भाजपा ने वरुण गांधी को सुधार गृह में भेज दिया है
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- เผยแพร่เมื่อ 25 มี.ค. 2024
- भाजपा ने वरुण गांधी को सुधार गृह में भेज दिया है #EP1767 #apkaakhbar #varungandhi
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राजनीतिक वंशवादियों को हमेशा ग़लतफ़हमी रहती है कि वे सबसे अलग हैं और उनके साथ विशिष्ट व्यवहार होना चाहिए । वे भूल जाते हैं कि सात दशक से ज़्यादा बीत गया है देश में संसदीय जनतांत्रिक व्यवस्था लागू हुए। यहाँ राजा और रंक सब बराबर हैं। वंशवाद होने के कारण आपके लिए दरवाज़े तो खुलवाते हैं पर सीढ़ी आपकी क्षमता और योग्यता से मिलती है। पीलीभीत से भाजपा के सांसद वरुण गांधी यह सामान्य सी बात समझ नहीं पाए। अब उसका परिणाम भुगत रहे हैं। भाजपा ने उनका टिकट काटसदिया है। लोकसभा चुनाव के लिए उनके लिए सारे दरवाज़े बंद हो चुके हैं।
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वरूण गांधी में भी गांधी नेहरू परिवार का वही अहंकार है जो राहुल गांधी में है। इन्हें लगता है कि भारत पर शासन करना उनका जन्म सिद्ध अधिकार है।
जय श्री राम 💐🙏
Kida shant nahi hota. Khujli hoti rahti he burnol ki jarurat he
😊😊
Bilkul sahi kaha
बीजेपी से भी दुनिया मे अहंकारी पार्टी है क्या?
वरूण गांधी को टिकट नहीं देकर, भाजपा ने बहुत सही काम किया है।
✅
सहमत।
आखिर वरूण संजय गांधी का बेटा है जैसा बाप वैसा बेटा.
बिल्कुल सही कह रहे हो तभी एक पत्नी अपने पति संजय गांधी को गाली देने वाली पार्टी से प्रेम और बेटा वरुण गांधी के बेइज्जती कराने पर तुली है।
Bilkul sahi.
पार्टी को वरुण गांधी को भूल जाना चाहिए। वरुण गांधी के मन मानस में एक चीज घुस गया है कि वे शासन करने के लिए पैदा हुए हैं ?
ये गांधी खानदान की समस्या है उन्हे लगता है कि वो केवल राज करने के लिए ही पैदा हुए है। लोकतंत्र में कुछ करना भी होता है
#shashisamvad
वरुण फ़िर फोन करेंगे आपको, तिलमिला गये होंगे आईना देख कर। ऐसे आत्ममुग्ध लोग कभी नहीं सुधरते।
आईना तोड़ने से सकल सुन्दर नहीं हो सकती
@@user-go3pv8tg4tअति सुन्दर व सटीक
Sdk
💯% agree.
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ये "खानदान"" का घमंड इन्हें ले डुबेगा। उदाहरणार्थ "राहुल गांधी सेना।"😮😮😮
वरुण जी को गलतफहमी है की सोनिया जी उन्हे राहुल के बराबर खड़ा होने का अवसर देगी!
#shashisamvad
भाजपा में टिकट कटने का एक कारण है फिजुल बयानबाजी।😮
बिल्कुल सही। जब सिर्फ बोलने के लिए बोला जाता है उसे बकवास की संज्ञा दी जाती है। कोई भी पार्टी कब तक किसी का बकवास सहन करेगी।
नेहरू गांधी परिवार कांग्रेस एवं वरुण गांधी सबसे बड़ी पनौती है
उधार का गांधी था ,, संघ की संगत में नही सुधरा , तो भाजपा को ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं हैं, , उधार का गांधी ना घर का, ना मेनका का रहेगा,, हर,,,हर,,,महादेव,,😮😅
अब वरुण गांधी को प्रदीप जी का आज का विश्लेषण देखना चाहिए, शायद फोन करके अपनी गलती के लिए प्रदीप जी से माफी मांग लें
माफी माँगने जैसे शिष्टाचार की अपेक्षा वह भी फर्जी गांधी परिवार की बर्बाद फसल से?
