और बड़े हैरत की बात है के इसी चैनल पर 2050 की एक बेहतर दुनिया दिखाई जाती है जबकि 2050 तक सभी इंसान सिर्फ अपना अस्तित्व बचाने की कोशिश कर रहे होंगे क्योंकि वो इस ग्रह पर उस दीमक की तरह हैं जो जिस जगह रहती है उसी को खा जाती है।
@@raguveersingh1071 bhaiyya eyse sach mat bola kro logo ko bura lgta h bhavnaye Ahat ho jati h Bharat WishvGuru ban chuka h ap log bas supreme leder ko badnam krte rehte ho
एक बात कहु, कड़वी है किंतु सत्य है सब सोशल मीडिया और जगह जगह कमेंट करते है दुख जताते है किंतु असल जीवन मे कोई छोटा सा भी ऐसा कार्य नहीं करता है जिससे पर्यावरण सुरक्षित और स्वच्छ हो सके😥
सायद यह जीवन के लिए अच्छे संकेत नही है और आने वाली पीढ़ी को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। DW इन सब चीजों को समझने मे हमारी सहायता कर रहा है। DW की टीम को इसके लिए धन्यबाद।।
Bhai aap khud socho sarkar to aapko v gulam banane pr utari h wo khud gulamoo k haato m h.or aapne jo maks main ye pic dali h ye v gulamoo k sanket h.maff karna batana jaroori samjaa
ना तो हमें ग्लेशियर चाहिए,ना ही उनका पानी।। किसको चिंता पड़ी है हिमालय की, बस हमे तो पड़ी है विलासिता से जिंदगी बितानी ।। आप बचाओ हिमयुग का हिमालय , हमे तो बैंक बैलेंस और इकोनोमी बढ़ानी।।
आपके वीडियो ओर प्रयास प्रेरणास्रोत हे। बड़ा दुःख होता हे लोग विलासिता के चक्कर मे प्रकृती के साथ खिलवाड़ कर रहे हे। जब पर्यावरण ही नही रहेगा तो जीवन केसे चलेगा। कब हम पर्यावरण के लिये कुछ ठोस कदम उठायेंगे।
जनता जागरुक कभी नहीं होगी, जिन लोगों के पास मूलभूत सुविधाएं नही है वे पर्यावरण के लिए कयो सोचे, और जो सँपँन है वे सोचते हैं कि यह हमारी समस्या नहीं है।। यह सँयुकत प्रयासों से ही सँभव है।
विज्ञान और हम अपनी सुख सुविधाओं के चक्कर में प्रकृति को खत्म कर रहे हैं । अगर ऐसा ही निरंतर चलता रहा तो प्रकृति मानव सभ्यता को समाप्त कर देगी । कृप्या प्रकृति और पर्यावरण को बचाएं औरो को भी इन्हें बचाने के लिए प्रेरित करें🙏🙏🙏🙏🙏
मुझे हिमनद/ ग्लेशियर की घटौती से संबंधित एक बात ध्यान में आई। तीसरा विश्व युद्ध पानी /जल के कारण होगा ऐसी भविष्य वाणी पढ़ी है। वर्तमान स्थिति के निरीक्षण से कुछ कुछ कड़ीयां मेरे समझ आ रही है।
@@devanshsumariya तीसरा विश्वयुद्ध पीने के पानी के लिए ही होगा। स्वच्छ व मीठा जल ग्लेशियर व झरनों से ही प्राप्त होता है और उन्ही से बहता हुआ जल जमीन में सोखता हुआ भूजल बनता है। झरने व ग्लेशियर पर मानवीय विकास की अंधगति के असर से सारा चक्र गड़बड़ हो रहा है जिसका खामियाजा हमें ही भुगतना होगा, मतलब हमारी पीढ़ी को।
अब समय आ गया है कि शासन प्रशासन और हम सभी मिलकर पर्यावरण संरक्षण के विषय में गंभीर होकर सोचें। अन्यथा जलवायु परिवर्तन, नदियों का सूखना, भूक्षरण, रेगिस्तानीकरण,ग्लोबल वार्मिंग, अतिवृष्टि, सुखा एसिड रैन,महामारियों जैसी आपदाओं से मानव जाति का अंत निकट है।और इसकी पूरी जिम्मेदारी भी हमारी ही होगी।
@@vj8511ind आपकी बात सही है मैंने पिछले 5 सालों में 6 पेड़ लगाकर उन्हें बड़ा करके एक छोटी सी कोशिश की है और आगे भी करता रहूंगा।और साथी अपने विद्यार्थियों को भी प्रेरित करने की कोशिश करते रहता हूँ।
सबसे बडा कारण हैं बढती आबादी अगर आबादी कंट्रोल नही की तो विनाश तय हैं आबादी के कारण गर्मी बढ रही हैं कार्बन डाय ऑकसाईड बढ रहा हैं लेकिन कोई इसपे गंभीरता से नही लेता हैं 🙏
San 2100 Tak Bharat ki Abadi 100 karod Tak Ghat Jayegi matlab 100 karod Tak ho jayegi lekin jarurat hai sab ki Char Guni Ho jaayengi Kyunki Bharat Amir ho jaega lekin Aane Wale Samay Mein Abadi to Teji se ghategi lekin jo Logon ki jaruraten badhati jaayengi Kyunki log Amir Hote Jaenge
