Shabdo se mahima karna mushkil hai Sabine team air Hindi Urdu flagship ko mubark aur thanks is program me liye wah! Wah! Kahe labor shabad ki dori satlok pugewa
Prahlad Singh Tipaniya Jee ke hardhik naman. Aapke karnapriye swar se gaya huwa kabir bhajan bahut achha laga. Bar bar sunne se bhi man nai man raha hai. Aapka bahut bahut dhanyabad.
Hriday aur Aatma se Naman hai Mahaan Bhaarat is Sanskruti ko, Sangeet ko aur un sabhi Gurujano ko Jinhone use Sahej kar Rakhaa jo aaj ham uska Anand Sopaan Prapt kar paa rahe hain... Sammaniy Prahlad ji aur unki mandali ko hamara aatmiy Aabhaar, Aaj is Manmohak Sangeet ko sunkar mano jaise Aatma ko Trupti si prapt hui hai use shabdon me bayaan karna asambhav hai....Jai Bhaarat
Prabhuvar.... Hame Brahangayaniyon ke samaksh koi Gyaan nahi hai..... Ham to Maatra ik Tuch Praani hain, Tuch maatra ik Kalakaar hain jo apne Bhaarat ke Lok Geet ka anand lete hain aur uske sivaay kachu bhi naahi Prabhu +++++
Agar Hamse kuch anuchit vaakya anjaane me nikal gaya ho to ham aapse Kshama Maangte hain Prabhu...Ham yahaan maatra Lok Geet ke Anand ka sopaan prapt karne aye hain....aur kuch bhi nahi Prabhu ++++++
Bhagwaan Shri Krushna ne kaha hai ki Vartmaan me hi reh kar Vartmaan ka Anand lena chaiye...Chaliye agar ham ye maan lein ki hame vo Brahmgyaani mil gaya jo 50 minutes ke baad ki baat bata de, ...to kya ham us Samay to Achha ya Bura banaa kar badalne ki kshamta rakhte hai ? Agar ham Bhavishya ko 50 minute pehle hi jaan kar badal ki kshamta rakhte hain to ham Brahmgyaani hi nahi Bhagwaan ban gaye...aur agar ham Bhavishya ko 50 min pehle hi Jaankar badalne ki kshamta nahi rakhte....to hamara yah vichaar hai ki ham Bhagwan nahi hain balke Bhagwan Shri Krushna ki us vaakya ko Angikaar kar lein ki ham Mrityu lok ke Manushyon ko Vartmaan me hi rehkar Jeena chahiye.....
Kabir is beyond language....I'm Kannadiga, didn't know Hindi. An enlightened man called Basaveshwara in Karnataka wrote Vachanas in Kannada like Kabir..Once I heard Kabir's Doha in which he compared his body to Rabab. Same comparison made by Lord Basaveshwara comparing his body to Tamboora. So, I astonished and starded to understand Kabir and started to understand Avadhi language. Now I comprehend Kabir songs better than Hindi people. Now, I came to know that Avadhi is different from Hindi....Lots of love to Kabir from Lord Basaveshwara's land Karnataka....🙏🙏🙏
Mane bhajan bout suna hai aur thoda bout gaya hai magar kabir jessy kathni aur Gorkh jeesa gaiyan dunia me hai nahi sanshar me marag batane ke lee aur mera koti koti pirnam prahalad singh ji ko jino ne aaj ess kalyug me apne sureli awaz me gaya hai Jai mahakalevshir jai shree maa harsiddhi ......
क्या आपको पता है (पू.गांधी जी के शहर) पोरबंदर के पास भी हरसिद्धि देवी (माता) का मंदिर है? 'हरसिद्धि' शब्द का अपभ्रंश होकर वहाँ के लोगों में "हरसद्ध"और फिर "हर्शद"/"हर्षद" हो गया है और "हर्षद माता का मंदिर" नाम प्रचलित हो गया है! यह ग़लत है क्योंकि इस नाम की कोई देवी नहीं है और वैसे भी 'हर्षद' शब्द पुरुषवाचक है जो किसी देवी/माता के लिए अनुपयुक्त है।
Lovely to see the collaboration between Shabnam Virmani and Prahlad Singh Tipanya and the musicians ...Thankyou .. Kabir's songs are alive to us many centuries later !blessings
Sant Kabir , One of the greatest Avatar ever walked on the earth..To understand the true meaning of the words of these bhajans , one has to be Sant him/herself.
