे, आपने कुछ नहीं किया। ममता को हटाया क्यूँ नहीं? बर्खास्त करना चाहिए था।
9. आज उस राहुल का कद इतना बड़ा हो गया कि उसने अपने मामूली से कार्यकर्ता से आपकी अमेठी वाली प्रत्याशी, जिसने कभी स्वयं राहुल को हराया था, को भारी अंतर से पटकवा दिया
खैर, जूता महँगा हो अथवा सस्ता, उसे सर पर नहीं रखते, किंतु आपकी समझ में नहीं आया।
10. आप नहीं माने, बीजेपी वाशिंग पाउडर से धो धो कर दूसरी पार्टी के भ्रष्टाचारियों को पनाह देते रहे, क्योंकि आपको विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनना था।
11. जो आप के पुराने कार्यकर्ता थे वो मुँह ताकते रहे, आप गैरों को टिकट देते रहे। ये आपके वही कार्यकर्ता थे जो 2014 और 2019 के चुनाव में जान और धन लुटाते रहे।
अभी भी वक्त है, पैंतरे बदलिए और खुद को संभालिए।
12. बीजेपी फैजाबाद से हार गई। जानते है क्यों हारे?
आपने राम भक्तो पर गोलियाँ चलवाने वाले को पदम् श्री आदि से सुशोभित किया। किया ना?
तो फिर वहाँ की पब्लिक ने राम द्रोही को जितवा दिया, तो क्या गलत किया?
इससे बड़ा और प्रमाण क्या चाहिए की देशद्रोहियों को सिर्फ आपका फ्री माल चाहिए, लेकिन वे आपको वोट नहीं देंगे।
शुक्र मनाइए कि अच्छे काम की वजह से वा हम जैसे जागृत हिन्दू के कारण आपकी सरकार अंतिम समय में बन गई।
अपने इस टर्म में राजनीति से ऊपर उठकर विकास और हिन्दुत्व का ऐसा मापदंड तय कीजिए कि विश्व के मानचित्र पर विकसित, समृद्ध, और सशक्त भारत की मजबूत और सुदृढ़ स्थिति हो।
आखिर में, आपने पार्टी और देश को टू मैन कम्पनी के तरीके से 10 वर्ष चलाया है। इस रवैये को अब थोड़ा बदल दीजिये, और थोड़ा अपने कार्यकर्ताओं की बात पर ध्यान देना शुरू करिए।
भारत के संसाधनों पर मुसलमान का पहला हक है यह कांग्रेस की विचारधारा है और कांग्रेस पार्टी इसके लिए सारी योजनाएं बनाता है.
भारत का मध्यवर्गी परिवार बीजेपी को सपोर्ट करता है किंतु भाजपा हमेशा अपने सपोर्टर मध्यवर्गीय परिवार को चोट पहुंचती है.
थोड़ा हिन्दू मध्यम वर्ग की भी चिंता कीजिये।
🚩🕉️
Right 👍
बहुत अच्छी विसलेशन श्री मान जी। 🙏🙏
बिलकुल भाई सही बोला 👌👌
Good photo Dikhaya h modi ko sunil Kumar ji
100% correct. Detailed and accurate.
माननीय प्रदीप सर जी को सादर प्रणाम
यूपी में टिकट भाजपा हाई कमान ने जानबूझकर हारने वाले लोगों को लड़ाया कि यदि जीत गए तो श्रेय मिलेगा हार जाते हैं तो योगी जी को जिम्मेदार माना जायेगा उनकी छवि पूरे देश में खराब हो जायेगा
You are absolutely right Sir
अपने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, दल बदलु को बढ़ावा।
जवाबदेही तय नहीं होगी।क्योंकि जिम्मेदार हैं अमित शाह और नड्डा।
Nadda
बीजेपी को पसमांदा के chakar में नहीं padkar अपने sc st obc की ओर ध्यान देना चाहिए व भागीदारी बढ़ानी चाहिए।
🙏🙏🙏
एक अकेला सब पर भारी वाला मोदी जी का बयान अहंकार वाला बयान था, बीजेपी के हार की जिम्मेदारी मोदी जी को लेना चाहिए.
