पुराणों को पड़ेंगे और संतो की वाणी को ध्यान से सुनेंगे तो हजारों बार उन्होंने बोला है कि सभी ब्रज वासी गोपियां ऋषि मुनियों के अवतार थे और हैं और सभी चाहते थे और हैं कि प्रभु उनके घर आएं और लीला करें प्रभु को और उनकी लीला को समझ जाते तो इस दुनिया में न होकर उनके पास होते जय श्री राधे कृष्ण
आर्य समाज भी सनातन का अंग है। आप विघ्न बन रहीहैं भारतीय संस्कृति और संस्कारों की। आप अपने ्विचारो को सम्हालो। जोर जोर से चीखना और चुटकुले सुना कर पब्लिक को मोहित करना भी व्यभिचार है मेडम
श्रीराधारानी को लेकर उठे विवाद में निग्रहाचार्य का अभूतपूर्व वक्तव्य | Swami Nigrahacharya on Radha th-cam.com/video/8iUuKO8wOfs/w-d-xo.html राधाजी को काल्पनिक कहने वालों को निग्रहाचार्य ने सप्रमाण दिया था उत्तर | Old Video of Nigrahacharya th-cam.com/video/c9L4m99HFr4/w-d-xo.html
आर्य समाज का ईश्वर limited है तभी तो वो अवतार या साकार रूप नहीं धारण कर सकता किंतु गीता के चौथे अध्याय के छठे श्लोक में जो भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है उसे तो ये लोग अपनी 70 श्लोकी गीता में भी नहीं डाला होगा।😂😂😂😂जितना रोना चिल्लाना है चिल्लाओ अलंकारों हमे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमारा भ्रम दूर हो चुका है। ।।जय श्रीराधे।।
Aj Ham Geeta Padh Rahe Hai Jabki Hamara Mul Dharm Granth Ved Hai Shri Krishna Se Pahle Ved Hi Padhaya Jata Tha Aur Shri Ram Bhi Ved Hi Padhe The Na Ki Geeta me Ye Nahi Kahta Ki Geeta Galat Hai But Ved Sarvottam Hai Pahale Ved hi Padhaya Jata Tha Jo Abhi Tak Esme Koi Bhi Milavat Nahi Hai
लेकिन तुम्हे तो ये नहीं दिखता न कि पूरी गीता में जगह जगह श्रीकृष्ण ने अपने को ईश्वर कहा है।मानोगे कैसे?बाकी 630 श्लोक हटाकर तुमने अपनी 70 श्लोकी गीता बना डाली 😂😂
जो भी श्री कृष्ण को मानने की बोल रहे हैं वो मानते तो जानते की श्री कृष्ण हम सभी के ही स्वामी हैं हम सभी तो आत्मा हैं उनकी फिर कोई कैसे उन्हें गोपियों के साथ रासलीला को गोपियों के यहां माखन चोरी को भोगी और चोर बोल सकते हैं हमारे श्री कृष्ण तो एक ही हैं और हमारी माता भी एक ही हैं उन्हें चाहे राधा कहो या रुक्मिणी जब किसी को प्रभु या उनकी लीला या संतों की वाणी समझ न आए तो फालतू बकबास नहीं करनी चाहिए जय श्री राधा कृष्ण हे मां श्री राधे अपने इन मूर्ख बच्चों को सद्बुद्धि दो राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा जय मां श्री राधे
Bhai mere maana ki hume khud padna chahiye par kuch anubhav bhi hote hai jo hume life mein hote hai. Naam Jap ki mahima bahut hai kabhi ap jap ke dekhna. Premanand ji Maharaj ji ki baat ko manne ka Mann karta hai,Dil se ek awaz aati hai ki inme kuch anokha jo kisi or mein nahi hai mai Radha Rani ji Parati aisi batein nhi sun saki . indresh upadhaye ji ni apni Katha mein kaha tha ki Rukmini ji Shree Mati Shyama ju Ka samaran Karti hai.
@@Somethingistrue933 Aapki preeti jismein hain wo naam liya jaa skta. Naam jap karke dekho sab clear ho jaayega. Humaare yaha to ye maante ki parambrahma, Mool Prakruti, Para Prakaruti, Saakar, Nirakar, Sagun, Nirgun jo bhi hain ye poora brahmaamd (all the multiverses) mein ek ek कण Shri Radha hi hain. Krishna ke sath mata Rukmini ka naam lo, mata satyabhama ka naam l yaa kisi ka bhi naam lo krishna naam hi poorn hain Radha To sarv Vandya hain. "अतीव गोपनीयम च " Jinka charitra ati gopneeya hain jinke naam maatr hi paryaapt hain. Aise to Maa Kaali, Maa Durga bhi Paarvati ji hi hain, Pr Shiv-Parvati🙏, Parvati pataye, GauriShankar hi bola jaata. सीता राम🙏 श्रीजानकीवल्लभोः सदा विजयते 🙏
Kripaluji mahraj ji jinhone samast bharatvarsh ke samast top 500 vidwano ko akele hara diya tha kashi mein jinhe shivji ke avatar adishankracharya ji se bhi kai guna bada maan sarvocch jagadguru ki post di 5th original declared jagadguru ki unhone samast vedshastra Grantho se radhe rani ko sabit kiya rig ved se sabit kiya radhe rani jagat mata hain aur shree Krishna jagat pita hain
@@underworldevolution4321 shri krishn se sambandhit 4 kitabome Radha ji ka naam Nehi hai Mahabharata, Hari vansh puran, Vishnu Puran, bhagavat puran, soch ne vali baat hai ? Jay shri hari namah Narayan 🕉️ 🙏
राधा रानी कृष्ण भगवान के बाएं भाग से निकली इसका अर्थ हुआ वामांगनी थी। और वामंगनी का अर्थ होता है पत्नी । पार्वती जी शिव जी के वामांग से उत्पन हुई है ।। विष्णु जी की नाभि से ब्रह्मा मस्तक से शिव जी उत्पन्न हुए इसका मतलब ये तो नहीं हो जाता कि विष्णु जी ब्रह्मा और शिव जी के पिता हो गए।। और रही बात राधा नाम यशोदा मैया के भाई की पत्नी का था तो ऐसे तो जो मेरा नाम है वो मेरी रिश्ते की भाभी का भी है।। एक नाम कई लोग के हो सकते है।।
राधा शक्ति है कृष्ण भगवान की।। जो धरती पर श्री कृष्ण भगवान के अवतरित होने से पहले अवतरित हुई है। वो प्रेम का पर्याय है,, वह प्रेम जो बंधन से परे है , अध्यात्म से परिपूर्ण है, राधा त्याग का नाम है, भक्ति का नाम है, शक्ति का नाम है, राधा एक भाव है , राधा के प्रेम में समस्त वेदों और उपनिषदों का ज्ञान विद्यमान है। कृष्ण भगवान की 8 पत्नियां हैं वो 8 रानियों के पति हैं पति का अर्थ हे होता है स्वामी या जिसके संरक्षण में एक स्त्री है।। पर राधा रानी शक्ति ही हैं श्री कृष्ण की उनके बिना कृष्ण अपूर्ण है बिना शक्ति शरीर कैसा ?? कृष्ण दर्शन है।।। राधा उस दर्शन के प्राण है।। रूक्मणी माता कृष्ण भगवान की संगिनी बनीं,, वह सदैव पूजनीय है,,और राधा रानी कभी नहीं मिली कृष्ण से विवाह के बाद शायद अंतिम समय मिली हो,, पर वो असीम शक्ति के रूप में सदैव विराजमान रहीं।।। एक छोटा सा दिमाग जिसकी अपनी सीमा है क्या जाने राधा रानी को।।। राधे कृष्ण ❤
@@devkinandanmishra55 बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
@@Vayuyajuतेरे को सीर्फ खंडन मंडन ही करना है या इससे उपर उठ कर अपना कल्याण भी करना है अगर कल्याण करना है तो तुझे भी इन्हीं की शरण में जाना होगा आर्य समाज तेरा कल्याण नहीं कर सकता
नमस्ते कब से आया हैं दीदी 🙏🙏🙏 राधे राधे 🙏 सीताराम 🙏 हरि ॐ 🙏 जय श्री मन नारायण 🙏 छलिया ने संसार को दिखाया हैं आगे यही संसार में होगा। ये बात अलग हैं क्लिकल में कथा के नाम पर बिजनेस कर रहे हैं और ऊपर से ये मुस्लिम
यह बहन जो कह रही है कि जितने भी पुराने कृष्ण के मंदिर है उसमे मात्र कृष्ण की ही मूर्ति आई है तो आचार्य जी साफ साफ कह रहा हूं यह मूर्ख है और यदि आप इसकी बात को मान रहे हैं तो आप भी मूर्ख हैं जाकर थोड़ा अध्ययन कीजिए और रिसर्च कीजिए
जी प्रणाम सभी को प्रणाम❤❤ से । मानते राधा का कृष्ण महाभारत में नही आता । फिर भी । लोग राधा कृष्ण मानते कोई खास फर्क नही पडता है । उस प्रमसत्ता को राधा कहे या कृष्ण कोई दिक्कत नही । राधा मानते है अच्छा काम करते है तो ठिक । मालिक हमें सद्बुद्धि दे ।
तुझे दिक्कत तब होगी जब तेरी बेटी या बहन के जीवन मैं कोई राधा होगी बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
ये आर्यसमाजी सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक को पढ़कर अपने आप को विद्वान और सारा ज्ञान तो इन्हीं में है बाकी सब पाखंडी है सत्यार्थ प्रकाश पढ़कर आप प्रेमानंदजी जैसे महान संत को भी संदेह से देखते हैं
@@Sanatan_gyan12 premanand aur mahan , lol 😂 Premanand ne khud zindagi mein koi pramanik shastra tak ka chehra nahi dekha hoga 😂 satyarth prakash jaisa krantikari granth tum jaise charitra heen andhbhakto ke liye nahi hai !
