I am a lawyer myself, practicing before the Delhi High Court and the Supreme Court. The statements made by this lawyer reveal their intellectual level, and perhaps their incompetence has also been a reason for Atul's troubles. As for the legal framework, the entire legal system is completely and biasedly in favor of women. There is definitely a need for a thorough overhaul of the entire system.
सभी पेशेवर यानि डाक्टर, इंजीनियर, कंपनी सेक्रेटरी, चार्टड अकाउंटेंट , वकालत इत्यादि में जितना अवमूल्यन वकालत के पेशे को इन तथाकथित एडवोकेटों ने किया उतना किसी पेशे का नहीं हुआ।
वकील ने भी अपना रंग दिखा दिया,सब ने मिलकर खा लिया अतुल जी को, घूस कौन सा जिला स्तरीय जज अपने पेशकार,वकील या स्वयं खुद डायरेक्ट नही लेता,आम जनमानस सब जानता है पर क्या करे
अगर सच में ये वकील अतुल सुभाष को केस हैंडल करता तो आज ये नौबत नहीं आती इसके बातों से खुद पता चलता है कि केवल पैसा लिया कोई न्याय दिलवाने का कार्य नहीं किया है😡😡😡 केवल ऑनरेबल ऑनरेबल बोल रहा है ये
चाहे जो सफाई दो अब लेकिन आप लोगों ने एक मासूम की जान ले ली । हो सकता है,व्यक्ति एक दूसरे को एक बार माफ कर दे लेकिन ईश्वर कभी माफ नहीं करेगा। उसके यहां जब तारीख पड़ने लगेगी तो फिर संभल नहीं पाओगे। 😢
ज्यादातर ऐसे मामलों में देखा जाता है कि पति पक्ष का एडवोकेट भी पत्नी पक्ष से मिल जाते हैं ? इस मामले के वकील साहब की बात पर गौर करें कि वह जजमेंट को ठीक भी बता रहे हैं और साथ में यह भी जोड़ दे रहे हैं कि हो सकता है कि रु. 40 हजार का गुजारा भत्ता एक चार साल के बच्चे के लिए ज्यादा हो ? अब अतुल के वीडिओ बयान को याद करिए ? वह कह रहा है कि हाईकोर्ट ने उससे 40 हजार गुजारा भत्ता ( जिसका वह अपने विरुद्ध मुकदमा लड़ने में दुरुपयोग मानता है) पर सुनवाई की जगह उसे जारी रखने को कहा और न्यायालय के क्षेत्राधिकार को चुनौती देने वाले मामले को लटकाए रखा। क्या जौनपुर की निचली अदालत के वकील साहब को 126 सहपठित 125 सीआरपीसी की जानकारी नहीं थी जैसा अतुल वीडिओ में बता रहा है। उन्होंने इस आधार पर 125 सीआरपीसी को न्यायालय के क्षेत्राधिकार से बाहर का सिद्ध करके खारिज क्यों नहीं करवाया ? लगता है निचली अदालत का निर्णय आने के बाद अतुल ने स्वयं कानून की इन बारिकियों का अध्ययन किया , जैसा उसके वीडिओ को देख सुन कर लग रहा है ?
यदि कोई वकील परेशान कर रहा हो तो इसे बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) में शिकायत करें। 1. वकील के गलत व्यवहार की पूरी जानकारी और सबूत इकट्ठा करें। 2. बार काउंसिल ऑफ इंडिया को लिखित शिकायत दर्ज करें। 3. अपनी शिकायत को उचित रूप से फाइल करने के लिए स्थानीय बार काउंसिल से मार्गदर्शन लें। 4. मामले की सुनवाई के दौरान बार काउंसिल उचित कार्रवाई करेगी।
Is advocate ki baato se saaf saaf lag raha hai ki yeh bhi bhagidar bai atul ki maut ka. Yeh sab mile hote hai ek dusre se. Sara judiciary system crupt hai .