सूक्ष्म वेदकी वाणीकेशबदो में गुप्त ज्ञानछिहुआहै है परमेश्वर कविर धरतीमे१२०वरष रहे परनतू संसार के लोग पहचान नहीं सके कविर ही भगवान है संतों कीशरण से पता चलता है संत साहेब बंदगी
My Tributes,,,,of the recitation,,,PLUS she did her Home work well, she is reading Like a script, that Shows she has done her Home work,,Well,,,,, Hats Off to Urdu Hindi Forum, to Bring Sense to words, of Old sanskrit is Not easy,, specially Language translated is only for PHD Holders, to get the Rhythm Divine into it,,,we are all Blessed to have a Hand full of GREAT friends,,,Bohat Bohat Dhanevaad, Shukriya, all the best,,, proud to have seen this,,,,
Kabir understood all and everything. he knew he is not this human body. he understood this very clearly. His grateness still remains even the western world can yearn to hear his experience with TRUTH.
घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग । घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग । पहले सोयो माता के गर्भ में उंधा मुख तु झूला.. अरे काॅल किया था भजन करूंगा, वचन दिया था तुझे भजूंगा बाहर आकर भूला जनम तेरा हो गयो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग ।। घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग… दूजा सोया माता के गोद में दूध पिया मुस्काया अरे बहन भुआ थारा लाड़ लड़ावे झूला दिया बंधाय बधावो थारो हो गयो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग… तीजा सोया तीरीया की सेज पे बाहों में बय्या डाली अरे मोह मद मे फसी गयो रे मोह-माया में उलझ गयो रे भूल गयो सब तोल ब्याव तेरो हो गयो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग… चिता को सोणो बाकी रईग्यो सब जग लियो है तू सोई अरे कहे कबीर थारी जाजण की तू जाग्यो नहीं गवार मरण तेरो हो गयो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग…
thank you for uploading!!! bhajans are really awesome and touches directly bottom of heart. I listen this bunch of bhajans atleast once a day. VERY ENERGETIC!!!, and that beautiful lady also sings very good!!
Great job spreading the essence of Indian philosophy of life soul stirring messages which are paramount to self realization peace human brotherhood tranquility and enlightenment of self my adulations and regards
चार कीमती रत्न ..... मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप इससे जरूर धनवान होंगे । 1~पहला रत्न है: "माफी" तुम्हारे लिए कोई कुछ भी कहे, तुम उसकी बात को कभी अपने मन में न बिठाना, और ना ही उसके लिए कभी प्रतिकार की भावना मन में रखना, बल्कि उसे माफ़ कर देना। 2~दूसरा रत्न है: "भूल जाना"🙂 अपने द्वारा दूसरों के प्रति किये गए उपकार को भूल जाना, कभी भी उस किए गए उपकार का प्रतिलाभ मिलने की उम्मीद मन में न रखना। 3~तीसरा रत्न है: "विश्वास"🤗 हमेशा अपनी मेहनत और उस परमपिता परमात्मा पर अटूट विश्वास रखना । यही सफलता का सूत्र है । 4~चौथा रत्न है: "वैराग्य" हमेशा यह याद रखना कि जब हमारा जन्म हुआ है तो निशिचत हि हमें एक दिन मरना ही है। इसलिए बिना लिप्त हुवे जीवन का आनंद लेना । वर्तमान में जीना।
Kabir the great his bhajans has many hidden meaning not for human but for god for example ghanadin so liyo abto jaag.shabd ki chot lagi jeevan badla tane kab lage... beautiful meaning poems...
