जैन दर्शन, एक परिचय (1) JAIN PHILOSOPHY _ Brief Introduction _ Dr HS Sinha | The Quest

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  • เผยแพร่เมื่อ 14 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 337

  • @shbz4799
    @shbz4799 2 ปีที่แล้ว +16

    मात्र इन्द्रियों को जितने से भी भगवान नहीं बनते कर्मो के नाश से और सर्वज्ञता की प्राप्ति और मोक्ष की प्राप्ति जिसने की है ऐसे अरिहंत और सिद्ध परमात्मा कर्म कलंक से रहित हमारे परमात्मा है

  • @Aasimppp
    @Aasimppp 9 หลายเดือนก่อน +4

    मैं आपका शुक्र अदा नहीं कर सकता। इतना अमूल्य ज्ञान देने के लिए मैंने आपको पिछले कुछ दिनों से ही सुनना शुरूकिया है और मैं तब तक नहीं रुकूंगा जब तक मैं आपके चैनल की हर एक वीडियो नहीं देखा लेता

  • @mukeshtiwari3163
    @mukeshtiwari3163 2 ปีที่แล้ว +31

    Jainism
    1) Individual Perspective & Potential
    2) Ten men's tale (syadvaad)
    3) Ahimsa
    4) Aparigraha (Gandhian Philosophy)
    5) Namo Arihantaram (Ari.., winning internal enemies..)
    Ari: internal enemies - kaam, krodh, lobh, maya, matsar.
    5 principals (mahavrats) of Jainism:
    a. Ahimsa
    b. Aparigraha
    c. Brahmacharya
    d. Satya
    e. Asteya

  • @sudeepkumarjain8267
    @sudeepkumarjain8267 3 ปีที่แล้ว +37

    जीवन के अस्तित्व का अर्थ जानने के लिए, यदि हम इतिहास पर दृष्टि डालें तो हमें दो सबसे प्राचीन धाराएँ मिलती हैं, जो "अहिंसा परमो धर्म" के सिद्धांत को मानती हैं, जिसे हम जैन धर्म (श्रमण परम्परा) और हिंदू धर्म (वैदिक परम्परा) के नाम से जानते हैं। इन दोनों धर्मों की शुरुआत ज्ञात इतिहास से परे है या हम कहें कि ब्रह्माण्ड एवं खगोल संरचना संबंधी आधुनिक विज्ञान मान्यतायें इन धर्मों को पूरी तरह से समझा पाने में सक्षम नहीं हैं या समझने में बाधा उत्पन्न करती है, उदाहरण के लिए ये दोनों धर्म इस बात से सहमत हैं कि श्री राम एक वास्तविक ऐतिहासिक महापुरुष थे, जो लगभग 10 लाख वर्ष पहले हुए थे लेकिन आधुनिक इतिहास का सिद्धांत इस तथ्य को स्वीकार नहीं करता है। "अहिंसा परमो धर्म" ही सनातन या शाश्वत धर्म है एवं जैन धर्म और हिन्दू धर्म एक ही सनातन सच्चाई को देखने के दो नजरिये हैं । जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषवदेव जी का हिन्दू धर्म के वेदों और पुराणों में भी वर्णन हैं और जिन्हें दोनों मान्यताओं ने श्री राम (जो कि जैन धर्मं के अनुसार बीसवें तीर्थंकर मुनिसुव्रत के बाद हुए व उन्ही के शाशन काल में मोक्ष गए) के भी कई वर्षो पहले होना स्वीकार किया हैं |जैन धर्म में प्रथम तीर्थंकर ऋषवदेव जी को आदि या प्रथम क्षत्रिय माना गया हैं इन्ही से ईक्ष्वाकु कुल की स्थापना हुई थी, व इनके ज्येष्ठ पुत्र चक्रवर्ती सम्राट भरत के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा जिसका उल्लेख दोनों धर्मो के ग्रंथो में मिलता हैं । एक ही सनातन सच्चाई "अहिंसा परमो धर्मं" की व्याख्या करने में दोनों धर्मों में भिन्नताएं आने का मुख्य कारण यह हो सकता है कि एक तीर्थंकरों की परम्परा से प्राप्त हुआ है जो कि केवलज्ञानी या सर्वज्ञ थे अतः उन्होंने यथार्थ वर्णन किया होगा, दूसरा ऐसी परम्परा है जिनके गुरु केवलज्ञानी या सर्वज्ञ नहीं थे हालांकि उनके गुरुओं को देवों ने सहायता की लेकिन केवलज्ञान न होने की वजह से अलग अलग समय में हुए महापुरुषों को उन्होंने एक ही महापुरुष का अवतार मान लिया होगा इसीलिए हिन्दू धर्मं में ईश्वर को अवतार लेने वाला व सृष्टि का कर्ता मान लिया जबकि जैन धर्मं में ईश्वर को सर्वज्ञ व सर्व शक्तिमान तो माना है लेकिन सृष्टि का कर्ता नहीं माना एवं कर्म सिद्धांत को मानते हुए ये माना है कि सृष्टि के सभी अन्नत जीव अपने पुरुषार्थ से जन्म मृत्यु के अनादि चक्र से छूटकर परम पद या मोक्ष प्राप्त कर ईश्वर बन सकते हैं। "अहिंसा परमो धर्म" कथन में हम परमो या परम शब्द पर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, जिसका अर्थ है निरपेक्ष, इस प्रकार यह बताना कि अहिंसा एक परम सनातन नियम है जो तीनों लोकों को संचालित करता है। जैन धर्म में इसे संपूर्ण विज्ञान कहा गया है जो संपूर्ण अस्तित्व के कार्य और नियमों की व्याख्या करता है।
    जैन धर्मं के अनुसार संपूर्ण सृष्टि या लोक ६ द्रव्यों से मिलकर के बना हैं
    १) आकाश (Space), २) काल (Time) ३) पुद्गल (Matter and Energy) ,
    ४) जीव (Living beings or souls) ५) धर्मास्तिकाय (Medium of Motion)
    ६) अधर्मास्तिकाय (Medium of Rest)
    आधुनिक विज्ञान उपरोक्त ६ द्रव्यों में से प्रारंभ के ३ को ही जनता हैं इसीलिए अपूर्ण हैं| इसीलिए आधुनिक विज्ञान के सिद्धांत जो कि लोक की सनातनता (eternity) पर प्रश्न चिन्ह लगाये, को सत्य मान लेना बहुत बड़ी भूल हैं |

