पेशा कानून में चर्चा करने के लिए आपको और आपके चैनल वाले को हमारे आदिवासी समाज की ओर से आपको बहुत बहुत धन्यवाद और जोहार। हम चाहते हैं झारखंड में आदिवासी समाज के विकास के लिए पेशा कानून जल्द से जल्द लागू हो , जोहार आदिवासी
कृष्णा हंसदा तो नगर निगम,नगर पंचायत त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के पक्ष में है। ये सब नहीं चाहिए तो pesa के हु ब हु लागू होने की जरूरत है। नहीं तो मुखिया दादा रहेगा ही
सही बोला है। ईसाइयों को तो कोई मतलब नहीं है बस अपना बने काम और काम निकले। आदिवासी ना हिंदू है ना मुस्लिम है ना इसाई है। सावधान आदिवासी सावधान आदिवासी सावधान आदिवासी।
पारंपरिक ग्राम सभा sungi, प्रखंड कर्रा,जिला खूंटी में तमाम बुद्धिजीवीयो अगुवाओं ko pesa नियमावली को लेकर,sungi बालू घाट का पारंपरिक ग्राम सभा के संवैधानिक अधिकारों का राज्य सरकार द्वारा हनन किया जा रहा है , हमलोग संवैधानिक तरीके से उलगुलान कर झारखंड सरकार से लड़ने का पारंपरिक ग्राम सभा sungi से सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। आपका स्वागत है हमारे ग्राम सभा में आइए और जागरूकता अभियान चलाकर वीडियो बनाईए।
पेसा के बारे में कृष्णा हांसदा गलत बेयख्या कर रहा हैं ओर बाकी लोग के साथ क्यों नहीं बात कर रहा हैं क्या कृष्णा माझी बाबा हैं कृष्णा बहुत बड़ा भूल कर रहे हों l🙏
JPRA sahai hai ya PESA Niyamawal❓ JPRA niyamawali ke tahat toh aaj election ho raha hai aur Mukhya,ward member, jila parisad, panchayat samiti sadsya chune ja rahe hain.
Shilpi Neha triki to jay issu karti hai .or uski mansikta hai ki pure jharkhand ke adiwasiyo ko jay issu kahlwana. Tabhi to kahti hai bhari sabha me koi lalach de ke charch laya hai kya .
Murak-Bebkuf Manki, Munda Se ye Sab Lagu karna Muskil Hai. ye kanun Lagu Karna Dharaatalia Samaseya Hai. Garam Sabha ko Majbut karna Hoga. Garam Sabha Me Log Ladte Hai
What is the definition of schedule area. District East Singhbhum is having only less than 20% of ST peoples. But how it's comes under schedule area. If PESA implemented, that means head of the gram panchayats is completely reserved for ST peoples. Which is unethical..if they having low population in that particular reason. What about the rights of 80% peoples living in that areas.. if they are majority in particular area. So, it's necessity to conduct caste based census in jharkhand. And if in particular area ST is having more than 50% population than PESA implemented. Otherwise general public will go for High court and supreme court as well.. no doubt.
बिना सही जानकारी के इस तरह बात नहीं करना चाहिए। इस तरह के बयान भ्रम को नहीं दूर करेंगे बल्कि ये लोगों को उलझन में डालेंगे। PESA 1996 के लगभग अनुरूप होने से आप संतुष्ट हैं?
आप को क्योंग लगता है की ईसाई गलत ही बोलता है? क्या आप जिस धर्म को मानते हैं वो यही कहता है की दूसरे धर्म के मानने वाले से नफरत करो? और जो धर्म आप मानते हो वो केवल आदिवासी ही मानेंगे? कोई धर्म किसी जाती बिसेस का होता है क्या?
पेशा कानून में चर्चा करने के लिए आपको और आपके चैनल वाले को हमारे आदिवासी समाज की ओर से आपको बहुत बहुत धन्यवाद और जोहार। हम चाहते हैं झारखंड में आदिवासी समाज के विकास के लिए पेशा कानून जल्द से जल्द लागू हो , जोहार आदिवासी
आप का सुझाव 100% सही है, इसमें कोई सन्देह नहीं है।
ग्लांसन डुगडुग कुछ और कह रहे हैं कृष्णा सर तो सही बोल रहे है जोहार कृष्णा सर और ग्लांसन डुगडुग को एक साथ बैठने कि जरूरत है जोहार
Jach hona chahiye sir🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
बहुत अच्छा सुझाव दिये दादा आप के जैसा और कानून के जानकार बुद्धि जीवि आगे आए और सुझाव दे।
Very good discussion
Jindabad
Jmm सरकार कभी भी पेसा एक्ट लागू नहीं करेगा।jmm तो हर गांव कस्बों को नगरपालिका से जोड़ना चाहते हैं ताकि गांव देहात वाले भी नगरपालिका को टैक्स दे।
कृष्णा हंसदा तो नगर निगम,नगर पंचायत त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के पक्ष में है। ये सब नहीं चाहिए तो pesa के हु ब हु लागू होने की जरूरत है। नहीं तो मुखिया दादा रहेगा ही
Bilkul sahi bath dada❤❤❤
Very good
सही बोल रहे हैं कृष्णा द
Good 👍
सही बोल रहे कृष्ण दादा