जज भी पैसे खा कर या फिर सिर्फ़ महिला को पीड़ित मानकर गलत फैसला देते है, इस घटना में गलत फैसला भी एक कारक है। जज कोई तोपचंद नहीं होते, गलत न्याय करने वाले जज का भी एक दिन जजमेंट होगा और हिसाब देना होगा।
Yah patrakaar padha likha nahin hai is sanvidhan nahin padha hai ek tarfa Sara love patni ke paksh mein banaya hua hai Bharat ka love karta hai ki agar patni tumse naraj Ho Gaya to tumhare Paisa se vah case lagegi tumhare Paisa se ho jivan aapan karegi tum jab Tak aatmhatya nahin karoge jab tak tumko jeene nahin diya jaega Bharat ke sanvidhan ke hisab se kyunki main khud iska hogi agar Atul ke case mein agar uska patni ko Saja Ho Gaya to main to khud aatmhatya karne ke liye taiyar hun Bhai main 12 sal se humko aatankwadi ki tarah treat Kiya ja raha hai do bar Ghar nilami Ho Gaya do bar 10 bar rest Ho Gaye 10 mahine 2 2 sal jail kat liye hue hain fir bhi humko prashasan aur Kanoon nahin chhod raha hai
IPC धाराएं (संक्षेप में): 1. धारा 191: झूठा सबूत देना। 2. धारा 192: झूठे सबूत गढ़ना। 3. धारा 193: झूठा सबूत देने पर 3-7 साल की सजा और जुर्माना। 4. धारा 194: झूठे सबूत से मौत की सजा दिलाने पर उम्रकैद या मौत की सजा। 5. धारा 195: अदालत में झूठे मामले या दस्तावेज बनाना। 6. धारा 201: सबूत छुपाना या नष्ट करना। 7. धारा 211: निर्दोष पर झूठा आपराधिक मामला दर्ज करना (2 साल तक की सजा)।
Yeh vakil bol raha hai ki maintenance dena pita ko dena chahyie to kya pita sirf kharchey ke liye hi hai ya apney bacchey se payaar or dullar bhi nahi kar sakta mil nahi sakta
Ye vakil sala apne hi client ki baato ko batane se inkar kar rha hai 9 case ko sirf ek me hi samete de rha hai bas 40,000 par hi atak jata hai aake baat baar
भाई यह वकील साहब है इनको बस पैसा चाहिए इनका जितना मुकदमा मिलेगा उतना इनका फायदा रहेगा
Right
Baithe h y sale peson k rehte h lalchi log
⭕ इस वकील को एक बार सड़क पर एक कुत्ते ने काट लिया था ⭕
Sahi baat hai
Aor wakeel dono traf se loot Rahe hote hai
Ye वकील hai राजा हरीशचंद्र nahi
Advocate court के against नहीं बोलेगे कारण कल से वही अदालत जाना होगा।
Aur kya pta wife ne bhi paise de diye ho ...... Bahoot hota hai
यह वकील बिक गया है , अपने और जज को बचा रहा है इस वकील की भी जांच होनी चाहिए
Check all highcourt sirf 98 percent Brahmin h or 2 percent bumhihar rajput
Isliye India mahan h❤
@@ashishsinghlion6520to tum anpdh ko bnade judge
Ye Atul Subhas ji ka lawyer hai but baato se lag raha hai ki ye Unki wife ka lawyer hai
Whole system is corrupt
Sahi bola
Well said. That men Atul was innocent that's why everyone used him . These lawyers also used him.
⭕ कोर्ट की दीवारों का हाल देश के कानून व्यवस्था की तरह ही है ⭕
Ho skta hai ye bhi Paisa khaya ho wife se bhai sab bikta hai .......
काले और सफेद कपड़े वालों से दूर ही रहना चाहिए
ये बर्बाद कर के छोड़ते हैं
Khaki bhul gye
@DarkGameYTs 😂😂😂😂
खुदा बचाए 3 बलाओं से हसीनो से वकीलों से हकीमों से
Corruption at it's peak... classic example 😢
20% kamisan lene wala lawyer hai ye
I am a lawyer myself, practicing before the Delhi High Court and the Supreme Court. The statements made by this lawyer reveal their intellectual level, and perhaps their incompetence has also been a reason for Atul's troubles. As for the legal framework, the entire legal system is completely and biasedly in favor of women. There is definitely a need for a thorough overhaul of the entire system.
Sach me bewakoof lag raha hai baato se
⭕ ये वकील बहुत बड़ा शराबी है ⭕
क्या बात कही, लॉयर बहुत सावधानी से बोला है और विवशता भी दिखाई दी
How dare the advocate take the name of the child. It's not permitted and is punishable by law.