    • @ashokkumardehariya2570
      @ashokkumardehariya2570 2 ปีที่แล้ว

      🙏🙏 आपकी दृष्टि में बौद्ध दर्शन बताएं जी

    • @chetan1008
      @chetan1008 ปีที่แล้ว +5

      सुदीप कुमार जैन जी
      आप के पास जो है, वो बहुत ही कीमती होगा
      जिसमें से आपने यहां पर थोड़ी सी झलक दिखाई है 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

    • @SumitSharma-od2yt
      @SumitSharma-od2yt 8 หลายเดือนก่อน

      जैन धर्म 2500 साल से ज्यादा पुराना नही है

    • @VLal-vs5mt
      @VLal-vs5mt 6 หลายเดือนก่อน +1

      सुदीप जी आप का ज्ञान विसरित है । जल्द ही आप से सम्पर्क करूंगा

    • @sudeepkumarjain8267
      @sudeepkumarjain8267 6 หลายเดือนก่อน

      @@VLal-vs5mt जी धन्यवाद, मेरा एक जैन धर्म से related channel भी है, जिसको आप Samavasharan Knowledge के नाम से TH-cam में search कर सकते हैं।

  • @vasukinagabhushan
    @vasukinagabhushan 4 ปีที่แล้ว +73

    Dr. Himmat Singh is one of most open minded brilliant philosophers in India.

    • @manojyadav-do1yo
      @manojyadav-do1yo 3 ปีที่แล้ว +2

      🔆🔆लोक 🔆olo 🔆o 🔆loop 🔆l 🔆🔆lol 🔆ololl

    • @RaviJain-ec9go
      @RaviJain-ec9go 3 ปีที่แล้ว +1

      💯 bilkul bhai

    • @zainashik
      @zainashik 3 ปีที่แล้ว +2

      Gyani purush sadaa pujyaniya hai

  • @rajeshwareedeshpande4961
    @rajeshwareedeshpande4961 5 ปีที่แล้ว +64

    जैन तत्व अदभुत है। आपने बढीया विश्लेषण किया है ।

  • @SandeepKumar-db2bt
    @SandeepKumar-db2bt 3 ปีที่แล้ว +9

    महोदय अपका धन्यवाद करता हूँ. दर्शन शास्त्र की औकात को ठीक ठीक बताने के लिए. कोई भी ज्ञान जिसको तार्किक नीति की खिचड़ी की आवश्यकता होती है वह न तो पूर्ण रूप से वस्तुनिष्ठ है और न ही पूर्ण रूप से आत्मनिष्ठ है. ऐसा ज्ञान इन दोनों के बीच में कहीं अपरिपक्वता की स्थिति में होता है.

