नमस्कार सतगुरु, आज का सत्संग ज्ञान से भरा हुआ है। बहुत ही सुंदर थैंक यू वेरी मच हमको इतना समझाने के लिए, हमको इतना ज्ञान देने के लिए , हमको इतना कुछ सीखने के लिए थैंक यू वेरी मच ,गॉड ब्लेस यू।🙏🙏🙏🌹🌺❤️💓
हम जिन बातों को दोहराते हैं वही हमारा केंद्रीय भाव बन जाता है... इसीलिए अपने भाव के प्रति सजगता जरूरी है.... केंद्र शुद्ध तो परिधि भी शुद्ध.... नमन गुरुदेव 🙏
आदि शंकराचार्य जी ने संसार की तुलना सपने से की है ऐसा उन्होंने क्यों कहा और क्या संसार सपना है , विष्णु पुराण में कहा गया है कि संसार विष्णु जी के सपने में है तो क्या सच में संसार आत्मा का सपना है यदि हाँ तो उनको कैसे पता चला कि संसार सपना है?
नमस्कार सतगुरु, आज का सत्संग ज्ञान से भरा हुआ है। बहुत ही सुंदर थैंक यू वेरी मच हमको इतना समझाने के लिए, हमको इतना ज्ञान देने के लिए , हमको इतना कुछ सीखने के लिए थैंक यू वेरी मच ,गॉड ब्लेस यू।🙏🙏🙏🌹🌺❤️💓
हरि ॐ तत् सत्
विचारों का इतना विविध विश्लेषण पहली बार सुना....धन्य हैं गुरुदेव 🌹
हम जिन बातों को दोहराते हैं वही हमारा केंद्रीय भाव बन जाता है... इसीलिए अपने भाव के प्रति सजगता जरूरी है.... केंद्र शुद्ध तो परिधि भी शुद्ध....
नमन गुरुदेव 🙏
Satya wachan ❤
Upendra ❤❤❤❤
हम पंछी उन्मुक्त गगन के पिंजरे बंद न गा पाएंगे।❤❤
Jai Ho, Rohit, saharnpur
आचार्य जी शत शत नमन
अद्भुत ज्ञान
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Thank you so much for your video ❤❤❤❤❤❤❤
Jai siyaram 🌹🙏
मैं बहुत ही भाग्यशाली हूं कि आचार्य जी इस सत्संग में मुझे शामिल होने का मोका मिला इसके लिए आचार्य बहुत बहुत आभार। 🙏ॐ श्री हरि 🙏
❤🙏नमस्ते गुरू जी🙏❤
🙏🙏
आदि शंकराचार्य जी ने संसार की तुलना सपने से की है ऐसा उन्होंने क्यों कहा और क्या संसार सपना है , विष्णु पुराण में कहा गया है कि संसार विष्णु जी के सपने में है तो क्या सच में संसार आत्मा का सपना है यदि हाँ तो उनको कैसे पता चला कि संसार सपना है?
Guruji pranam
Please clarify adi guru Shankaracharya advait vedant in your simple method 🙏
हम पंछी उन्मुक्त गगन के पिंजरे बंद न गा पाएंगे।❤❤
Upendra ❤❤❤
🙏🙏🙏🙏
हम पंछी उन्मुक्त गगन के पिंजरे बंद न गा पाएंगे।❤❤
हम पंछी उन्मुक्त गगन के पिंजरे बंद न गा पाएंगे।❤❤
हम पंछी उन्मुक्त गगन के पिंजरे बंद न गा पाएंगे।❤❤