Satguru saheb bandgi ji apka prabachan suna sunkar bahut acha laga eske liye dhanbad .kya aap parmatma ko dikate hai prabachan me bataya karai ki parmatma ko dekha jata hai?
आवाज को भगवान बताना यह गलत है कबीर दास जी ने दिखाया था बताया नहीं था । इसलिए आपकेज्ञान में और कबीर दास जी के ज्ञान में अंतर है आप केवल कबीर पंथी कहते हैं है नहीं
An eminent scholar said,"Father has Father."Another scholar said,"Wherefrom it starts and where it will end.A renowned philosopher replied,"Nobody knows perfectly.A scholar is residing on another scholar.Ek Se Bar Kar Ek."Thanks??
Baba jis din aap Shabd ko pakad loge na jis din sunane mein chale jaaoge itna nahin bol paoge Khali book padh kar aap log bakbak bakbak kariye dusre ka apman kariye aur Kabir Baba ka bhi tum log apman karte ho bevkuf ho tum log
जब तक रोटी बेटी का संबंध नहीं होगा मानव समाज के अंदर कबीर का और आपका भाषण कोई काम कानहीं है घर ग्रस्त लोग आप लोगों को भी टैक्स दे रहे हैं उसके समझ में जाकर ब्राह्मणों को भी टैक्सदे रहे हैं हम लोगों को बौद्ध धर्म गुरु ठग के खा रहे हैं एक कबीरपंथी दूसरा ब्राह्मणवाद हम लोगों का समाधानकरो
ગુજરાતીમાં અનુવાદ કરીને કબીર સાહેબ આખા સંસારની જે બેનો છે તેમની સાથે કર્મ સંબંધ છે જેટલા છોકરાઓ છે એ બધા કબીર સાહેબ ના છે આખા સંસારની બાયો નો સંબંધ કબીર સાહેબ સાથે હતો એમ આ સંત લોકો કહેવા
Kabir sahib ka jab sharir chhuta to woh sharir kahan gayab ho gaya .koi Sahib hamari shanka samadhan karen.satguru Kabir Saheb ki bandagi.krapya koi gyani purush hamari shanka samadhan karen.sahib bandagi.
सद्गुरू के मर्जी के बिना कही पर भी पत्ता भी नहीं हिलता है... सत्य पुरुष की छ्टी सूर्त निरंजन को किसने प्रगट किया.. सद्गुरू ने.. सत्यपुरूष की सोलवी सुर्त माया को किसने प्रगट किया. सद्गुरू ग्यानिजी ने.. क्यु? प्रगट किया सत्यलोक में कूछ हंस बिगड गये थे वो भक्ती नहीं कर रहे थे.. ईनके लिये अलग लोक बनाया.गया . ऐसे सब बिगडे हुये सत्य लोक के बच्चे को सुधार ने के लिये निरंजन लोक बनाया.. ओर् इसका इन्चार्ज सबसे बडा खतरनाक जेलर किसको बानाया... वो है सद्गुरू के सबसे प्यारा विश्वसनीय पुत्र निरंजन को... तो ये धर्मराय सच्चा सत्य लोक से चुना गया न्यायाधीश है.. ओर वो अपने ढंग से काम कर रहा है..जैसा सत्य पुरुष ने बताया वैसा ही अपने सुधार गृह में कडी मेहनत से काम कर रहा है.. मार धाड करके. प्यार से. समझा बुझा कर वो अपना काम कर रहा है.. तो आपको क्यू? तकलिब हो रही है.. उन्होंने अबतक कई जिवो को हंस बनाकर सत्य लोक भेजा.. जैसे संत मीराबाई, नामदेव, तुलसी दास नानकजी साहेब, गरीब दास, धर्मदास साहेब, ऐसे कई जिवो को सत्यलोक भेजा ओर जो अभी थोडेसे कच्चे है. ऊस को अपनेही समीप निरंजन लोक में रखा..इसिमे साहेब की प्यारी कन्या माया का भी अच्छा साथ मिल रहा है.. माया इस गउ की पालन कर्ता है. इस धरती मां गौ गऊ का दूध भी निकाल रही हैं. ईसिको बिघाड भी रही है.. इसिको दधी बनाकर अच्छेसे दुःख देकर रगड रही है..