Still we are not aware of this climate change Some of the people around my place burns the garbage which creates lots of smokes sometimes it creates breathing problem too
My office is 51 km away .Kindly suggest. By metro I will have to take 3 metro and still take a cab . It will take few time to see the result like solar plant .Ev and ethanol mixed with petrol or alternate source .Need sound governance for that
@@RahulChauhan-wn3ky jab kuch pata nahi rahata hai n to bola bhi mat kijia aise hi government patakho ko bane ki hai aise hi delhi me diwali bad itna pollution hota hai ak chotti bacchi greta tunberg se pucchia pollution kya hota hai
ऐसे videos बहुत डरावने है। ये प्रदूषण और गर्मी हम इंसानों ने ही बढ़ाई है और इसे खत्म करना हमारी ही जिम्मेदारी है । इस प्रकार के videos उन लोगो को देखना बहुत जरूरी है जो कोई बड़ा कदम उठा सकते है इसमें परिवर्तन के लिए, जैसे की हमारी सरकार और सभी विकसित देशों की भी।
Bahar ke chizon ka kam upyog aur ghar me sabji ugayen... Plastic kam le..... Nonveg na khayen kyunki ye global warming ka bada example hai... Bewajah fridge, AC ka upyog na karen.... Street light ko jaldi bujha den... Bewajah long drive me na jayen Itna hi kaafi hai environment balance ke liye.... Aur haan ped kaate nhi balki lagayen
ये प्रशन इरफान साहब के लिए है- "आज का युग पूर्णतया वैगयानिक हैं, लिक्विड नाइट्रोजन भी आपकी ही देन हैं, जिसका प्रयोग हुम् आम नागरिक भी जानते हैं और इसका प्रभाव मानव जीवन पर खतरनाक भी नहीं है। उम्मीद है कि इरफान साहब समझ गए होंगे कि मैं क्या कहना चाहता हूँ।" कृपया मेरे इस प्रशन को साहब तक पहुचाने का सभी कष्ट करें।
प्राकृतिक संतुलन और बढ़ता हुआ भौतिक वाद, एक द्वन्द्व उत्पन्न करते हैं. इतनी जल्दी कुछ भी नहीं किया जा सकता है. प्रकृति ही अन्ततः सन्तुलन बैठाती है. यह विनाश भी करती है, और सृजन भी करती है.
......बस पेड लगाएं जितने हो सकें..... और कोई हल नहीं है..... बातें बहुत हो चुकी, आदमी हर साल पौधे रोपे, कम से कम अपनी आने वाली पीढी के लिए ही सही......
अगर हम अपनी नदियों और पर्वतो को nhi बचायेंगे to पानी के लिए हमारे बच्चे परिवार तड़प तड़प कर मर जायेंगे, अपनी आखें खोलो sab लोग, इन जैसे इंफोर्मेशन को फैलाओ ताकि लोग खतरे को समझ पाए
In last one year, when there were comparatively less vehicle activity was there due to pandemic, Europe, American & Australian countries created more CO2 by forest 🔥. Also in this process we lost many trees! Please cover this development also separately.
Bhai positive chijon per kam kar aag lagi hai to usko rokane main ilaaj hai har aadami ko kam se kam 10 ped lagane chahie aur Chetna ho sake paryavaran ke Anukul rahe bhautiktawad mein nahin
Development nahi rukna chahiye but ye ecofriendly ho ye jruri h. Iske liye everyone ko apne level par khud ki loyalty k sath kuch krna hoga🙏🙏kyuki ye sab apni wjah se hi horha h or agar shi b hoga to apne liye hi apne age ki sidiyon k liy
विकास की अंधी दौड़ में आज मानव दानव हो चुका है। काश कि ऊपर वाला इन मानवों का मस्तिष्क सिर्फ जीवन यापन करने तक ही विकसित करता तो ये भयावह न देखनी पड़ती। मानवों ने न प्रकृति को छोड़ा और न ही जीव जंतुओं को।
जो निर्जन था उसको अपनी क्षमताओं के प्रदर्शन का केंद्र बना दिया फिर लोगो के लिए टूरिस्ट प्लेस अब बढ़ रहा है क्लेश तो ये जिम्मेदारी सबकी हो गई मानवजाति अपने आप को ही विलुप्ति की ओर ले जा रही है समय लगेगा लेकिन होगी जरूर ।
2050 me inasn ko achchi hawa aur pani milna muskil hai....pls air aur water pollution ko roko...😥 Jo dharm ye kaam karegi vahi shrest hai vo dusronko gyan nahi deti....