बरुण गांधी को बड़ा अभिमान था कि हम गांधी परिवार से यानी राज परिवार से हैं हम जो भी करेंगे वही ठीक है कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है लेकिन यह नरेंद्र मोदी है जैसा कर्म करते हो वैसा ही फल मिलेगा।
वरुण गांधी को गुमान है कि उसका सरनेम "गांधी" है और वह भारत की सत्ता पर काबिज होने का जन्मसिद्ध अधिकार है क्योंकि वह संविधान से ऊपर है।
बिलकुल सही।
meri samajh main nahi aata ki gandhi surnamewale aisa kyon samsjhte hain ki kewal vahi pariwar is desh ka malik hai..kya unhen nahi pata ki ab bharat ko swstzntra hue 75 saal ho chuke hain
यह मोदी शहा की भाजपा है ! यहा नाम के आधार पर नही परफॉर्मन्स की आधार पर ही पद दिया जाता है ! वरुण गांधी गलतफहमी में थे ! उन्हे अच्छे से समझा दिया गया है ! 🙏🚩🚩
सही कहा आपने, पर ये सुधरने वाले नही।
#shashisamvad
Bilkul sahi.
माँ का आंचल हमेशा अच्छाही होता है, लेकिन आप खुद की कोई तो पहचान होना जरुरी होता है l और इनकी औकातभी भाजप में रहनेकी नहीं है l
वरुण अटल जी दौर में ही जी रहे है
Varun gandhi Or suwer mai kya anter hai.
प्रिय प्रदीप जी देश की जनता ही उधार के गांधी टाइटल वाले गांधी परिवार को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है ।धन्यवाद ।
राहुल गांधी और वरुण गांधी में कोई ख़ास अंतर नही।
😮😮😮 जैसा बाप वैसा ही बेटा. बदजुबान और बदतमीज.
बिल्कुल सही बात कही है गांधीपरिवार इस देश केलिए पनौती है। बीजेपी ने बहुत बहुत अच्छा किया यह लोग गांधी परिवार के नाम से है थाट बाट चाहते हैं करना कुछ नहीं चाहते। बहुत बहुत अच्छा किया बीजेपी ने
@@ushavyas5599 जय श्री राम 🌹💐🌹🙏🙏🙏🙏
जो लोग आसमान में ज्यादा उड़ते हैं। उनको इसी प्रकार से सबक सिखाना चाहिए
अगर वरुण गांधी गदहा यूपी का मुख्य मंत्री बनता तो बंटाधार हो जाता
😂
आप जैसे सहृदय पत्रकार से वरुण गांधी ने दुर्व्यवहार किया,यह जानकर मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ।यह भारतीय राजनीति में मोहनदास करमचंद द्वारा थोपे गए इस प्रथम परिवार का विशेष गुण है!
वरुण के इस तरह के व्यवहार से आश्चर्य भले ही न हुआ हो परंतु इसने हमें आहत तो अवश्य ही किया है।
बहुत ही सुन्दर विश्लेषण, झन्नाटेदार तमाचा बड़ी विनम्रता के साथ।
सादर प्रणाम सिंह साहब।
प्रदीपजी,
आप जैसे ग्यानी और सन्माननीय वरिष्ठ पत्रकारको केवल 'आईना दिखानेके कारण' फोनवर अपशब्द कहनेकी घिनौनी हरकतके लिये 'लोकसभाका टिकट कटना' इतनी सजा काफी नहीं है!
इसके लिये वरुण गांधीका सार्वजनिक धिक्कार हो और ऐसा शख्स राजनीतिसे बरखास्त हो!