भिन्न भिन्न धर्म भाषा विचार फैला कर आग्यान रुपी इसी जीव रुपी दूध को बिघाड रही है. ओर ज्ञान रुपी वेद संत रुपी आरी से इनका माखन भी अलग निकाल कर शुद्ध स्वरुपी हंस तयार कर रही है...अपने परम पूज्य पिता सत्य पुरुष के लिये.. सा हे ब बं द गी... # भिन्न भिन्न सभी धर्म पंथ जात विचार बुद्धी आदी माया कर रही है.. कबिर पंथ में भी ऐसे ही अलक थोडे सुधारे हूये विचार धारा में माया 95% प्रवेश किया हैं.. ये मायावी लोग इसमे पाणी डाल कर..(अपना अलग अलग विचार फैला कर ) इस शुद्ध दूध को भी बिघाड रहे हैं.. ओर जो सच्चे भक्त हंस है वो ही इस मटकी से दूध दूध पिकर 95% पाणी त्याग देणे वाले है.. है दूध रुपी ज्ञान से अपणी जीवनी भक्ती की सेहद सुधार रहे हैं.. *साधू ऐसा चाहिए जैसा सूप सुहाय..सार सार गही लेत है पोधा देई उडाय* ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
कबीर साहब का बाप नहीं है केवल तुम्हारा ही बाप है। देखो कबीर क्या कह रहे हैं। जिस घर में अवला बसे बहे प्रेम के पूर कहे कबीर सुनो भाई साधो वह घर हमसे दूर।। जिस अखंड घर परमधाम में पूर्ण ब्रह्म परमात्मा अपने परमात्मा के साथ आनंद विलास करते हैं कबीर जी कह रहे हैं वह घर परमधाम हमसे दूर है। तो कबीर सब का बाप कैसे हुआ। कबीर अक्षरधाम की आत्मा है परमधाम उनसे आगे है जो पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद का धाम है वहां तक कबीर नहीं पहुंच सके। क्योंकि उनका ठिकाना अक्षरधाम में ही है। जो जहां से आया है उसे नहीं जाना है।
ऐसे शीर्षक वाले विडियो को देखना बंद करो।अहंकार में कुछ भी लिख देना नीच मानसिकता की पहचान है। कबीर दास जी ने कभी नहीं कहा है कि हम सबके बाप हैं लेकिन उनको मानने वाले ऐसा कहकर उनको भी दो कौड़ी का संत बना देगें।
Kabir daas sab ka Beta hai kyunki Kabir daas ke MA bidhva brahmani ne Na jaane kitna mardo ke sath soy hogi tab jakar ek kabir daas ka janm hua hoga ye to Kabir daas MA bidhva brahmani ko bhi malum nahi hoga ki Kabir daas kiska janma hua hai
कबीर सागर से प्रमाण पांच हजार पांच सौ जब कलयुग बित जाय। महापुरूष फरमान तब जगतारण को आय।। वो महापुरूष तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं जो कलयूग पांच हजार पांच सौ वित गया है
कबीर सब का बाप नहीं है। कबीर अक्षरधाम की आत्मा है। चलते चलते पग थके नगर रयाह नौ कोस। बीच में डेरा पड गया कबीर किसे दे दोस।। जिस घर में अवला बसे बहे प्रेम के पूर कहे कबीर सुनो भाई साधो वह घर हमसे दूर।।
सात शून्य के ऊपरे, सोलह शंख के पार तीन लोक से भिन्न है अमरलोक बिस्तार। कबीर साहेब पूर्ण ब्रम्ह परमात्मा सम्पूर्ण ब्रम्हांड के रचनाकार स्वम सत्यपुरूष है सभी आत्माओ के जनक है, आप ने जिस शाखी का सहारा लेकर आप कह रहे है कि कबीर साहेब बीच मे रह गए। यह साखी कबीर साहेब ने योगियो के लिए कहा है कि आप योग साधन करके शरीर के अंदर ध्यान समाधि लगाकर अमर होना चाहते है, कि जब आप का शरीर छूट जायेगा तब आप अधर मे रह गए आप की मंजिल दूर है। कबीर साहेब ने सभी को समझाया है। साहेब जी अगर आप को कबीर साहेब के बारे जानना है तो आप कबीर वाणि वचन का अध्ययन करे। सत्यनाम साहेब बंदगी साहेब