I have seen so many videos like this in which they are discussing about environment change and all, they all are describing problem #only which we all know already. I haven't seen anyone discussing about the solution or the way how to prevent these things. Planting trees is not the only solution we need to find other solution also.
Y u want solutions, i know y, bcoz u want to live lavishly, u want to consume more & more nonsense guds & services, u want to showoff ur living by consuming more.... This is the problem, v actually r in trap of capitalism, consumerism, materialism & dont want to change us, but v also dont want to die bcoz v r addicted to dirty & useless lives...
Solutions ki baat ki hai to suno: * nature itself will balance by creating collapses of global systems, this will kill millions & ruin billions, and v will b forced to break our capitalist habits & the survivors will b forced to adopt subsistence natural economy & systems..
In metaphysics thr is a law which states that intentions r reflected in actions...means even a gud action with dirty intention will cause harm, u just need to wait to c that...intention generated harm is very dangerous, its like cancer...it will creep silently & first signs r shown when its already too late
All these policies around green energy, food security, etc r actually aimed at keeping the status quo of power centers bcoz these elite groups dont want anarchy to kick thr dirty smelly assholes with piles tumours....but thr greed & pride hav restricted thr mental abilities...a dirty sinful mind can never get/know real knowledge...nature dont allow businessmen, goons & psychos to get thr hands to knowledge that can forge out GODS....so all thr efforts will go in vain...these idiots simply dont hav enough guts & brains to make any gud change, all these fools can do is to delay death and making it more painful by stress concentration & option gridlocking
@@Trending_shortts insan ko dushre ko badle se phle khud ko badlna chayea apko mujhe phle badlna hoga sabki choti se bhi kosis bada badlav la sakta hai "no one be small to make a big difference"
@@sparkinggirl_ojasvi27 acha bole ho bt.....jin logo ne factories nd other pollution ke saman open kiya woh band hona jruri hai....me to jyda se jyda car bike nd electricity save kr skta hu
This was informative.. however, please provide inputs on how we can contribute to reverse the climate change at society and individual level. This is Netflix kind of approach to psychic audience for viewership
और बड़े हैरत की बात है के इसी चैनल पर 2050 की एक बेहतर दुनिया दिखाई जाती है जबकि 2050 तक सभी इंसान सिर्फ अपना अस्तित्व बचाने की कोशिश कर रहे होंगे क्योंकि वो इस ग्रह पर उस दीमक की तरह हैं जो जिस जगह रहती है उसी को खा जाती है।
हम इंसान ही अपने लिए कुआ खोद रहे हैं। हम जितना खोदेगे भरने में समय भी उतना लगेगा।🌡️☀️
वो आभासी दुनिया है
Sach hai
दोस्त 2050 तक कि सपना तो वो अमीर उद्योगपति लोग दिखाते जो मानवता va मानव के लाशों पर चलकर अपना टार्गेट पूरा करना चाहते हैं and government अपना जीडीपी।
Hame kya lena dena hmara bharat to Vishv guru ban chuka h ab sab changa h
आपका चैनल बहुत ही गंभीर संवेदनशील वैज्ञानिक तरीके से अपने बात को लोगों तक पहुंचा रहे हैं
गोदी मीडिया भी बहुत गंभीर तरीके से अंध भक्तों की तादाद बढ़ा रहा है😅😅😅😅😅
@@raguveersingh1071 bhaiyya eyse sach mat bola kro logo ko bura lgta h bhavnaye Ahat ho jati h Bharat WishvGuru ban chuka h ap log bas supreme leder ko badnam krte rehte ho
@@onegodonly8321 Acha😅😅😅
एक बात कहु, कड़वी है किंतु सत्य है सब सोशल मीडिया और जगह जगह कमेंट करते है दुख जताते है किंतु असल जीवन मे कोई छोटा सा भी ऐसा कार्य नहीं करता है जिससे पर्यावरण सुरक्षित और स्वच्छ हो सके😥
mai karta hoon bhai humne apne gaon me kheton ke pagdandi par 200 se jyada ped lagaye hai 2018 se ab tak
Right
Electric vehicles ka promot karo
No petrol low polution
@@RohitRohit-tw9yz Electric vehicle charging via diesel (charging station) and coal (thermal power station)? Then no pollution? How?