  • @ayushjain4226
    @ayushjain4226 2 ปีที่แล้ว +9

    स्याद्वाद और अनेकांतवाद जैन दर्शन का प्राण है। किसी भी बात की कई विभक्षाये होती है। बस देखने दृष्टी अलग अलग होती हैं।

  • @i_for_infinitive7223
    @i_for_infinitive7223 ปีที่แล้ว +2

    तुष्णाम सिन्धी भज क्षमा
    जहिमदम पापे रति मां कथा। 🙏 संत भर्तूहरी
    - माननीय डॉक्टर सिन्हा जी ,आपकी बुद्धिमत्ता , ज्ञान को मेरा प्रणाम , आप से निवेदन हे की आप दुनिया की सारी फिलोसोफी मेसे उत्कृष्ट कोनसी है जो इश्तत्व को प्राप्त करवाए , आप के नजरिए से।
    - मेरे तार्किक और भावनिक अभ्यास से कह सकता हु की वैदिक ज्ञान ही हम परमोच्च अवस्था तक पहुंचाती हे। 🙏🙏🌅

  • @4.7mviews67
    @4.7mviews67 2 ปีที่แล้ว +7

    Sir,
    आप ने जो हमे बताया है। हमे लगता इस तरह से हम किसी से नहीं समझ पाते।
    आपका धन्यवाद और प्रणाम करता हूं।

  • @pinkmoon4328
    @pinkmoon4328 ปีที่แล้ว +2

    एकं सद्विप्रा बहुधा वदन्ति 🙏

  • @shubhashlingade6018
    @shubhashlingade6018 2 ปีที่แล้ว +5

    Jain religion is great philashoy jai jinedra

  • @vmcvijay
    @vmcvijay 2 ปีที่แล้ว +13

    नमो अरिहंतानम का प्रचलित अर्थ यह है की जिसने कर्मरूपी शत्रु का नाश कर दिया ऐसे अरिहंत भगवंत को नमस्कार हो।

    • @mohitjain9997
      @mohitjain9997 หลายเดือนก่อน

      Arihant is a letter form of arahamt that means who is eligible to become siddha or to be liberated

  • @sonamchanjor8131
    @sonamchanjor8131 2 ปีที่แล้ว +5

    🙏🙏🙏झगड़े की जड़ एक मत। बहुमत झगड़े की नस। छः अंधे और हाथी की कहानी ।🙏🙏🙏🙏🙏🙏 बाबा को भाष्य हेतु साधुवाद

  • @rohitsuri5982
    @rohitsuri5982 3 ปีที่แล้ว +3

    Doctor. HIMMAT SINGH JI. KOTI KOTI NAMAN
    AAP KE CHARANO. MEI
    JAI SHRI RAM

  • @mlomesh1
    @mlomesh1 3 ปีที่แล้ว +13

    That's beauty of Indian culture and freedom to explore and express.

  • @shbz4799
    @shbz4799 2 ปีที่แล้ว +10

    भगवान को जैनों ने निकाला नहीं है जो भगवन वन चुके हैं उनकी तो हम सभी पूजा करते हो उन्हें मानते है पर परमात्मा को करता नहीं मानते ये परमात्मा मात्रा जानन हारा hai dekgan हारा है सर्वज्ञ है परमात्मा कोई हमारा नौकर नहीं जो हमारा भला बुरा करे जैन दर्शन अनादि से है और हमेशा रहेगा

    • @ashish18gour
      @ashish18gour 2 ปีที่แล้ว +4

      Bilkul sahi kaha apne

    • @aagamjain1395
      @aagamjain1395 5 หลายเดือนก่อน

      Kis jain aagam me likha hai ki moorti ko poojna chahiye?????

  • @sourabhbakliwal7684
    @sourabhbakliwal7684 4 ปีที่แล้ว +22

    Guru ji your Philosophy is Great useful for all Human Being

  • @ravishkumar8188
    @ravishkumar8188 3 ปีที่แล้ว +5

    सादर प्रणाम श्री गुरु जी, बेहद की परमशान्ति.

  • @ajaylokare5384
    @ajaylokare5384 2 ปีที่แล้ว +9

    Jainism and Buddhism are most peaceful and scientific religions .

