सतगुरु हम सूँ रीझि करि, एक कह्या प्रसंग। बरस्या बादल प्रेम का, भीजि गया सब अंग॥ सद्गुरु ने मुझ पर प्रसन्न होकर एक रसपूर्ण वार्ता सुनाई जिससे प्रेम रस की वर्षा हुई और मेरे अंग-प्रत्यंग उस रस से भीग गए। स्रोत : पुस्तक : कबीर ग्रंथावली (पृष्ठ 117) प्रकाशन : लोकभारती प्रकाशन संस्करण : 2013
प्रश्न किया गया है कि , मन क्या है ,,,? देखिये , मन - दिमाँग में एक पिक्चर स्क्रीन है , जिस पर चलचित्र उभरते रहते हैं । आप किसी व्यक्ति से बात कर रहे हैं , लेकिन उस समय आपके दिमाँग से पिक्चर चलती रहती है , और उसी पिक्चर के सीन शब्दों का रूप धारण करके आपकी जबान से व्यक्त होते रहते हैं । और आपकी बात को सुनने वाले व्यक्ति के दिमाँग में भी एक पिक्चर क्रियेट होती रहती है । अक्सर लोग कौमा में चले जाते हैं , उस समय , माइंड ब्लाइंड हो जाता है , यानी कि पिक्चर स्क्रीन डार्क हो जाती है । इसलिए मन - दिमाँगी चल चित्र ही मनुष्य की जबान बोलते रहते हैं । मन की भी अपनी 3 अवस्थाएँ होती हैं । जो कि ईड़ा नाड़ी , पिंगला नाडी और सुशुम्ना नाड़ी पर आधारित होती हैं । दिमाँगी पिक्चर स्क्रीन पर ये अलग विचार या भाव व्यक्त कराती रहती हैं । यानी कि , मन - विचारों का बीज है , जिसमें तरह-तरह के विचारों के अंकुर फुटते रहते हैं । और यही विचार दिमाँगी पिक्चर स्क्रीन पर चल चित्र के रूप में ही उभरते रहते हैं । नई दिल्ली से मनोंयोगी
भ्रमित कर रहे है ये संत जी, man, बुद्धि संस्कार तीनो का kaam alag अलग है, कभी आया तो बताऊंगा, जो आत्म ज्ञानी खुद को बोल रहे है, के man क्या है और बुद्धि क्या kaam करती है,
Sacha sauda satasang Jay babaji mahamuni
मात नर्मदे गुरु जी 🙏🙏 कोटि कोटि प्रणाम 🎉🎉
Narmade har guruji aapka satsang bahut achcha lagta hai
सहज स्वभाव सत्य शिव दर्शन
Hari om Guruji
Aap ke Amrit Vachano mai Gyan ki dhara hai.🎉🎉
दन्डवत प्रनाम म्हाराज जी मात नर्मदे हर👏👏🚩🚩🚩
Jay.mat.nar.mde
જે ભગવાન
🌹👋👋👋🌹
मात नर्मदे हर, गुरुजी...! सत सत नमन...!! "मन" के बारे में आपका दिया ज्ञान, जानकारी व समझ नमनीय है, अभिनंदनीय है, अनुसरणीय है...!!! सादर । 🙏
N A M A N 🕉️🔱🙏🙏
अज्ञानी या तो शब्दों में है उलझा या तो अर्थों में । ज्ञानी वही है जो सुलझा सत्य में ।
॥ ॐ तत् सत् ॥
❤❤❤ नर्मदे हर ❤❤❤
Maa narmade ki jai ho, maharaj ji ko sadar naman 🙏
🙏🙏❤️Maat Narmday har Guruji koti koti parnaam dhanyawaad karti hu.❤️🙏🙏💯✔️👌👌♥️ Bahut badhiya vivek jgaane wala satsang hua hai
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🙏🙏🌹jay.ho.gura.dav.🙏🙏🕉️🕉️🕉️🕉️
मातश्री नर्मदे हर ममता दीदी
मात नर्मदे हर गुरूजी प्रणाम ।
🙏Maat Narmde Har""
Kamal ki fakiri Pai hai baar baar namaskar
Maat narmade
Guru namskar
मात नर्मदे गुरुदेव, आपके प्रत्यक्ष दर्शन की अभिलाषा है आज्ञा प्रदान करें।
मन बहुत अशांत रहता है , अज्ञात भय से ग्रस्त रहता हूँ मार्ग दर्शन करें गुरूजी ।
सतगुरु हम सूँ रीझि करि, एक कह्या प्रसंग।
बरस्या बादल प्रेम का, भीजि गया सब अंग॥
सद्गुरु ने मुझ पर प्रसन्न होकर एक रसपूर्ण वार्ता सुनाई जिससे प्रेम रस की वर्षा हुई और मेरे अंग-प्रत्यंग उस रस से भीग गए।
स्रोत :
पुस्तक : कबीर ग्रंथावली (पृष्ठ 117)
प्रकाशन : लोकभारती प्रकाशन
संस्करण : 2013
🙏🌹
Har Har narmde Har
Parnam Babaji.