@@matvimat Decrease pollution to hoga, and low cost bhi padega
सायद यह जीवन के लिए अच्छे संकेत नही है और आने वाली पीढ़ी को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। DW इन सब चीजों को समझने मे हमारी सहायता कर रहा है। DW की टीम को इसके लिए धन्यबाद।।
Bhai aap khud socho sarkar to aapko v gulam banane pr utari h wo khud gulamoo k haato m h.or aapne jo maks main ye pic dali h ye v gulamoo k sanket h.maff karna batana jaroori samjaa
इस वीडियो को शेयर करना भी पर्यावरण बचाने के बराबर ही होगा।।जागरूक होना बहुत आवश्यक हैं।।। कास मै किसी बड़े पद पर आसीन होता।।।।
एक आम इंसान हो कर भी आप बहुत कुछ कर सकते हैं। सबसे पहले भोगना कम कर दीजिए।
Waste kam kare
Jaroori nai ki tum ias hi ho tabhi kuch karoge bus golgappe khakar dona dustbin mai daal diya kro intna hi kaafi hi 😁🙄😉
बड़ा काम करने के लिए विचार बड़े होने चाहिए पद नहीं जिनको पद मिला है वह भी मिलने से पहले ही सोच रहे थे लेकिन उनकी स्थिति देखो
Same here.i wish
ना तो हमें ग्लेशियर चाहिए,ना ही उनका पानी।।
किसको चिंता पड़ी है हिमालय की, बस हमे तो पड़ी है विलासिता से जिंदगी बितानी ।।
आप बचाओ हिमयुग का हिमालय , हमे तो बैंक बैलेंस और इकोनोमी बढ़ानी।।
Hey god 🙏, Yogi log kha dhyan karenge 😭
Sahi kahi bhai
Kya karoge us bank balance ka , jis din usaki kimat hi na rah jaaye.
Ap sab ko bahut bahut thank you aise videos bana ke logo ko jagruk karne k lia🙏
पाश्चात्य देश ही प्रकृति का संतुलन बिगाड़ते रहे हैं। आज भी ज्यादा कि बाइक कार्स लक्जरी लाइफ का अंजाम हम भारत जैसे देशों के लोग भुगत रहे हैं।
आपके वीडियो ओर प्रयास प्रेरणास्रोत हे। बड़ा दुःख होता हे लोग विलासिता के चक्कर मे प्रकृती के साथ खिलवाड़ कर रहे हे। जब पर्यावरण ही नही रहेगा तो जीवन केसे चलेगा। कब हम पर्यावरण के लिये कुछ ठोस कदम उठायेंगे।
तथाकथित विकास की अंधी दौड़ यदि अब भी रूक जाए, तो कल्याण हो जाएगा
👍 yes brother
To aplog kamayenge kayse. Logoko naukri kahase milegi jara batayye
Bilkul🙏🏻
Electric vehicles ka promot karo
No petrol low polution
विद्युत उत्पादन में भी भयंकर प्रदूषण होता है
जनता जागरुक कभी नहीं होगी, जिन लोगों के पास मूलभूत सुविधाएं नही है वे पर्यावरण के लिए कयो सोचे, और जो सँपँन है वे सोचते हैं कि यह हमारी समस्या नहीं है।।
यह सँयुकत प्रयासों से ही सँभव है।
Save Forest 🌲🌴🌲🌳🌵
Save Nature 🌴🌲🌳🌵
Save Earth 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Vah kya baat hai.
Yes agreed to what you have said. But the biggest demand of the time is save the humanity as well. Spread love not the hate 🌹🙏
Ye likhne se kuch nhi hoga....
Apne ghar ka ac bhi band karna hoga save forest se kuch nhi hone wala....
Likhne se nahi hoga
विज्ञान और हम अपनी सुख सुविधाओं के चक्कर में प्रकृति को खत्म कर रहे हैं । अगर ऐसा ही निरंतर चलता रहा तो प्रकृति मानव सभ्यता को समाप्त कर देगी । कृप्या प्रकृति और पर्यावरण को बचाएं औरो को भी इन्हें बचाने के लिए प्रेरित करें🙏🙏🙏🙏🙏
मैं स्वयं हिमालय में पिथौरागढ़ में धौलीगंगा के ग्लेशियर पर कार्य कर रहा हूँ। वहां जब फील्ड पर देखा तो उनकी भुआकारिकी काफी बदल गई है।
kya kam ka kar rahe ho aap?
@@devanshsumariya I've done my PhD on glacier studies of Dhauliganga basin, pithoragarh district.