  • @maanbhaartiji9126
    @maanbhaartiji9126 2 ปีที่แล้ว +2

    Very good sir. You are Great purush very good thinking.God bless you Namo Budhae.

  • @अजयकुमारद्विवेदी-झ6म

    जैसी दृष्टी,वैसी सृष्टी।
    मनुष्य दोमुहे साँप कि भाँति व्यवहार करता है।
    शुभ कामों के लिये वह स्वयं को व अशुभ कामों के लिये ईश्वर को जिम्मेदार ठहराता है।
    इंसान पहले इंसान बन जावे फिर किसी परालौकिक सत्ता को समझने का प्रयास करे तो बेहतर है।

    • @BeHappy_B-D
      @BeHappy_B-D 4 ปีที่แล้ว

      th-cam.com/video/ftDn4AHVzb0/w-d-xo.html

    • @SunilSunil-tz6by
      @SunilSunil-tz6by 2 ปีที่แล้ว

      यदि अन्तिम लक्ष्य ना पता हो तो भी सारे प्रयास बेकार है।

  • @warriorwithin767
    @warriorwithin767 3 ปีที่แล้ว +2

    Dr. सिन्हा आप भारत का सही इतिहास बचाने मे प्रकाशस्तंभ का काम कर रहे है जिसे अंग्रेज़ी पढणे मे गवा दिया था l

  • @vimalenterprises5728
    @vimalenterprises5728 2 ปีที่แล้ว +3

    Very nicely explained sinha ji..
    Aap ke jitne gyani aur samjhane wale bahut kam hai duniya main 🙏

  • @YOGENDRA1998
    @YOGENDRA1998 2 ปีที่แล้ว +4

    Awesome Dr Sinha ji👌👌❤️❤️

  • @rohittiwari-dx5hh
    @rohittiwari-dx5hh 2 ปีที่แล้ว +3

    Great explain Sir....dhanyawad

  • @sushilchandmittal1302
    @sushilchandmittal1302 2 ปีที่แล้ว +2

    सनातन के साथ सुन्दर विश्लेषण

  • @vikasjaipuria
    @vikasjaipuria 11 หลายเดือนก่อน +1

    This is logical on so many levels. Seems so scientific.

  • @ShashiTiwari-mw5hn
    @ShashiTiwari-mw5hn 3 หลายเดือนก่อน

    Jain dharam anadi kall se hai 👌... Aor anadi tak rahega 👌👌

  • @sureshbhatt8896
    @sureshbhatt8896 ปีที่แล้ว

    Aap ka gyan unexplained hai. U are no more but your knowledge and thoughts will always exist.

  • @Ilakshi665
    @Ilakshi665 3 ปีที่แล้ว +3

    गीता मे श्रीकृष्णा ने कहा है मैं कुछ भी नहीं करता हूँ, सिर्फ साक्षी भाव से देखता हूँ|

  • @nim549
    @nim549 3 ปีที่แล้ว +9

    Am listening since y'day & am wondering why wasn't Dr Sinha famous decades back.

  • @shaileshjain8361
    @shaileshjain8361 3 ปีที่แล้ว +5

    The only true philosophy jain

  • @shreyansjain8762
    @shreyansjain8762 3 ปีที่แล้ว +5

    Jai jinendra dev ki

  • @chetan1008
    @chetan1008 ปีที่แล้ว

    5:00 अनेकान्तवाद के अनुसार प्रत्येक वस्तु में अनन्त विरोधी युगल एक साथ रहते हैं। एक समय में एक ही धर्म अभिव्यक्ति का विषय बनता है। प्रधान धर्म व्यक्त होता है और शेष गौण होने से अव्यक्त रह जाते हैं। वस्तु के किसी एक धर्म के सापेक्ष ग्रहण व प्रतिपादन की प्रक्रिया है 'नय'।, 6:00 नय वाद
    8:35 *स्याद्वाद*, जैन तत्वमीमांसा में, सिद्धांत है कि सभी निर्णय सशर्त हैं, केवल कुछ स्थितियों, परिस्थितियों, या इंद्रियों में अच्छा रखते हैं, जिसे स्यात (संस्कृत: "हो सकता है") शब्द द्वारा व्यक्त किया गया है । किसी वस्तु को देखने के तरीके (नय कहलाते हैं) संख्या में अनंत हैं।
    स्यादवाद में कितने निर्णय शामिल है?
    सप्तभंगी नय सापेक्षिक ज्ञान की तार्किकता के आधार पर जैन दर्शन में निर्णय या मत के सात प्रकार माने गये हैं।
    अनेकांतवाद के कितने भेद हैं?
    अनेकांतवाद - कथन के दो प्रमुख ढंग
    अनेकांत शैली को प्रस्तुत करने के लिए जैन आचार्यों ने दो प्रमुख ढंग का उपयोग किया - स्यादवाद (conditioned viewpoint)और नयवाद (partial viewpoint)। स्यादवाद यानि वस्तु के गुण को समझने, समझाने और अभिव्यक्त करने का सापेक्ष ढंग।
    स्यादवाद के जनक कौन है?
    महावीर स्वामी ने स्वयं 'भगवतीयसूत्र' में आत्मा की सत्ता के विषय में 'स्याद अस्ति', 'स्याद नास्ति' और 'स्याद अवक्तव्यम' इन तीन भंगों का उल्लेख किया है।

