अखिल ब्रह्मांड के स्वामी सर्व सृष्टि के रचियता सर्व पुण्य आत्माओं के संकट मोचन सर्व शास्त्रों से प्रमाणित भक्ति, मुक्ति के दाता बंदी छोड़, सतगुरु रामपाल जी महाराज जी *****के ***** श्री चरणों में कोटि कोटि दण्डवत प्रणाम l
जो संत शास्त्रों के अनुसार भक्ति साधना बताता है, वही पूर्ण संत होता है। इसके विषय में गीता अध्याय 4 श्लोक 34, गीता अध्याय 15 श्लोक 1-4, और यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 में भी पूर्ण संत अर्थात तत्वदर्शी संत की ओर संकेत किया गया है। वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो शास्त्रोक्त भक्ति बता रहे हैं जिससे साधक का मोक्ष संभव है।
कबीर वाणी अटपटी झट पट लखी ना जाए, जो नर झट पट लख लेवे वाली खट्टा पट मिट जाए l प्रिय मित्रों भाई बहनों कबीर जी का ज्ञान थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा लेकिन संसार के सारे कष्टों का समूल नाश हो जायेगा इसीलिए संत रामपाल जी महाराज जी के ज्ञान बिना भेद भाव और बिना रागद्वेश के सुनना चाहिए जी सत साहेब जी
Daya parmeshwar kavir dev ji sat saheb ji Jay bandichhod ji ki. Satguru purn bramha bhagwan kavir ji ke awtar Sant Rampal Ji Maharaj Haryana India Wale ji purn bramha satguru bhagwan ji ki Jay ho Jay bandichhod ji ki.
सत साहेब जी बन्दी छोड़ जगतगुरु तत्वदर्शीसन्त रामपाल जी भगवान की जय 🏳🦶🦶🙇♂️🙇♀️🙇♂️🙇♀️🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🦶🦶🙇♂️🙇♀️🙇♂️🙇♀️🏳
संत रामपाल जी महाराज जी आज पूरे विश्व में एक मात्र ऐसा संत हैं जो सभी को हमारे ही धर्म शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान बताते हैं और शास्त्रों के ही आधार से ही भक्ति बताते हैं
कबीर, तीर्थ गये एक फल,गुरु सेवा फल चार। सतगुरु सेवा अनेक फल, कहे कबीर बिचार।। तीर्थ स्थल पर जाने से कितना पुन्य और पाप होते हैं। जानने के लिए संत रामपाल जी के सतसंग सुने। सच्ची भक्ति का ज्ञान प्राप्त करें और कल्याण कराऐं। पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी।
गीता जी में मोक्ष के लिए ॐ तत् सत् का जाप करने का निर्देश है जिसमें ॐ(क्षर पुरूष) तत्(अक्षर पुरुष) व सत्(परम अक्षर ब्रह्म) का जाप है जिसमें तत् व सत् सांकेतिक हैं जिन्हें केवल तत्वदर्शी संत ही बता सकता है। इन मन्त्रों का रहस्य केवल संत रामपाल जी महाराज जी ने ही उजागर किया है।
नाम सुमरले सुकर्म करले, कौन जाने कल की । खबर नही पल की ॥ परमात्मा कबीर जी ने बताया है कि हे भोले मानव (स्त्री/पुरुष)! परमात्मा का नाम जाप कर, शुभ कर्म कर। पता नहीं कल यानि भविष्य में क्या दुर्घटना हो जाएगी। एक पल का भी ज्ञान नहीं है। जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
नदी नाव नाले बगैं, छूटैं फुहारे सुन्न। भरे होद सरवर सदा, नहीं पाप नहीं पुण्य।। ना कोई भिक्षुक दान दे, ना कोई हार व्यवहार। ना कोई जन्मे मरे, ऐसा देश हमार।। जहां संखों लहर मेहर की उपजैं, कहर जहां नहीं कोई। दासगरीब अचल अविनाशी, सुख का सागर सोई।।
पूर्ण परमात्मा "सत कबीर" हैं। हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।। ‘‘राग तिलंग महला 1‘‘ पंजाबी गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ठ नं. 721 नानक देव जी कहते हैं:- हे सर्व सृष्टि रचनहार, दयालु ‘‘सतकबीर‘‘ आप निर्विकार परमात्मा हैं।
कबीर परमात्मा सर्व का पिता है। उसके प्राणियों को मारने वाले से वह कभी खुश नहीं होता। कबीर-माँस अहारी मानई, प्रत्यक्ष राक्षस जानि। ताकी संगति मति करै, होइ भक्ति में हानि।। ⚡मांस खाना महापाप कबीर, मांस मछलिया खात हैं, सुरापान से हेत। ते नर नरकै जाहिंगे, माता पिता समेत। परमात्मा कबीर जी कहते हैं जो मनुष्य मांस, मछली खाते हैं वह नरक में माता पिता के साथ जाते हैं। मांस खाना महापाप है। यह हमारे किसी भी धर्म की पवित्र पुस्तक में नही लिखा है।