@@mathuraprasadahirwar4250 आप तो तुम सतलोक से परे की करते हो लेकिन तुम्हारा नाम दान से पता चलता है तुम्हारा नाम दान क्षर ब्रह्मांड सतलोक का है। क्योंकि सतलोक क्षर नाशवान ब्रह्मांड में आता है। इसलिए पहले अपना टिकट तो चेक कर लो कहांका है। बात अखंड की करते हैं और टिकट खड़ं का है ऐसे नैया पार होने वाली नहीं है। होशियारी से कम लो। देखा देखी नहीं।
@@munnalal-ui6lb अच्छा जी आप को हमारे नाम दान के बारे मे आप कैसे जान सकते है। क्योकि हमारा नाम तो विदेह है 52अछर से परे इस को कोई नही जान सकता है 52अछर माया माही इस मे सत्यनाम नाहि नाही, हमारा नाम कागज कलम, वाणि वचन से न्यारा विदेह शब्द है। यह लेने देने वाला बिषय नही है भाई इस नाम को स्वयं सतगुरू कबीर साहेब लखाते हे प्रगट करते है पूर्ण संत भेदी गुरूदेव के माध्यम से, इस सम्पूर्ण ब्रम्हांडो मे सत्य से बडकर कोई नही है इसलिए वह स्थान सत्यलोक है जिसका कभी बिनाष नही है वह अजर अखंड अविनाशी स्थिर है और ऐसा ही वह नाम है सत्य नाम जिस का कभी नाश नही होता है वह नाम अखंड है। ऐसे ही सतगुरू कबीर साहेब है जो पूर्ण ब्रम्ह है सम्पूर्ण ब्रम्हांड के मालिक कर्ता सत्य पुरुष है। सात कोटि शंभु भये नौ कोटि कन्हैया देवतन की गिनती नही मोरी एक पलैया। साहेब बंदगी साहेब साहेब
सत्य लोक अखंड, अविनाशी अजर अमर है सत्य लोक से ऊपर कोई लोक नही सत्य लोक जहा सत्य पुरुष का स्थान है वही से सम्पूर्ण ब्रम्हांड का उदगम है। परम धाम से परे है अविगत ठाम अनामी। प्रणामी मत काल निरंजन का पंथ है काल पुरुष ने 12पंथ चलाने का निर्णय लिए थे आप का पंथ 8वा पंथ है कबीर सागर मे प्रमाण है , अव मेआठवा पंथ बताऊ अकिल भंग दूत समझाऊ, परम धाम कह पंथ चलाबे, कछु कुरान कछु वेद चुराबे, कछु कछु निर्गुण अमरो लीना तारतम्य पोथी इक कीना। पंथ चलाबे ब्रम्हा का ग्याना, कर्मी जीव बहुत लपटाना। @@munnalal-ui6lb
@@mathuraprasadahirwar4250 पंत पोहोचावे कोटि कल्प, प्रेम पोहोचावे मिने पलक। नवधा से न्यारा कहे या चोदह लोक में नाही।सो प्रेम कहां से पाइए जो बसत गोपिका माही।।
आपका कहना है कि कबीर सब का आप है इसका मतलब यह होता है सारे संसार की औरतों का पति कबीर है यानी साड़ी संसार की औरतों के साथ कबीर का संबंध है सारे संसार की औरतों के साथ कबीर साहब ने कम किया है ऐसा आप कहना चाहते हो
@@khushhalzindagitv कबीर साहब सब का बाप है ऐसा वीडियो बनाकर अपने प्रसारण किया है हमने तो खा ली सवाल किया है हमारे सवालों का जवाब चाहिए यह गोल गोल बातें करना बंद कीजिए
सद्गरू साहेब बंदगी।
Satguru Kabir Saheb ki Pawan Charan kamalo Mein Sahib Bandagi Saheb
🌹🙏🌹 जय सतनाम जी 🙏❤️🙏
Satguru saheb bandgi ji apka prabachan suna sunkar bahut acha laga eske liye dhanbad .kya aap parmatma ko dikate hai prabachan me bataya karai ki parmatma ko dekha jata hai?