राष्ट्रवादी अभी भी भाजपा की हार को बर्दास्त नही कर पा रहे हैं। आज के समय में एक अकेला मोदी के भरोसे सभी लोग है।
Bhai Modi hi kahta hai ak akela sab par bhari. Vo kabhi BJP ke kisi neta se baat nahi karta na hi hath milata hai.
Modi ke bharose ke Karan hi to ye huva Amit sah ko jarurat jyada ahmiyat baki netavo ko Nazar andaz karna... Modi gujrat ke alawa kisi ko kuchh nahi de raha hai
कैसे राष्ट्रवादी? सारे काम राष्ट्र विरोधी और दावा राष्ट्रवाद का!
श्रीमान शहंशाही जी का अहंकार
बार बार परिक्षा निरस्त होना, नौकरियों, रोजगार केलिए सरकार का ध्यान न देना भी सबसे बड़ा कारण है
महाराष्ट्र में नुकसान हुआ अजीत पवार की वजह से बंगाल में nrc को न लागू करना,caa को लटका कर रखना ओर चुनाव बाद कार्यकर्ताओं की चिंता न करना
अब 2019वाली बीजेपी नहीं रही सारे सनातन विरोधी अन्य पार्टियों से नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं।
बिल्कुल सही है
टिकट बटवारे मे अमित शाह जी और नड्डा जी का ही चला है इसलिए खराब प्रदर्शन की जिमेवारी भी इनलोगो को ही लेने चाहिए
बित पच्चीस साल मे मेरे घर कोई संघ का कार्यकर्ता नहीं आया.
प्रदीप जी आपने बिल्कुल सही विश्लेषण किया है
जिस संसदीय क्षेत्र में मै रहता हूं
कर्नाटक में वहां से मौजूदा सांसद का टिकट काट कर ऐसे व्यक्ति को दिया जिसे ना तो कोई जानता था
ना ही वो संघ परिवार से था
सुना है कि उनकी अमित शाह के बेटे से दोस्ती थी ओर साथ साथ पढ़ाई की है
हार गए
अच्छा हुआ वो हार गये।मोदी ओके पर अमित शाह महाराष्ट्र यूपी,कर्नाटक और वेस्ट बेंन्गाल मे भारी भुल की है।और रोजगारी और महंगाई का कोइ गारन्टी नही।भाजपाई सपोरटर को कोई फायदा नही दीया।
सटीक और स्पष्ट आकलन
हजारों भाजपा समर्थक वोट देने ही नहीं गए।विपक्षी उम्मीदवार घर घर से मतदाता निकाल रहे थे, बाइक से ले जा रहे थे, कचौडी जलेबी खिला रहे थे।
पटना साहिब में रविशंकर प्रसाद जीते. पर कभी मुहल्ले गली में नहीं दिखे।
Jaise karni vaisi bharni
अखिलेश का एक मात्र नारा भाजपा को ले डूबी वह है बेरोजगारि का नारा। मन्दिर नही रोजगार दिजिये।
Bahut sahi bate sahi analysis sahi sawal sahi sujhaw
श्री प्रदीप जी ,
आपने एक तरह से सारी जवाबदेही तय कर दी ।
जो शत-प्रतिशत सही है ।
धन्यवाद ।
आवारा पशु जिस के कारण किसानों भारी नुक़सान हुआ मेरी नज़र में उत्तर प्रदेश भाजपा के हारने का मुख्य कारण
भाजपा को सहि राह और आईना दीखाने के लीए आप को बहुत बहुत धन्यावाद
बिल्कुल सही विश्लेषण है आपका श्री मान जी
बी. जे. पी. मे किसकी मनमानी चल रही है वही खोजना चाहिए और उसे तुरंत पार्टिसे निकलना चाहिए...