आध्यात्मिक पुस्तक "धरती ऊपर स्वर्ग" में बताया गया है कि धार्मिक शास्त्र परमात्मा का बनाया संविधान है। जो व्यक्ति संविधान का उल्लंघन करता है, वह दंडित होता है। उसे न सुख प्राप्त होता है, न कार्य सिद्ध होते हैं न उसका मोक्ष (गति) होता है। प्रमाण- गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में है।
Jed,Mul, Aachar Purus Ek Peda Hai, Char Purus Nirajan Waki Dal, Tino Deva Sakha Brahma, Vishnu, Mahesh,Sakha Hai, Paat Roop Sansar,Jo Ki Chah Din Mae Pure Siristi Racha Or Seven Din Mae Satlok Jakar Bisram Kiya Wahi Kabirdev Ji Bhagwan Presentation Ma Rampal Maharaj Ji Puran Parameshwara Hai,Dass Or Dasi Koti Koti Dandvat Pranam Karta Hai, Jaybhimnamobuddhay, Jay Hind, Jay Bharat, BAMCEF, Bhimarmy, Thanks.
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
Sat Saheb ji Jay bandichhod ji ki daya Data ki: bgt permatma ke gyan me min mek nahi he per hum jo gyan Jagat ke bhaiyo me present karte he to ek sath dono dharmo ko jaha jarurat he waha jarur dono dharm ke satsang ek sath chalaye taki shradhalu ko virodi satsang nahi likhe.
Example for jab hindu sabd use ho tab Anya dharm ke sabdo ko bhi use kare jese sadu sant kahe to usi samay mola mulla hakim ka use bhi jate taki dono dharm ki ek sath nasiyat mile .
प्रेमानन्द जी महाराज के अनुसार, शिव जी सर्वज्ञ हैं। जबकि पुराणों और भसमागिरी की कथा से पता चलता है कि शिव जी सर्वज्ञ नहीं हैं। सर्वज्ञ तो कोई और है। देखिए पाखंडी बाबाओं, झूठ से बाज आ जाओ, शर्म करो, शर्म करो! आज दोपहर 12 बजे Factful Debates TH-cam Channel पर
एक तरफ जया किशोरी का कहना है कि "हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे" मंत्र से भगवान मिल जाएंगे और फिर कहती हैं कि मैं तो ॐ और ॐ नमः शिवाय का जाप करती हूँ। जबकि ऐसे किसी भी मंत्र का संकेत गीता, वेद में नहीं है। दोगला ज्ञान देने वाले इन कथावाचकों की सच्चाई जानने के लिए देखिए पाखंडी बाबाओं, झूठ से बाज आ जाओ, शर्म करो, शर्म करो! आज दोपहर 12 बजे Factful Debates TH-cam Channel पर।
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
धरती ऊपर स्वर्ग पुस्तक के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज ने पवित्र गीता जी अध्याय नंबर 15 के श्लोक 1 से 4 तथा 16-17 का आशय स्पष्ट करते हुए उल्टे लटके हुए वृक्ष के माध्यम से पूर्ण परमात्मा तथा अन्य देवी-देवताओं की स्थिति को समझाया है।
परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है। ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
😊“गरीब, सेवक हो कर उतरे, इस पृथ्वी के माहि।
जीव उधारन जगतगुरु, बार-बार बलि जांही।।😊
शास्त्रों से प्रमाणित अनमोल अमृत ज्ञान
Nice satsang ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
बहुत ही अनमोल सत्संग जी ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Anmol satsang. Jai bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ke charanon mein koti koti danwat pranam sat saheb ji 🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤
अखिल ब्रह्मांड के स्वामी
सर्व सृष्टि के रचियता
सर्व पुण्य आत्माओं के संकट मोचन
सर्व शास्त्रों से प्रमाणित भक्ति, मुक्ति के दाता
बंदी छोड़, सतगुरु रामपाल जी महाराज जी
*****के *****
श्री चरणों में कोटि कोटि दण्डवत प्रणाम l
Jay ho Bandi chhod ke 🙏🙏♥️🙏 parmatma mooxa do data ji 😢😊
सत साहेब जी सविता दासी सुरगांवबंजारी जिला खंडवा
❤❤❤❤😮😮😮😮
Kabir is complete god according to holy Gita Ved Qur'an Sharif Baibal and Guru Granth Sahib etc.