Satyarth prakash ko Choro Khud dimag lagaaw logic lagaaw...Radha ka koi 300 saal purana Evidence nahi hai na hi koi Archeological evidence.. Mahabharat jismai Krishna ji ki Biography likhi hai usmai tak kuch nahi ..mai bhi Souchta tha pehle aise kaise Krishna ji ho sakte hai ..
Sanatan Samiksha ka debunk hamare pushyamitra bhai kar chuke hai debate karke aur ab Rishi uvach / dharm samrat channel par uspe live karke radha ka postmortem karenge , don't worry 😂
🔴यह जो बात आप कह रही हो ना एक बार प्रेमानंद बाबा जी के पास जाकर के यही कह दो वह जना देंगे की राधा रानी कौन है उनके रोम रोम से श्री राधा नाम की महिमा निकलती है श्री राधा रानी की महिमा निकलती है तो एक बार जाओ वृंदावन और परम पूजनीय सदगुरुदेव श्री प्रेमानंद बाबा महाराज जी से मिल लो। तुम्हारी बोलती बंद ना हो जाए ना तो मुझसे कहना
Adishankracharya nimbakacharya madhvacharya ramanujacharya chaitanya mahaprabhu vallabhacharya ramanandji tulsidas surdas kabirdas meera nanak tukaram etc sab avtari sant jhoothe ye didi buss sahi waah murkho bhagwan aur unko pa chuke sant mohmaya kaam kroadh se pare hote hain unki divya duniya mein sab kuch atma wale nirantar badhte rahne wale anant anand se hota hain wo sabhi activists usise karte hain unme sansari laila majnu formula lagega to yahi haal hoga na doodh aur chune ke pani dekhne mein ek jaisa magar antar sabko pata hain
मैंने सुना है कि वेदों ने आत्मा को स्त्रीलिंग तथा परमात्मा को पुरुष लिंग बताया है इसी तथ्य को आधार मानकर अगर गर्ग जी ने गर्ग संहिता की रचना किया तथा स्वयं को राधा और परमात्मा को भगवान कृष्ण मानकर आत्मा परमात्मा के मिलन का भक्ति भाव से चित्रण किया तो इसमें आर्य समाज की परेशानी क्याहै कृपया गर्ग संहिता के बारे में कुछ बताएं
@Vayuyaju bhai kya Radha Mahan nahi thi Radha ji aur bhagwan shri krishna me bhakti wali prem ek bhakt Apne bhagwan se pyar kar rahi hai jo abhi ke serial Wale dikhate jo prem o Galat hai yaisa Prem nahi jo aajkal ke log samajhe hai Radha bhagwan shri krishna ke param bhakt thi aur
Rukmani ji ki tarah bhagwan shree krishna ne bahot se vivah kiye hai lila sawrup. Aur wo sabhi Rdaharani ka hi अंश स्वरूप है isliye radhekrishna astitva mein hai. Radharani ke dusre ansh स्वरूपों ke sath naam nahi bola jata
लोग(असुर प्रवित्ति के) अपनी विलासता को पूरा करने के लिए हमारे पूर्वजो के वास्तविक वा गौरवशाली इतिहास को घूमिल करने का असफल प्रयास कर रहे है। काल्पनिक राधा को बीच में लाकर, माता रुक्मिणी जी और भगवान श्री कृष्ण जी के पवित्र संबंध को नष्ट कर रहे है। ये लोग काल्पनिक राधा का महिमा मंडल करने के लिए योगेश्वर श्री कृष्ण जी का अपमान करने से भी नहीं चूकते। ये लोग जो काल्पनिक राधा के कारण भगवान श्री कृष्ण जी का अपमान करते है, क्या ये स्वयं अपनी पत्नी का स्थान किसी पराई स्त्री को देंगे??? (दे भी सकते है! कामवासना में अंधे जो है...🤪😂) माता रुक्मिणी जी की जय। योगेश्वर भगवान कृष्ण जी की जय।
@@neerjayadav5800 अपने मन से कुछ भी... श्री राधे 🤮🤮🤮 भगवान श्री कृष्ण जी की सिर्फ एक धर्म पत्नी थी, वो माता रुक्मिणी जी थी 🙏। बाकि सब पाखंडी और कामी बाबाओं द्वारा मनगढंत कहानियां बनाई गई है।
Sa-adar namaste ji 🙏🏼 didi bahut achcha lga sunkr..hm bchpn se ye sunte aa rhe hn. Rukmani ji pujya hain. Aur Shree Krishna ji ka jo bhi log charitra pr ankush lgate hain unhe karmon ka phal avashya hi milega. Achchi cheezein, vichaar aadi ka hamesha hi virodh hota h. Yahi kaliyug h. Radha k naam pr adhyatmik h aisa kehne wale log bahut hain. Kuch pucha jae to kehte hain tum moodh mati ho adhyatm tumhare bas ka nhi. Pr jis tarah k shabd ve prayog krte hn vah unki mansikta aur gyaan ko batata h. Bina pramanikta aur tark ke vaad vivaad krne lgta hain. Kya adhyatmik hona yah hota h? To phir har vyakti adhyatmik h. Us hisab se to sabhi ko samajh ana chahiye, pr ata nhi. Apni dukaan chalane k liye katha vachak dharm guru banne ka prayas krte aae hain. Katha vachan k niyam bhi nhi pta aur logon ko paath padhane lgte hain. Yahaan ulte sidhe comments krne wale log yadi tarkik hain to swayam apne dharm granth padhein, puraan bhi padhein phir nishkarsh nikalein ki kya sahi h aur kya nhi. Jai Shree Krishna. Jai ho mata Rukmani ji ki. Aum🙏🏼
What sad atma wale nirantar badhte rahne wale anant anand se ki gayi activists mein insani formula lagega laila majnu formula mohmaya to yahi haal hoga na doodh aur chune ke pani dekhne mein ek jaisa magar antar sabko pata hain samjha adishankracharya nimbakacharya madhvacharya ramanujacharya chaitanya mahaprabhu vallabhacharya ramanandji avtari sant sab jhoote hain na
Rig veda 1 22 7 rig ved 3 51 10 rig ved 1 9 5 rig ved 1 48 14 rig ved 1 15 5 rig ved 8 90 2 padh jake sanskrit shlok clear radhe naam hain samjha ab translations to jo chahe manmana karo person ko vastu bana do 😂😂😂😂😂
@@SandeepSingh-yw9xn श्री राधिका के संग फेरे पड़े तबसे मेरे लला कुछ इतराने लगे हैं|🙏 Neem hakeem khatre jaan. 🙏 सीताराम🙏 श्रीराधावल्लभोः सदा विजयते🙏 श्रीजानकीवल्लभोः सदा विजयते 🙏
Aapki maa ka bhi kisi aur se chakkar to nhi aapke pita ke alawa... Jab maa rukmini ki jagah aap kisi aur ko rakh sakti hai to to isme koi sandeh nhi hai Aapka privaaar bhi Esa hi hoga
@@SandeepSingh-yw9xn jaisa charitra waisa pradarshan hai tumhara bas ! Lajja nahi aati tumhe jara bhi Shree Krishn ke baare mein aisi baatein kehte hai , kasam se mar raha hai yeh hindu samaj dhong pakhand aur avidya se grast hoke
राधेश्याम देवी की शादी के टाइम तो अपने भाई और पिता का विरोध हमने भी किया था तो क्या हम भी रुक्मणी जी बनगए कृपा करके बंद करें सब और सहीमार्गदर्शन करें 🙏
@@achyuthcn2555 ye already bol rhe h Sbka apmaan krre h . Brajvasiyo ko Kutta bol rhe h . Aur Santo ko Jhuta . Aap Aap He sochiye Ye insaan h Ya rakshak .
@@InstitutionGame , Shri Krishnji ko bhagavaan na maanne valle moorkh hote hai. Ye Sri Krishn ji ne kahaa Gita main. Chapter 9 Verse 11. अवजानन्ति मां मूढा मानुषीं तनुमाश्रितम् | परं भावमजानन्तो मम भूतमहेश्वरम् || When I descend in My personal form deluded persons are unable to recognize Me. They do not know the divinity of My personality, as the Supreme Lord of all beings.