मोदी की गारंटी ने कार्यकर्ताओं को निष्क्रिय कर दिया।आत्मविश्वास नहीं अतिविश्वास ने खेल बिगाड़ दिया।
प्रदीप जी यह सच है कि हमने मोदी जी के नाम पर ही बोट दिया है ।हमारी सांसद तीसरी बार जीती हैं जबकि सच यह है कि हमने आज तक उनके दर्शन नहीं किये है जबकि वे हमसे मात्र दो कि मी दूर रहती है ।इसीलिए बार बार आवाज उठाई जाती रही कि बोट तो हम मोदी जी के नाम पर ही देंगे पर आप प्रत्याशी तो सही दो ।पर जनता की आवाज अरण्य रोदन सिद्ध हुई ।
आप ने सही कहा !!
योगी आदित्यनाथ के सलाह को अनदेखी का नतीजा है ।
सटीक
सनातनी, हिन्दू राष्ट्र की मांग करें
यूपी में हार के लिए चाणक्य जिम्मेदार है।
एकदम सही
प्रदीप जी का विश्लेषण 100%सहीहै बीजेपी के कार्यकर्ताओं का काम नहीं हुआ विरोधियों को भरपूर फायदा दिया
Vvnice true news outstanding congrats ❤❤❤❤❤❤Drjpp
आप सही कह रहे हैं सर, जैसा कि कहा गया है “बीती ताहि बिसार दे आगे की सुध लै"भाजपा को अब आगे की ओर देखना चाहिए और केवल मजबूत और जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को ही साथ रखना चाहिए और सर्वसम्मत दृष्टिकोण अपनाना चाहिए 🙏🙏
राष्ट्रीय विमर्श के स्थान पर मोदी जी ने अपने स्थापित कर दिया।
जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए उनकोही अपने पार्टीमें लेना इससे भाजपाका मतदाता बहुत नाराज हो गए. मोदीजी अच्छे तो है लेकिन भ्रष्टाचारियों को पार्टी में लेकर मोदीजी की विश्वसनीयता को लोगोने भुला दिया.
ऊत्तर परदेश के प्रभारी कौन थे किसने उसे अपॉइंटमेंट की ये सारी मुद्दे बाहर लाने चाहिए
विपक्ष, विशेष कर अखिलेश ने bjp के टिकट देने वाले लोगोंको कुछ लालच दिया लगता है
सही विश्लेषण
सर आप का विवेचन बहुत सटीक लगता है मै आप को दैनिक जागरण मे भी पढ़ता रहता हू ,मेरा मानना है कि इस चुनाव की रणनीति प्रशांत किशोर ने बनाई थी और इस नीति मे मोदी जी को चुनाव हारना ही मुख्य उद्देश्य नहीं था योगी जी की ताकत को घटाना था
आवारा पशु किसान के लिए बड़ा मुद्दा है
Bjp के विधायक ही कमाई न करने के कारण प्रत्याशियों का विरोध करते रहे है । ex सुल्तानपुर यूपी
लोगों में आम चर्चा है कि बीजेपी में सिफारिश और पैसे दोनों टिकट वितरण में चलते हैं।
प्रदीप जी, युपी में, योगी को डाऊन करने लिए, सेंटर और राज्य के कुछ नेताओं की वजह से ही उत्तरप्रदेश में ये गिरावट देखनी पड़ी।
सेंटर के कुछ नेताओं का बहुत बड़ा योगदान है इस साज़िश में।
Yes
हा
सहमत हूं
क्या ईसमें दिल्ली वालों का नुकसान नहीं था की यूपी में कम सीटें आये तो ? ऐसी बात करके सारी जगह जूठ मत फैलाओं दुश्मन लोग सब सुन रहे हैं ।।
Jai ho
मछलीशहर मे 74000 नोटा पर पडा उसने कहा अमीत शाह से टिकट खरीदे है
Joulesy
कृपाशंकर को जौनपुर से टिकट देकर यू पी और महाराष्ट्र मे हार निश्चित कर ली
2019 me Manoj Sinha ko candidate banya tha, unsey better candidate kon ho sakta hai? Vaha Janta ke mentality hi esey hai. Mukhtiyar Ansari agar Modi ke virodh bhi 2014 me candidate hota to unka bhi jeetana muskil ho jata. Candidate nhi, Hindu abhi bhi gulam mentality se grast hai
बहुत अच्छा विश्लेषण.