पूरे विश्व में पूर्ण सतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही है जो गीता, वेद, पुराण, कुरआन, बाइबल आदि धर्म ग्रंथो से प्रमाणित ज्ञान बताते है।
जो संत शास्त्रों के अनुसार भक्ति साधना बताता है, वही पूर्ण संत होता है। इसके विषय में गीता अध्याय 4 श्लोक 34, गीता अध्याय 15 श्लोक 1-4, और यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 में भी पूर्ण संत अर्थात तत्वदर्शी संत की ओर संकेत किया गया है।
वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो शास्त्रोक्त भक्ति बता रहे हैं जिससे साधक का मोक्ष संभव है।
Dandwat prnaam Guruji charnome
Good ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Nice satsang and nice interview sat Saheb ji Jay bandichhod ji ki.
तीर्थ गये ते एक फल, संत मिले फल चारि ||
सतगुरु मिले अनेक फल, कहै कबीर विचारि ||
🪷 अनमोल सत्संग वचन 🪷👏🏻👏🌻
Sant Milan Ko Chaliye Taj Maya Abhiman Jo Jo Kadam Aage Badhe 100 100 Yagya Saman😊😊
Sant rampal ji Maharaj ji is the supreme guru in the world 🌎..who tell with the Vedas, Puran, Geeta , Quran.etc.
कबीर वाणी अटपटी झट पट लखी ना जाए,
जो नर झट पट लख लेवे वाली खट्टा पट मिट जाए l प्रिय मित्रों भाई बहनों कबीर जी का ज्ञान थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा लेकिन संसार के सारे कष्टों का समूल नाश हो जायेगा इसीलिए संत रामपाल जी महाराज जी के ज्ञान बिना भेद भाव और बिना रागद्वेश के सुनना चाहिए जी सत साहेब जी
Daya parmeshwar kavir dev ji sat saheb ji Jay bandichhod ji ki. Satguru purn bramha bhagwan kavir ji ke awtar Sant Rampal Ji Maharaj Haryana India Wale ji purn bramha satguru bhagwan ji ki Jay ho Jay bandichhod ji ki.
ज्ञान की अमृत वर्षा 🎉
Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan ki Jay Ho 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻😊
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब जी भगवान है
सत साहेब जी बन्दी छोड़ जगतगुरु तत्वदर्शीसन्त रामपाल जी भगवान की जय 🏳🦶🦶🙇♂️🙇♀️🙇♂️🙇♀️🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🙏🪔🌹🦶🦶🙇♂️🙇♀️🙇♂️🙇♀️🏳
😮🎉सत् साहेब
संत रामपाल जी महाराज जी आज पूरे विश्व में एक मात्र ऐसा संत हैं जो सभी को हमारे ही धर्म शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान बताते हैं और शास्त्रों के ही आधार से ही भक्ति बताते हैं
Nice satsang about moksh kumbh mela to Sant Rampal Ji Maharaj Haryana India Wale ji.
सद्गुरु आय दया करी ऐसे दीन दयाल ।
बन्दीछोड बिरद तासु का जठराग्नि प्रतिपाल।।
बहुत अनमोल जानकारी है शास्त्र से प्रमाणित है
Sat sahib ji 🙏 🙌
Complete knowledge💯🙏🙏
Very nice satsang
Nice satsang kumbh sahi amrat snan about moksha sant Rampal Ji Maharaj youtube channel.