Gurujee buri aadat nahi chod pa raha huin ...
Devender rishikesh
Pranav guruji
P R A N A M , V A N D A N
J A Y HO .... !! 🚩🕉️🚩🙏🙏
Guru.je.hamlog.1janvri.koaa.rhe.he😊
Mat.ner.mdeher
जी व्याकुल रहता है, क्या करना चाहिए गुरुजी
प्रश्न किया गया है कि , मन क्या है ,,,?
देखिये , मन - दिमाँग में एक पिक्चर स्क्रीन है , जिस पर चलचित्र उभरते रहते हैं । आप किसी व्यक्ति से बात कर रहे हैं , लेकिन उस समय आपके दिमाँग से पिक्चर चलती रहती है , और उसी पिक्चर के सीन शब्दों का रूप धारण करके आपकी जबान से व्यक्त होते रहते हैं । और आपकी बात को सुनने वाले व्यक्ति के दिमाँग में भी एक पिक्चर क्रियेट होती रहती है ।
अक्सर लोग कौमा में चले जाते हैं , उस समय , माइंड ब्लाइंड हो जाता है , यानी कि पिक्चर स्क्रीन डार्क हो जाती है ।
इसलिए मन - दिमाँगी चल चित्र ही मनुष्य की जबान बोलते रहते हैं ।
मन की भी अपनी 3 अवस्थाएँ होती हैं ।
जो कि ईड़ा नाड़ी , पिंगला नाडी और सुशुम्ना नाड़ी पर आधारित होती हैं ।
दिमाँगी पिक्चर स्क्रीन पर ये अलग विचार या भाव व्यक्त कराती रहती हैं ।
यानी कि , मन - विचारों का बीज है , जिसमें तरह-तरह के विचारों के अंकुर फुटते रहते हैं । और यही विचार दिमाँगी पिक्चर स्क्रीन पर चल चित्र के रूप में ही उभरते रहते हैं ।
नई दिल्ली से मनोंयोगी
Gurudev koti koti pranam Mera ek sawal hai aapse koi Jag Kalyan kya hota hai
जय श्रीराम गुरुवार नमन स्वीकार किजीय नेपाल कब आयेगे दर्शन का अभिलाषी हु !
Guru ka shanidh keshe samajhte ho ye guru bhi hai our phirbhu bhi our khud bhi yehi to hai our hai hi kon ye samjho ji
Gurudev antahkaran se pranam yah antahkaran kya hota hai agar man nahin hota to
Guru ji me karaj murat Kab hunga ji
आप ने कहा नाम नही दे सकते, 😂😂 दरसल आप उसके आगे सोचने की क्षमता नही रखते, मनन करने की, इसलिए ऐसा बोल रहे है
भ्रमित कर रहे है ये संत जी, man, बुद्धि संस्कार तीनो का kaam alag अलग है, कभी आया तो बताऊंगा, जो आत्म ज्ञानी खुद को बोल रहे है, के man क्या है और बुद्धि क्या kaam करती है,
Mat.nar.mde