म्हारा सतगुरु बणीया भेदिया म्हारा सतगुरु बणीया भेदिया रे ओ म्हारी नाड़ी रे पकड़ी हाथ अरे उण नाड़ी में लेहर उपजे, हियो हिलोरा खाई गुरू म्हने ज्ञान दईग्या हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या हो म्हारा सतगुरू आंगण रूखडी रे हरे लिजो रे सब कोई अरे अवगुण ऊपर गुण करे म्हारा सभी पाप झड़जाय गुरु म्हने ज्ञान दईग्या हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या हो म्हारा सतगुरू सोना सोलमो रे अरे रती नी लागे दाग अरे सतगुरू भाला रोपीया म्हारा लागा कलेजा रा माई गुरू म्हने घायल करग्या हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या हां भाव रूख फैले घणो रे हरे फेली रयो रे चोफेर अरे भरी सभा मे बांटजो म्हारी अनंद सभा में बांटजो म्हारा बांट्या घडैला होई गुरु म्हने ज्ञान दईग्या हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या हा मन मोईणो चोरलो रे ईने सुरतारो करलो तार अरे सेवा गुरू अमृत रो प्यालो पियो के म्हने पिलाव गुरु म्हने ज्ञान दईग्या हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या हो म्हारा सतगुरु बणीया भेदिया रे ओ म्हारी नाड़ी रे पकड़ी हाथ अरे उण नाड़ी में लेहर उपजे, हियो हिलोरा खाई गुरू म्हने ज्ञान दईग्या हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या
जरा हलके गाड़ी हांको जरा धीरे धीरे गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले, जरा हलके गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले, जरा हौले हौले गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले।। है जी गाड़ी म्हारी रंग रंगीली, पहिया है लाल गुलाल, गाड़ी म्हारी रंग रंगीली, पहिया है लाल गुलाल, हाकण वाली छेल छबीली, बैठण वालो राम, रे भैया धीरे धीरे गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले।। है जी गाड़ी अटकी रेत में, म्हारी मजल पड़ी है दूर, गाड़ी अटकी रेत में, मेरी मजल पड़ी है दूर, धर्मी धर्मी पार उतर गया, पापी चकना चूर, रे भैया धीरे धीरे गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले।। है जी देस देस का वेद बुलाया, लाया जड़ी और बूटी, देस देस का वेद बुलाया, लाया जड़ी और बूटी, जड़ी बूटी तेरे काम ना आई, जब राम के घर की टूटी, धीरे धीरे गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले।। है जी चार जणा मिल माथे उठायो, बाँधी कांठ की घोड़ी, चार जणा मिल माथे उठायो, बाँधी कांठ की घोड़ी, ले जाके मरघट पे रखदि, फूंक दीन्ही जस होरी, रे भैया धीरे धीरे गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले।। बिलख बिलख कर तिरिया रोवे, बिछड़ गई मेरी जोड़ी, बिलख बिलख कर तिरिया रोवे, बिछड़ गई मेरी जोड़ी, कहे कबीर सुनो भई साधु, जिन जोड़ी तीन तोड़ी, रे भैया धीरे धीरे गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले।। जरा धीरे धीरे गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले, जरा हलके गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले, जरा हौले हौले गाड़ी हांको, मेरे राम गाड़ी वाले।।
कोई सुणता है गुरू ग्यानी गगन में कोई सुणता है गुरू ग्यानी गगन में आवाज हो रही झीणा झीणा ओहं सोहं बाजा बाजे त्रिकुटी शब्द निशाणी इंगला पिंगला सुखमन सोवे, अरे सुन ध्वजा फहरानी गगन में आवाज हो रही झीणा झीणा पहिले आये नाद बिंदु से पीछे जमाया पाणी सब घट पूरण बोली रहा है, अलख पुरूष निरबाणी गगन में आवाज हो रही झीणा झीणा वाहां से आया पता लिखाया तृष्णा नाहीं बुझाई अमृत छोड़ विष रस पीवे, उलटी फांस फसाणी गगन में आवाज हो रही झीणा झीणा दनभर रे जो नजर भर देखे अजर अमर हो निशाणी कहे कबीरा सुनो भाई साधो अगम निगम की या बाणी गगन में आवाज हो रही झीणा झीणा
प्रल्हादजी का मधुर गायन और संत श्री कबीर की रचनाओं में नादब्रह्मा का और शब्द ब्रह्म का अनुभव हुआ है । प्रह्लाद जी को सादर प्रणाम हार धन्यवाद्
नशःनःशःनःशःःशः
नौनौशौःःःः
@@भवरबारिया😅. ..