  • @shubhashlingade6018
    @shubhashlingade6018 2 ปีที่แล้ว +2

    Nice told by you sir with confidence thanks sir

  • @biswaranjanmishra9689
    @biswaranjanmishra9689 2 ปีที่แล้ว +1

    Dhanyabad guru ji

  • @adarshpaygan645
    @adarshpaygan645 4 ปีที่แล้ว +6

    Thank you sir..very nice and simple explanation

  • @अधिराज-ब9ज
    @अधिराज-ब9ज 2 ปีที่แล้ว +1

    प्रणाम करता हूं आप श्रीं को।

  • @brijbalasharma5467
    @brijbalasharma5467 2 ปีที่แล้ว +1

    हां यह बात है लोग अच्छे कर्मों और बुरे दोनों ही होते हैं

  • @MrShukra2000
    @MrShukra2000 2 ปีที่แล้ว +2

    Simple and beautiful explaination..

  • @naturelover820
    @naturelover820 4 ปีที่แล้ว +2

    Wow...eia Sach main akk sandar vechar Hain........

  • @riturakaul6706
    @riturakaul6706 2 ปีที่แล้ว +2

    extremely helpful video guruji

  • @bidhansikdar7677
    @bidhansikdar7677 4 ปีที่แล้ว +3

    You have said right and rightly annalised.

  • @deepikakumari-vq7zv
    @deepikakumari-vq7zv 4 ปีที่แล้ว +8

    Sir, aap Indian philosophy ki epistemology bhi btaaiye

  • @chinmaysanghavi3421
    @chinmaysanghavi3421 ปีที่แล้ว +2

    Correction
    Aparigraha- minimalism
    Achaurya- don't take things which you don't own.

    • @TheQuestURL
      @TheQuestURL  ปีที่แล้ว

      Thanks for correction please

  • @USART-X123
    @USART-X123 3 ปีที่แล้ว +5

    Very enlightened lecture.

  • @AshishJain-et9be
    @AshishJain-et9be 2 ปีที่แล้ว +43

    जैन धर्म अनादि काल से है,,, और अनादि तक रहेगा।।।

    • @AshishJain-et9be
      @AshishJain-et9be ปีที่แล้ว +8

      आप के हंसने से कुछ बदलाव नहीं होने वाला

    • @pavantupkar7660
      @pavantupkar7660 ปีที่แล้ว +3

      हर कोई अपने बाप को ही सबसे बड़ा मानता है

    • @dineshjain9852
      @dineshjain9852 ปีที่แล้ว +6

      जैन होके भी जैन धर्म नहीं समझते तो क्या लाभ . आपका स्टेटमेंट में परफ़ेक्ट सत्य है जबकि अनेकांतवाद कहता कि कोई भी सत्य पूर्ण नहीं है . जैन सिद्धांतों को पढ़े बिना समझे बिना आप एक सनातन हैं । परमान सागर महाराज को सुने और जैन धर्म को पढ़े .

    • @chiragchavan3776
      @chiragchavan3776 ปีที่แล้ว

      अगर आपने यह वीडियो सुन लिया होता तो आप यह बात कहते ही नहीं!
      जैन धर्म के बिलकुल विप्रीत है आपकी बात !

    • @Ameya_pardeshi
      @Ameya_pardeshi ปีที่แล้ว

      Aur Insan?