यूपी में भाजपा संगठन बिल्कुल जमीन पर नहीं है चुनाव में मुझे वोट के दिन भी दिखाई नहीं दिया
Pradeep ji 🙏
बिल्कुलसही
हिंदू भाइयों,
बहुसंख्यक हिन्दुओं के हितों के लिए राष्ट्रीय बहुसंख्यक आयोग (राष्ट्रीय हिन्दू आयोग ) का गठन होना चाहिए जैसा कि अल्पसंख्यकों के हितों के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का गठन किया गया है। बहुसंख्यक हिन्दुओं के हितों के लिए राष्ट्रीय बहुसंख्यक आयोग (राष्ट्रीय हिन्दू आयोग ) का भी उसी तरह से सवैधानिक तथा कानूनी रुप से निर्माण करना चाहिए जिस तरीके से अल्पसंख्यकों के हितों के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का गठन किया गया है। राष्ट्रीय बहुसंख्यक आयोग (राष्ट्रीय हिन्दू आयोग ) का गठन बहुसंख्यक हिन्दुओं समाज के व्यक्तियों के सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक और सांस्कृतिक हितों को बढ़ावा देने और उनकी सुरक्षा के लिए किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय बहुसंख्यक आयोग (राष्ट्रीय हिन्दू आयोग ) का गठन हिन्दु धर्म के व्यक्तियों के प्रति भेदभाव को दूर करने, उन्हे अल्पसंख्यक ध्रर्म जैसे - मुस्लिम और इसाई धर्म के व्यक्ति के समान सवैधानिक तथा कानूनी सुविधायें दिलाने जैसे छात्रवृतियाँ प्रदान करना, व्यापार के लिए लॉन दिलवाना, प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए कॉचिंग दिलवाना आदि। बहुसंख्यक हिन्दुओं को भी अल्पसंख्यक ध्रर्म जैसे - मुस्लिम और इसाई धर्म के व्यक्ति के समान सभी सुविधायें तथा कानूनी अधिकार मिलने चाहिए। बहुसंख्यक हिन्दूओँ के मानव अधिकार तथा समान की रक्षा होनी चाहिए, तथा उन्हे बहुसंख्यक हिन्दूओँ को भी अल्पसंख्यक समुदायों के समान सरंक्षण दिया जाना चाहिए। उनके साथ अल्पसंख्यकवाद और धर्मनिर्पेक्षता के नाम पर अन्याय नही होना चाहिए तथा अल्पसंख्यकवाद और धर्मनिर्पेक्षता के नाम पर उन्हे बहुसंख्यक हिन्दूओँ को प्रताङित नही किया जाना चाहिए। बहुसंख्यक समुदायों (यानी हिंदुओं) को अल्पसंख्यकों समुदायों की तरह ही सुविधा दी जानी चाहिए।
कृप्या करके इस संदेश तथा पोस्ट को अधिक से अधिक हिन्दू भाइयों तथा बहनों में विभिन्न माध्यमों जैसे इलेक्ट्रोनिक माध्यमो, प्रिंट माध्यमों तथा अन्य माध्यमों द्वारा शेयर करना तथा फैलाना चाहिए।
सभी हिंदूओं को HINDU CHARTER. Org site हिंदू चार्ट को पढ़ना तथा साझा करना चाहिए। HINDU CHARTER. Org site एक हिन्दूओं के हितों औऱ अधिकारों की संगठन साइट है। इसमें हिंदुओं से जुड़े मामलों को दिखाया गया है तथा चर्चा की गई है।
Please click on the figure below and get the detail information about Hindu charter demands.