@@achyuthcn2555 beta ! Brahmasutra 1/1/29-31 anusar jab Yogi yog awastha mein chala jaata hai aur updesh dete waqt Mai sabd ka prayog karta hai toh woh mai sabd uss Yogi ke liye nahi , balki ishwar ke liye hota hai ! Aur Mahabharat Aashwamedhik parv adhyay 16 anusar shree Krishn Gita bhool gaye thay aur slok 11 mein kehte hai ki वह दोबारा गीता को उसी रूप में सुनाने में असमर्थ थे ! असमर्थ व्यक्ति ईश्वर नहीं हो सकता ! और श्लोक १३ में श्री कृष्ण कहते हैं कि उन्होंने योग अवस्था में गीता में परमात्मातत्त्व का वर्णन किया था ! खुदका नहीं , इसलिए यहां गीता ९/११ में श्री कृष्ण स्वयं को भूतमहेश्वर नहीं कह रहे , अपितु ईश्वर को कह रहे हैं , क्योंकि ब्रह्मसूत्र अनुसार मैंने सिद्ध किया कि योग अवस्था में मैं शब्द ईश्वर के लिए होता है , योगी के लिए नहीं महाभारत अश्वमेधिक पर्व अध्याय १६ श्लोक १३ में लिखा है कि वह योग अवस्था में गीता में परमात्मातत्त्व का वर्णन किये थें ।
न्यायालय कभी कोई धार्मिक टिप्पणी नहीं करता ।। रही बात लिविंग रिलेशन शिप की तो कृष्ण राधा को क्यों अपनी तुच्छ बुद्धि से देख रहे हो।। कृष्ण राधा अध्यात्म है।। वो आध्यात्मिक प्रेम है।जो सांसारिक प्रेम से बहुत ऊपर है। प्रेम भोग विलास नहीं प्रेम समर्पण सिखाता है देवी जी। आप लिविंग रिलेशनशिप का निः संकोच विरोध करे पर राधा कृष्ण के अध्यात्म से उसकी तुलना न करे। क्यों इस भौतिक जगत से आध्यात्म को तौल रही हो।। हरे कृष्ण राधे राधे कृष्ण कृष्ण राधे राधे आध्यात्मिक प्रेम इस दुनिया का आधार है उसके बिना श्रृष्टि की कोई संकल्पना नहीं।। आध्यात्मिक प्रेम हवा के समान अदृश्य है। जल के समान निर्मल। चांद के समान शीतल सूर्य के समान तेजस्वी। अग्नि के समान ईश्वर से जुड़ने का साधन। आकाश के समान विशाल। गंगा के सामान पवित्र। वृक्ष के समान निश्चल। मेरी राधा रानी❤
Matlb bhagwan shankaracharya ko bhi nahi manna ab. Krushnashtakam, Anand Lahiri, Saundarya Lahiri Aise mahan grantho ko likhne waale bhagwan shankaracharya ne bhi mana hai ki kaali= Krishna Radha = Shiv. पुंरूपेण जगद्धात्रिं प्राप्तयाम कृष्णतां त्वयि, वृषभानुसुताराधा स्वरूपाहम् स्वयंशिवे|| ~ देवीभागवत महापुराण जय जय श्री वृंदावन धाम 🙏
@@eldivyanshu @anuraggarg9504 ye kh rhe h Shiv Puran , Bhagavatam, Brahampuran Aur vedas Sb Glt h . Enke koi Acharya ne Jo Likha h bs Vhi shi h . Ye Murkh sbi vaishavo k Santo k Aur Swamy Radha rani k apmaan Krke Apna Jeevan ko Narak Ki aur le jaa rhe h .
@InstitutionGame Nahi bhrata, ye bhi ek bhakti ka tareeka hai, ye log jitni baar apmaan karenge utni baar inke mukh se radha naam nikalega. Aur koi ek baar raadha raani ka naam bhi le le to "vachkim tasya sheshah" Arthaat aur kuchh bachta hi nhi. 😊 जय जय श्री राधे राधे श्याम 🙏 श्रीराधारमणजी सदा विजयते 🙏
@@वैदिकविचारमंच aap sabmein brahm ko nahi dekh paa rahe inke unke ye aisa wo waisa to aap vedic kaha huye? Aap unke aadarshon pr chal hi kaha rahe? सीता राम 🙏
@@eldivyanshu bhai , tumhare bohot saare parampara praapt Acharyo ne hi kaha hai ki Adi Shankaracharya ne ek bhi stotra nahi racha aur yeh Anand lehri aur saundarya lehri bhi unhone nahi likhi hai ! 😂 Adi Shankaracharya ji yeh sab devi devta ki puja ko avidya maante thay , unhone kewal 10 Upanishad aur Brahmasutra pe apna bhashya likha tha aur Vivek chudamani likha tha bas ! Baaki unke naam pe rache farzi kitaab hai !
Koi smjhe ya na smjhe sb se hmri smjh bhali thakur nand kishor hmare thakurani varshbhanu lali hmari shree ji kya h ye tum jaise murkho ki smjh se pare h jai jai shree Radhe ❤
Aapko Premanand ji Maharaj se Milna chaye Vo Btaynge Aapko Radha kon thi kon hai aur kon rhengi Radha Nam ki Mahima Premanand ji Maharajji Achase Samjha sakte hai Aapko Kyoki Vo Radha Rani Ke Pram Bhakt hai Samjhi Anjali Arya ji Radha Rani Aapko Sadbuddhi den "Radha Radha"🌺🙏🏻......
Hindu aapas me lad mar rha ,muslim ko kuch karna hi nhi pd rha hai, hindu ek dusre insaan ko chota dikhane me ,aur devi dewtaawo ki ninda karne me hi lga pda hai, bahut dukh ki baat hai, 😭😭 jago hindu jago
ले पकड़ प्रमाण राधा के, और कामना कर की ईश्वर तुझे सद्बुद्धि दे, या तेरी बेटी बहन के जीवन मैं एक राधा जरूर दे बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
@@devkinandanmishra55 hnn asuro ki sankhya toh badh hi rahi hai jo Shree Krishn ko ek kalpanik character se jodke unka apmaan karte hai , tujhe dekh kar samajh gaya mai , bhagwan tujhe sadbuddhi de moodh andhbhakt praani .
🚩राधे राधे 🚩🔴मेरी बहन तुम बहुत जोशीली हो बहुत अच्छा संभाषित करने वाली हो बहुत अच्छी वक्ता हो लेकिन बहुत अच्छी बलवान भी हो लेकिन आपके अंदर प्रेम की कमी है और वह प्रेम श्री राधा जिनका आपने इतना नाम लिया है ना पाप तो आपने बहुत बड़ा किया है लेकिन फिर हमारे कृष्ण की इतनी तारीफ कर दी है तो जहां राधा रानी अपने कृष्ण की तारीफ सुन लेना तो वह सब भुला देती है तो वह आपके गुनाहों को भी भुला देंगी क्यों क्योंकि आप उनके प्रियम की कितनी चर्चा कर रही है कुछ दिन कुछ दिन एक टक राधा राधा जप करके देखो और उनसे प्रार्थना करो कि मुझे अपने बारे में बता दो वह बता देंगे क्यों क्योंकि करुणामई सरकार हमारी राधा रानी भक्तों की रखवाली हमारी राधा रानी ममतामई सरकार हमारी राधा रानी🚩
शाहेद इन्होंने शास्त्र अच्छी तरह से नहीं पड़े हैं राधा जी का और कृष्णा जी का विवाह हो चुका था ब्रह्मा देव ने कराया था वृंदावन में भागीट वन में अकेला हो तो जाकर वृंदावन देख ले मंदिर बना हुआ है वहां पर राधा कृष्ण का जहां पर ब्रह्मा देव उनका विवाह कर रहे हैं राधे राधे
Hm sirf krukshetra me sudarshn liye hue Shir krishna ko mante hai na ki rass krne wale gopiyo ke kapre churane wale ,makkhan churane wale krishna ko kyu hamare krishna bhogi or chor nhi hai vo yogiraj hai yog ka gyan dete hai or yogi kabhi bhogi nhi hota Shir Krishna ji ki puja Ma Rukmani ji ke sath hi honi chahiye na ki kisi Radha ke sath.
अरे कृष्ण के साथ राधा का नाम जोड़के आप खुद ही श्रीकृष्ण को गाली दे रहे हो। और गर्व महसूस करते हो 1 योगिराज धर्म संस्थापक श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र में कहीं भी कलंक नहीं है। वे संदीपनी ऋषि के आश्रम में शिक्षा दीक्षा लिए तो रास लीला रचाने गोपियों और राधा के बीच कब आ गए ?।
Brain ka use Karo aur socho ..Jalaram bappa Sant Tukaram ye dono Aise mahaan Bhakt hai jinhone kabhi Radha ka naam nahi hamesa Rukmani ko Krishna Ji ke saath joorye thy..ye dono Sant ko Bhagwan ne khud darshan diya tha
Rukmani krishn 🙏 sarva pratham toh krishn ko Krishna likhna band karo , Krishna darupadi ka dusra naam tha . Aur dusra yeh ki tumhe swayam satbuddhi nahi , laukik vrittiyon mein pale badhe ho bas . Jo Shree Krishn jivan se mrityu paryant koi paap aachran nahi kiye , maryadit achyut rahe , akhand baal brahmachari , ekal patni vrat dhari aur vishwa vijeta aur satyavaadi thay , unko tum logo ne raas rachaiya , rannchhor , chor , lampat bana diya hai aur radha naam ki kalpanik character se jod diya hai bas !!
बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
@@satya1425बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
@@Abhir_12 kalpanik log ashirwad nahi dete , kalpanik log bas comic books tak limited rehte , just like puranas ! 😂 Unka itihas mein koi kaam nahi hota , like Mahabharat !
@@Vayuyajujab sakar bhagwan aur unke avtar ko nahi mante to avtar vedvyas ji ki likhi Geeta mahabharata ko kyun mante ho 😂😂😂😂😂aur rahi baat ved ki to ved bhi Geera press ya arya namaji logo ke paas kahan se aaye aaye to vaishvna Guru shishya parampara se hi na 😂😂😂😂😂
@@underworldevolution4321mai toh har bhagwan ko manta hu Shiv ji ka mai bhakt hu...but logic soucho aur apne dimag ka use Karo Hamaare Mahabharat Bhagwat Geeta aisa koi grath Jo 1000 saal purani hai usmai koi evidence aur 800 saal ya 600 saal prani koi Archeological evidence hai..?? Aur Krishna bhagwan Ki Koi mahila Mitra rakhege wo bhi Aise bhagwan jinhone kabhi Dharm virudh koi Kadam nahi uthaya
दीदी ने कथा कहाँ से सीखी है? किसी लो कॉलेज से? ना आप राम को पूरी तरह जान पाई, ना आप कृष्ण को समझ पाई। तो राधा को कैसे जानोगी आपको राधा और रुक्मिणी के बीच का फर्क भी नहीं पता। आपको कृष्ण की लीलाओं का भी ज्ञान नहीं। आपको कृष्ण के जन्म की महिमा भी नहीं समझ आई। बस टीवी और यूट्यूब देख लिया, और बन गईं धर्म की रक्षक। पहले राधा रानी को जानो। राधा रानी के बिना कृष्ण को समझ पाना असंभव है। राधा प्रेम का सर्वोच्च स्वरूप हैं, और कृष्ण उनके बिना "राधा-कृष्ण" नहीं कहलाते। इसलिए भक्ति में राधा रानी का महत्व सर्वोपरि है।
@@mohitvishwakarma1514rig ved 1 22 7 rig ved 3 51 10 padh seedha radhe rani ka naam hain bewkof iske alawa bhi bhara pada hain jagat mata Radhe rani k naam shastro mein
@@underworldevolution4321 aapko aur aapke sabhi babao ko challenge hain ved me naam dikha de radha ji ka... Bewoof to aap ho Jo jaante hi nhi ved kya hain.... Arth ka anarth krke aap jese ko fasa rakha hai inn paakhandi babao ne
@@underworldevolution4321 pagal hai kya be ? 😂 Nighantu 4/4 mein राध धातु का अर्थ धन बोला है ! इसलिए पाणिनिय धातुपाठ अनुसार राध धातु से राधा संज्ञा बनता है जिसका अर्थ है धनवान या ऐश्वर्यवान !
