उत्तर प्रदेश ग्रीन हाइड्रोजन नीति 2024 उत्तर प्रदेश ग्रीन हाइड्रोजन नीति 2024 ग्रीन हाइड्रोजन/अमोनिया उत्पादन इकाइयों तथा ग्रीन हाइड्रोजन आधारित उत्पाद विनिर्माण इकाइयों में निवेश प्रोत्साहित करने हेतु व्यापार प्रक्रिया को सरल बनाती है। लक्ष्य उत्तर प्रदेश में वर्ष 2028 तक ग्रीन हाइड्रोजन/ग्रीन अमोनिया का 1 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता लक्षित है। लक्ष्य की प्राप्ति हेतु नीति के उद्देश्य में निम्नलिखित बिंदुओं पर बल दिया गया है- भारत सरकार के ग्रीन हाइड्रोजन मिशन एवं नीतियों के अनुरूप प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन / अमोनिया के उपभोग को बढ़ावा देना। अनुसंधान, विकास एवं तकनीकी नवाचार गतिविधियों को क्रियान्वित करने के लिए चार (04) उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित करना। प्रदेश में हाइड्रोजन की वर्तमान माँग लगभग 0.9 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) है, जिसका मुख्य रूप से उर्वरक एवं रिफाइनरी क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है। प्रदेश की घरेलू माँग की पूर्ति हेतु ग्रीन हाइड्रोजन / अमोनिया के उत्पादन को बढ़ावा देना तथा पारिस्थितिकी तंत्र के विकास हेतु औद्योगिक अवस्थापनया का विकास करना।
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Thans you sir.....(aap aur aapki team ne bahut mehant ki ham logo ke liye)....👏
Thank u sir❤❤❤❤
Thank you so much sir......
Please एक mix question answer krva digiye jisme sbhi part ho national international arthik up special budget game....🎉🎉
Tnku so much sir ji❤
Thank you sir
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DD is right
Sir budget mcq bhi kra digiye
Guruji Mcq ki mairathon
उत्तर प्रदेश ग्रीन हाइड्रोजन नीति 2024
उत्तर प्रदेश ग्रीन हाइड्रोजन नीति 2024 ग्रीन हाइड्रोजन/अमोनिया उत्पादन इकाइयों तथा ग्रीन हाइड्रोजन आधारित उत्पाद विनिर्माण इकाइयों में निवेश प्रोत्साहित करने हेतु व्यापार प्रक्रिया को सरल बनाती है।
लक्ष्य
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2028 तक ग्रीन हाइड्रोजन/ग्रीन अमोनिया का 1 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता लक्षित है। लक्ष्य की प्राप्ति हेतु नीति के उद्देश्य में निम्नलिखित बिंदुओं पर बल दिया गया है-
भारत सरकार के ग्रीन हाइड्रोजन मिशन एवं नीतियों के अनुरूप प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन / अमोनिया के उपभोग को बढ़ावा देना।
अनुसंधान, विकास एवं तकनीकी नवाचार गतिविधियों को क्रियान्वित करने के लिए चार (04) उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित करना।
प्रदेश में हाइड्रोजन की वर्तमान माँग लगभग 0.9 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) है, जिसका मुख्य रूप से उर्वरक एवं रिफाइनरी क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है। प्रदेश की घरेलू माँग की पूर्ति हेतु ग्रीन हाइड्रोजन / अमोनिया के उत्पादन को बढ़ावा देना तथा पारिस्थितिकी तंत्र के विकास हेतु औद्योगिक अवस्थापनया का विकास करना।
Questions No 29 me option 2 me 2028 sahi hai
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