🤨🤨🤨🤨🤨
Ye ek bharst aur charitr hin, insan sanjay gandhi ka lavanda hai ye sab isake khoon me hi hai
राहू गांधी और वरुण गांधी दोनों पप्पू हैं राहू बड़ा पप्पू है वरुण छोटा जय श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या बन्दे मातरम जय नंदीश्वर ❤❤😂😂🎉😅
संघमित्रा जी और वरुण गांधी को समझना चाहिए कि पार्टी ही सर्वोच्च है
आखीरमेंहेतोगांधी
जो नेता केवल पद, सत्ता, अधिकार के लिए समर्पित है, उन्हे दरकिनार करना आवश्यक है__
नटवरलाल केजरीवाल का अन्ना हजारे का आंदोलन से लेकर आप का मुख्य मंत्री बनना और जेल जाने की यात्रा काफी रोचक है जो नटवरलाल की तरह एक हिंदी फिल्म बनाए तो हिट फिल्म होगी और ऑस्कर विजेता होगी
आस्कर पुरुस्कार तो कुछ ज्यादा नहीं हो जाएगा भैया?
राम राम प्रदीप जी। भाजपा ने वरूण गांधी को घर से बाहर करके दरवाजा खुला रखा है। की 2027 का विधान सभा चुनाव तक सुधार कर लो नहीं तो कई उदाहरण हैं। भाजपा को छोड़ कर गए लोगों की क्या हालत हुई है। राजनीतिक जीवन में। शुभप्रभात जी 🙏🚩
वरुण गांधी को निर्दलीय चुनाव लडना चाहिए। अगर नहीं लड़ते है तो मुमकिन है कि उसे आटे दाल का भाव पता चल गया है।😅
निर्दलीय लड़ेगा तब तो आटे-दाल का भाव और ज्यादा अच्छे तरीके से समझ में आएगा।
भाजपा से भी गांधी मुक्त पक्ष करना चाहिये
लगता है एक और फ़ोन करेगा पप्पू - २
आप को पुरी बातचीत ज़ाहिर करनी चाहिए । ऐसे सस्ते आदमी को एक्सपोज़ करना चाहिए
बिल्कुल सही बात कही है
वरुण गांधी जिस डाल पर बैठे थे उसी को काट रहे थे अब धड़ाम हो गए 😊
सौ प्रतिशत सही कहा है।
वरूण गांधी को निर्दलीय लोकसभा के चुनाव लड़ना चाहिए।
टाटा बाय बाय गुड बाय खतम
खल्लास 😂😂😂
खुन में ही गद्दारी है.....
बड़ बोले नेता का यही हश्र होता है धन्यवाद प्रदीप बाबू।
वरुण गांधी ये बात भूल गए कि कांग्रेस पार्टी और सोनिया ने उसकी मां को अपमानित करके घर से बाहर निकाल दिया
बीजेपी ने वरुण गांधी को सांसद बनाया लेकिन है तो गांधी परिवार से, घमंड दिखा रहे थे
टिकट ना देकर सही किया.
आपातकाल की सोच वाले खानदान से पिछा छुडाने मे बीजेपी ने बहुत देर कर दी 😮😮
सुप्रभात सर जय श्री राम 🌹🙏💓
बहुत गलत किया सर जी, बच्चे को अकेला भेज दिया। मां को भी साथ में भेजना चाहिए था। 😍😍👍
जैसे मेनका गांधी अपने पुत्र वरुण गांधी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना चाहती थी ठीक उसी तरह जैसे सोनिया गांधी अपने पुत्र राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के लिए सक्षम मानती है।
पीलीभीत की जो हालत रही है इनके संसदीय कार्य काल में, वो बहुत दयनीय है,, किसी भी प्रकार का कोई काम इन महोदय ने किया है,, सत्यानाश के अलावा
💯✔️ सही है
पप्पू और पिंकी को भी सुधारगृह की जरुरत है
सुधारगृह बाल अपराधियों को भेजा जाता है भैया, मानसिक रूप से रुग्ण राहुल, प्रियंका,वरुण ये तो सबके सब अब बुढापे की ओर अग्रसर हो चुके हैं।
Nahi, jail ki.😂
nahi KaraGar ki 😅
apa sahi pakade
यदि उसने आप जैसे वरिष्ठ पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार किया है तो यह किसी काबिल नहीं है भारतीय जनता पार्टी को इन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर देना चाहिए
सिंह साहब को नमन. आपके द्वारा इस घटना का आजतक जिक्र न करना और आज उस घटना का उल्लेख करना आपकी सहनशीलता को दर्शाता है. बीजेपी ने वरुण गाँधी को टिकट न देकर उचित किया.