कृष्ण संग हमारी राधा रानी जू की जय जय जय जय जय श्री राधे❤❤❤
जय श्री राधे राधे ❤❤❤
Jai jai shri radhe
पुराणों को पड़ेंगे और संतो की वाणी को ध्यान से सुनेंगे तो हजारों बार उन्होंने बोला है कि सभी ब्रज वासी गोपियां ऋषि मुनियों के अवतार थे और हैं और सभी चाहते थे और हैं कि प्रभु उनके घर आएं और लीला करें प्रभु को और उनकी लीला को समझ जाते तो इस दुनिया में न
होकर उनके पास होते जय श्री राधे कृष्ण
@@Mrs.sarojagarwalvlog premanand maharaj me bhi ek divy shakti ka aabhaas hota hai.
राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा ❤❤
आर्य समाज भी सनातन का अंग है। आप विघ्न बन रहीहैं भारतीय संस्कृति और संस्कारों की।
आप अपने ्विचारो को सम्हालो।
जोर जोर से चीखना और चुटकुले सुना कर पब्लिक को मोहित करना भी व्यभिचार है मेडम
श्रीराधारानी को लेकर उठे विवाद में निग्रहाचार्य का अभूतपूर्व वक्तव्य | Swami Nigrahacharya on Radha
th-cam.com/video/8iUuKO8wOfs/w-d-xo.html
राधाजी को काल्पनिक कहने वालों को निग्रहाचार्य ने सप्रमाण दिया था उत्तर | Old Video of Nigrahacharya
th-cam.com/video/c9L4m99HFr4/w-d-xo.html
आर्य समाज का ईश्वर limited है तभी तो वो अवतार या साकार रूप नहीं धारण कर सकता किंतु गीता के चौथे अध्याय के छठे श्लोक में जो भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है उसे तो ये लोग अपनी 70 श्लोकी गीता में भी नहीं डाला होगा।😂😂😂😂जितना रोना चिल्लाना है चिल्लाओ अलंकारों हमे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमारा भ्रम दूर हो चुका है।
।।जय श्रीराधे।।
Bhai
Geeta Purani Hai Ya Ved
Aj Ham Geeta Padh Rahe Hai Jabki Hamara Mul Dharm Granth Ved Hai
Shri Krishna Se Pahle Ved Hi Padhaya Jata Tha Aur Shri Ram Bhi Ved Hi Padhe The Na Ki Geeta me Ye Nahi Kahta Ki Geeta Galat Hai But Ved Sarvottam Hai
Pahale Ved hi Padhaya Jata Tha Jo Abhi Tak Esme Koi Bhi Milavat Nahi Hai
लेकिन तुम्हे तो ये नहीं दिखता न कि पूरी गीता में जगह जगह श्रीकृष्ण ने अपने को ईश्वर कहा है।मानोगे कैसे?बाकी 630 श्लोक हटाकर तुमने अपनी 70 श्लोकी गीता बना डाली 😂😂
और पंद्रहवें अध्याय के पंद्रहवें श्लोक में श्रीकृष्ण ने यहां तक कहा है कि वेदों के द्वारा मै ही जानने योग्य हूँ
बहुत सुन्दर विश्लेषण।
जो भी श्री कृष्ण को मानने की बोल रहे हैं वो मानते तो जानते की श्री कृष्ण हम सभी के ही स्वामी हैं हम सभी तो आत्मा हैं उनकी फिर कोई कैसे उन्हें गोपियों के साथ रासलीला को गोपियों के यहां माखन चोरी को भोगी और चोर बोल सकते हैं हमारे श्री कृष्ण तो एक ही हैं और हमारी माता भी एक ही हैं उन्हें चाहे राधा कहो या रुक्मिणी जब किसी को प्रभु या उनकी लीला या संतों की वाणी समझ न आए तो फालतू बकबास नहीं करनी चाहिए जय श्री राधा कृष्ण हे मां श्री राधे अपने इन मूर्ख बच्चों को सद्बुद्धि दो राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा जय मां श्री राधे
Very Good❤❤
जय श्रीराधे
Radhe radhe 😊😊
She has got all symbolism wrong
Lekin Rukmini Maa Toh Swayam Radhe Naam japti thi.
Radhe Krishan ..
Ky aap ne dekha tha ?
@SubodhSingh-ip3yy Dekha toh Maine America bhi ni.
@@muskankanyan9126 lekin map per aap dekh sakti ho ya fir Jaa kar bhi. hume khud padh ke pata lagana hai sach ky hai. Fir sahi ko chunna hai.
Bhai mere maana ki hume khud padna chahiye par kuch anubhav bhi hote hai jo hume life mein hote hai.
Naam Jap ki mahima bahut hai kabhi ap jap ke dekhna.
Premanand ji Maharaj ji ki baat ko manne ka Mann karta hai,Dil se ek awaz aati hai ki inme kuch anokha jo kisi or mein nahi hai mai Radha Rani ji Parati aisi batein nhi sun saki . indresh upadhaye ji ni apni Katha mein kaha tha ki Rukmini ji Shree Mati Shyama ju Ka samaran Karti hai.
@@muskankanyan9126 main ‘Gayatri mantra’ aur ‘Om’ jaap karta hu. Mental peace, clarity,Focus badh jata hai. Achha lagta hai 🙏🏻
हर ग्रंथ का कोई रचियता है पर गीता जी तो स्वयं भगवन के मुख्य से प्रकट हुईं हैं। उनसे ऊपर क्या क्या?
usmein bhi Radha ka jikra nhi hei
Me ariya somaj se nahi hun , mujhe lagta shri krishn ke sath rukmini ji ka naam le to achha hai
@@Somethingistrue933 Aapki preeti jismein hain wo naam liya jaa skta. Naam jap karke dekho sab clear ho jaayega.
Humaare yaha to ye maante ki parambrahma, Mool Prakruti, Para Prakaruti, Saakar, Nirakar, Sagun, Nirgun jo bhi hain ye poora brahmaamd (all the multiverses) mein ek ek कण Shri Radha hi hain.
Krishna ke sath mata Rukmini ka naam lo, mata satyabhama ka naam l yaa kisi ka bhi naam lo krishna naam hi poorn hain Radha To sarv Vandya hain.
"अतीव गोपनीयम च " Jinka charitra ati gopneeya hain jinke naam maatr hi paryaapt hain.
Aise to Maa Kaali, Maa Durga bhi Paarvati ji hi hain,
Pr Shiv-Parvati🙏, Parvati pataye, GauriShankar hi bola jaata.
सीता राम🙏
श्रीजानकीवल्लभोः सदा विजयते 🙏
Kripaluji mahraj ji jinhone samast bharatvarsh ke samast top 500 vidwano ko akele hara diya tha kashi mein jinhe shivji ke avatar adishankracharya ji se bhi kai guna bada maan sarvocch jagadguru ki post di 5th original declared jagadguru ki unhone samast vedshastra Grantho se radhe rani ko sabit kiya rig ved se sabit kiya radhe rani jagat mata hain aur shree Krishna jagat pita hain
@underworldevolution4321 जय जय श्री राधे राधे श्याम 🙏
@@underworldevolution4321 shri krishn se sambandhit 4 kitabome Radha ji ka naam Nehi hai Mahabharata, Hari vansh puran, Vishnu Puran, bhagavat puran, soch ne vali baat hai ? Jay shri hari namah Narayan 🕉️ 🙏
@@underworldevolution4321 bilkul sahi bola apne in budhhino ko kon samjhaye
राधा रानी कृष्ण भगवान के बाएं भाग से निकली इसका अर्थ हुआ वामांगनी थी। और वामंगनी का अर्थ होता है पत्नी ।
पार्वती जी शिव जी के वामांग से उत्पन हुई है ।।
विष्णु जी की नाभि से ब्रह्मा
मस्तक से शिव जी उत्पन्न हुए इसका मतलब ये तो नहीं हो जाता कि विष्णु जी ब्रह्मा और शिव जी के पिता हो गए।।
और रही बात राधा नाम यशोदा मैया के भाई की पत्नी का था तो ऐसे तो जो मेरा नाम है वो मेरी रिश्ते की भाभी का भी है।।
एक नाम कई लोग के हो सकते है।।
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe ❤❤❤❤❤❤
Sadar Namaste 🙏🏻
नमस्ते आचार्य जी प्रभु कृपा से आपका हर पल हर क्षण मंगलमय हो जय हो 🌹🙏🌹🙏🌹
आर्य समाज जब मूर्ति पूजा को मानता ही नही तो वो क्यूँ बता रहे हैं की किसकी पूजा करें किसकी नही
Om
राधा शक्ति है कृष्ण भगवान की।।
जो धरती पर श्री कृष्ण भगवान के अवतरित होने से पहले अवतरित हुई है।
वो प्रेम का पर्याय है,, वह प्रेम जो बंधन से परे है , अध्यात्म से परिपूर्ण है, राधा त्याग का नाम है, भक्ति का नाम है, शक्ति का नाम है, राधा एक भाव है , राधा के प्रेम में समस्त वेदों और उपनिषदों का ज्ञान विद्यमान है।
कृष्ण भगवान की 8 पत्नियां हैं वो 8 रानियों के पति हैं पति का अर्थ हे होता है स्वामी या जिसके संरक्षण में एक स्त्री है।।
पर राधा रानी शक्ति ही हैं श्री कृष्ण की उनके बिना कृष्ण अपूर्ण है बिना शक्ति शरीर कैसा ??