National Commission for Majority (National Commission For Hindus) and Ministry of Sanātana Vedic Affairs should be formed just like National Commission for Minorities and Ministry of minority Affairs to promote and protect their social, educational, economic and cultural interests, to solve their grievances, to solve the injustice done to them. Human Right and dignity of Majority communities (i.e. Hindus) should be protected just like that of Minority Community. Majority communities (i.e. Hindus) should be given same facility just like Minorities. There should not be any injustice done to Hindu in the name of Secularism and Minoritism.
All Hindu should read and share HINDU CHARTER. Org site. Hindus related matters are shown and discussed in it. These matters should be shared by all electronics and other means to as many as people.
सभी हिंदूओं को HINDU CHARTER. Org site हिंदू चार्ट को पढ़ना तथा साझा करना चाहिए। HINDU CHARTER. Org site एक हिन्दूओं के हितों औऱ अधिकारों की संगठन साइट है। इसमें हिंदुओं से जुड़े मामलों को दिखाया गया है तथा चर्चा की गई है।
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जय श्री राम 🌹🌹🙏
Rajasthan me cm bhajan lal ji hi rahe to vidhan shaba chunav me bjp nhi ayegi
सर जी धन्यवाद,
मराठीमें कहते हैं " फाजिल आत्मविश्वास " बस इस कारणसे भाजपा की ऐसी अवस्था हुई हैं ।
श्रीमान जी, नमस्कार।। आपका कथन सही है राजस्थान में जो उम्मीदवार विधायक का चुनाव नही जीत पाये ऐसे दल बदलू लोगो को लोकसभा के चुनाव में उम्मीदवार बना दिया जिसे आमजनों ने नकार दिया।।
ऐसा घमंड राजस्थान के चूरू लोकसभा में था तो 35 साल से बीजेपी के साथ रहे। एक नेता के कहने पर काट दिया। जिसका खामियाजा भुगतान पडा।
मैं अभी भी कह रहा हूं, अमित शाह को बंगाल और उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी मिलना चाहिए।उनको मंत्रालय छोड़ देना चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव राज सिंह चौहान को बनाना चाहिए।
साथ ही शिवराज सिंह चौहान को महाराष्ट्र संभालना चाहिए।
महाराष्ट्र नितिन गडकरी जी को संभालना चाहिए वो निर्विवाद नेता हैं @@shankardayal4031
ShivRaj Chauhan aur Amit Shaha ko sangathan me kaam karney ke bahut avyakta hai. Vah dono hi Modi ke baad sabsey sucessfull mass leader hai. Ministry se important party hai.
बहुत ही सुन्दर विश्लेषण......❤❤❤❤
सर BJP ko muslim vote milte nahi... फिर हिंदुओं पर फोकस् करना चाहिए
सत्य
😂😂😂
कर्मचारीयों नेभी वोटर लिस्टसे लेकर चुनाव तक हर जगह खेल किया।
किसी को क्रेडिट न दे कर;राजा और महामंत्री ने स्वयं को परमब्रह्म माना! #राष्ट्रवादी अगाह करते रह गए। "सौ जूते और सौ प्याज'' वाली कहानी याद आ गई!