  • @dewsingh7934
    @dewsingh7934 3 ปีที่แล้ว

    Guru ji aapna bahut sidha saral bhasa ma
    Philosophy ko samajhya

  • @indravadanbhaipatel2434
    @indravadanbhaipatel2434 ปีที่แล้ว

    Jay jinendra Jay Mahavir. Namaste 🙏

  • @Himanshuyadav-fi8qw
    @Himanshuyadav-fi8qw 3 ปีที่แล้ว +3

    Sir pls sinha sir se western philosophers ke aise hi videos banwaye aap...Upsc philosophy optional wale students ke lie kaafi helpful rahega please sir

  • @sandy-oy6rr
    @sandy-oy6rr 2 ปีที่แล้ว +2

    Mind blowing

  • @ramashankardubey528
    @ramashankardubey528 4 ปีที่แล้ว +2

    bahut sundar vyakhya

  • @smarak227
    @smarak227 9 หลายเดือนก่อน

    Conqurer of own 👍 👌

  • @lakhbirsinghdhanjal4877
    @lakhbirsinghdhanjal4877 3 ปีที่แล้ว +7

    I salute your knowledge by heart

  • @prashantpatil7426
    @prashantpatil7426 2 ปีที่แล้ว +1

    Very nice explained sir. Jay jinendra.

  • @dheerajanand906
    @dheerajanand906 2 ปีที่แล้ว +2

    Pranam Gurudev🙏

  • @sandy-oy6rr
    @sandy-oy6rr 2 ปีที่แล้ว +2

    Very nice work man keep it up 👍

  • @taswirsingh2209
    @taswirsingh2209 2 ปีที่แล้ว +3

    Namaskar Great Teacher.

  • @shridharbhosale5291
    @shridharbhosale5291 2 ปีที่แล้ว +1

    प्रणाम 🙏🙏🙏

  • @shaileshjain8361
    @shaileshjain8361 3 ปีที่แล้ว +18

    Agar duniya Jain philosophy apna le to dharti swarg ho jayegi

    • @kamleshdave3867
      @kamleshdave3867 3 ปีที่แล้ว +1

      To bhai jain derasar kyun banate ho agar bhagavan nahi hai to

    • @musicwallah1723
      @musicwallah1723 3 ปีที่แล้ว +5

      @@kamleshdave3867 are Bhai kon bola bhagwan nahi hai 🤦🏻🤦🏻🤦🏻🤦🏻
      Jain mante hai ki bhagwan hai magar wo apki moksh prapti me help nahi kar sakte
      App bhagwan ka sirf ashirwad lo
      Magar wo apki help nahi karenge

    • @musicwallah1723
      @musicwallah1723 3 ปีที่แล้ว +4

      @@kamleshdave3867 to isliye app bhagwan ko kuch karne ki koshish na kare
      Bhagwan apki koi help nahi karenge
      Bhagwan ke liye bali na de , bhagwan ke liye home hawan na kare
      Bhagwan ke liye koi karm kand na kare
      Aisi jain philosophy hai
      Jain bhagwan ko nahi nakarte 🤦🏻

    • @esotericwanderer6473
      @esotericwanderer6473 2 ปีที่แล้ว +1

      @@kamleshdave3867 jihadi hai tu, dusre dharma ke baare me kuch pata nahi hota lekin aajate hai bakchodi karne. Jainism me bhagwan hai lekin woh creater preserver and destroyer nahi hote. Jain dharm me bhramand shuru se tha aur anant kaal tak rahega, koi bhi vishnu, etc, universe ko nahi bana sakta. Tapobal se mamuli admi bhi bhagwan ban sakta hai, ye cheez jain dharm sikhata hai. JAI JINENDRA.

    • @akshaykulkarni5691
      @akshaykulkarni5691 ปีที่แล้ว +1

      Bilkul theek. Aur agar duniya bhakt ban jaye to dharti vaikunth ban jayegi..

  • @ashitmukherjee5934
    @ashitmukherjee5934 3 ปีที่แล้ว +2

    Jai gurudev ji.Hinduism,Buddhism,Sikkhism and Jainism ,they all believe in karma Siddhantha i .e. cause & effect(karya karan siddhanta ) theory.Their methods depend on the principle propounded by their founders.However,they all including Hinduism stated the same truth i .e. eko satya vipra vahudha vadanti.In Hinduism,Patanjal's yam stipulates satya ahimsa asteya brahmacharya and aparigraha which were similarly stated by the tirthankars of Jainism.

  • @anilajain7116
    @anilajain7116 10 หลายเดือนก่อน

    ❤ बहुत अच्छा समझाया

  • @svl-103
    @svl-103 3 ปีที่แล้ว +1

    बहुत सुंदर,धन्यवाद

  • @khursheedanwar8021
    @khursheedanwar8021 2 ปีที่แล้ว

    You Are Great VERY GREAT

  • @Bharat-Neo
    @Bharat-Neo 2 ปีที่แล้ว +5

    JAIN PHILOSOPHY IS LESS SUPERSTITIOUS.