कृष्ण दर्शन है।।।
राधा उस दर्शन के प्राण है।।
रूक्मणी माता कृष्ण भगवान की संगिनी बनीं,, वह सदैव पूजनीय है,,और राधा रानी कभी नहीं मिली कृष्ण से विवाह के बाद शायद अंतिम समय मिली हो,, पर वो असीम शक्ति के रूप में सदैव विराजमान रहीं।।।
एक छोटा सा दिमाग जिसकी अपनी सीमा है क्या जाने राधा रानी को।।। राधे कृष्ण ❤
तुम्हारे जैसे मूर्ख ही तो रंगीला रसूल बना दिया कृष्ण को।
और उन्होंने राधा जी का अपमान किया है उनको माफी मांगनी चाहिए
राधा
2. रासेश्वरी
3. रम्या
4. कृष्णमत्राधिदेवता
5. सर्वाद्या
6. सर्ववन्द्या
7. वृन्दावनविहारिणी
8. वृन्दाराधा
9. रमा
10. अशेषगोपीमण्डलपूजिता
11. सत्या
12. सत्यपरा
13. सत्यभामा
14. श्रीकृष्णवल्लभा
15 वृषभानुसुता
16. गोपी
17. मूल प्रकृति
18. ईश्वरी
19. गान्धर्वा
20. राधिका
21. रम्या
22. रुक्मिणी
23. परमेश्वरी
24. परात्परतरा
25. पूर्णा
26. पूर्णचन्द्रविमानना
27. भुक्ति- मुक्तिप्रदा
28. भवव्याधि-विनाशिनी
राधा ❌
रूक्मिणी ✅
राधे राधे 🙏
@@RajeshKumar-oo6nsmurkh insaan tumhe koi practical knowledge nahi h dam h toh anapansati yog karkr dikhao 1 mahine tak 🎉 Radhe Radhe
Kya fayada itne naam rakh kar , hai toh fictional character hi radha !!
@@Vayuyaju haa kya fayda itna naam likhkar jabki bhagwan shri Krishna to ek baar Raadha bol dene waale ke pichhe pichhe chalte dikhaayi padte hain .
Raa utcharan matren, yaami shravan lobhatah ;
Dha shabdochcharanam paschat, dadati bhakti muttamam🙏
~Rigveda
राधे राधे 🙏😊
Radha Rani apko sadbudhi de
राधे राधे 🙏🙏🌷🌷
@@devkinandanmishra55 बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
Radhavallabh Shri Harivansh 💛💛
राधावल्लभ श्री हरिवंश❤❤❤❤
@@Sanatan_gyan12 arre paglet jis Harivansh ki tu naam le raha hai , ussi Harivansh puran mein radha ka koi ullekh nahi hai 🤣
@@Vayuyajuतेरे को सीर्फ खंडन मंडन ही करना है या इससे उपर उठ कर अपना कल्याण भी करना है अगर कल्याण करना है तो तुझे भी इन्हीं की शरण में जाना होगा आर्य समाज तेरा कल्याण नहीं कर सकता
@@Sanatan_gyan12कल्याण तो ईश्वर कृपा और साधना से होगा तुम्हारे या हमारे कहने से नहीं ‼️
@@KrisnaYadav-d5ieak dam sahi kaha. Iswar ki kripa aur apne purusarth se humara Kalyan hoga.
नमस्ते कब से आया हैं दीदी 🙏🙏🙏
राधे राधे 🙏
सीताराम 🙏
हरि ॐ 🙏
जय श्री मन नारायण 🙏
छलिया ने संसार को दिखाया हैं आगे यही संसार में होगा।
ये बात अलग हैं क्लिकल में कथा के नाम पर बिजनेस कर रहे हैं
और ऊपर से ये मुस्लिम
Radhe radhe ❤
जय आर्यावर्त।
योगिराज श्री कृष्ण जय
यह बहन जो कह रही है कि जितने भी पुराने कृष्ण के मंदिर है उसमे मात्र कृष्ण की ही मूर्ति आई है तो आचार्य जी साफ साफ कह रहा हूं यह मूर्ख है और यदि आप इसकी बात को मान रहे हैं तो आप भी मूर्ख हैं जाकर थोड़ा अध्ययन कीजिए और रिसर्च कीजिए
भगवान आपको सद्बुद्धि दे। रुकमणी जी की बात तो सही कह रही है लेकिन राधा रानी जी के बारे में कुछ मत कहिए ठीक है।
Bilkul sahi 😊 radhe radhe ❤ jay shree Krishna 🙏
जी प्रणाम सभी को प्रणाम❤❤ से ।
मानते राधा का कृष्ण महाभारत में नही आता ।
फिर भी ।
लोग राधा कृष्ण मानते कोई खास फर्क नही पडता है ।
उस प्रमसत्ता को राधा कहे या कृष्ण कोई दिक्कत नही ।
राधा मानते है अच्छा काम करते है तो ठिक ।
मालिक हमें सद्बुद्धि दे ।
Mera aapse nivedan hai ki Shree Krishn ka naam radha naam ki kalpanik character se jod kar Shree Krishn ka charitra maleen mat kariye 🙏
Aapke pitaji ka naam kisi or mahila ke sath jodunga to gali mat dena
तुझे दिक्कत तब होगी जब तेरी बेटी या बहन के जीवन मैं कोई राधा होगी
बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
@@VayuyajuAre bhai tujhe to nark me bhi jagah nahi milega 😡😡😡😡 Malin ho raha tera muh eise sabd bol kar.. hamri Radha rani sarv shreth hai.radhe radhe ❤jay shree Krishna 🙏
Aapko Radha Rani Shudhbudhi de. Iske khilaf sonatas dharam walo ne aawaj uthani chaye.
सही कहा विदुषी बहिन जी ने
Radhe radhe .ye sahi bol Rahi hai par Radha se bada koi nahi.radhe radhe ❤jay shree Krishna ❤
भगवान श्रीकृष्ण जी का जाने-अनजाने अपमान का दंड ही हिंदू भुगत रहा है।
Radhe Radhe ke khilaf ho tum iska matlab sanatan aur hinduo ke khilaf ho tum
Right ❤ radhe radhe Jay shree Krishna Govind hare Murari Hey nath Narayan vasudev ❤
ये आर्यसमाजी सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक को पढ़कर अपने आप को विद्वान और सारा ज्ञान तो इन्हीं में है बाकी सब पाखंडी है सत्यार्थ प्रकाश पढ़कर आप प्रेमानंदजी जैसे महान संत को भी संदेह से देखते हैं
@@Sanatan_gyan12 premanand aur mahan , lol 😂 Premanand ne khud zindagi mein koi pramanik shastra tak ka chehra nahi dekha hoga 😂 satyarth prakash jaisa krantikari granth tum jaise charitra heen andhbhakto ke liye nahi hai !
@@Vayuyajuतु जानता है श्री हीत प्रेमानंदजी कोन है
Satyarth prakash ko Choro Khud dimag lagaaw logic lagaaw...Radha ka koi 300 saal purana Evidence nahi hai na hi koi Archeological evidence.. Mahabharat jismai Krishna ji ki Biography likhi hai usmai tak kuch nahi ..mai bhi Souchta tha pehle aise kaise Krishna ji ho sakte hai ..
Radhe Radhe
Bhagwan is wakta ko sadbuddhi de
ਰਾਧਾ radha he h
Jab parmatma ka mukhya naam (Om) hai. Biswa Bramhand main om gunj raha hai. To hume bhi om ka jaap hi karna chahiye.
हिंदू अपने लास्ट स्टेज पर है आचार्य जी
सनातन समीक्षा ने तो राधा नाम पर पूरी वीडियो बना दी.... ज़रा fect चैक करें
मान्यता कितनी पुरानी... वीडियो इस पर है.. ना कि राधा कि वास्तविकता पर.. मान्यता पुरानी होने से सही हो जरुरी नही
Sanatan Samiksha ka debunk hamare pushyamitra bhai kar chuke hai debate karke aur ab Rishi uvach / dharm samrat channel par uspe live karke radha ka postmortem karenge , don't worry 😂
प्रणाम
Aapki is baat ka jawab swam kanha denge
राधा माता रुक्मिणी की दासी थी शायद.
Bahut achha bahan ji
🔴यह जो बात आप कह रही हो ना एक बार प्रेमानंद बाबा जी के पास जाकर के यही कह दो वह जना देंगे की राधा रानी कौन है उनके रोम रोम से श्री राधा नाम की महिमा निकलती है श्री राधा रानी की महिमा निकलती है तो एक बार जाओ वृंदावन और परम पूजनीय सदगुरुदेव श्री प्रेमानंद बाबा महाराज जी से मिल लो। तुम्हारी बोलती बंद ना हो जाए ना तो मुझसे कहना
💯 sahi. Radhe radhe Jay shree Krishna 🙏
Phle ap Radha ji ko jano
@@anshuomar2893 awashyakta nahi hume fictional character ko janne ki
@@Vayuyajuteri satya naash awasy hoga 😡. .......... Radhe radhe
Bolo satay Sanatan vadhic Dharm ki jay ho
Khatarnaak
We need great didi like you
Adishankracharya nimbakacharya madhvacharya ramanujacharya chaitanya mahaprabhu vallabhacharya ramanandji tulsidas surdas kabirdas meera nanak tukaram etc sab avtari sant jhoothe ye didi buss sahi waah murkho bhagwan aur unko pa chuke sant mohmaya kaam kroadh se pare hote hain unki divya duniya mein sab kuch atma wale nirantar badhte rahne wale anant anand se hota hain wo sabhi activists usise karte hain unme sansari laila majnu formula lagega to yahi haal hoga na doodh aur chune ke pani dekhne mein ek jaisa magar antar sabko pata hain
@@underworldevolution4321ye jitne saint tune batya hai ..kabhi Tukaram Jalaram bappa jaise saint ko bhul gyaa..