प्रमोद सिंह अयोध्या प्रदीप सिंहनमस्कार
बडी डिंगे हांकते रहते थे की भाजपा केडर बेस पार्टी है।
फिर पन्ना प्रमुख के झुठे नाम खानापुर्ती के लिए डाले होंगे। लोकसभा इलेक्शन 2024 सामने था तब वोटर लिस्ट लेकर गली-मोहल्ले भाजपा कार्यकर्ता गये ही नहीं।
चुनाव के पहले दो-तीन बार लोगों से मिलना चाहिए था नये नाम जोड़े नहीं। ऐसा संगठन विसर्जन कर लेना चाहिए।
दो चुनाव जीत कर बीजेपी इस भुलावे मे आ गई की अब मोदी के नाम से ही पार लग जाएंगे । दुसरा कार्य कर्ता निराश था क्योंकि जो कभी भाजपा को गाली देते थे उनको चुनाव टिकट देना।
वाकई बिल्कुल सच है ये की अब BJP द्वारा पब्लिक पर जबरन थोपे जा रहें हैं उम्मीदवार
पार्षद, विधायक सांसद को जबरन वोट दिया गया समय और पारिस्थिति देखकर l
उम्मीदवारों के चयन में अमित शाह उत्तर प्रदेश में,वो योगी जी को निपटाने के चक्कर में थे। ये यूनिवर्सल truth है
💯
100%✔️
अमित शाह ऐसा करते थे तो यूपी वालें कहाँ थे ?? योगीजी के साथ तो थे नहीं ?? अमित शाह काम करते है तो प्रधानमंत्री क्यूं ना बने क्या उनका भी हक है ।।
Correct 💯
संघी मोदी को सहमति से भी बोलें। संघ की शुरू से यही लाइन रही है। नेता एक ही होगा। बाकियों को टंगड़ी मारी के लुढ़का दिया जाएगा। शुरू से चेक कर सकते हैं।
बलराज मधोक
गोविंदाचार्य
प्रमोद महाजन
आडवानी जी
और अभी ताजा ताजा
गदकरी और योगीजी
चुनाव के सामने हिंदू मुस्लिम करना, ओर जीतने के बाद सबका साथ सबका विश्वास
🙏🙏नमस्कार सिंह साहेब,कौन है जो नहीं चाहता था कि मोदी आए,विपक्ष तो अंदुरिनी कलह का फायदा ले लिया, नहीं लगता है कि कौन है, जो नहीं चाहता था??😂😂😂😂😂😂
जय श्री राम प्रदीप जी, अगर बी जे पी जेसी पार्टी उम्मीदवारो के चयन में गलती करेगी तो लगता ही बी जे पी धीरे धीर कांग्रेसीकरण की ओर बड़ रही है। जय भारत जय हिन्द वन्दे मातरम 🇮🇳
उतराखंड मे भी टिहरी से उम्मीदवार से बहुत नाराजी थी पर जनता ने मोदी जी को वोट दिया
आपका विश्लेषण सही है
Naddaji ko hatana tha.
Jai hind sirji
२०२४ में मोदीजी की वह लोकप्रियता नहीं रही थी, आज भी नहीं है इस सत्य को क्यों नहीं स्वीकार किया जा रहा है?
मोदीजी हर रैली में "मोदी की गारंटी", "मोदी की सरकार" कहा करते थै, भाजपा की सरकार या एनडीए की सरकार नहीं!अगर मोदी इतने लोकप्रिय हैं तो क्यों लोगों ने उन्हे वोट नहीं दिये?
मोदीजी का मुस्लिम प्रेम भी एक कारण था,इसे भी स्वीकार किया जाना चाहिए।
दोषी स्वयं मोदी भी हैं।
और सभी कारण जो आपने गिनाये थे पर मोदी का अहंकार भी एक प्रमुख कारण था।सत्य को स्वीकार करना चाहिए।
Aap 90% sahi hai. 10 % corrupt BJP leader .