Not in maintenance cases. Anpad expert
भाई ऐसे ऐसे वकील मुर्दे के नाम पे भी लोगों को नहीं छोड़ते हैं ।
बकवास कर रहा है वकील
मुझे तो ये वकील भी संदिग्ध लग रहा है 😢
Lawyers mil jatey hain dono party key
चोर चोर मौसेरे भाई होते हैं और वकील साहब का दुसरा नाम शैतान भी है।
अच्छे वकील भी है मगर बहुत थोड़े।😢😢😢
ये तो लग रहा है.. जैसे विरोधी वक़िल हो
This lawyer is another example of how the corrupt system works
सभी पेशेवर यानि डाक्टर, इंजीनियर, कंपनी सेक्रेटरी, चार्टड अकाउंटेंट , वकालत इत्यादि में जितना अवमूल्यन वकालत के पेशे को इन तथाकथित एडवोकेटों ने किया उतना किसी पेशे का नहीं हुआ।
वकील ने भी अपना रंग दिखा दिया,सब ने मिलकर खा लिया अतुल जी को, घूस कौन सा जिला स्तरीय जज अपने पेशकार,वकील या स्वयं खुद डायरेक्ट नही लेता,आम जनमानस सब जानता है पर क्या करे
भाई लड़के डिप्रेशन को भी नहीं दिखाते है
बिचारे अन्दर ही दबा लेते है
जब वकील का ऐसा बयान है, तो इससे अतुल के जज मैडम को लेकर बयान पर मोहर लग जाती है। पुरा सिस्टम भ्रस्ट हो चुका है
।।
Family court ki sabhi juj ghoos lete hai
99% vakil kab nahi chahta hai ki case solve ho
Rita kaushik - remember the name 😡🤬
Ye vakeel bhi jhooth bolra. Judge ki side lera hai ye aur usi judge ki wajah say vo aadmi nay sucide kiya
Ish dash mai 40,000 rs logo ki salary nahi hoti bacha ke liye 40,000 kya logic hai ye
अगर सच में ये वकील अतुल सुभाष को केस हैंडल करता तो आज ये नौबत नहीं आती
इसके बातों से खुद पता चलता है कि केवल पैसा लिया कोई न्याय दिलवाने का कार्य नहीं किया है😡😡😡 केवल ऑनरेबल ऑनरेबल बोल रहा है ये
Ye log sab mil chuke hain, upperwala ye logon ko saja dega
ये तो शक्ल से ही ख़तरनाक लग रही है 😂
मुझे तो ये अतुल से ज्यादा निकिता सिंघानिया का वकील ज्यादा लग रहा है।
Sab mile hote hai bro ye dono tarah se paise lete hain.
चाहे जो सफाई दो अब लेकिन आप लोगों ने एक मासूम की जान ले ली ।
हो सकता है,व्यक्ति एक दूसरे को एक बार माफ कर दे लेकिन ईश्वर कभी माफ नहीं करेगा। उसके यहां जब तारीख पड़ने लगेगी तो फिर संभल नहीं पाओगे। 😢
वकील जैसे जीव को
कोई आदमी डिप्रेशन में नहीं लगता है
हद है यार 😂
ईस जज को नौकरी से निकालना चाहिए
ज्यादातर ऐसे मामलों में देखा जाता है कि पति पक्ष का एडवोकेट भी पत्नी पक्ष से मिल जाते हैं ? इस मामले के वकील साहब की बात पर गौर करें कि वह जजमेंट को ठीक भी बता रहे हैं और साथ में यह भी जोड़ दे रहे हैं कि हो सकता है कि रु. 40 हजार का गुजारा भत्ता एक चार साल के बच्चे के लिए ज्यादा हो ? अब अतुल के वीडिओ बयान को याद करिए ? वह कह रहा है कि हाईकोर्ट ने उससे 40 हजार गुजारा भत्ता ( जिसका वह अपने विरुद्ध मुकदमा लड़ने में दुरुपयोग मानता है) पर सुनवाई की जगह उसे जारी रखने को कहा और न्यायालय के क्षेत्राधिकार को चुनौती देने वाले मामले को लटकाए रखा। क्या जौनपुर की निचली अदालत के वकील साहब को 126 सहपठित 125 सीआरपीसी की जानकारी नहीं थी जैसा अतुल वीडिओ में बता रहा है। उन्होंने इस आधार पर 125 सीआरपीसी को न्यायालय के क्षेत्राधिकार से बाहर का सिद्ध करके खारिज क्यों नहीं करवाया ? लगता है निचली अदालत का निर्णय आने के बाद अतुल ने स्वयं कानून की इन बारिकियों का अध्ययन किया , जैसा उसके वीडिओ को देख सुन कर लग रहा है ?