जाके चरण पलोटत प्रियतम,
सोई मम स्वामिनी श्री राधा 🙏
Abhi app agani hai radha ji ke bata me apko kuch nahi pata hai.
Sri radhe.
Radhe radhe Jay shree Krishna 🙏
🙏
मैंने सुना है कि वेदों ने आत्मा को स्त्रीलिंग तथा परमात्मा को पुरुष लिंग बताया है इसी तथ्य को आधार मानकर अगर गर्ग जी ने गर्ग संहिता की रचना किया तथा स्वयं को राधा और परमात्मा को भगवान कृष्ण मानकर आत्मा परमात्मा के मिलन का भक्ति भाव से चित्रण किया तो इसमें आर्य समाज की परेशानी क्याहै कृपया गर्ग संहिता के बारे में कुछ बताएं
ये कौन से वेद पढ़ लिए आपने? आत्मा स्त्रीलिंग और ईश्वर पुल्लिंग? 😂😮💨
जरा प्रमाण तो दिखाओ कौन से वेद के कौन से मंत्र में ये आपने सुना? 😏😂😮💨
Macale waale ved pad liye kya aapne😂😂
@@bhagvatachary arre moodh ! Tumhare pratishthit vaishnav acharyo ne bhi apne grantho mein Garg samhita jaise naveen sadak chaap pustak ko kahi quote nahi kiya hai ! 😂 Chahe madhavarcharya ho , ramanujacharya ho , vallabhacharya ho !
❤️🙏🥰
Rukmani ji Radharani hi hai
😂 भगवान पर प्रश्न उठाना ही अज्ञान है,
Radhe radhe Jay shree Krishna 🙏
Koi dikkat nahi hai agar jiski aastha Shri Radha Rani par o Radhakrishna kahe aur jise Mata rukmini me astha hai wah Mata rukmini ko puje 😊
@@DikshitAanand-in4dx bhai , radha ka naam Shree Krishn jaise mahapurush se na jodo toh hi accha hai , unka charitra haran na karo 🙏
@Vayuyaju bhai kya Radha Mahan nahi thi Radha ji aur bhagwan shri krishna me bhakti wali prem ek bhakt Apne bhagwan se pyar kar rahi hai jo abhi ke serial Wale dikhate jo prem o Galat hai yaisa Prem nahi jo aajkal ke log samajhe hai Radha bhagwan shri krishna ke param bhakt thi aur
@@VayuyajuNark jayega tu 😡😡😡😡😡😡. ..... Radhe rani aapki bhala kre 😊
पूरी वीडियो में केवल मौज मस्ती की गई आराध्या पर प्रतिघात किया गया और कुछ तुम्हें मिला नहीं😂
Radhe radhe
❤❤❤❤❤❤❤
Rukmani ji ki tarah bhagwan shree krishna ne bahot se vivah kiye hai lila sawrup. Aur wo sabhi Rdaharani ka hi अंश स्वरूप है isliye radhekrishna astitva mein hai. Radharani ke dusre ansh स्वरूपों ke sath naam nahi bola jata
लोग(असुर प्रवित्ति के) अपनी विलासता को पूरा करने के लिए हमारे पूर्वजो के वास्तविक वा गौरवशाली इतिहास को घूमिल करने का असफल प्रयास कर रहे है। काल्पनिक राधा को बीच में लाकर, माता रुक्मिणी जी और भगवान श्री कृष्ण जी के पवित्र संबंध को नष्ट कर रहे है। ये लोग काल्पनिक राधा का महिमा मंडल करने के लिए योगेश्वर श्री कृष्ण जी का अपमान करने से भी नहीं चूकते।
ये लोग जो काल्पनिक राधा के कारण भगवान श्री कृष्ण जी का अपमान करते है, क्या ये स्वयं अपनी पत्नी का स्थान किसी पराई स्त्री को देंगे??? (दे भी सकते है! कामवासना में
अंधे जो है...🤪😂)
माता रुक्मिणी जी की जय।
योगेश्वर भगवान कृष्ण जी की जय।
माता रुक्मणी भी जिनको उपासना करती हैं वो है श्री राधे।
माता रुक्मणी के साथ भगवान की और भी पत्नियां थी उन्हें क्यों भूल रहे है?
@@neerjayadav5800 अपने मन से कुछ भी... श्री राधे 🤮🤮🤮
भगवान श्री कृष्ण जी की सिर्फ एक धर्म पत्नी थी, वो माता रुक्मिणी जी थी 🙏। बाकि सब पाखंडी और कामी बाबाओं द्वारा मनगढंत कहानियां बनाई गई है।
Sa-adar namaste ji 🙏🏼 didi bahut achcha lga sunkr..hm bchpn se ye sunte aa rhe hn. Rukmani ji pujya hain. Aur Shree Krishna ji ka jo bhi log charitra pr ankush lgate hain unhe karmon ka phal avashya hi milega.
Achchi cheezein, vichaar aadi ka hamesha hi virodh hota h. Yahi kaliyug h.
Radha k naam pr adhyatmik h aisa kehne wale log bahut hain. Kuch pucha jae to kehte hain tum moodh mati ho adhyatm tumhare bas ka nhi.
Pr jis tarah k shabd ve prayog krte hn vah unki mansikta aur gyaan ko batata h. Bina pramanikta aur tark ke vaad vivaad krne lgta hain. Kya adhyatmik hona yah hota h? To phir har vyakti adhyatmik h. Us hisab se to sabhi ko samajh ana chahiye, pr ata nhi.
Apni dukaan chalane k liye katha vachak dharm guru banne ka prayas krte aae hain. Katha vachan k niyam bhi nhi pta aur logon ko paath padhane lgte hain.
Yahaan ulte sidhe comments krne wale log yadi tarkik hain to swayam apne dharm granth padhein, puraan bhi padhein phir nishkarsh nikalein ki kya sahi h aur kya nhi.
Jai Shree Krishna. Jai ho mata Rukmani ji ki. Aum🙏🏼
श्री राधे शरणम् ममः, ईश्वर इस अंजलि आर्य को सद्बुद्धि प्रदान करें
Kiya Gala bola isne ye to baata pehle
Andhbhakt ho matlab
@@prateeksanchihar9535 ek bar agr ye log maharshi vyas ki mahabharat padh lete to ye bte nhi krte sadabudhhi ki jarurat tumhe he anjali ji ko nhi
@@वैदिकविचारमंच उसी महाभारत मे भगवान श्रीकृष्ण बोलते है कि मै ही सभीका प्रभु हु और सबकुछ मुझसे ही आता है.
Dislike करने वाला button. 👎
Sad reality of hindu dharm ❤❤
What sad atma wale nirantar badhte rahne wale anant anand se ki gayi activists mein insani formula lagega laila majnu formula mohmaya to yahi haal hoga na doodh aur chune ke pani dekhne mein ek jaisa magar antar sabko pata hain samjha adishankracharya nimbakacharya madhvacharya ramanujacharya chaitanya mahaprabhu vallabhacharya ramanandji avtari sant sab jhoote hain na
Radharani hi krishna hai.
सभी भाईयों और बहनो से निवेदन है कि इस वीडियो को ध्यान से सुने और चिंतन करो फिर बताना कि कोन भागवान श्री कृष्ण के पूजते है...
Rig veda 1 22 7 rig ved 3 51 10 rig ved 1 9 5 rig ved 1 48 14 rig ved 1 15 5 rig ved 8 90 2 padh jake sanskrit shlok clear radhe naam hain samjha ab translations to jo chahe manmana karo person ko vastu bana do 😂😂😂😂😂
@@MahadevShankar-dj4zmRight ved mai Radha ..😂😂😂 ok baki sab pagal thy Mahabharat Bhagwat Geeta sab koi likhne wale pagal thy..
Radhe Radhe Radha rani aap ka kalyan kare 🙏
Apne tilak tak nahi lagaya hai kaha se sanatani ho tum
Radhe radhe Jay shree Krishna 🙏
Sanatani tilak se nhi ved patth se bante ha
@@sachinjha-n5c hamse acche to muslim hai jo apne dharm aur पहनावे ko importance dete hai
आप न राधा को जानती हैं
ना रुक्मणी को
और ना ही योगेश्वर कृष्ण को।
आप आदर्श आर्य समाजी नहीं है।
आप हिन्दू जगत पर बोझ है
Pagl ho bahan ji
Radha ma to jagat guru h
र र र र र राधा रुक्मणी😊 राधा प्रेमिका है रुक्मणी पत्नी है प्रेमिका सिर्फ प्रेम देती है इसलिए उसकी याद हमेशा बनी रहती है😊
क्या यह बास हम अपने परिवार पर लागू कर सकते हैं
@trilokyadav7833बेशक
@@SandeepSingh-yw9xn श्री राधिका के संग फेरे पड़े तबसे मेरे लला कुछ इतराने लगे हैं|🙏
Neem hakeem khatre jaan. 🙏
सीताराम🙏
श्रीराधावल्लभोः सदा विजयते🙏
श्रीजानकीवल्लभोः सदा विजयते 🙏
Aapki maa ka bhi kisi aur se chakkar to nhi aapke pita ke alawa...