कबीर-तन संशय मन सोहना, काल अहेरी नीत।
एकै डाँग बसेरवा, कुशल पुछो का मीत।।
कबीर, तीर्थ गये एक फल,गुरु सेवा फल चार।
सतगुरु सेवा अनेक फल, कहे कबीर बिचार।।
तीर्थ स्थल पर जाने से कितना पुन्य और पाप होते हैं। जानने के लिए संत रामपाल जी के सतसंग सुने। सच्ची भक्ति का ज्ञान प्राप्त करें और कल्याण कराऐं।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी।
गीता जी में मोक्ष के लिए ॐ तत् सत् का जाप करने का निर्देश है जिसमें ॐ(क्षर पुरूष) तत्(अक्षर पुरुष) व सत्(परम अक्षर ब्रह्म) का जाप है जिसमें तत् व सत् सांकेतिक हैं जिन्हें केवल तत्वदर्शी संत ही बता सकता है। इन मन्त्रों का रहस्य केवल संत रामपाल जी महाराज जी ने ही उजागर किया है।
नाम सुमरले सुकर्म करले, कौन जाने कल की । खबर नही पल की ॥
परमात्मा कबीर जी ने बताया है कि हे भोले मानव (स्त्री/पुरुष)!
परमात्मा का नाम जाप कर, शुभ कर्म कर।
पता नहीं कल यानि भविष्य में क्या दुर्घटना हो जाएगी। एक पल का भी ज्ञान नहीं है।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
❤❤. Nice. Interview. And. Sstssng❤❤
ब्राह्मण गुरु जगत का संतों का नाही
उलझ सूलझ के रह गया चार वेद के माही👏🏻
Anmol gyaan
जय हो बंदी छोड़ की 🙏🙏🙏
Kabir is God
नदी नाव नाले बगैं, छूटैं फुहारे सुन्न। भरे होद सरवर सदा, नहीं पाप नहीं पुण्य।।
ना कोई भिक्षुक दान दे, ना कोई हार व्यवहार। ना कोई जन्मे मरे, ऐसा देश हमार।।
जहां संखों लहर मेहर की उपजैं, कहर जहां नहीं कोई। दासगरीब अचल अविनाशी, सुख का सागर सोई।।
Amazing video👌
सत साहिब
🙏🇺🇸❤️🇳🇵🙏🏼
कहता हु कही जात हू, कहु बजा कर ढोल।
स्वास जो खाली जात है,तीन लोक का मोल।।
पूर्ण परमात्मा "सत कबीर" हैं।
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।।
‘‘राग तिलंग महला 1‘‘ पंजाबी गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ठ नं. 721
नानक देव जी कहते हैं:-
हे सर्व सृष्टि रचनहार, दयालु ‘‘सतकबीर‘‘ आप निर्विकार परमात्मा हैं।
Sat saheb ji
Kabir supreme God
Amar bhogoban jagut goru rampal maharaja ji ko koti koti dandoboth pronam sat saheb ❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤❤❤
कबीर परमात्मा सर्व का पिता है। उसके प्राणियों को मारने वाले से वह कभी खुश नहीं होता।
कबीर-माँस अहारी मानई, प्रत्यक्ष राक्षस जानि।
ताकी संगति मति करै, होइ भक्ति में हानि।।
⚡मांस खाना महापाप
कबीर, मांस मछलिया खात हैं, सुरापान से हेत।
ते नर नरकै जाहिंगे, माता पिता समेत।
परमात्मा कबीर जी कहते हैं जो मनुष्य मांस, मछली खाते हैं वह नरक में माता पिता के साथ जाते हैं। मांस खाना महापाप है। यह हमारे किसी भी धर्म की पवित्र पुस्तक में नही लिखा है।
Look ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आध्यात्मिक पुस्तक "धरती ऊपर स्वर्ग" में बताया गया है कि धार्मिक शास्त्र परमात्मा का बनाया संविधान है। जो व्यक्ति संविधान का उल्लंघन करता है, वह दंडित होता है। उसे न सुख प्राप्त होता है, न कार्य सिद्ध होते हैं न उसका मोक्ष (गति) होता है।
प्रमाण- गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में है।
Anamol satsang
Jed,Mul, Aachar Purus Ek Peda Hai, Char Purus Nirajan Waki Dal, Tino Deva Sakha Brahma, Vishnu, Mahesh,Sakha Hai, Paat Roop Sansar,Jo Ki Chah Din Mae Pure Siristi Racha Or Seven Din Mae Satlok Jakar Bisram Kiya Wahi Kabirdev Ji Bhagwan Presentation Ma Rampal Maharaj Ji Puran Parameshwara Hai,Dass Or Dasi Koti Koti Dandvat Pranam Karta Hai, Jaybhimnamobuddhay, Jay Hind, Jay Bharat, BAMCEF, Bhimarmy, Thanks.