प्रल्हादजी मनसे नमन...मला खुप भावते ही भजन गायकी...मन प्रफुल्लित होते... पुणे येथे हा कार्यक्रम व्हावा असे खुप वाटते..
T 😮,to❤e
इस भजन को सुनने से मेरा मन प्रफुल्लित हो उठा।
Shabdo se mahima karna mushkil hai Sabine team air Hindi Urdu flagship ko mubark aur thanks is program me liye wah! Wah! Kahe labor shabad ki dori satlok pugewa
Prahlad Singh Tipaniya Jee ke hardhik naman. Aapke karnapriye swar se gaya huwa kabir bhajan bahut achha laga. Bar bar sunne se bhi man nai man raha hai. Aapka bahut bahut dhanyabad.
Brahangayani kon hai? Kaya aapko woh Brahangayani mila jo 50 minutes ke baad ki baton ka jawab de sakta ho
Hriday aur Aatma se Naman hai Mahaan Bhaarat is Sanskruti ko, Sangeet ko aur un sabhi Gurujano ko Jinhone use Sahej kar Rakhaa jo aaj ham uska Anand Sopaan Prapt kar paa rahe hain... Sammaniy Prahlad ji aur unki mandali ko hamara aatmiy Aabhaar, Aaj is Manmohak Sangeet ko sunkar mano jaise Aatma ko Trupti si prapt hui hai use shabdon me bayaan karna asambhav hai....Jai Bhaarat
Brahangayani kon hai?Kaya aapko woh Brahangayani mila jo 50 minutes ke baad ki baton ka jawab de sakta ho
Prabhuvar.... Hame Brahangayaniyon ke samaksh koi Gyaan nahi hai..... Ham to Maatra ik Tuch Praani hain, Tuch maatra ik Kalakaar hain jo apne Bhaarat ke Lok Geet ka anand lete hain aur uske sivaay kachu bhi naahi Prabhu +++++
Agar Hamse kuch anuchit vaakya anjaane me nikal gaya ho to ham aapse Kshama Maangte hain Prabhu...Ham yahaan maatra Lok Geet ke Anand ka sopaan prapt karne aye hain....aur kuch bhi nahi Prabhu ++++++
+Amit Chauhaan yeh hi to problem hai hum sirf man ko khush Kar rahe hain baat nahin samaj rahe
Bhagwaan Shri Krushna ne kaha hai ki Vartmaan me hi reh kar Vartmaan ka Anand lena chaiye...Chaliye agar ham ye maan lein ki hame vo Brahmgyaani mil gaya jo 50 minutes ke baad ki baat bata de, ...to kya ham us Samay to Achha ya Bura banaa kar badalne ki kshamta rakhte hai ? Agar ham Bhavishya ko 50 minute pehle hi jaan kar badal ki kshamta rakhte hain to ham Brahmgyaani hi nahi Bhagwaan ban gaye...aur agar ham Bhavishya ko 50 min pehle hi Jaankar badalne ki kshamta nahi rakhte....to hamara yah vichaar hai ki ham Bhagwan nahi hain balke Bhagwan Shri Krushna ki us vaakya ko Angikaar kar lein ki ham Mrityu lok ke Manushyon ko Vartmaan me hi rehkar Jeena chahiye.....
Kabir is beyond language....I'm Kannadiga, didn't know Hindi. An enlightened man called Basaveshwara in Karnataka wrote Vachanas in Kannada like Kabir..Once I heard Kabir's Doha in which he compared his body to Rabab. Same comparison made by Lord Basaveshwara comparing his body to Tamboora. So, I astonished and starded to understand Kabir and started to understand Avadhi language. Now I comprehend Kabir songs better than Hindi people. Now, I came to know that Avadhi is different from Hindi....Lots of love to Kabir from Lord Basaveshwara's land Karnataka....🙏🙏🙏
Nanu panjabaninda idini. Nanna dharma sikh. Sikh dharmanallu namma gurugalu Sant Kabirna tumba sanmaana kottidru. Karnatakada sate song nallu helide - "Nanak Ramanand Kabirara bharat jananiye tanujate". Nanu basaweshwara bagge hechu gottu tagbeku.