Jab maa rukmini ki jagah aap kisi aur ko rakh sakti hai to to isme koi sandeh nhi hai
Aapka privaaar bhi Esa hi hoga
@@SandeepSingh-yw9xn jaisa charitra waisa pradarshan hai tumhara bas ! Lajja nahi aati tumhe jara bhi Shree Krishn ke baare mein aisi baatein kehte hai , kasam se mar raha hai yeh hindu samaj dhong pakhand aur avidya se grast hoke
सही
Sataykhud..khudkeliyebhikadwahihotahai..kyukijiniswarthsataykeliyejangladrahehai..unkatokhudbhagwanbhisathnahideparahe..orissansarmebhagwanbohihaijinhonebhagwankopaisesetolrakkhahai..parsahikahetosachcheinsanokikoikadarnahiissansarmeketowokhanetaktawa..nahitopagal..kyukidharmnibhanakoihasikhelnahibachchokaortelnikaljatahai..achcheorsachchoka..kyukisachchainamkikoichijnahi..sabhikokuchnkuchchahiyebadlemeorsahitoyehihaiki...radhasarvvyapihairadhakrishnkimaajaisihaikyukiradha..dharaseparkathuyihai..matlavki bijli..matlavkijabaasmansekadktihuibijlinekanskokahaaremurkhyeteribahinsehiteramotkabijpaidahoga..orwohisarvvyapimaahai..jaisekimahakalibhibohihai..parsataybadakadwahotahaiorwohumebhinahipachta
राधेश्याम देवी की शादी के टाइम तो अपने भाई और पिता का विरोध हमने भी किया था तो क्या हम भी रुक्मणी जी बनगए कृपा करके बंद करें सब और सहीमार्गदर्शन करें 🙏
Parampara praapt Guruon ke paas jaakar seekho Radha Devi ke rahasy ko..
@@achyuthcn2555 ye already bol rhe h Sbka apmaan krre h . Brajvasiyo ko Kutta bol rhe h . Aur Santo ko Jhuta .
Aap Aap He sochiye Ye insaan h Ya rakshak .
@@InstitutionGame , Shri Krishnji ko bhagavaan na maanne valle moorkh hote hai. Ye Sri Krishn ji ne kahaa Gita main.
Chapter 9 Verse 11.
अवजानन्ति मां मूढा मानुषीं तनुमाश्रितम् |
परं भावमजानन्तो मम भूतमहेश्वरम् ||
When I descend in My personal form deluded persons are unable to recognize Me. They do not know the divinity of My personality, as the Supreme Lord of all beings.
@@achyuthcn2555 beta !
Brahmasutra 1/1/29-31 anusar jab Yogi yog awastha mein chala jaata hai aur updesh dete waqt Mai sabd ka prayog karta hai toh woh mai sabd uss Yogi ke liye nahi , balki ishwar ke liye hota hai ! Aur Mahabharat Aashwamedhik parv adhyay 16 anusar shree Krishn Gita bhool gaye thay aur slok 11 mein kehte hai ki वह दोबारा गीता को उसी रूप में सुनाने में असमर्थ थे ! असमर्थ व्यक्ति ईश्वर नहीं हो सकता ! और श्लोक १३ में श्री कृष्ण कहते हैं कि उन्होंने योग अवस्था में गीता में परमात्मातत्त्व का वर्णन किया था ! खुदका नहीं , इसलिए यहां गीता ९/११ में श्री कृष्ण स्वयं को भूतमहेश्वर नहीं कह रहे , अपितु ईश्वर को कह रहे हैं , क्योंकि ब्रह्मसूत्र अनुसार मैंने सिद्ध किया कि योग अवस्था में मैं शब्द ईश्वर के लिए होता है , योगी के लिए नहीं महाभारत अश्वमेधिक पर्व अध्याय १६ श्लोक १३ में लिखा है कि वह योग अवस्था में गीता में परमात्मातत्त्व का वर्णन किये थें ।
न्यायालय कभी कोई धार्मिक टिप्पणी नहीं करता ।।
रही बात लिविंग रिलेशन शिप की तो कृष्ण राधा को क्यों अपनी तुच्छ बुद्धि से देख रहे हो।।
कृष्ण राधा अध्यात्म है।।
वो आध्यात्मिक प्रेम है।जो सांसारिक प्रेम से बहुत ऊपर है।
प्रेम भोग विलास नहीं प्रेम समर्पण सिखाता है देवी जी।
आप लिविंग रिलेशनशिप का निः संकोच विरोध करे पर राधा कृष्ण के अध्यात्म से उसकी तुलना न करे।
क्यों इस भौतिक जगत से आध्यात्म को तौल रही हो।।
हरे कृष्ण राधे राधे कृष्ण कृष्ण राधे राधे
आध्यात्मिक प्रेम इस दुनिया का आधार है उसके बिना श्रृष्टि की कोई संकल्पना नहीं।।
आध्यात्मिक प्रेम हवा के समान अदृश्य है।
जल के समान निर्मल।
चांद के समान शीतल
सूर्य के समान तेजस्वी।
अग्नि के समान ईश्वर से जुड़ने का साधन।
आकाश के समान विशाल।
गंगा के सामान पवित्र।
वृक्ष के समान निश्चल।
मेरी राधा रानी❤
Pap ka ghada bhar raha hai inlog ka😢... Aapka baat 💯 sahi hai 😊. radhe radhe Jay shree Krishna 🙏
Matlb bhagwan shankaracharya ko bhi nahi manna ab.
Krushnashtakam, Anand Lahiri, Saundarya Lahiri Aise mahan grantho ko likhne waale bhagwan shankaracharya ne bhi mana hai ki kaali= Krishna
Radha = Shiv.
पुंरूपेण जगद्धात्रिं प्राप्तयाम कृष्णतां त्वयि,
वृषभानुसुताराधा स्वरूपाहम् स्वयंशिवे||
~ देवीभागवत महापुराण
जय जय श्री वृंदावन धाम 🙏
@@eldivyanshu @anuraggarg9504 ye kh rhe h Shiv Puran , Bhagavatam, Brahampuran Aur vedas Sb Glt h . Enke koi Acharya ne Jo Likha h bs Vhi shi h .
Ye Murkh sbi vaishavo k Santo k Aur Swamy Radha rani k apmaan Krke Apna Jeevan ko Narak Ki aur le jaa rhe h .
@InstitutionGame Nahi bhrata, ye bhi ek bhakti ka tareeka hai, ye log jitni baar apmaan karenge utni baar inke mukh se radha naam nikalega. Aur koi ek baar raadha raani ka naam bhi le le to "vachkim tasya sheshah" Arthaat aur kuchh bachta hi nhi. 😊
जय जय श्री राधे राधे श्याम 🙏
श्रीराधारमणजी सदा विजयते 🙏
@@eldivyanshu bhai unko to mante hi nhi ho unke bnaye huye adrsho pr chlo ko pta chl jayega sabko uske name se dhndha khol liya hee
@@वैदिकविचारमंच aap sabmein brahm ko nahi dekh paa rahe inke unke ye aisa wo waisa to aap vedic kaha huye?
Aap unke aadarshon pr chal hi kaha rahe?
सीता राम 🙏
@@eldivyanshu bhai , tumhare bohot saare parampara praapt Acharyo ne hi kaha hai ki Adi Shankaracharya ne ek bhi stotra nahi racha aur yeh Anand lehri aur saundarya lehri bhi unhone nahi likhi hai ! 😂 Adi Shankaracharya ji yeh sab devi devta ki puja ko avidya maante thay , unhone kewal 10 Upanishad aur Brahmasutra pe apna bhashya likha tha aur Vivek chudamani likha tha bas ! Baaki unke naam pe rache farzi kitaab hai !
Namaste
9:56 पौराणिक समाज जवाब देता भी कैसे, क्योंकि अवतारवाद को इन्हीं "लीलाओं" के आधार पर ही तो सिध्द किया जाता है।
Radhavallabh mandir vrindavan aao ek bar tum, sahi Gyan milega
Koi smjhe ya na smjhe sb se hmri smjh bhali thakur nand kishor hmare thakurani varshbhanu lali hmari shree ji kya h ye tum jaise murkho ki smjh se pare h jai jai shree Radhe ❤
@@deepikakasana2872 tum jaise murakh aur charitra heen log hi radha jaisi fictional aur charitra heen character ko maante ho ! Brahmavaivarth puran khol dunga toh ro doge ekdum ! 😂
Bahut kam sabd me kitni aachhi baat bole hai aap😊 radhe radhe Jay shree Krishna 🙏
Aapko Premanand ji Maharaj se Milna chaye Vo Btaynge Aapko Radha kon thi kon hai aur kon rhengi Radha Nam ki Mahima Premanand ji Maharajji Achase Samjha sakte hai Aapko Kyoki Vo Radha Rani Ke Pram Bhakt hai Samjhi Anjali Arya ji Radha Rani Aapko Sadbuddhi den "Radha Radha"🌺🙏🏻......
अज्ञानी लोग कितना समृद्धि समझ लो नहीं समझने वाला
Right😅...... radhe radhe Jay shree Krishna 🙏
Hari ॐ
बिल्कुल सच कहा
ओम् नमस्ते बहन जय आर्यावर्त
Hindu aapas me lad mar rha ,muslim ko kuch karna hi nhi pd rha hai, hindu ek dusre insaan ko chota dikhane me ,aur devi dewtaawo ki ninda karne me hi lga pda hai, bahut dukh ki baat hai, 😭😭 jago hindu jago
आ
कलियुग मे असुरों और राक्षसों कि संख्या बढ़ रहीं हैं. इस वीडियो से समझ गया मैं. भगवान तूझे बुद्धि प्रदान करे. Jay sjri राधे 🌷🙏
ले पकड़ प्रमाण राधा के, और कामना कर की ईश्वर तुझे सद्बुद्धि दे, या तेरी बेटी बहन के जीवन मैं एक राधा जरूर दे
बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
@@devkinandanmishra55 hnn asuro ki sankhya toh badh hi rahi hai jo Shree Krishn ko ek kalpanik character se jodke unka apmaan karte hai , tujhe dekh kar samajh gaya mai , bhagwan tujhe sadbuddhi de moodh andhbhakt praani .