@@dhanendrasingh1734 waah 👏👏
मुझे हिमनद/ ग्लेशियर की घटौती से संबंधित एक बात ध्यान में आई।
तीसरा विश्व युद्ध पानी /जल के कारण होगा ऐसी भविष्य वाणी पढ़ी है।
वर्तमान स्थिति के निरीक्षण से कुछ कुछ कड़ीयां मेरे समझ आ रही है।
@@devanshsumariya तीसरा विश्वयुद्ध पीने के पानी के लिए ही होगा। स्वच्छ व मीठा जल ग्लेशियर व झरनों से ही प्राप्त होता है और उन्ही से बहता हुआ जल जमीन में सोखता हुआ भूजल बनता है। झरने व ग्लेशियर पर मानवीय विकास की अंधगति के असर से सारा चक्र गड़बड़ हो रहा है जिसका खामियाजा हमें ही भुगतना होगा, मतलब हमारी पीढ़ी को।
इंसान से बुरी चीज और कोई नहीं इस दुनिया में
Save Earth 🌎🌍
Save Forest 🌳🏞️⛰️🌴🌵
Save water 💦🌊💦
Right 👍
Tum telegram chalate ho
दोस्तों ही चिंतनीय विषय है विकास की अंधी दौड़ में कहीं हम अपने इस खूबसूरत धरती को खत्म ना कर दे
अब समय आ गया है कि शासन प्रशासन और हम सभी मिलकर पर्यावरण संरक्षण के विषय में गंभीर होकर सोचें। अन्यथा जलवायु परिवर्तन, नदियों का सूखना, भूक्षरण, रेगिस्तानीकरण,ग्लोबल वार्मिंग, अतिवृष्टि, सुखा एसिड रैन,महामारियों जैसी आपदाओं से मानव जाति का अंत निकट है।और इसकी पूरी जिम्मेदारी भी हमारी ही होगी।
Bhai sarkar ki to chodo ab humari bari aagi h.sarkar khud gulam h corporate jagat ki wo aapke baare kavi nahi sochegi
Kal se aap cycle chaltte..bike aur car main safae mat karnaaap..
Agar aisa kar paye tab aap doosro ko gyan de.
@@vj8511ind आपकी बात सही है मैंने पिछले 5 सालों में 6 पेड़ लगाकर उन्हें बड़ा करके एक छोटी सी कोशिश की है और आगे भी करता रहूंगा।और साथी अपने विद्यार्थियों को भी प्रेरित करने की कोशिश करते रहता हूँ।
Electric vehicles ka promot karo
No petrol low polution
Sir I am an UGC NET qualified in EVS and MSc in EVS .My favorite topic is so close and meaningful made by you! I'm thankful for this renenssa.
सबसे बडा कारण हैं बढती आबादी अगर आबादी कंट्रोल नही की तो विनाश तय हैं आबादी के कारण गर्मी बढ रही हैं कार्बन डाय ऑकसाईड बढ रहा हैं लेकिन कोई इसपे गंभीरता से नही लेता हैं 🙏
मोदी सुने तब ना, sab politics me lge h😢
San 2100 Tak Bharat ki Abadi 100 karod Tak Ghat Jayegi matlab 100 karod Tak ho jayegi lekin jarurat hai sab ki Char Guni Ho jaayengi Kyunki Bharat Amir ho jaega lekin Aane Wale Samay Mein Abadi to Teji se ghategi lekin jo Logon ki jaruraten badhati jaayengi Kyunki log Amir Hote Jaenge
पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में हम सब जिम्मेदार हैं
अगर हम सब जागरूक nhi हुए तो हम सब बहुत जल्द खो देंगे
Still we are not aware of this climate change
Some of the people around my place burns the garbage which creates lots of smokes sometimes it creates breathing problem too
This stupidity is not limited to ur place
बीबीसी हिंदी और DW हिंदी बहुत ही उत्तम दर्जे का काम कर रहे हैं भारत जागरूक बन कर ही सशक्त और समृद्ध बन सकता है 🙏
प्रकृति संतुलित नहीं रहेगी तो हम भी अच्छे से नहीं रह पाएंगे।।
Dhanyavad DW 🙏🏼
Thank you DW.
इस सब के लिये वही जिम्मेदार हैं जो विज्ञान और विकास की दुहाई देते हैं ।
# N WO
साधारण शांत जीवन वाले पिछड़े थे, जानवरों की तरह काम करने वाले पैसे की लिए मर मिटने वाले आधुनिक है।
❤️❤️❤️❤️
ये क्या हो रहा है आज दुनियां कितनी गिर गई है
ग्लास्को सम्मेलन आयोजन के बाद सभी को एन्वायरमेंट याद आ गया
हे पृथ्वी माता हमें बचा लो
मानव population ने सब कुछ तबाह कर दिया
Salute h sir apko public ko jagrurk kre kisi ko kuch nhi pta sirf ess or assi chaiye ye koi nhi dekh rha ane wale kal k liye
Abhi bhi samay he ki ise roke , fir sirf dekh hi sakenge...😢😢save trees save Earth.... please... please... please....😢😢
Start cycling and avoid using petrol or diesel vehicles. We need to make cycling a routine
Petrol wese bhi itna mehnga ho chuka h me to wese bhi gadi chalana bot kam kr diya
My office is 51 km away .Kindly suggest. By metro I will have to take 3 metro and still take a cab .