tu bhi aona channel bana le or jo tu so hta hai wo bol de😂😂
मोदी जी की वजह से हम सब सुरक्षित है नहीं तो अभी तक अमेरिका के जार्ज सरोस ने किनारे लगा दिया होता देश ये सब बातें भी नहीं कर पाते। अंहकार पर ज्ञान बांटने के लिए भी नहीं बच पाते 😂😂😂
जय जय श्री राम, ,
*जमीनी समस्याओं का समाधान हो जैसे पेपर लीक, सारी वेलफेयर स्कीम मुस्लिमो को देना आदि का निवारण करे बीजेपी वरना सूपड़ा साफ होगा*
उत्तर प्रदेश की जनता विधानसभा चुनाव में बाबा के काम पर ही मोहर लगाएंगी
इसमें कोई शक नहीं हैं कि भाजपा को “ दलबदलुओ “ से बहुत ही नुकसान झेलना पड़ा हैं । अब विधान सभा के चुनाव आने वाले हैं , अब तो सँभल जाये । संगठन में बदलाव बहुत जरुरी हैं ।
इन सबके साथ साथ उत्तर प्रदेश में हार का मुख्य कारण युवाओं में सरकारी नौकरी का वैकेंसी का नहीं निकालना। अगर निकलती भी है तो पेपर लीक हो जाता है। यही सपा सरकार अगर आएगी तो सब काम छोड़कर वैकेंसी निकालेगी। अभी भी समय है सुधार करें अन्यथा आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना मुश्किल हो जाएगा।
जी सहमत हूँ।
अभी कुछ दिन पहले जब बिहार में शिक्षक की बहाली की गई तो उसमें इतने ज्यादा UP के अभ्यर्थी आये और sucess हुए की बिहार में एक मुद्दा बन गया था।
मुझे लगता है कि दूसरी तरफ मतलब UP में लोगों को लगा होगा कि देखो बिहार में कितनी नौकरी मिल रही है और हमारे यहाँ कुछ नहीं
अक्षम नेता ,जनता की उपेक्षा, कर्मचारियों द्वारा भ्रष्टाचार कर जनता का शोषण पर कुछ विश्लेषण किया जाना चाहिए।
कार्यकर्ताओं की सुनवाई नही होती कहीं पर और तहसीलों व थानों में अपार भ्रष्टाचार तथा गलत टिकट वितरण एवं सांसदों की अकर्मण्यता
जी मेरा भी यही मत है कि योगी जी के बढ़ते कद और मोदी जी द्वारा उनकी हर जगह सराहना से परेशान कुछ जिम्मेवार नेताओं ने यू पी में टिकट वितरण में जानबूझकर गलती की है, यदि ऐसा हुआ है तो पार्टी के पराभव का समय a गया है हमारे जैसे अनगिनत प्रसंशक भी कुछ नही कर सकेंगे।
टॉप लीडरशिप ध्यान दें l।
जय श्री राम
जंबूद्वीप अखंड भारत की जय वंदेमातरम
जो भी हुआ अच्छा हुआ अब उपर बाले नेता ओ की भी आखे खुल गई होगी
मेरी राय मे यह एक केलकुलेटेड रिस्क थी, अलोकप्रिय उम्मीदवारों को टिकट देने की, जिनको भाजपा संगठन मे निष्क्रिय करना चाहती थी, पिछले दरवाजे से संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया ।
राष्ट्रवाद और भष्टाचार साथ साथ नहीं चल सकते
सत्य!
अल्प संख्यक से जादा लगाव हार का कारण बना जबकि वह माहिर हैं अपना काम निकल जाने पर कोई कभी उनके नहीं हो सकतें
Amit Shah ko bhagao isne party ki image kharab kar di. Upar se yogi ke pichhe pada h.
100% इसी ने ओमप्रकाश राजभर, जयन्त चौधरी,ब्रजेश पाठक, केशव मौर्य जैसे हवा हवाई को महत्व
योगी आदित्यनाथ महाराज की उपेछा सबके लिये अमित शहवा जिम्मेदार है
अमित शाह 56 साल के हो गये बीजेपी का काम करते करते क्या उनका हक नहीं वो प्रधानमंत्री बने ?? क्या सीधे योगीजी को ही बना देना है ?? सब की बारी आनी चाहिए ।।
@@anjanapatel7893Sabhi log yogi KO chahata hai yogi Ka aura hai abhi to yogi support Karke aage Karna chahiya
@@thankforeverything4752 वो तो यूपी के लालची लोगो को सोचना चाहिए था कि योगीजी को नुकसान होगा हमने गुजरात वाले ने तो अपना काम अच्छे से किया है और पूरी सीटे लाकर देदी ।।
भाजपा ने करदाताओं को न तो सम्मान दिया और न कोई सुविधा दी !