Saheb bandgi
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌱🌱
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब
जय सत्य निज नाम ,साहेब को बंदगी साहेब
Jay Bheem namo budhay bhai sahab ji Jay kaver Sahab ji Jay guru Ravidas Guru Nanak devji
Kabir ke Asli anuwai Kaun Hai Ramjpal ya koi aurhai
गुरुदेव कृपा जय गुरुदेव🙏🌺🙏
Kabir panth original sant Rampal Ji Maharaj ji hai
🕉️🪴🚩🛐🙏 Om Shree sadgurudev bhagwan ko Mera koti koti sastrang dandwat pranam Om 🪴☘️💐🥀🎄🌾🌺🌱🍂🍀🌼🪷🌻🍁🌷🌿🪻🌹🕉️🪴🚩🛐🙏🕉️🕉️🕉️
सत साहेब सत साहेब गुरु जी को प्रणाम
कबिर सबका सार है और रामा शंकर पुरे संसार का सार है
Ramashankar ke dimag mein fitool hai
आवाज को भगवान बताना यह गलत है कबीर दास जी ने दिखाया था बताया नहीं था ।
इसलिए आपकेज्ञान में और कबीर दास जी के ज्ञान में अंतर है आप केवल कबीर पंथी कहते हैं है नहीं
An eminent scholar said,"Father has Father."Another scholar said,"Wherefrom it starts and where it will end.A renowned philosopher replied,"Nobody knows perfectly.A scholar is residing on another scholar.Ek Se Bar Kar Ek."Thanks??
❤Sant Rampal Ji Maharaj ji ke pass hai ashlii gyan
Baba jis din aap Shabd ko pakad loge na jis din sunane mein chale jaaoge itna nahin bol paoge Khali book padh kar aap log bakbak bakbak kariye dusre ka apman kariye aur Kabir Baba ka bhi tum log apman karte ho bevkuf ho tum log
जब तक रोटी बेटी का संबंध नहीं होगा मानव समाज के अंदर कबीर का और आपका भाषण कोई काम कानहीं है घर ग्रस्त लोग आप लोगों को भी टैक्स दे रहे हैं उसके समझ में जाकर ब्राह्मणों को भी टैक्सदे रहे हैं हम लोगों को बौद्ध धर्म गुरु ठग के खा रहे हैं एक कबीरपंथी दूसरा ब्राह्मणवाद हम लोगों का समाधानकरो
Saheb bandgi🙏
सबका, बाप, एक, परमात्मा है कबीर, नहि, लोकिक, बाप, सबके, अलग, है।
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी
अति प्रिय बिज
ẞahebje bandgi
Jai ho ramashankar saheb ji
🌹🙏सप्रेम साहेब बन्दगी साहेब जी 🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🎉🎉कवीर सबका बाप है। गलत मत बोलो। हमारा बाप वहीं हैं जिसने हमें पैदा किया है। कबीर एक अच्छे संत हो सकते हैं।
साहेब वन्दगी साहेब बन्दगी साहेब बन्दगी।
कबीर तुम्हारा बाप होगा सबका दादा है भोले शंकर श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