Rakshak toh kalyug mai increase honge hi..Kyuki Sach bolne kam aur Radha Radha Bolne wale jiyda ho gai...
🚩राधे राधे 🚩🔴मेरी बहन तुम बहुत जोशीली हो बहुत अच्छा संभाषित करने वाली हो बहुत अच्छी वक्ता हो लेकिन बहुत अच्छी बलवान भी हो लेकिन आपके अंदर प्रेम की कमी है और वह प्रेम श्री राधा जिनका आपने इतना नाम लिया है ना पाप तो आपने बहुत बड़ा किया है लेकिन फिर हमारे कृष्ण की इतनी तारीफ कर दी है तो जहां राधा रानी अपने कृष्ण की तारीफ सुन लेना तो वह सब भुला देती है तो वह आपके गुनाहों को भी भुला देंगी क्यों क्योंकि आप उनके प्रियम की कितनी चर्चा कर रही है कुछ दिन कुछ दिन एक टक राधा राधा जप करके देखो और उनसे प्रार्थना करो कि मुझे अपने बारे में बता दो वह बता देंगे क्यों क्योंकि करुणामई सरकार हमारी राधा रानी भक्तों की रखवाली हमारी राधा रानी ममतामई सरकार हमारी राधा रानी🚩
@@mohitbhojwanivlogs महिला नहीं मुझे. तो राक्षस लग रही है 😁😁
शाहेद इन्होंने शास्त्र अच्छी तरह से नहीं पड़े हैं राधा जी का और कृष्णा जी का विवाह हो चुका था ब्रह्मा देव ने कराया था वृंदावन में भागीट वन में अकेला हो तो जाकर वृंदावन देख ले मंदिर बना हुआ है वहां पर राधा कृष्ण का जहां पर ब्रह्मा देव उनका विवाह कर रहे हैं राधे राधे
Hm sirf krukshetra me sudarshn liye hue Shir krishna ko mante hai na ki rass krne wale gopiyo ke kapre churane wale ,makkhan churane wale krishna ko kyu hamare krishna bhogi or chor nhi hai vo yogiraj hai yog ka gyan dete hai or yogi kabhi bhogi nhi hota
Shir Krishna ji ki puja Ma Rukmani ji ke sath hi honi chahiye na ki kisi Radha ke sath.
@@Aditi-m2w3u bilkul ye log andhbhakt hain.....kuch hui ulta seedha maan lete hain....
Radhe koi or nahi syam Krishna hai 😊jay shree radhe Krishna 🙏
भगवान इन्हे सद्बुद्धि दें।
अरे कृष्ण के साथ राधा का नाम जोड़के आप खुद ही श्रीकृष्ण को गाली दे रहे हो। और गर्व महसूस करते हो 1
योगिराज धर्म संस्थापक श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र में कहीं भी कलंक नहीं है।
वे संदीपनी ऋषि के आश्रम में शिक्षा दीक्षा लिए तो रास लीला रचाने गोपियों और राधा के बीच कब आ गए ?।
ईश्वर तुम्हें सद्बुद्धि दे।
ईश्वर तुम्हें सद्बुद्धि दे निब्बे !
Brain ka use Karo aur socho ..Jalaram bappa Sant Tukaram ye dono Aise mahaan Bhakt hai jinhone kabhi Radha ka naam nahi hamesa Rukmani ko Krishna Ji ke saath joorye thy..ye dono Sant ko Bhagwan ne khud darshan diya tha
Radhe Krishna ♥️🙏🏻 आपको सदबुद्धि दे
Rukmani krishn 🙏 sarva pratham toh krishn ko Krishna likhna band karo , Krishna darupadi ka dusra naam tha . Aur dusra yeh ki tumhe swayam satbuddhi nahi , laukik vrittiyon mein pale badhe ho bas . Jo Shree Krishn jivan se mrityu paryant koi paap aachran nahi kiye , maryadit achyut rahe , akhand baal brahmachari , ekal patni vrat dhari aur vishwa vijeta aur satyavaadi thay , unko tum logo ne raas rachaiya , rannchhor , chor , lampat bana diya hai aur radha naam ki kalpanik character se jod diya hai bas !!
@Vayuyaju आप को राधे कृष्ण ♥️ सद्बुद्धि दे आर्य समाज के विचार धारा से कृष्ण को नहीं समझ सकते है
बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
@@satya1425बाहे फैलाना, आलिंगन करना, गोपियों के हाथ दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर हाथ फेरना, नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से देखना, हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से गोपियों में कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया. -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45 कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने साथियो सहित अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे दिखने वाली गोपियों को भोगा. - आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47 कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में लिखा हैं उसे लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं की गोपियों के साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे अब सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने गोपियों के यौन क्रियाये की हैं- - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105, 109,110, 134, 70. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88 कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं कृष्ण की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह हज़ार एक सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में कृष्ण के साथ राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये राधा थी कौन? ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण की मामी बताई गयी हैं. इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के बाए अंग से बताई गयी हैं ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई. गुडवानो ने उसका नाम राधा रखा. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26 ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य के साथ कर दिया गया कृष्ण की जो माता यशोदा थी रायाण उनका सगा भाई था. - ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49 यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने तो वह उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते विचार करें तो वह कृष्ण की मामी हुई. दोनों ही दृष्टियो से राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और कृष्ण ने अनेको बार राधा के साथ सम्भोग किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4, 115/86-88).
Sadbudhhi Prabhupad jiko mile hote to aaj aap andhavishwas mai fase nehi hote.
Abhi bhai tujhe unsubscribe krta hu 😂😂 tu laayak nhi h radha rani ke ashirwad ke
@@Abhir_12 kalpanik log ashirwad nahi dete , kalpanik log bas comic books tak limited rehte , just like puranas ! 😂 Unka itihas mein koi kaam nahi hota , like Mahabharat !
@@Vayuyajujab sakar bhagwan aur unke avtar ko nahi mante to avtar vedvyas ji ki likhi Geeta mahabharata ko kyun mante ho 😂😂😂😂😂aur rahi baat ved ki to ved bhi Geera press ya arya namaji logo ke paas kahan se aaye aaye to vaishvna Guru shishya parampara se hi na 😂😂😂😂😂
@@underworldevolution4321mai toh har bhagwan ko manta hu Shiv ji ka mai bhakt hu...but logic soucho aur apne dimag ka use Karo Hamaare Mahabharat Bhagwat Geeta aisa koi grath Jo 1000 saal purani hai usmai koi evidence aur 800 saal ya 600 saal prani koi Archeological evidence hai..?? Aur Krishna bhagwan Ki Koi mahila Mitra rakhege wo bhi Aise bhagwan jinhone kabhi Dharm virudh koi Kadam nahi uthaya
दीदी ने कथा कहाँ से सीखी है?
किसी लो कॉलेज से?
ना आप राम को पूरी तरह जान पाई,
ना आप कृष्ण को समझ पाई।
तो राधा को कैसे जानोगी
आपको राधा और रुक्मिणी के बीच का फर्क भी नहीं पता।
आपको कृष्ण की लीलाओं का भी ज्ञान नहीं।
आपको कृष्ण के जन्म की महिमा भी नहीं समझ आई।
बस टीवी और यूट्यूब देख लिया,
और बन गईं धर्म की रक्षक।
पहले राधा रानी को जानो।
राधा रानी के बिना कृष्ण को समझ पाना असंभव है। राधा प्रेम का सर्वोच्च स्वरूप हैं, और कृष्ण उनके बिना "राधा-कृष्ण" नहीं कहलाते। इसलिए भक्ति में राधा रानी का महत्व सर्वोपरि है।
Bhagwan Krishna ki aayu kya thi jab unhone nand gauv choda tha yeh jante to kafi hota
Nhi hume to nahi pata unki आयु 11 वर्ष की थी। तुम बता दो भैया! 🤡
श्री रुक्मणि महारानी की जय 🙏🕉 आप पहले राधा कृष्ण के बारे में जान ले तभी कहे ऐसे तो आप अपने अज्ञान का परिचय दे रही हैं 🙏
अवश्य रुक्मणि कृष्ण की पत्नी है
लेकिन राधा कोई एक महिला है ही नहीं
राधा तो कृष्ण का एक रूप है
महाभारत में राधा नामकरण की मां का था जिसने उसको पाला था राधा नाम काल्पनिक है हिंदू के धर्म ग्रंथो को बदनाम करने के लिए जोड़ा गया
@@mohitvishwakarma1514rig ved 1 22 7 rig ved 3 51 10 padh seedha radhe rani ka naam hain bewkof iske alawa bhi bhara pada hain jagat mata Radhe rani k naam shastro mein
@@underworldevolution4321 aapko aur aapke sabhi babao ko challenge hain ved me naam dikha de radha ji ka...
Bewoof to aap ho Jo jaante hi nhi ved kya hain....
Arth ka anarth krke aap jese ko fasa rakha hai inn paakhandi babao ne
@@underworldevolution4321 pagal hai kya be ? 😂 Nighantu 4/4 mein राध धातु का अर्थ धन बोला है ! इसलिए पाणिनिय धातुपाठ अनुसार राध धातु से राधा संज्ञा बनता है जिसका अर्थ है धनवान या ऐश्वर्यवान !
@@underworldevolution4321 yeh jo tune rigved ka refrence diya na 😂 ispe tere hi Acharyo logo ke translations padhle , kahi radha nahi maana usme ! 😂
Such bologe to apnka Vinod hoga