Un @@mistersingh6470
शब्दों का ज्ञान एक नया शब्द उत्पन्न करता है उससे जो आनंद आता वह ईश्वर के दर्शन कराता है
Mane bhajan bout suna hai aur thoda bout gaya hai magar kabir jessy kathni aur Gorkh jeesa gaiyan dunia me hai nahi sanshar me marag batane ke lee aur mera koti koti pirnam prahalad singh ji ko jino ne aaj ess kalyug me apne sureli awaz me gaya hai Jai mahakalevshir jai shree maa harsiddhi ......
Kabir's Gyan is of higher calibre than GORAKHNATHJI..
क्या आपको पता है (पू.गांधी जी के शहर) पोरबंदर के पास भी हरसिद्धि देवी (माता) का मंदिर है? 'हरसिद्धि' शब्द का अपभ्रंश होकर वहाँ के लोगों में "हरसद्ध"और फिर "हर्शद"/"हर्षद" हो गया है और "हर्षद माता का मंदिर" नाम प्रचलित हो गया है! यह ग़लत है क्योंकि इस नाम की कोई देवी नहीं है और वैसे भी 'हर्षद' शब्द पुरुषवाचक है जो किसी देवी/माता के लिए अनुपयुक्त है।
@@SadguruPrernaTrust kabeer barahm or paarparahm dono hi hn jabki gorkhnath paarbaraham nhi hn...
Lovely to see the collaboration between Shabnam Virmani and Prahlad Singh Tipanya and the musicians ...Thankyou .. Kabir's songs are alive to us many centuries later !blessings
Great translation by the lady, such command over both hindi/urdu and english, such clarity. AWESOME.
Rubbish.. That is not the true translation..Words for the audience.
गुरु ऐंड शिष्य....क्या बात है... कोटी कोटी नमन आपको
Sha mark tu Narayani Jagat ki mata hai
Thanks
Sant Kabir , One of the greatest Avatar ever walked on the earth..To understand the true meaning of the words of these bhajans , one has to be Sant him/herself.
सूक्ष्म वेदकी वाणीकेशबदो में गुप्त ज्ञानछिहुआहै है परमेश्वर कविर धरतीमे१२०वरष रहे परनतू संसार के लोग पहचान नहीं सके कविर ही भगवान है संतों कीशरण से पता चलता है संत साहेब बंदगी
सत्यमेव जयते
Kabir के ही अवतार संत रामपाल जी महाराज आए है उनको सुन कर देखो जीवन बचा लो मेरे भाइयों
Qqq
@@krishnaverma4324❤😊l fr
@@ramnarayanchauhan9413😊
😊
😊 pol pol😊 op😊 po plop 00 pop lol pop pop lp LL lp p plop lol plop P po
ek pita janam dene wala,dosra Guru -gyaan dene wala.
India is proud of you for representing it across the world 😊
🌹🙏🙏🌺🌻 aderyan prahladgi बहुत सुंदर प्रसूति मन प्रफुल्लित हो गया साधुवाद मोहनभाई जी पटेल ना जय परमात्मा धन्यवाद 👈🌹🙏🙏🏽🙏🏼🌺🌻🥀🌷👋👋👈🤘🇬🇶👋🏼👈
Thank u Prahladji , can't express my feelings. Awesome ..,........
My Tributes,,,,of the recitation,,,PLUS she did her Home work well, she is reading Like a script, that Shows she has done her Home work,,Well,,,,, Hats Off to Urdu Hindi Forum, to Bring Sense to words, of Old sanskrit is Not easy,, specially Language translated is only for PHD Holders, to get the Rhythm Divine into it,,,we are all Blessed to have a Hand full of GREAT friends,,,Bohat Bohat Dhanevaad, Shukriya, all the best,,, proud to have seen this,,,,
❤ सुन कर आनद ही नहीं आनद का बाप भी आता है।❤ SONA GARH se ❤️
Kabir understood all and everything. he knew he is not this human body. he understood this very clearly. His grateness still remains even the western world can yearn to hear his experience with TRUTH.