ਸਾਹਿਬ ਬੰਦਗੀ ਸਾਹਿਬ ਬੰਦਗੀ ਸਾਹਿਬ ਬੰਦਗੀ 🎉❤😮🎉
ગુજરાતીમાં અનુવાદ કરીને કબીર સાહેબ આખા સંસારની જે બેનો છે તેમની સાથે કર્મ સંબંધ છે જેટલા છોકરાઓ છે એ બધા કબીર સાહેબ ના છે આખા સંસારની બાયો નો સંબંધ કબીર સાહેબ સાથે હતો એમ આ સંત લોકો કહેવા
Kbhi kehte bagvan ne var diya, kbhi kehte sarap diya, je ho kya rh
Sat sukrat avigat kabir
Kbir snt Ramaskr ke mai ke bap hai baki hm sb hidu ke bhgwan Ram hai
सद गुरु जी को प्रणाम,सत साहेब, साहेब बंदगी।🙏🙏🌹🌹💐🌹🌹🙏🙏
23:28 23:28 m 23:30 23:31 23:31 23:31 23:31 23:31 23:32 23:32 23:32 23:32 23:32 23:33 23:33 23:33 23:33 23:33 23:34 23:34 23:34 23:34 23:34 23:34 23:35 23:35 23:35 23:35 23:35 23:35 23:35 23:35 23:36 23:36 23:36 23:36 23:36 23:38 23:38 23:38 23:38 23:38 23:38 23:39 23:39 23:39 23:39 23:40 23:40 23:40 23:41 23:41 23:41 23:41 23:42 23:42 23:42 23:42 23:42 23:43 23:43 23:43 23:43 23:44 23:44 23:44 23:44 23:44 23:45 23:45 23:46 23:46 23:46 23:46 23:46 23:46 23:46 23:48 23:48 23:48 23:48 23:48 23:48 23:48 23:48 23:50 23:50 23:50 23:50 23:50 23:50 23:50 23:50 23:52 23:52 23:52 23:52 23:53 23:53 23:53 23:53 23:53 23:53 23:53 23:53 23:54 23:54 23:54 23:54 23:56 23:56 23:56 23:56 23:57 23:57 23:57 23:57 23:57 23:58 23:58 23:58 23:59 23:59 23:59 23:59 24:00 24:00 24:00 24:00 24:00 24:00 24:00 24:00 24:03 24:03
@@arane304 सत्य नाम साहेब बंदगी साहेब साहेब
Ishwer ka ADI ANT NAHI ,JANM MARAN NAHI ISHWER.KA KOI BAP NAHI AJANMA HAY.
मैं रामानंदी रहते हुए स्वामी रंजीत के तात्विक प्रवचन का समर्थन करते हुं
बहुत सुंदर
Thik hai snt ji
❤param pujya gurudev ji❤saheb bandagi❤saheb bandagi❤saheb bandagi❤❤❤❤Amethi se ram kishor bhagat❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Ye tumhara bharam hae
Thanks
Kabir sahib ka jab sharir chhuta to woh sharir kahan gayab ho gaya .koi Sahib hamari shanka samadhan karen.satguru Kabir Saheb ki bandagi.krapya koi gyani purush hamari shanka samadhan karen.sahib bandagi.
Kabir. Sahab. Anami. Tak. Pahuche. Aap. 10we. Darwaza. Khol. Ke. Dikhaye. Kuch. Bolne. Ke. Pahle. Aap. Sepoochiye
शब्द बराबर धन नहीं जो जाने बोल हीरा damome मिले सब्द मोल ना तोल
Rajveer kumar 😇😇😇😊🥰😘
सद्गुरू के मर्जी के बिना कही पर भी पत्ता भी नहीं हिलता है...