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ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
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❤ jn 8:29
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Sat Saheb ji Jay bandichhod ji ki daya Data ki: bgt permatma ke gyan me min mek nahi he per hum jo gyan Jagat ke bhaiyo me present karte he to ek sath dono dharmo ko jaha jarurat he waha jarur dono dharm ke satsang ek sath chalaye taki shradhalu ko virodi satsang nahi likhe.
Example for jab hindu sabd use ho tab Anya dharm ke sabdo ko bhi use kare jese sadu sant kahe to usi samay mola mulla hakim ka use bhi jate taki dono dharm ki ek sath nasiyat mile .
प्रेमानन्द जी महाराज के अनुसार, शिव जी सर्वज्ञ हैं। जबकि पुराणों और भसमागिरी की कथा से पता चलता है कि शिव जी सर्वज्ञ नहीं हैं। सर्वज्ञ तो कोई और है।
देखिए पाखंडी बाबाओं, झूठ से बाज आ जाओ, शर्म करो, शर्म करो! आज दोपहर 12 बजे Factful Debates TH-cam Channel पर
एक तरफ जया किशोरी का कहना है कि "हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे" मंत्र से भगवान मिल जाएंगे और फिर कहती हैं कि मैं तो ॐ और ॐ नमः शिवाय का जाप करती हूँ। जबकि ऐसे किसी भी मंत्र का संकेत गीता, वेद में नहीं है।
दोगला ज्ञान देने वाले इन कथावाचकों की सच्चाई जानने के लिए देखिए पाखंडी बाबाओं, झूठ से बाज आ जाओ, शर्म करो, शर्म करो! आज दोपहर 12 बजे Factful Debates TH-cam Channel पर।
Sat guru dev Rampal Ji bhagwan ji ki jai ho 👏👏👏👏
सत साहब बंदी छोड़ सतगुरु संत रामपाल जी महाराज की जय हो
सतगुरु देव जि कि जय हो। बन्दि छोद सतगुरु रामपाल जि गुरु महाराज भगवान जि कि जय हो। सतसाहेब जि।
Sat saheb ji
Nice satsang🌹🙏🌹🙏
संत रामपाल जी महाराज पूरे विश्व में एकमात्र ऐसा संत है जो समस्त धर्म के शास्त्रों के अनुसार सतभक्ति बताई है
संत रामपाल जी महाराज जी सभी धर्म शास्त्र अनुकूल भक्ति करवा रहे हैं
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
❤❤❤❤ anmol parvachan ❤❤❤❤
सतभक्ति करने से चौरासी लाख योनियों का कष्ट दूर हो जाता है।
धरती ऊपर स्वर्ग पुस्तक के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज ने पवित्र गीता जी अध्याय नंबर 15 के श्लोक 1 से 4 तथा 16-17 का आशय स्पष्ट
करते हुए उल्टे लटके हुए वृक्ष के माध्यम से पूर्ण परमात्मा तथा अन्य देवी-देवताओं की स्थिति को समझाया है।
कबीर, ये तन विष की बेलड़ी, गुरु अमृत की खान।
शीश दिए जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान।।
बहुत ही अनमोल ज्ञान 🙏🙏
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो
बहुत ही अच्छा सत्संग सभी को सुनना चाहिए
परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
❤❤❤❤❤
God Gyan
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
⭐⭐⭐⭐⭐
Kabir is god 🙏
😮😮😮😊
Anmolgyan
सतभक्ति करने से उजड़ा परिवार भी बस जाता है और पूरा परिवार सुख का जीवन जीता है। जीवन का सफर आसानी से तय हो जाता है क्योंकि जीवन का मार्ग साफ हो जाता है।
सत साहेब जी
Sat saheb ji
Very nice satsang
अनमाेल वचन
🤗🤗
Kabir is supreme god
Anmol satsang
मेरे गुरुदेव भगवान 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bandy chhod satguru rampal ji maharaja ki jay 🙏🙏🙏