💗
🙏
उत्कृष्ट प्रस्तुतीकरण आनंददायक सराहनीय आदरणीय..🎉🎉🎉🎉
.
बहुत बहतरीन! आदरणीय शबनम जी! बधाई!
You make India shine internationally ..... 😊
heart touching saint kabir , thanks prahlad Singh tipaniyal to share is saint kabir bhajan
साहेब बंदगी।बार बार सुनने में भी बड़ा मज़ा आता है।
Shabnam, you did good job by translating ..... Artists/Singers.... wonderful experience...
घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग ।
घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग ।
पहले सोयो माता के गर्भ में उंधा मुख तु झूला..
अरे काॅल किया था भजन करूंगा,
वचन दिया था तुझे भजूंगा बाहर आकर भूला
जनम तेरा हो गयो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग ।।
घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग…
दूजा सोया माता के गोद में दूध पिया मुस्काया
अरे बहन भुआ थारा लाड़ लड़ावे झूला दिया बंधाय
बधावो थारो हो गयो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग
घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग…
तीजा सोया तीरीया की सेज पे बाहों में बय्या डाली
अरे मोह मद मे फसी गयो रे मोह-माया में उलझ गयो रे
भूल गयो सब तोल ब्याव तेरो हो गयो रे
अब तो जाग मुसाफिर जाग
घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग…
चिता को सोणो बाकी रईग्यो सब जग लियो है तू सोई
अरे कहे कबीर थारी जाजण की तू जाग्यो नहीं गवार
मरण तेरो हो गयो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग
घणा दन सो लियो रे अब तो जाग मुसाफिर जाग…
Prahladji's voice is excellent,viraniji explain nicely in English,good combination
Nice to hear and good interpretation by Madam Virmani.
Congratulations All Team Of Prahlad Tipaniya Sir !!
thank you for uploading!!!
bhajans are really awesome and touches directly bottom of heart. I listen this bunch of bhajans atleast once a day. VERY ENERGETIC!!!, and that beautiful lady also sings very good!!
उस महिला मै साहेब का वास है
thanks a lots to uplooader,,....very nice
khub saras prahladji tame kabir gava mate peda thaya chho
Satnam
क्या आलाप भरा है! वाह!
बहुत बहुत सुन्दर गुरुदेव
JAI GOPAL,Sadar NAMAN, Man trapt ho gaya. ANANDMAY~DIVAS
Jai guru dev ji
बहुत सुंदर वाणी की गुरु वंदना हमें बड़ी प्यारीलगी जयगुरुदेव री सा
Stolen heart performance, thank you so much all the hand and hearts,
Devine words and music.
Best bhajan Kabir ji ke
Satyanam Paylagu Bandagi Saheb. So Good lage raho
Great job spreading the essence of Indian philosophy of life soul stirring messages which are paramount to self realization peace human brotherhood tranquility and enlightenment of self my adulations and regards
चार कीमती रत्न .....
मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप इससे जरूर धनवान होंगे ।
1~पहला रत्न है: "माफी"
तुम्हारे लिए कोई कुछ भी कहे, तुम उसकी बात को कभी अपने मन में न बिठाना, और ना ही उसके लिए कभी प्रतिकार की भावना मन में रखना, बल्कि उसे माफ़ कर देना।
2~दूसरा रत्न है: "भूल जाना"🙂
अपने द्वारा दूसरों के प्रति किये गए उपकार को भूल जाना, कभी भी उस किए गए उपकार का प्रतिलाभ मिलने की उम्मीद मन में न रखना।
3~तीसरा रत्न है: "विश्वास"🤗
हमेशा अपनी मेहनत और उस परमपिता परमात्मा पर अटूट विश्वास रखना । यही सफलता का सूत्र है ।
4~चौथा रत्न है: "वैराग्य"
हमेशा यह याद रखना कि जब हमारा जन्म हुआ है तो निशिचत हि हमें एक दिन मरना ही है। इसलिए बिना लिप्त हुवे जीवन का आनंद लेना । वर्तमान में जीना।
❤️
🙏
आदरणीय आनंददायक प्रस्तुतीकरण आदरणीय सराहनीय..🎉🎉
.