सत्य पुरुष की छ्टी सूर्त निरंजन को किसने प्रगट किया.. सद्गुरू ने..
सत्यपुरूष की सोलवी सुर्त माया को किसने प्रगट किया. सद्गुरू ग्यानिजी
ने..
क्यु? प्रगट किया सत्यलोक में कूछ हंस बिगड गये थे वो भक्ती नहीं कर रहे थे.. ईनके लिये अलग लोक बनाया.गया
. ऐसे सब बिगडे हुये सत्य लोक के बच्चे को सुधार ने के लिये निरंजन लोक बनाया.. ओर् इसका इन्चार्ज सबसे बडा खतरनाक जेलर किसको बानाया...
वो है सद्गुरू के सबसे प्यारा विश्वसनीय पुत्र निरंजन को... तो ये धर्मराय सच्चा सत्य लोक से चुना गया न्यायाधीश है.. ओर वो अपने ढंग से काम कर रहा है..जैसा सत्य पुरुष ने बताया वैसा ही अपने सुधार गृह में कडी मेहनत से काम कर रहा है..
मार धाड करके. प्यार से. समझा बुझा कर वो अपना काम कर रहा है.. तो आपको क्यू? तकलिब हो रही है..
उन्होंने अबतक कई जिवो को हंस बनाकर सत्य लोक भेजा.. जैसे संत मीराबाई, नामदेव, तुलसी दास नानकजी साहेब, गरीब दास, धर्मदास साहेब, ऐसे कई जिवो को सत्यलोक भेजा ओर जो अभी थोडेसे कच्चे है. ऊस को अपनेही समीप निरंजन लोक में रखा..इसिमे साहेब की प्यारी कन्या माया का भी अच्छा साथ मिल रहा है.. माया इस गउ की पालन कर्ता है. इस धरती मां गौ गऊ का दूध भी निकाल रही हैं. ईसिको बिघाड भी रही है.. इसिको दधी बनाकर अच्छेसे दुःख देकर रगड रही है..भिन्न भिन्न धर्म भाषा विचार फैला कर आग्यान रुपी इसी जीव रुपी दूध को बिघाड रही है. ओर ज्ञान रुपी वेद संत रुपी आरी से इनका माखन भी अलग निकाल कर शुद्ध स्वरुपी हंस तयार कर रही है...अपने परम पूज्य पिता सत्य पुरुष के लिये.. सा हे ब बं द गी...
# भिन्न भिन्न सभी धर्म पंथ जात विचार बुद्धी आदी माया कर रही है..
कबिर पंथ में भी ऐसे ही अलक थोडे सुधारे हूये विचार धारा में माया 95% प्रवेश किया हैं.. ये मायावी लोग इसमे पाणी डाल कर..(अपना अलग अलग विचार फैला कर ) इस शुद्ध दूध को भी बिघाड रहे हैं.. ओर जो सच्चे भक्त हंस है वो ही इस मटकी से दूध दूध पिकर 95% पाणी त्याग देणे वाले है.. है दूध रुपी ज्ञान से अपणी जीवनी भक्ती की सेहद सुधार रहे हैं..
