गुरु द्रोणाचार्य प्राचीन मंदिर, दनकौर _क्यों गुरू दक्षिणा में गुरु द्रोण ने माँगा एकलव्य से अंगूठा?
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- เผยแพร่เมื่อ 9 ก.พ. 2025
- कौरव और पांडवों की शिक्षा नगरी रही दनकौर में गुरु द्रोणाचार्य का मंदिर आज भी विराजमान है। यहां द्रोणाचार्य कौरव और पांडवों को शिक्षा दिया करते थे। महाभारत काल का महत्वपूर्ण स्थल दनकौर में गुरु द्रोणाचार्य के मंदिर में उनकी प्रतिमा स्थापित है। एकलव्य ने भी यहीं पर ही धर्नुविद्या सीखी थी।