वरूण गांधी को बिना लाग-लपेट के पूर्ण रूप से आइना दिखाने के लिए अब उन्हें आपको धन्यवाद देने के लिए फोन करना चाहिए
अहंकार से ग्रस्त लोगों के जीवन में धन्यवाद जैसे शिष्टाचार का कोई स्थान नहीं होता है कथाकार जी,
वरुण गांधी में कितना घमंड था, एही दर्शाया था भाजपा विरोध में बोलकर।
Beautiful Analysis Only Modi ji
भाजपा ने सही समझाया है ......
बरूण गांधी को अपने पर कुछ ज्यादा घमण्ड हो गाया था ओ अपने आप को पार्टी से अपर समझ रहा था ......
अरुण शौरी, शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा के बाद वरुण गांधी। बीजेपी में एक बात है कि वो विरोध में बोलते जाने वाले पार्टी के नेताओं को इग्नोर करती जाती है, कभी कोई रिएक्शन नहीं देती है। बस समय आने पर उनका टिकट काट दिया जाता है खुद उनकी ही वजह से।
सटीक उदाहरण रस्सी जल गई बल नहीं गया
यह व्यक्ति भी हैं। तो उसी खानदान का हिस्सा जो भारतवर्ष को अपने बाप की बपौती समझता हैं। और इस व्यक्ति में सुधार की कोई संभावना नई लग रही हैं।
सुधार की अपेक्षा करना ही बेकार है महोदय।
मैं वरुण गांधी की निंदा करता हूँ
प्रदीप जी जैसे पत्रकार को उन्होंने गाली दी
पट्ठा सोच रहा था मुझे टिकट मिलना ही मिलना है और मेरी मां को तेलंगाना की गवर्नर बनाया जायेगा। पार्टी ने उलट कर दिया और बच्चू बाहर हो गए। एक बात तो माननी होगी जनाब आप का अखबार तो सुनता है। धन्यवाद
आप जैसे इतने वरिष्ठ पत्रकार सज्जन व्यक्ति से अपशब्द कहना ही वरुण गांधी के अहंकार अभिमान और उनके नकारा होने का सबसे बड़ा और प्रत्यक्ष प्रमाण है यह एक बहुत घमंडी व्यक्ति है
वरुण गांधी को पीलीभीत से चुनवा लड़ने का फैसला करना चाहिए, अकेले ,
जो बन्द मुठ्ठी लाख की लग रही है निर्दलीय चुनाव लड़ने पर वह खुल जाएगी और खाक की हो जाएगी। दिन में तारे नजर आ जायेंगे।
वरुण गांधी को सौ बार सोचना चाहिए।
उसे तो पहले हीं भेजना था,🎉
अब भी ठीक हुआ हैं 👌
Surname में ही गड़बड़ है, ये अपने आप को "शाही खानदान" समझते हैं।
फिरोज वरुण गांधी की बातें सही भी हों तब भी पार्टी अनुशासन के लिए सुधार जरूरी हैऔर भ्रम व अहंकार का टूटना भी जरूरी है 🕉️🚩🌹🇮🇳
भारतीय जनता पार्टी वरुण गांधी को और कोई मौका नहीं देगी यह निश्चित है हवाई घोड़े पर सवार मनुष्य सुधर नहीं सकता
आपका अक्लन और जानकारी बिल्कुल सही और सटीक ही होती है धन्यवाद
मैं मानता हूँ कि आप अपने अनुभव के अनुसार बहुत ही सही और तर्कसंगत विश्लेषण करते हैं। रही इस धूर्त आधा मुस्लिम और आधा हिंदू क्योंकि कहते हैं संजय भी किसी अन्य मुस्लिम से थे। तो इनको कुछ समझ आ जाए ये संभावना ही नहीं है। वरूण को लोग अभी भी मेनका की वजह से ही जानते हैं इससे अधिक कुछ नहीं। जय श्रीराम।