Nomoskar
Nomoskar 0
one of the best series of songs Shabhnam made possible with her project Kabir, 4 dvd's..
Waahhh ! Pralaad ji saaheb Waahh ! Shabnam ji aapne to kammaal hee kar didaa !
जय श्री साहेब बंदगी
बहोत अच्छे जी कबीर जी का अति सुन्दर कार्यक्रम ऐसे कार्यक्रम भारत में भी होने चाहिए
Danya aapke mata VA pita Ko
@@umeshkumarprajapati2406 x CT FYI) $4th ^
😁
@@umeshkumarprajapati2406 c6 ft f
Amazing.....bless you all for sharing Kabir philosophy >>
Nice...sang by team..and shabnamji...Thanks to all ..
बहुत ही गजब शब्द है साहब
Jay ho
Feels peace of mind listening such Bhajan
Kabir the great his bhajans has many hidden meaning not for human but for god for example ghanadin so liyo abto jaag.shabd ki chot lagi jeevan badla tane kab lage... beautiful meaning poems...
સાહેબ
bus nonstop sunte he jao awesome
Jay Ho Kabir ki
Beautiful, soulful music!
these bhajan have very strong massage and they have power to change the whole life thanks to tipaniya Ji
:-S S charan
shabd kam padenge....bohat khoob..!!bohat khoob...!!
Simply superb , God bless us all .
BHUT MITHA BHJN LGA ME 21 SAL SE AAPKA BHJN ROJ SUNTA HU
Great meaningful bhajan
म्हारा सतगुरु बणीया भेदिया
म्हारा सतगुरु बणीया भेदिया रे
ओ म्हारी नाड़ी रे पकड़ी हाथ
अरे उण नाड़ी में लेहर उपजे, हियो हिलोरा खाई गुरू म्हने ज्ञान दईग्या
हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या
हो म्हारा सतगुरू आंगण रूखडी रे
हरे लिजो रे सब कोई
अरे अवगुण ऊपर गुण करे म्हारा सभी पाप झड़जाय
गुरु म्हने ज्ञान दईग्या
हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या
हो म्हारा सतगुरू सोना सोलमो रे
अरे रती नी लागे दाग
अरे सतगुरू भाला रोपीया म्हारा लागा कलेजा रा माई
गुरू म्हने घायल करग्या
हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या
हां भाव रूख फैले घणो रे
हरे फेली रयो रे चोफेर
अरे भरी सभा मे बांटजो म्हारी अनंद सभा में
बांटजो म्हारा बांट्या घडैला होई
गुरु म्हने ज्ञान दईग्या
हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या
हा मन मोईणो चोरलो रे
ईने सुरतारो करलो तार अरे सेवा गुरू अमृत रो प्यालो पियो के म्हने पिलाव
गुरु म्हने ज्ञान दईग्या
हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या
हो म्हारा सतगुरु बणीया भेदिया रे
ओ म्हारी नाड़ी रे पकड़ी हाथ
अरे उण नाड़ी में लेहर उपजे, हियो हिलोरा खाई गुरू म्हने ज्ञान दईग्या
हो म्हारा तन बिच दियो लगाई सुमरण चेतन करग्या
Vah tippani ji vah Kabir
bhajan ki duniya ke siempre he tipniyaji saheb
Sat saheb ji
beautiful!
भजन गाने वाले सभी आदरणीय लोगों के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏!!
पूज्य संत श्री गुरु कबीर जी के चरणों में मेरी माता जी, भाई ओर मेरी तरफ से कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏!!