  • @abhishekgupta2110
    @abhishekgupta2110 2 ปีที่แล้ว +1

    सादरप्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @sreenivasreddy9100
    @sreenivasreddy9100 2 ปีที่แล้ว +1

    Koti Koti Naman

  • @roshnisharma7013
    @roshnisharma7013 2 ปีที่แล้ว +3

    "AHIMSA PARMO DHARAM"
    ahinsak dharma hi sarvopari hai.

    • @ayushjain4226
      @ayushjain4226 2 ปีที่แล้ว +1

      🙏

    • @SunilSunil-tz6by
      @SunilSunil-tz6by 2 ปีที่แล้ว +1

      Yes

    • @NikunjSingh-v2e
      @NikunjSingh-v2e หลายเดือนก่อน

      सिस्टर ये दिव्य ज्ञान मुस्लिम बंधुओं को बताओ एवं धर्म निरपेक्षता की भावना को बढ़ाओ कश्मीर एवं केरल में मुस्लिम बंधुओं अहिंसक बनाओ धर्मनिरपेक्षता सिद्धांत को पुष्ट करो

  • @raushankumar4117
    @raushankumar4117 3 ปีที่แล้ว

    Bahut achhi vkhya sir
    Humney bahut kuch jana

  • @kuldeepdak8193
    @kuldeepdak8193 2 ปีที่แล้ว +1

    कृपया आपकी दैनिक दिनचर्या के बारे में कुछ बताए

  • @hemantnaik379
    @hemantnaik379 ปีที่แล้ว

    Namaste.thank you for sharing .

  • @lakshaynehra3807
    @lakshaynehra3807 2 ปีที่แล้ว +2

    Jain boddh aary smaaji...sab...khaatme..ke..kagaar..per..hai.....lekin...Sanaatan dobaara failega.....Jai...SitaRam.....

  • @kantilaltated7503
    @kantilaltated7503 2 ปีที่แล้ว +1

    Very great , Sir ji

  • @ayushkalaayush3886
    @ayushkalaayush3886 3 ปีที่แล้ว +1

    Jay Ho Guruji

  • @tarlochansingh2227
    @tarlochansingh2227 3 ปีที่แล้ว +3

    ਸ਼ੁਕਰੀਆ! ਡਾਕਟਰ ਸਾਹਿਬ

  • @AshaSharma-m1g
    @AshaSharma-m1g 2 หลายเดือนก่อน

    Thanks guruji

  • @prakashrandad2096
    @prakashrandad2096 3 ปีที่แล้ว +1

    True divine encyclopaedia

  • @amankodala
    @amankodala 2 ปีที่แล้ว +1

    ❤️🙏

  • @rakeshpathak7185
    @rakeshpathak7185 3 ปีที่แล้ว +1

    धन्यवाद महोदय

  • @Ex_Muslim_Sahil786
    @Ex_Muslim_Sahil786 หลายเดือนก่อน

    Pahle mai kattar muslim tha jab se baudh dharam or jain dharam ko jana samajh gaya hu ku asli dharam to yahi hai ham log to galat dharam pe the itne sal se ab islam se bahar nikal gaya hu insaniyat Zindabad ✊😇❤️

  • @sudhasingh6547
    @sudhasingh6547 3 ปีที่แล้ว

    Pranam guruji.....omh arihantaram

  • @swatiyadav7622
    @swatiyadav7622 4 หลายเดือนก่อน

    गुरुजी प्रणाम

  • @yashbirsingh1673
    @yashbirsingh1673 3 ปีที่แล้ว +5

    Sir u have tried ur best to explain Jainism in short 'syadvad' but fully incomplete, do more effort to understand, nice thanks

  • @kaushikpatel34
    @kaushikpatel34 3 ปีที่แล้ว +2

    Sir, Please share your thought on Bhagwan Swaminarayan.

  • @rajivranjan6079
    @rajivranjan6079 3 ปีที่แล้ว +1

    Guruji Pranam.