प्रदीप जी सादर प्रणाम। वरुण गांधी का आपसे गलत भाषा में बात करना उनका अहंकार ही दिखाता है।
आपका विश्लेषण ने वरुण गांधी की वास्तविकता बड़े सटीक ढंग सेंकिये।
बहुत बहुत आभार
आपके साथ दुर्व्यवहार हम सभी सनातनी राष्ट्रवादी जनता के साथ दुर्व्यवहार हैं। हम इसका बदला अपनी वोट की शक्ति से लेंगे। 😮
सुन्दर और तर्क युक्त विश्लेषण. यह कोंटेंट एक मार्ग दर्शन है उन कार्य कर्ताओ के लिए जो राह भटक गए है. जय हिंद.
मेनका गांधी को टिकट देने का कारण समझ नहीं आता।
Unhone Kuchh boli Nahin Hai To to usko uske bete ki Saja kyon
@@mukeshpaswan111
Performance bhi kuch nahin hai.
Maneka Gandhi, bina kisi karan se ISCON ke khilaf hai. Yeh bhi ek anti Hindu vichar hai.
@@sanjeevsood531 Nahin Agar Hindu ke khilaf Mein Kuchh Bhi kar rahi hai to turant Bahar ka rasta dikhana chahie
सुब्रमण्यम स्वामी नाराज हो जाते
जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है।
शानदार विश्लेषण प्रदीप जी🙏🏻। पिछले काफी लम्बे समय से वरुण गांधी अनाप शनाप बोले जा रहे थे। उनका टिकट काटकर पार्टी ने बिल्कुल सही किया।
सादर प्रणाम जी ।
सुनकर हैरानी हुई कि आपको फोन पर अपशब्द बोला था इस शख्स ने । आपकी बातों से सबक लेने की बजाय अपनी मूर्खता दिखाई ।
अनुशासित पार्टी भाजपा।❤
लोकतांत्रिक पार्टी भाजपा।
राष्ट्र वादी पार्टी भाजपा।
राम राम आदरणीय प्रदीप जी 🙏🙏
गांधी सिंड्रोम से पीड़ित वरुण गांधी के दिमाग में सेंस ऑफ एंटाइटलमेंट का जो कीड़ा घुसा हुआ है उसका उपचार बहुत आवश्यक था।।
उपचार अवश्य ही किया गया है पर वो अप्रभावी ही रहेगा क्योंकि सेंस ऑफ एन्टाइटलमेंट गांधी परिवार का असाध्य ही नहीं संक्रामक रोग भी है संजय भाई, पूरी कांग्रेस पार्टी को ही ये कीड़ा लगा हुआ है।
किसी भी व्यक्ति को बिना परिश्रम के डिप्लोमा मिलता है वो उसका महत्व नहीं समझते बरूण के साथ सही इलाज व्यक्ति अपने भाग्य का स्वयं निर्माता है अनवरत समर्थन मोदी सरकार को
बहुत बड़ी गलत फहमी में थे मां, बेटा l बेटा क्योंकि गलत फहमी परिवार में पैदा हुआ था, गलत फहमी खून में रमी थी, तो निकल नहीं पाई, पर मां ने गलत फहमी निकाल दी l
सबसे पहले तो इसे आपसे fon करके माफी मांगनी चाहिए।दूसरा मोदी विरोध में कोई भी दल इस जोकर को ले सकता है।
भाजपा को यह विचार करना चाहिए कि DNA भी कोई चीज होती है। और वह आदमी के गुण निर्धारित करती है। प्रहलाद बनना बहुत कठिन होता है। क्योंकि मेनका भी कयाधू नहीं है।