T
Koti Koti Naman Gurudev
Prahlad Ji Ke Vani me Satyata Hai isleye anand se periporan hai
Periporan ! nahi . Sadhak /sadhu walking the path of the Master.
बहुत ही गजब मस्त गायन है साहब
What a joy to listen to!!!! absolutely lovely.. 💕🌻🌿🍂🐯🐰🌸💙
enjoysome,one can understand the greatness of kabir
God bless you
अतिउत्तम, साहेब बंदगी।
jay sat guru de❤❤❤❤❤❤❤❤
It's so amazing to hear kabir
Very nice bhajan
Soul nourishing music!!!
Wah Sabnamji ,
जय हो 🚩🙏
अति सुन्दर❤🎉
😅😊
बहुत सुंदर स्वामी जी
Very nice video thanks
जरा हलके गाड़ी हांको
जरा धीरे धीरे गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले,
जरा हलके गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले,
जरा हौले हौले गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले।।
है जी गाड़ी म्हारी रंग रंगीली,
पहिया है लाल गुलाल,
गाड़ी म्हारी रंग रंगीली,
पहिया है लाल गुलाल,
हाकण वाली छेल छबीली,
बैठण वालो राम,
रे भैया धीरे धीरे गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले।।
है जी गाड़ी अटकी रेत में,
म्हारी मजल पड़ी है दूर,
गाड़ी अटकी रेत में,
मेरी मजल पड़ी है दूर,
धर्मी धर्मी पार उतर गया,
पापी चकना चूर,
रे भैया धीरे धीरे गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले।।
है जी देस देस का वेद बुलाया,
लाया जड़ी और बूटी,
देस देस का वेद बुलाया,
लाया जड़ी और बूटी,
जड़ी बूटी तेरे काम ना आई,
जब राम के घर की टूटी,
धीरे धीरे गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले।।
है जी चार जणा मिल माथे उठायो,
बाँधी कांठ की घोड़ी,
चार जणा मिल माथे उठायो,
बाँधी कांठ की घोड़ी,
ले जाके मरघट पे रखदि,
फूंक दीन्ही जस होरी,
रे भैया धीरे धीरे गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले।।
बिलख बिलख कर तिरिया रोवे,
बिछड़ गई मेरी जोड़ी,
बिलख बिलख कर तिरिया रोवे,
बिछड़ गई मेरी जोड़ी,
कहे कबीर सुनो भई साधु,
जिन जोड़ी तीन तोड़ी,
रे भैया धीरे धीरे गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले।।
जरा धीरे धीरे गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले,
जरा हलके गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले,
जरा हौले हौले गाड़ी हांको,
मेरे राम गाड़ी वाले।।
कबीर दास जी के भजन बहुत ही बेस्ट
Ilove your songs
जय गुरुदेव
साहेब बंदगी
Sabnam bahin sat saheb
Prahladji guguji ko bhi sat saheb
Jai shree Ram 🚩
कोई सुणता है गुरू ग्यानी गगन में
कोई सुणता है गुरू ग्यानी गगन में
आवाज हो रही झीणा झीणा
ओहं सोहं बाजा बाजे त्रिकुटी शब्द निशाणी
इंगला पिंगला सुखमन सोवे, अरे सुन ध्वजा फहरानी
गगन में आवाज हो रही झीणा झीणा
पहिले आये नाद बिंदु से पीछे जमाया पाणी
सब घट पूरण बोली रहा है, अलख पुरूष निरबाणी
गगन में आवाज हो रही झीणा झीणा
वाहां से आया पता लिखाया तृष्णा नाहीं बुझाई
अमृत छोड़ विष रस पीवे, उलटी फांस फसाणी
गगन में आवाज हो रही झीणा झीणा
दनभर रे जो नजर भर देखे अजर अमर हो निशाणी
कहे कबीरा सुनो भाई साधो अगम निगम की या बाणी
गगन में आवाज हो रही झीणा झीणा
Great devotional melody
अति सुंदर
Beautiful bhajan thanks to all of you
मे.होनी.पे.विशवास.रखताहु.विशवास.ओर.सच.की.हमेचा.जीत.होती.है
Amazing