*साधू ऐसा चाहिए जैसा सूप सुहाय..सार सार गही लेत है पोधा देई उडाय* ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
बातें सब झूठी दिखाई दे रही है क्योंकि अगर सब परमात्मा सब में है तो क्यों एक दूसरे से जलन
कबीर साहब का बाप नहीं है केवल तुम्हारा ही बाप है।
देखो कबीर क्या कह रहे हैं।
जिस घर में अवला बसे बहे प्रेम के पूर कहे कबीर सुनो भाई साधो वह घर हमसे दूर।।
जिस अखंड घर परमधाम में पूर्ण ब्रह्म परमात्मा अपने परमात्मा के साथ आनंद विलास करते हैं कबीर जी कह रहे हैं वह घर परमधाम हमसे दूर है। तो कबीर सब का बाप कैसे हुआ। कबीर अक्षरधाम की आत्मा है परमधाम उनसे आगे है जो पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद का धाम है वहां तक कबीर नहीं पहुंच सके। क्योंकि उनका ठिकाना अक्षरधाम में ही है। जो जहां से आया है उसे नहीं जाना है।
ऐसे शीर्षक वाले विडियो को देखना बंद करो।अहंकार में कुछ भी लिख देना नीच मानसिकता की पहचान है। कबीर दास जी ने कभी नहीं कहा है कि हम सबके बाप हैं लेकिन उनको मानने वाले ऐसा कहकर उनको भी दो कौड़ी का संत बना देगें।
Guru kbeer ji ko sat sat nman
Rampal ji Real Satgurtu
Kabir sacha h to musalim kyo nahi mante sabke pas apani apani dhapali h bajate raho
साहेब बंदगी साहेब
23:25 kabeer panthi bathyne bhgwan ne bakri,murgi,machi kinyu banai
Kabir daas sab ka Beta hai kyunki Kabir daas ke MA bidhva brahmani ne Na jaane kitna mardo ke sath soy hogi tab jakar ek kabir daas ka janm hua hoga ye to Kabir daas MA bidhva brahmani ko bhi malum nahi hoga ki Kabir daas kiska janma hua hai
Satguru ko sat sat Pranam
Ham sabko akhi pratma ne banaya lekin koi chamar ka Ghar me janam hai aur koi
Brahman ke ghar me, sisa kiyon
Saheb bandagi🙏🙏🙏
Stgurudev ki jay ho
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब🙏
कबीर सागर से प्रमाण पांच हजार पांच सौ जब कलयुग बित जाय। महापुरूष फरमान तब जगतारण को आय।। वो महापुरूष तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं जो कलयूग पांच हजार पांच सौ वित गया है
saheb bandgi
कबीर सब का बाप नहीं है। कबीर अक्षरधाम की आत्मा है।
चलते चलते पग थके नगर रयाह नौ कोस। बीच में डेरा पड गया कबीर किसे दे दोस।।
जिस घर में अवला बसे बहे प्रेम के पूर कहे कबीर सुनो भाई साधो वह घर हमसे दूर।।
सात शून्य के ऊपरे, सोलह शंख के पार तीन लोक से भिन्न है अमरलोक बिस्तार। कबीर साहेब पूर्ण ब्रम्ह परमात्मा सम्पूर्ण ब्रम्हांड के रचनाकार स्वम सत्यपुरूष है सभी आत्माओ के जनक है, आप ने जिस शाखी का सहारा लेकर आप कह रहे है कि कबीर साहेब बीच मे रह गए। यह साखी कबीर साहेब ने योगियो के लिए कहा है कि आप योग साधन करके शरीर के अंदर ध्यान समाधि लगाकर अमर होना चाहते है, कि जब आप का शरीर छूट जायेगा तब आप अधर मे रह गए आप की मंजिल दूर है। कबीर साहेब ने सभी को समझाया है। साहेब जी अगर आप को कबीर साहेब के बारे जानना है तो आप कबीर वाणि वचन का अध्ययन करे। सत्यनाम साहेब बंदगी साहेब