वरूण गांधी को याद ही नहीं है कि "निंदक नियरे राखिए" कितना आवश्यक है।
सुधारकर बीजेपी में रहना उचित होगा l लेकिन काँग्रेस में जाना इनके खूनमे है फिर भी आत्महत्या होगी l जिंदगी भर झुलसकर रहेंगे l गांधी परिवार अब भारत के लिये ठीक नहीं है l
प्रदीप सिंह जी आप बहुत ही पुराने और वरिष्ठ पत्रकार और संवाददाता है l हम सब आपका दिल से सम्मान करते हैं l 🙏🏻🙏🏻
😂😂 अब पांच साल आलाकमान के बर्तन मांझने का काम के अलावा कोई चारा नहीं है😂😂😂
है तो वही खुन और मानसिकता और सुधर ही गए तो फिर कौन कहेगा गांधी और हम तो ना इन गांधीयों को न ही गांधी और न ही नेहरू या पंडित मानते हैं जैसा इनका नाना दावा किया करते थे
प्रदीप सिंह जी नमस्कार ।
आपने बहुत सही कहा।
ये खुद को गांधी परिवार से हूं सोच के हवा में उड़ने लगे थे।
पर तो कुतरना हीं था।
प्रथम उमा भारती
(यह अलग बात है कि उनको गलती समझ मेंआ गई और वापस पार्टी में आ गई)
यशवंत सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा,
कीर्ति आजाद
बहुत सारे उदाहरण है
सब्र रख कर अपनी बारी की प्रतीक्षा करनी चाहिए अगर आप में हुनर है काबिलियत है तो नीसंदेह आप शिखर पर पहुंचेंगे।
जैसे मोदी जी
नाशकेतु है, अपनी छवि तो खराब की अपनी माता जी को सैद् गया। मोदी जी को ललकारना कितना ठीक पता चल गया होगा। भगवान् सदबुधि दे। सब को राम राम जी। अच्छी प्रस्तुति। 🙏🙏🙏🙏
वरुण। गांधी। अपने। को। संजय। गांधी। समझ। रहे। थे ,। बीजेपी। का। संजय। गांधी। अपने। को। समझकर। भूल। कर। बैठे। है,। अब। उनको। प्रायश्चित। करना। पड़ेगा
वरुण गाँधी को बहुत दिनों से बीजेपी झेल रही थी बाहर किया अच्छा किया ll
नमस्कार प्रदीप जी🙏 बरुण गांधी जैसे लोगों की आवश्यकता ही क्या है पार्टी में। उनका योगदान पार्टी को बदनाम करने से ज्यादा कुछ नहीं है। उनको कोई ज्यादा तबज्जो नहीं होनी चाहिए।
लगता है 2024 में मां भगवती और महादेव के वरदानी पुत्र नरेंद्र दामोदर दास मोदी की तृतीय ऐतिहासिक जीत के बाद बार डांसर इटली बाई एंड फैमिली के साथ साथ इसका बोरिया बिस्तर भी बंधने वाला है। भारत से भागकर किसी दुश्मन देश मे पर्मानेंटली छिपने वालों में इस जोकर को भी तैयार रहना चाहिए। जय जय श्री राम,,,,,! 🕉️🪯🚩🔱🪴🪷🌿🌻🌵❤️🇮🇳🙏
टिकट तो मेनका गांधी का भी अपना चाहिए।उनकी उपलब्धियां शून्य है। बीजेपी की मजबूरी है कि कोई अन्य उम्मीदवार नहीं होता है तो बोझा उठाना ही पड़ेगा। यही बात बिहार, महाराष्ट्र व पंजाब में ज्यादा लागू है,एक दो स्थानों पर लगभग सभी राज्यों में। कांग्रेस से आयें नेताओं को तुरंत उम्मीदवार बनाना यही मजबूरी बताता है। बंगाल व दक्षिण भारत के राज्यों में जड़े कमजोर है तो मजबूरी जरूरत बन जाती है।
