Zindagi ke Safar mein guzar jaate Hain Jo muqaam

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  • เผยแพร่เมื่อ 30 ก.ย. 2024
  • ज़िन्दगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मुक़ाम SONG NEW LYRICS
    Zindagi ke Safar mein guzar jaate Hain Jo muqaam wo phir nahi aate song With new stanzas by #ajaysahaab sung by #rajeshsingh #alfaazaurawaaz #oldisgold #bollyoldsongs #viralvideo #kishorekumar #rdburman #rajeshkhanna
    Disclaimer -just a tribute ,no rights claimed by #alfaazaurawaaz .its a cover version with new words penned as tribute
    #alfaazaurawaaz team
    ज़िन्दगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मुक़ाम
    - नये अन्तरे -अजय सहाब ,
    मूल गीत -आनंद बख्शी
    फिल्म -आपकी क़सम ,म्यूजिक आर डी बर्मन
    ज़िन्दगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मुक़ाम
    वो फिर नहीं आते
    लाख सूरज हों ,लाख तारे हों ज़िन्दगी बुझ गयी वो तो जलती नहीं
    ये अँधेरे तो इस दिल से जाते नहीं
    वो जो आ जाते थे एक आवाज़ पर ,चीख़ कर अब बुलाने से आते नहीं
    जिनके होने से रौशन थी दिल की ये महफ़िल तमाम
    वो फिर नहीं आते
    यूँ तो सब कुछ है आज जीवन में
    इक ख़ला सा है जो दिल से जाता नहीं
    इसको भर पाना अब ग़ैर मुमकिन सा है
    आ गयी ज़िन्दगी की भी पतझड़ मगर
    आँख में जैसे अश्कों का सावन सा है
    वो जो आते थे लेकर बहारों की पुर लुत्फ़ शाम
    वो फिर नहीं आते
    ज़िन्दगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मक़ाम
    वो फिर नहीं आते
    ऐसी तन्हाई ,ऐसी ख़ामोशी ,चन्द आवाज़ें बस उनकी यादों की हैं
    और इनके सिवा कोई आहट नहीं
    कितने अर्से से आँखों में है इक नमी
    कितने अर्से से इक मुस्कराहट नहीं
    जिनसे मिलते थे जीने के वो रूह अफ़्ज़ा पयाम
    वो फिर नहीं आते
    Lyricist for new stanzas #ajaysahaab
    originial mukhda -Anand bakhshi
    Singer -Rajesh Singh
    Tabla -Mahendra Chauhan
    Guitar -Pappu Thakur
    Key board - Satyanarayan Mudaliar
    Hand sonic- Dhiraj Dongre

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