हार छोड़ हर पर चढ़े, और चढ़ गए हरी गंगा।।बहते बहते चले समुद्र में,यह हमारे सत्संगा।। Dharmik Paheli.

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  • เผยแพร่เมื่อ 1 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 3

  • @gopalprajapat9254
    @gopalprajapat9254 หลายเดือนก่อน

    Jai Shri Ram Guruji Radhe Radhe 🙏🙏

  • @gulshanjatav-o8h
    @gulshanjatav-o8h หลายเดือนก่อน

    बहुत सुन्दर पहेली है ।🌹🌻🙏🏽🙏🏽🙏🏽🌻🌹

  • @SonuMarskole-o1k
    @SonuMarskole-o1k หลายเดือนก่อน

    गुरु जी जय माता दी। घोड़ा के खुर जुड़े हैं परन्तु गाये के खुर क्यों खुले हैं वैद सहित बातना जी