चेहरे से ठग लग रहा है - हिसाब तो होगा साहब आज नहीं तो कल. सृष्टि नहीं चूकेगी.
अब आदमी मर गया उसका भरपाई कौन करेगा कानू वाले करे गै यह वह जज करेगी 😢😢
सब नकली judge हैं...shame on indian judicery system... 😡😡
Client ko convince karna chahiye tha...... Fee kis bat ki lete thy....
वकील घूसखोर होता ही है भाई
Justice for Atul😢
अतुल सुभाष को न्याय दो .
Looto aur Khao ....Daridr
This lawyer is corrupt
Muje to ye vakil bhi kuch gadbad lag raha hai
Judge ko agar yeh nahi bachayega to iska bhi
Ha yhi toh hai
यदि कोई वकील परेशान कर रहा हो तो इसे बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) में शिकायत करें।
1. वकील के गलत व्यवहार की पूरी जानकारी और सबूत इकट्ठा करें।
2. बार काउंसिल ऑफ इंडिया को लिखित शिकायत दर्ज करें।
3. अपनी शिकायत को उचित रूप से फाइल करने के लिए स्थानीय बार काउंसिल से मार्गदर्शन लें।
4. मामले की सुनवाई के दौरान बार काउंसिल उचित कार्रवाई करेगी।
40000 bacche ke liye .40,000₹ mein ek parivar pal jaa ta hai ek bacche ke liye 40000₹
इस वकील को भले 40 साल हो गए पर इसे trike वाला कानून का ज्ञान नहीं है इसकी बात से ही लग रहा है
Isko keval paise se matlab hain.
Kitna paisa mila 😢
2 takke la lawyer h ye udr ka local hi h
Judge madam 8000 rs me pura ghar chalta h 40000 sirf ek bachche ke liye. Aapka kitna share tha isme
वकील का पैसा बंद अब क्या बोलेगा यह
क्या तुच्छ बात कर रहा हैं ये वकील एक वीडियो कांफ्रेंसइंग के लिए पुरा जौनपुर जिला rich ho 😂😂
Is advocate ki baato se saaf saaf lag raha hai ki yeh bhi bhagidar bai atul ki maut ka. Yeh sab mile hote hai ek dusre se. Sara judiciary system crupt hai .
*यह वकील विपक्षी पार्टी से मिला है।*
वकील साहब कोर्ट को कैसे दोष देंगे जहां से उनकी रोजी रोटी चलती हो ।
वकील कभी सच नहीं बोलता उसका काम ही झूठ बोलना है
जज भी पैसे खा कर या फिर सिर्फ़ महिला को पीड़ित मानकर गलत फैसला देते है, इस घटना में गलत फैसला भी एक कारक है। जज कोई तोपचंद नहीं होते, गलत न्याय करने वाले जज का भी एक दिन जजमेंट होगा और हिसाब देना होगा।
Sab paisa kha rahe the
वकीलों को किसी क्लाइंट से कोई इमोशनल जुड़ाव नहीं होता, इन लोगों को पैसा से मतलब होता है!!