@@mathuraprasadahirwar4250 आप तो तुम सतलोक से परे की करते हो लेकिन तुम्हारा नाम दान से पता चलता है तुम्हारा नाम दान क्षर ब्रह्मांड सतलोक का है। क्योंकि सतलोक क्षर नाशवान ब्रह्मांड में आता है। इसलिए पहले अपना टिकट तो चेक कर लो कहांका है। बात अखंड की करते हैं और टिकट खड़ं का है ऐसे नैया पार होने वाली नहीं है। होशियारी से कम लो। देखा देखी नहीं।
@@munnalal-ui6lb अच्छा जी आप को हमारे नाम दान के बारे मे आप कैसे जान सकते है। क्योकि हमारा नाम तो विदेह है 52अछर से परे इस को कोई नही जान सकता है 52अछर माया माही इस मे सत्यनाम नाहि नाही, हमारा नाम कागज कलम, वाणि वचन से न्यारा विदेह शब्द है। यह लेने देने वाला बिषय नही है भाई इस नाम को स्वयं सतगुरू कबीर साहेब लखाते हे प्रगट करते है पूर्ण संत भेदी गुरूदेव के माध्यम से, इस सम्पूर्ण ब्रम्हांडो मे सत्य से बडकर कोई नही है इसलिए वह स्थान सत्यलोक है जिसका कभी बिनाष नही है वह अजर अखंड अविनाशी स्थिर है और ऐसा ही वह नाम है सत्य नाम जिस का कभी नाश नही होता है वह नाम अखंड है। ऐसे ही सतगुरू कबीर साहेब है जो पूर्ण ब्रम्ह है सम्पूर्ण ब्रम्हांड के मालिक कर्ता सत्य पुरुष है। सात कोटि शंभु भये नौ कोटि कन्हैया देवतन की गिनती नही मोरी एक पलैया। साहेब बंदगी साहेब साहेब
सत्य लोक अखंड, अविनाशी अजर अमर है सत्य लोक से ऊपर कोई लोक नही सत्य लोक जहा सत्य पुरुष का स्थान है वही से सम्पूर्ण ब्रम्हांड का उदगम है। परम धाम से परे है अविगत ठाम अनामी। प्रणामी मत काल निरंजन का पंथ है काल पुरुष ने 12पंथ चलाने का निर्णय लिए थे आप का पंथ 8वा पंथ है कबीर सागर मे प्रमाण है , अव मेआठवा पंथ बताऊ अकिल भंग दूत समझाऊ, परम धाम कह पंथ चलाबे, कछु कुरान कछु वेद चुराबे, कछु कछु निर्गुण अमरो लीना तारतम्य पोथी इक कीना। पंथ चलाबे ब्रम्हा का ग्याना, कर्मी जीव बहुत लपटाना। @@munnalal-ui6lb
@@mathuraprasadahirwar4250 पंत पोहोचावे कोटि कल्प, प्रेम पोहोचावे मिने पलक।
नवधा से न्यारा कहे या चोदह लोक में नाही।सो प्रेम कहां से पाइए जो बसत गोपिका माही।।
साहेब बंदगी सतनाम
साहेब बंदगी
Saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi
वेद कतेब झुठे नहीं भाई।झुठे हैं जो समझत नहीं।।
आपका कहना है कि कबीर सब का आप है इसका मतलब यह होता है सारे संसार की औरतों का पति कबीर है यानी साड़ी संसार की औरतों के साथ कबीर का संबंध है सारे संसार की औरतों के साथ कबीर साहब ने कम किया है ऐसा आप कहना चाहते हो
अपनी पत्नी और बच्चे से पूछो वो इनका बिल्कुल सही उत्तर देंगे!
कबीर साहेब से मतलब है सत्य ज्ञान!
सत्य ज्ञान में ही सब कुछ समाया है और सब कुछ वहीं से निकलता है वरना तो झूठ का पसारा आप लोग फैल ही रहे हैं...
@@khushhalzindagitv कबीर साहब सब का बाप है ऐसा वीडियो बनाकर अपने प्रसारण किया है हमने तो खा ली सवाल किया है हमारे सवालों का जवाब चाहिए यह गोल गोल बातें करना बंद कीजिए
@@khushhalzindagitv तुम अपनी मां से पूछो क्या कबीर साहेब कोई कर्म तुम्हारे साथ किया था जो तुम्हारा बाप बन गया