  • @gianjindal9158
    @gianjindal9158 ปีที่แล้ว

    VERY NICE KNOWLEDGE GURU JI

  • @dkhan9456
    @dkhan9456 3 ปีที่แล้ว +1

    हृदय से आभार।

  • @rishabhjain7012
    @rishabhjain7012 3 ปีที่แล้ว +5

    सनातन धर्म का सबसे पुराना ग्रंथ ऋग्वेद माना जाता है
    ऋग्वेद मे स्पष्ट रूप से जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव तथा तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान का स्पष्ट रूप से वर्णन है
    इसका सीधा मतलब ये ही है की जैन धर्म यानादी काल से चल या रहा है \
    ऋग्वेद मे तो वर्तमान तीर्थंकर का वर्णन है और जैन ग्रंथों मे वर्तमान चौबीसी से भी पहले की भूतकाल चौबीसी वर्णित है
    इसका मतलब ये ही है की जैन धर्म अनादि अनादि काल से है
    This is the list of tirthankara's of next cosmic age
    NOTE-Please notice 16th and 19th no.

    • @SunilSunil-tz6by
      @SunilSunil-tz6by 2 ปีที่แล้ว +1

      @Doc Amal कितने बड़े चुतिये निकले तुम😆😆
      तुम्हारे वेदो की रचना ब्रम्हा ने की और उसमे 22 वे तीर्थंकर नेमिनाथ का उल्लेख है।
      इससे साफ स्पष्ट है कि मूल धर्म वर्तमान का जैन धर्म ही है। बल्कि हिन्दू आदी नामी पंथ है जो मूल धारा से हट गये अज्ञान के कारण।

    • @esotericwanderer6473
      @esotericwanderer6473 2 ปีที่แล้ว +1

      @Doc Amaltere chidiyaghar ke vishnu aur shankar har ek bramhand me hai, woh bhi hamare jaise hi jeevan aur mrityu me kaid hai. Jain Dharma mein rishabhdev bhagwan se pahele bhi anant bar tirthankar ho chuke hai. Tera tanatan dharm koi dharm nahi hai, mixture hai shiva, vishnu, devi, sai baba, etc ka. Pahle decide karo universe kisne banaya - vishnu shiva yo phir devi ne. Bakchodi karne se pahele Gou mootra mat piya kar. chidiyaghar(gay, bhais, hathi ghode ko pujne wale) ke chooze😂😂😂

  • @trilokjain-rx7lb
    @trilokjain-rx7lb 5 หลายเดือนก่อน

    Jainam Jayati Shasanam.

  • @sudhakargosavi7545
    @sudhakargosavi7545 3 ปีที่แล้ว +1

    अच्छा विश्लेषण...

  • @SandeepKumar-mi5od
    @SandeepKumar-mi5od 11 หลายเดือนก่อน

    Sir a sequence m sbhi darshan ki video ko upload kr do please....guru ji ki vani se sb ka bhla hi ske

  • @amareshnayak6662
    @amareshnayak6662 2 ปีที่แล้ว

    Guruji pranam
    Potential power ko kaise badhana he ..Jain darshan me

  • @hanumanji2056
    @hanumanji2056 11 หลายเดือนก่อน

    Very nice teaching sir

  • @tilkesh
    @tilkesh 2 ปีที่แล้ว +1

    Pranam !!!!!!!

  • @asimanayak9711
    @asimanayak9711 ปีที่แล้ว

    Awesome ❤

  • @billusahu2639
    @billusahu2639 2 ปีที่แล้ว

    Thanku ji

  • @seemagupta4687
    @seemagupta4687 4 ปีที่แล้ว

    baht Sunder :-)

  • @Hanshikaayurveda9910
    @Hanshikaayurveda9910 ปีที่แล้ว

    Namaskar sir
    Kya aap bata sakte hai ki ye darshan kis kram me described hai , sequence kya hai inki utpatti ka

  • @thequestforknowledge9252
    @thequestforknowledge9252 5 ปีที่แล้ว +14

    I'm philosophy student. And I inspired sir's lecture.. Can you share your contact... I want to talk him...

    • @ervishal21
      @ervishal21 4 ปีที่แล้ว

      Ask ur question if u want to let's discuss

    • @bhupindersinghkanwar5681
      @bhupindersinghkanwar5681 4 ปีที่แล้ว

      फिलोसफी एक नाटक है

    • @sachintukaram4755
      @sachintukaram4755 3 ปีที่แล้ว

      @@ervishal21 sir kisi k swabhav kaise build up hota hai
      Swabhav kiski garbh se jenm leti hai?

    • @ervishal21
      @ervishal21 3 ปีที่แล้ว

      @@sachintukaram4755 circumstances......parvarish banate hain swabhav