It will take few time to see the result like solar plant .Ev and ethanol mixed with petrol or alternate source .Need sound governance for that
Avoid plastic, use cycle, save water, easy to do able. Most important proud to do so🙏
add one more thing do not use animal products
@@DhruvPatel-zg1zs Don't burst crackers on Diwali
@@muhammad.hameem don't slaughter animals on Eid
@@shivaputrabiradar2960 Meat is food which is necessity.
@@muhammad.hameem jihadi a gaya line par
It's going to happen near 2050.
No one can prevent it.
Nice explained and narrated.
आप सभी को दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ ।।❤❤❤❤💐💐💐💐🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎉🎉🎉🎉
Shub kamnaye hi dete raho bhai ab kuch to kar pane ki istity h nahi aapki uskliye to sawal karne padte h
Apko bhi happy diwali magar ak choti se request hai ap please pathake jala ke pollution na kijia🙏
🕯Shubhkamnaye aapko bhi🕯
@@sparkinggirl_ojasvi27 dipswali ke patakho ka contribution 1% bhi nhi hoga globally . But dimag me faltu ke ideas bhar diye gye hain.
@@RahulChauhan-wn3ky jab kuch pata nahi rahata hai n to bola bhi mat kijia aise hi government patakho ko bane ki hai aise hi delhi me diwali bad itna pollution hota hai ak chotti bacchi greta tunberg se pucchia pollution kya hota hai
ऐसे videos बहुत डरावने है। ये प्रदूषण और गर्मी हम इंसानों ने ही बढ़ाई है और इसे खत्म करना हमारी ही जिम्मेदारी है । इस प्रकार के videos उन लोगो को देखना बहुत जरूरी है जो कोई बड़ा कदम उठा सकते है इसमें परिवर्तन के लिए, जैसे की हमारी सरकार और सभी विकसित देशों की भी।
Climate change is the biggest challenge..
प्रकृति ही हम सब की जननी है हमे प्रकृति को बचाना चाहिए प्रकृति है तो हम है अगर वो नही तो हम नही।
Bahar ke chizon ka kam upyog aur ghar me sabji ugayen... Plastic kam le..... Nonveg na khayen kyunki ye global warming ka bada example hai... Bewajah fridge, AC ka upyog na karen.... Street light ko jaldi bujha den... Bewajah long drive me na jayen
Itna hi kaafi hai environment balance ke liye.... Aur haan ped kaate nhi balki lagayen
विकास ही दुनिया का विनाश सिद्ध होगा ☝️
Bahut mast news bataya hai sun kar dil khush ho Gaya
Bahut hi sahi baat kahi aapne.
जब तक बड़े सतर पर इंसान का विनाश नहीं होगा तब तक इंसान प्रकृति की इज्जत करना नहीं सीखे गा जैसा अभी कोरेना टाइम पर हुआ और यह होकर ही रहेगा🙁🙁
ये प्रशन इरफान साहब के लिए है- "आज का युग पूर्णतया वैगयानिक हैं, लिक्विड नाइट्रोजन भी आपकी ही देन हैं, जिसका प्रयोग हुम् आम नागरिक भी जानते हैं और इसका प्रभाव मानव जीवन पर खतरनाक भी नहीं है। उम्मीद है कि इरफान साहब समझ गए होंगे कि मैं क्या कहना चाहता हूँ।"
कृपया मेरे इस प्रशन को साहब तक पहुचाने का सभी कष्ट करें।
प्राकृतिक संतुलन और बढ़ता हुआ भौतिक वाद, एक द्वन्द्व उत्पन्न करते हैं. इतनी जल्दी कुछ भी नहीं किया जा सकता है.
प्रकृति ही अन्ततः सन्तुलन बैठाती है. यह विनाश भी करती है, और सृजन भी करती है.
विडँबना यह है कि, विकास बिना बर्बादी के सँभव नहीं।
इँसान को अधिकाधिक सँग्रह करने से बचना होगा, पर यह कैसे होगा?
......बस पेड लगाएं जितने हो सकें..... और कोई हल नहीं है..... बातें बहुत हो चुकी, आदमी हर साल पौधे रोपे, कम से कम अपनी आने वाली पीढी के लिए ही सही......
