ॐ जय जय श्री गुरुदेव भगवान की 🙏 ॐ जय श्री मन्नारायण हरि 🙏जय हो श्री सिद्धदाता आश्रम की 🙏 जय हो श्री लक्ष्मी नारायण दिव्य धाम की 🙏🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🪔🪔🪔🪔🪔 ध्यान मूलं गुरु मूर्ति, पूजा मूलं गुरु पदम्, मंत्र मूलं गुरु वाक्यं, मोक्ष मूलं गुरु कृपा, यह एक मंत्र है. इसका मतलब है कि गुरु की मूर्ति का ध्यान ही सभी ध्यानों का मूल है, गुरु के चरणों की पूजा ही सभी पूजाओं का मूल है, गुरु का वाक्य ही सभी मंत्रों का मूल है, और गुरु की कृपा ही मुक्ति पाने का सबसे बड़ा साधन है. 🙏 🕉️ जय श्री गुरुदेव नारायण हरि 🙏
Jai guru dev
🙏🙏🌹🌹jai guru dev
ॐ जय जय श्री गुरुदेव भगवान की 🙏 ॐ जय श्री मन्नारायण हरि 🙏जय हो श्री सिद्धदाता आश्रम की 🙏 जय हो श्री लक्ष्मी नारायण दिव्य धाम की 🙏🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🪔🪔🪔🪔🪔
ध्यान मूलं गुरु मूर्ति, पूजा मूलं गुरु पदम्, मंत्र मूलं गुरु वाक्यं, मोक्ष मूलं गुरु कृपा, यह एक मंत्र है. इसका मतलब है कि गुरु की मूर्ति का ध्यान ही सभी ध्यानों का मूल है, गुरु के चरणों की पूजा ही सभी पूजाओं का मूल है, गुरु का वाक्य ही सभी मंत्रों का मूल है, और गुरु की कृपा ही मुक्ति पाने का सबसे बड़ा साधन है. 🙏
🕉️ जय श्री गुरुदेव नारायण हरि 🙏
Jay Gurudev Jay shriman Narayan bhagwan ki jai ho