manwani films, nirmal bhole 2023, shivratry 2023

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 5 พ.ค. 2023
  • manwani films, nirmal bhole 2023, shivratry 2023
    ........................................................................................
    दूल्हा बन निकले भगवान शंकर, सिंधी कॉलोनी बना बाराती
    सिन्धु संस्कार, सागर। सिंधी कॉलोनी गुरदासमल शिव मंदिर से निकली शाही शिव बारात निर्मल भोले के विशेष आग्रह पर निर्मल भोले शिव बारात में मध्यप्रदेश के केबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर पधारे उनका स्वागत निर्मल भोले, अनिल, राजेश, शंकर, विक्की, राजेश मनवानी ने 51 किलो की फूल माला पहनाकर स्वागत किया और भोले नाथ का प्रिय डमरू भेंट किया इस मौके पर मंत्री श्री सिंह ने कहा की निर्मल भोले तो सचमुच का भोले है इतनी बड़ी शाही बारात देवो के देव महादेव की निकाली वास्तव में बधाई के पात्र है ।
    सिंधी कॉलोनी में निर्मल भोले परिवार द्वारा महाशिवरात्रि पर निकली महादेव की बारात, भूत, पिशाच बने बाराती, सालों पुरानी परंपरा को निभाते हैं लोग ।
    सागर / सिंधी कॉलोनी स्थित गुरदासमल शिव मंदिर से महाशिवरात्रि पर निकलने वाली बारात खास होती है। महादेव की बारात में हाथी घोड़े से लेकर बाराती बनते है भूत पिशाच और अन्य लोग भी शामिल होते है। यह परंपरा 22 साल पुरानी है। 2001 में गुरदासमल जी ने शिव पार्वती मूर्ति मंदिर में स्थापना होने के बाद इस परंपरा की शुरुआत हुई। यहां गुलाबी पगड़ी बांध रस्म निभाई जाती है,
    महादेव के बारात में चार वाहनों की झांकी से लेकर शाही बैंड, डीजे, ढोल ताशा पार्टी और जनजातीय समाज की सहभागिता मादर और नगाड़े के साथ होती है। निर्मल भोले बजाज परिवार द्वारा गुरदासमल शिव मंदिर से शिव जी की बारात का आगे आगे बैंड बाजो के साथ रथ पर शिव पार्वती बने युवक युवती तो वही भोलेनाथ का भेष बनकर स्वयं नाचे भोलेनाथ भूत पिसाचो की बारात में देखने सिंधी कॉलोनी वासी अपने घरों की छत पर यह नज़ारा अपने अपने मोबाइल सेट पर रिकॉर्ड करते नज़र आये । प्रवक्ता राजेश मनवानी ने बताया की सिंधी कॉलोनी स्थित गुरदासमल बजाज के निवास स्थान पर शिव जी के मंदिर में सुबह पूजन हवन के बाद दोप 12 बजे महा शिवरात्रि पर भोले भंडारी की बारात निकली तो नज़ारा ही दिलचस्प था। बारात में देव तो थे ही. उनके साथ भूत-पिचाश- भी थे. भांग के नशे में चूर भूत-पिशाच हुड़दंग करते निकले. गीत-संगीत था, नाच-गाना था। शिव भी अपने बारातियों का हुड़दंग देखते चल रहे थे। बारात का जगह-जगह स्वागत हुआ । सिंधी समाज की महिलाओ ने अपने घरो की छतों से फूलों की वर्षा कर भोले नाथ की बारात का जोरदार स्वागत किया ।
  • บันเทิง

ความคิดเห็น •