जलवायु परिवर्तन तभी कम हो सकता है जब इंसान बच्चे कम पैदा करे और उपभोक्तवाद का अंत किया जा सके।
जल वायु परिवर्तन से सब बर्बाद हो रहा है, कार्बन डाइऑक्साइड कम करने के आइडिया को बढ़ावा दे 🙏
We are from costal area of odisha every time our crop destroy by unusual rain and cyclone.
Total harassment.
It’s better to make a video on solution simultaneously on the problem instead of only highlight the problem
Your work is highly appreciated by us.pls protect mountains and forest
शानदार वीडियो । धरती को बचाने के लिए हमलोग और सरकार सभी सोए है।
जल वायु परीवर्तन से हिसा होगी आज हमे इस वीडियो से पता चला
अगर हम अपनी नदियों और पर्वतो को nhi बचायेंगे to पानी के लिए हमारे बच्चे परिवार तड़प तड़प कर मर जायेंगे, अपनी आखें खोलो sab लोग, इन जैसे इंफोर्मेशन को फैलाओ ताकि लोग खतरे को समझ पाए
बड़ा अहसय महसूस होता है इन वीडियो को देखने के बाद। सभी को रेनवार्टर हार्वेस्टिंग करनी चाहिए।
इसका इलाज क्या है,,,, इलेक्ट्रिक वाहन से समस्या थोड़ी कम हो सकती है परन्तु और क्या करें
Kash Ye Video Poori Asia ❤️ dekhti
Aur ise chintajanak leti
So sad......mankind itself is on verge of extinction before glaciers got depleted
A dreamable area ❤️
Now, Remain a dream whole life.😭
ધન્યવાદ......આવી જાનકારી આપવા માટે....
ਦੁਨੀਆਂ 🏙️ ਵਿਕਾਸ ਨਹੀਂ ਵਿਨਾਸ਼ 💥 ਵੱਲ ਵੱਧ ਰਹੀਆਂ 🙃
Plant trees near you.🌳
make your world beautiful and you.👍😎
In last one year, when there were comparatively less vehicle activity was there due to pandemic, Europe, American & Australian countries created more CO2 by forest 🔥. Also in this process we lost many trees!
Please cover this development also separately.
Bhai positive chijon per kam kar aag lagi hai to usko rokane main ilaaj hai har aadami ko kam se kam 10 ped lagane chahie aur Chetna ho sake paryavaran ke Anukul rahe bhautiktawad mein nahin
You are doing good job try to Make aware about how Mumbai,Kerla,Karnataka,Goa,,Tamilnadu,Kolkata,Odisha Sea level is rising
सादा जीवन उंच विचार 🙏🙏
फ़ैशन बंद हो
Sir हमारे गांव में भी नहर का पानी जल्दी सुख जाता है नहर बहुत ज्यादा गहरी कर दी गई पर साल दर साल सूखती है और सब भूमिगत जल को ही निकालने लगे है
I have both bike and Electric scooty, but I always use Electric scooty.
And also Plant more trees...
Development nahi rukna chahiye but ye ecofriendly ho ye jruri h.
Iske liye everyone ko apne level par khud ki loyalty k sath kuch krna hoga🙏🙏kyuki ye sab apni wjah se hi horha h or agar shi b hoga to apne liye hi apne age ki sidiyon k liy
Sir ji ... stammering kaise thik kare pls bataiye
Try to speakTongue twisters loud and clear.
May it helps👍😎
Confidence increase karo....main jab bhi nervous hota hu stammer karta hu...waise nhi
@@ankurantil8917 confidence increase karne ka traika kya hai..Ye bhi batao.?
जम्मू-कश्मीर भी भारत का हिस्सा है यह कहना उचित होगा कि भारत देश में इस राज्य से मतलब जम्मू-कश्मीर से सेब ज्यादा उत्पादन किया जाता है
wa re Modi Bhagt🙏😅😅
@@raguveersingh1071 abb isme modi bhakti knhaa se aa gye.
Kuyonki ye toh sach hai ki jammu aur kashmir bharat kaa hissa hi hai.
@@RoshanKumar-fw2in hisa hai or rahe ga..But ajj kl esi bate andbhaqt hi jiyda krte hai bro..
Hi aap Sahi hai
@@dineshkakade7339 kon
But development should go on till the end of eternity 😂
Best way to explore the way of climate risk information
DW News 👍
This video is helpful for students👍
Thanks for making such a informative video for us
JAI HIND
विकास की अंधी दौड़ में आज मानव दानव हो चुका है। काश कि ऊपर वाला इन मानवों का मस्तिष्क सिर्फ जीवन यापन करने तक ही विकसित करता तो ये भयावह न देखनी पड़ती।
मानवों ने न प्रकृति को छोड़ा और न ही जीव जंतुओं को।
घर बनाने में 5 लाख की लकड़ी लगाएंगे.....लेकिन दस हजार रुपये के पौधे लगाने में..... बचत याद आती है..... 🇮🇳💯🙏🙇♂️
This channel provide mind blowing information
Excellent vedio🥰🥰😍😍😍
Best news channel
Thank you DW TV and team.