इसका स्पष्ट तौर पर अर्थ यह हुआ कि राजनीति में गुणवत्तापूर्ण चरित्र के लोगों की अत्यंत ही कमी महसूस की जा रही है जिनकी की आपूर्ति हमारे समाज के माध्यम से ही संभव हो सकती है परंतु अक्सर होता यह है कि आम आदमी गलत इरादों को लेकर ही राजनीति में प्रवेश करने का इच्छुक होता है, स्वच्छ राजनीति के इरादे बहुत ही कम लोगों के होते हैं, अब इस अभाव से बीजेपी जैसी पार्टी को तो जूझना ही पड़ेगा।
वरुण गांधी ने जो बोया था वहीं काटा है एक अवसर और है अनुशासन में रहकर पीलीभीत से भाजपा प्रत्याशी का समर्थन करें, भाजपा में ही उनका भविष्य है अनुशासित कार्यकर्ता और नेता को भाजपा में बड़ा सम्मान मिलने के बहुत उदाहरण है।
अब आपको वरुण गांधी फोन नहीं करेंगे आपकी बात सही हो गई।
मेनकामे गांधी खून नही है जो वरुणमे है! ये खूनमेही खराबी है! अहंकार, राजघराणा जैसा बर्ताव,अपनेको सबसे अलग, महान समझना और इससे आनेवाले सब अवगुण गांधी खूनमे भरे पडे है! ये खून सुधर नही सकता! इसको और ऐसे सभीखूनोंको जनताको मिट्टीमे मिलानाहोगा अपने और देशहितके लिये!
बिल्कुल सहि किया सर पर चढ्ने वाले काे सबकता का पाठ पढाना चाहिये ये नेहरु गान्धी बन्सज मे तानाशाह कि साेच है लाेकतन्त्र का नहि
श्रीमान जी वरुण गांधी ने भाजपा की चुप्पी को कमजोरी समझने की बहुत बड़ी गलती की , जिसकी सजा अब पार्टी से बाहर होने के रूप में भुगतनी होगी ।
जिसको भाजपा ने अर्श से उठाकर फर्श पर पहुंचाया है, उसमें कुछ ऐसे महत्वाकांक्षी लोग होते हैं, जो अपनी महत्वाकांक्षा को पूरी करने के लिए अपने जड़ में ही मट्ठा डालने लगते हैं । उन्हें लगता है कि विरोधी कृत्य से डरकर शीर्ष नेतृत्व को झुका देंगे । इसके सफल उदाहरण हैं सतपाल मल्लिक और वरुण गांधी ।
प्रदीप सिंह जी को साधुवाद 🙏
आपके अपशब्द कहे बरुण गांधी😡😡 कितनी शर्म की बात हैं 😡😡😡
बहुत अच्छा सटीक निशपक्ष समीक्षा । प्रदीप सिंह जी की राजनीतिक समीक्षा हमेशा तथ्यों पर आधारित, बेहतरीन बेजोड़ और काबिले तारीफ होता है, यही कारण है कि हम सभी लोगों को आप की समीक्षा का इंतजार रहता है , ईश्वर आपको दीर्घायु करें ,
मंत्रिपद नही मिला तो उलटी सुलटी बाते करने लगे..तो भुगतना पडा.अछा हुआ.
वरुण गांधी का अहंकार उनको ले डूबा
चाचाजी बेहतरीन प्रस्तुति, बहुत दिनों बाद, सटीक शब्दों के साथ
वरुण गाँधी जी अपने राजनीति कजीवन ममेभूलकियय।