Good 👍👍👍
पेशा कानून हुभा हब लागू हो
Raguwar say samay soya hua tha krishan Hansda ji 😊
इसाई समाज में पारम्परिक ब्यवस्था ही नहीं है, तो कहा से जानेगी नेहा तिर्की।
सही बोला है।
ईसाइयों को तो कोई मतलब नहीं है बस अपना बने काम और काम निकले।
आदिवासी ना हिंदू है ना मुस्लिम है ना इसाई है।
सावधान आदिवासी सावधान आदिवासी सावधान आदिवासी।
पारंपरिक ग्राम सभा sungi, प्रखंड कर्रा,जिला खूंटी में तमाम बुद्धिजीवीयो अगुवाओं ko pesa नियमावली को लेकर,sungi बालू घाट का पारंपरिक ग्राम सभा के संवैधानिक अधिकारों का राज्य सरकार द्वारा हनन किया जा रहा है , हमलोग संवैधानिक तरीके से उलगुलान कर झारखंड सरकार से लड़ने का पारंपरिक ग्राम सभा sungi से सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। आपका स्वागत है हमारे ग्राम सभा में आइए और जागरूकता अभियान चलाकर वीडियो बनाईए।
पैसा चाहिए पी पैसा नहीं
पेसा के बारे में कृष्णा हांसदा गलत बेयख्या कर रहा हैं ओर बाकी लोग के साथ क्यों नहीं बात कर रहा हैं क्या कृष्णा माझी बाबा हैं कृष्णा बहुत बड़ा भूल कर रहे हों l🙏
JPRA means:- Jharkhand Panchayati Raj Adhiniyam, 2001(isme election hota hai selection nahin)
: : Munda kabile se mantri ho uske baad chowk me moorti , Pesa , Sirom flyover , ...
JPRA sahai hai ya PESA Niyamawal❓
JPRA niyamawali ke tahat toh aaj election ho raha hai aur Mukhya,ward member, jila parisad, panchayat samiti sadsya chune ja rahe hain.
2500 से हमारे आदिवासी मलवसी खुश है...
इश्लिये कोई आवाज नही उठा रहे है
Shilpi Neha triki to jay issu karti hai .or uski mansikta hai ki pure jharkhand ke adiwasiyo ko jay issu kahlwana. Tabhi to kahti hai bhari sabha me koi lalach de ke charch laya hai kya .
Munda ar manki to jmm ke andar me hai,to adivasi ka jamin ko kya bacha sakte hai sarkar jab jamin magta hai to aram se de dega....
Dipak biruwa or shilpi Neha tirki mapiya hai
पेशा एक्ट का फायदा गढ़वा पलामू के आदिवासी को भी होगा या नहीं
पेसा कानून का पैदा होगा
Murak-Bebkuf Manki, Munda Se ye Sab Lagu karna Muskil Hai. ye kanun Lagu Karna Dharaatalia Samaseya Hai. Garam Sabha ko Majbut karna Hoga. Garam Sabha Me Log Ladte Hai
Lagu manna chahi krisna da pesa ekt akay chad rai
Pesa nahin lagoo hoga kyonki Adiwasi log apas me ladaai kar rahe hain
Gladson dungdung se aap baith kar baat kijiye
Yah admi Adivasi ko vram kar raha
What is the definition of schedule area. District East Singhbhum is having only less than 20% of ST peoples. But how it's comes under schedule area. If PESA implemented, that means head of the gram panchayats is completely reserved for ST peoples. Which is unethical..if they having low population in that particular reason. What about the rights of 80% peoples living in that areas.. if they are majority in particular area. So, it's necessity to conduct caste based census in jharkhand. And if in particular area ST is having more than 50% population than PESA implemented. Otherwise general public will go for High court and supreme court as well.. no doubt.
कृपा शेड्यूल एरिया में आबादी पार्टिसिपेट का ज्ञान न दें जितने भी लोग गैर कानूनी तरह से बस गैस गए उसका हिसाब बाद में तय होगा
@Tribal-l3z do you think all 80,% are outsider.
भकलो इसका पृष्ठभूमि पता हैं और इसका इंटरव्यू करने वाला क्या आप जानकारी हैं
Hansda.dada.johar
Woh abhi bachchhi h .sn tirki
बिना सही जानकारी के इस तरह बात नहीं करना चाहिए।
इस तरह के बयान भ्रम को नहीं दूर करेंगे बल्कि ये लोगों को उलझन में डालेंगे।
PESA 1996 के लगभग अनुरूप होने से आप संतुष्ट हैं?
@@pmantony39 ईसाई हो गलत बोलोगे ही क्योंकि कस्टम लो लागू होने वाला है
आप को क्योंग लगता है की ईसाई गलत ही बोलता है? क्या आप जिस धर्म को मानते हैं वो यही कहता है की दूसरे धर्म के मानने वाले से नफरत करो? और जो धर्म आप मानते हो वो केवल आदिवासी ही मानेंगे? कोई धर्म किसी जाती बिसेस का होता है क्या?
@@jyotibhengra91 ye बात aap अपने ईसाई समाज से पूछते तो बेहतर होता
आप अपने दिमाग के नफ्रति कीटाणु को पाल रखे हैं मुबारक हो आपका धर्म यही कहता होगा 😂@@prakash-ls7jb
Good 👍👍👍