सभी को ये समझने की जरूरत है के जैसे हमने इनको खोया है वैसे पाया भी जाए
Nice work dw Hindi
Plz join with sonam wangchuk sothat our glaciers could save.
जो निर्जन था उसको अपनी क्षमताओं के प्रदर्शन का केंद्र बना दिया फिर लोगो के लिए टूरिस्ट प्लेस अब बढ़ रहा है क्लेश तो ये जिम्मेदारी सबकी हो गई मानवजाति अपने आप को ही विलुप्ति की ओर ले जा रही है समय लगेगा लेकिन होगी जरूर ।
2050 me inasn ko achchi hawa aur pani milna muskil hai....pls air aur water pollution ko roko...😥
Jo dharm ye kaam karegi vahi shrest hai vo dusronko gyan nahi deti....
Jo bhee ho Ameer Ameer banta rahega aur aam aadmi lecture hee sunta rahega !!! Aap ko naam..
😭😭😭 Pata nhi kya hoga aane wale Samye me ham nature ko dekh paenge bhi ya nhi.. 😔😔
Bahut kuch barbad kr chuke hum Insaan rupi Janvar. Nature kisi ko maf nhi kregi. Vo apna balance krne k liye Vinash kr degi ek din jrur.
Visit आचार्य प्रशांत channel........
वैज्ञानिक बोलते हैं कि मंगल पर कभी जीवन रहा होगा ये नहीं बताते कि वहां भी इन्सानो का कदम पड़ गया होगा ्
DW Hindi 👍
I have seen so many videos like this in which they are discussing about environment change and all, they all are describing problem #only which we all know already. I haven't seen anyone discussing about the solution or the way how to prevent these things. Planting trees is not the only solution we need to find other solution also.
Y u want solutions, i know y, bcoz u want to live lavishly, u want to consume more & more nonsense guds & services, u want to showoff ur living by consuming more....
This is the problem, v actually r in trap of capitalism, consumerism, materialism & dont want to change us, but v also dont want to die bcoz v r addicted to dirty & useless lives...
Solutions ki baat ki hai to suno:
* nature itself will balance by creating collapses of global systems, this will kill millions & ruin billions, and v will b forced to break our capitalist habits & the survivors will b forced to adopt subsistence natural economy & systems..
In metaphysics thr is a law which states that intentions r reflected in actions...means even a gud action with dirty intention will cause harm, u just need to wait to c that...intention generated harm is very dangerous, its like cancer...it will creep silently & first signs r shown when its already too late
All these policies around green energy, food security, etc r actually aimed at keeping the status quo of power centers bcoz these elite groups dont want anarchy to kick thr dirty smelly assholes with piles tumours....but thr greed & pride hav restricted thr mental abilities...a dirty sinful mind can never get/know real knowledge...nature dont allow businessmen, goons & psychos to get thr hands to knowledge that can forge out GODS....so all thr efforts will go in vain...these idiots simply dont hav enough guts & brains to make any gud change, all these fools can do is to delay death and making it more painful by stress concentration & option gridlocking
Mile sur Mera tumhara.. Song me us nadi ki dhara kitni tez is video dikhya hy it's very slow
इनको बचा कर हम अपने बच्चो के भविष्य को बचा सकते है
मुझे लग रहा है कि इस दुनिया का अंत जलवायु परिवर्तन के द्वारा होगा
Ab kya hoga dunniya ka sab kuch dekhte hue bhi insaan kitna laprvah hai😞
Pta sbko hai....but krega koi bhi kuch nhi
@@Trending_shortts insan ko dushre ko badle se phle khud ko badlna chayea apko mujhe phle badlna hoga sabki choti se bhi kosis bada badlav la sakta hai "no one be small to make a big difference"
@@sparkinggirl_ojasvi27 acha bole ho bt.....jin logo ne factories nd other pollution ke saman open kiya woh band hona jruri hai....me to jyda se jyda car bike nd electricity save kr skta hu
Plant trees near you.🌳
make your world beautiful and you.👍😎
@@sundeeprawat2616 yeh UP bihar wale kam bacche paida kare toh desh ka kuch bhala bhi ho
धन्यवाद
This was informative.. however, please provide inputs on how we can contribute to reverse the climate change at society and individual level. This is Netflix kind of approach to psychic audience for viewership
Good, good !
There is more lands available for human habitats. Reclamation !
Bro agar problem btane ke sath koi solutions bhi bta dete to ham bhi koi step lete.