Yah patrakaar padha likha nahin hai is sanvidhan nahin padha hai ek tarfa Sara love patni ke paksh mein banaya hua hai Bharat ka love karta hai ki agar patni tumse naraj Ho Gaya to tumhare Paisa se vah case lagegi tumhare Paisa se ho jivan aapan karegi tum jab Tak aatmhatya nahin karoge jab tak tumko jeene nahin diya jaega Bharat ke sanvidhan ke hisab se kyunki main khud iska hogi agar Atul ke case mein agar uska patni ko Saja Ho Gaya to main to khud aatmhatya karne ke liye taiyar hun Bhai main 12 sal se humko aatankwadi ki tarah treat Kiya ja raha hai do bar Ghar nilami Ho Gaya do bar 10 bar rest Ho Gaye 10 mahine 2 2 sal jail kat liye hue hain fir bhi humko prashasan aur Kanoon nahin chhod raha hai
जज को भी जेल होनी चाहिए
Justice for Atul
Justice for men
IPC धाराएं (संक्षेप में):
1. धारा 191: झूठा सबूत देना।
2. धारा 192: झूठे सबूत गढ़ना।
3. धारा 193: झूठा सबूत देने पर 3-7 साल की सजा और जुर्माना।
4. धारा 194: झूठे सबूत से मौत की सजा दिलाने पर उम्रकैद या मौत की सजा।
5. धारा 195: अदालत में झूठे मामले या दस्तावेज बनाना।
6. धारा 201: सबूत छुपाना या नष्ट करना।
7. धारा 211: निर्दोष पर झूठा आपराधिक मामला दर्ज करना (2 साल तक की सजा)।
Yeh vakil bol raha hai ki maintenance dena pita ko dena chahyie to kya pita sirf kharchey ke liye hi hai ya apney bacchey se payaar or dullar bhi nahi kar sakta mil nahi sakta
29 July ko case khatam ho gaya. Phir ab kyun allegation. Kitne din so raha tha kya. Sab educated illiterate hai
Vakil sab dar rahe hai
वकील साहब को प्रैक्टिस तो वही करना है मुकदमा चलता रहेगा माल बनता रहेगा🙏 जय श्री राम🙏
मुकदमा झेलने वाला हर व्यक्ति तनाव में रहता है। वकील को क्या पता तनाव क्या होता है। वकील के तो रूपए बनते हैं
Ye vakil sala apne hi client ki baato ko batane se inkar kar rha hai 9 case ko sirf ek me hi samete de rha hai bas 40,000 par hi atak jata hai aake baat baar
Jila ka rich hone se nyaypalika ke nyayik na hone se ye kya lena dena hai
He is answering like a lawyer, not like a human.
Desh ke gdddar system me ghuse hain jo 😢 aam logo ke liye hanikarak hai
गांव में एक कहावत होती है "वर मरे चाहे कन्या मुझे अपने दक्षिणा से मतलब है" वही हाल आज के इन ज्ञानियों का है दोनों तरफ से लूट।।
Ye bika hua advocate hai
वकील साब छुट बोल रहे है. ये चाहते है की case high court, supreme court मे जाये, 15 - 20 साल चले और सारे वकील मिलके client से मोटा पैसा कमा सके.
वकील कभी भी जज के खिलाफ नहीं जाएगा
Advocate k khilaf Bar council me complaint karna chaiye online hearing , advocate ko RTI k dayare me leke aao bar council me
CBI enquiry honi chahiye Rita Kaushik ke sampatti ki
System ke bahar ke illiterate expert hai sab
पैसे लेकर जो जजमेंट हो गया वो हो गया बेचारा की जान कोई परवा नहीं ये कोर्ट के वकील हैं केवल पैसा, पैसा ही पैसा
जितना आनरेबल बताया जाता है जज्जन उतने होते नहीं?
40 hjar jayda nhi bahot jayda hai jo lgaya hai vo bahot galat kiya hai judge esi glti ki vajah se sayd bechara mr gya ho
कानून का क्या उसको तो ये लोग तोड़ मरोड़ कर हम लोगों के खिलाफ ही इस्तेमाल करते है ,,, रंग दे बसंती का ये डायलॉग बिल्कुल सही है।
अगर सब कुछ उसके हित में होता तो वह मरता ही क्यों?
System हमेशा सही रहता है गलती सिर्फ करने वाले की होती है।😂
Doctors की clinic जलाने वाले अब इन वकीलों का क्या करेंगे?
अंधे देश का अंधा कानून 😢
Justice for atul subhas 😢
Sorry to say,but,now his Own ATM has been finished
Justice for Atul Subhash 🙏
How dare the advocate take the name of the child. It's not permitted and is punishable by law.
Lawyer is feeling insecure
Sab log mile hua hai, system hi corrupt hai....
जज को सजा मिलना चाहिए वो भगवान थोड़ी ना है
एक शब्द तो अपने क्लाइंट के हक में बोल देता 😢
Aise lawyer ko hire karna hi Atul ki sabse badi galti thi, ye to press interview me bhi sahi tarike se stand nahi le Raha to court me kya hi bolega
Ye desh ke gaddar sistem ki vajah se aur Samaj ke saudagar Logo ki vajah se to Ye sab hua
वकील जज के खिलाफ कैसे बोल सकता है।वकील की भी परेशानी समझिए।
Don't send children in the school
Justice nahi milega aisa lagta hain.
Ye bhi mila huva hai
Advocate judge ke khilaaf kabhi nahi bolega
वकील के नाम पर कलंक । पेशा को बदनाम कर दिया।
कभी कभी पैसों के चक्कर मे वकील विपछ से भी मिल जाते है