बिना सुने ही कह सकते हैं, अगर न्याय मांगा जाए तो यही सच है। कि हर मासूम कौम, धर्म सियासत और जहालत के कारण बदतर हालातों में पहुंची है। किसी को गलत नहीं कह सकते। बस आज अपनी अपनी गलती मान कर सही रास्ते पर निकलो। जो जितना अल्लाह के नजदीक है वो ज्यादा जिम्मेदारी निभाएं।
बिना सुने ही कह सकते हैं, अगर न्याय मांगा जाए तो यही सच है। कि हर मासूम कौम, धर्म सियासत और जहालत के कारण बदतर हालातों में पहुंची है। किसी को गलत नहीं कह सकते। बस आज अपनी अपनी गलती मान कर सही रास्ते पर निकलो। जो जितना अल्लाह के नजदीक है वो ज्यादा जिम्मेदारी निभाएं।