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Meri drishti m jo aapne free will ke baare m baat ki shayad isi wajah se man hamse kuch galat kritya ya usko jo achcha lagta h wo karwa deta h aur hame baad m regret hota h ki hamne ye kyu kiya
आपने जो उदाहरण दिया वीडियो के प्रारंभ में कृष्ण और कंस की भविष्यवाणी का। उसके एक पक्ष को ही बताने का प्रयास किया आपने। दूसरा पक्ष ये भी था की कंस ये जानते हुए भी की कृष्ण के द्वारा ही उसकी मृत्यु होने वाली है उसने कृष्ण को मारने का प्रयास नहीं छोड़ा। खैर! इस उदाहरण में तो कंस को उसके भविष्य का पता था। लेकिन हमें क्या अपने भविष्य का पता है? नहीं। तो निष्कर्ष क्या निकलता है? हमारे भाग्य में अच्छा होने वाला है या बुरा ये हमे नहीं पता। तो क्यों ना सकारात्मक सोच के साथ ही आगे बढ़ा जाए और कर्म यह सोच कर किया जाए की सब अच्छा होगा। फिर जब परिणाम सामने आए तो वहाँ पर हम यह सोच रख सकते हैं कि नियति में यही था। और जब विपरीत परिणाम भी आये तो यह सोचकर निराशा तो होगी नहीं क्योंकि हमने कर्म तो किया ही था यथा शक्ति। दूसरी बात जो free will या स्वतंत्र इच्छा की है। तो स्वतंत्र इच्छा को करने वाला भी तो स्वतंत्र होना चाहिए। लेकिन जब तक हमारी इच्छाएं हैं हम स्वतंत्र तो नहीं कहे जा सकते। और जो स्वतंत्र है वास्तव में उसे भला किसी इच्छा से क्या प्रयोजन? उसके तो प्रत्येक कर्म अकर्म की श्रेणी में आएंगे।
support exmuslim sahil, adam seeker,zafar heretic,exmuslim sameer, apostate prophet,harris sultan,friendly exmuslim , heated debates to save humanity😇❤🩹
भाग्य वर्तमान के लिए जिम्मेदार होता है और कर्म भविष्य के परिणाम के लिए। वृक्ष लगते ही फल नही मिलते फल पाने के लिए भविष्य का इन्तजार करना होगा वैसे ही कर्म फल।
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन ! कर्म पर अधिकार आपका हैं फल पर नहीं..इसीलिए हमेशा अच्छे कर्म करते रहिये भाग्य के बारे मे ना सोचे ना परिणाम के बारे मे सोचे..
जीवन में जो बड़े-बड़े घटना करम होते हैं, वो पहले से ही लिखे हुए होते हैं, उसको बदला नहीं जा सकता है, जैसे शादी होना, जैसे बुद्ध का संन्यास लेना.. जैसे आकारण ही किसी अपने का देहांत हो जाना.. जैसे ना चाहते हुए भी कोई नौकरी या बिजनेस करना.. और बाकी रोज मर्रा की चीजो में आपका हर पल का फैसला आपके भविष्य का निर्माण करता है..
बिल्कुल मेरे मित्र जैसा, उनको जब भी शौचक्रिया का मन होता है तो वे पहले शौचक्रिया करते है, फिर शौचालय में प्रवेश करते है, और तृप्ति का एहसास करते है। बहरहाल, उनको बवासीर, कब्ज और दस्त तीनों की समस्या है।
I was reading the 'Karma Yoga' by Swami Vivekanand ji, but at first was unable to understand the concept but thanks to you Vishal Bhaiya, this video proved to be very helpful for me, who wanted to understand the concept of Karma Yoga, Thank you so much! ❤
Bhai tumne bahut hi sundar tareeke se bataya! 👌🏼 Main bahut saalon se Pra-rabdha ko samajhanaa chaahata tha, aur tumhari is sharing se bahut achhe se samajh gayaa. ☺️ Thank You for this video! 🙏🏻
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, अद्भुत। बचपन से इस तरीके के कई प्रश्न दिमाग में चलते रहते थे, आज आपने बहुत ही सरल तरीके से सभी का समाधान कर दिया, साधुवाद धन्यवाद।।
Bahut hi lajawab video hai.. Dhanyavad is vishay par video banane ke liye...apka samjhane ka tarika bahut hi accha hai...mai isi topic pr video chahta tha...you deserve 10 million subscribers...vishal Bhai ji..you are one of the most intelligent and intellectual youtube creator 😊 ...ap ye mahan karya aise hi krte rahiye
दो घटना के बीच के अंतराल को समझने के लिए बनाया गया पैमाना ही समय हैं और कुछ नहीं. वास्तविकता में समय हैं भी और नहीं हैं. क्यूंकि शून्यता (मोक्ष) को समझना हैं तो वहां समय का अस्तित्व ही नहीं है. जबतक भ्रम हैं तबतक सभी dimensions मौजूद हैं लेकिन जब आप मोक्ष की अवस्था में पहुंच जाते हैं फिर सब कुछ स्थितप्रज्ञ हो जाता है और यहीं संदेश दिया गया है गीता जी में परम प्रभु श्री कृष्ण ने. सनातन धर्म की जय 🙏
हमारे कर्म ही हमारा भाग्य निर्धारित करते हैं हम आज जो कर्म करेंगे कल वही हमारा भाग्य निर्धारित करते हैं और इसी प्रकार हमारे इस जन्म के कर्म ये निर्धारित करते हैं कि हम अगले जन्म में कहां होंगे किस रूप में होंगे, गरीब होंगे या अमीर होंगे
Whatever analysis I made in last 7 years about free will is same as Kant. So I agree with Kant 100% on free will. In my opinion, there is no free will but we should do our work assuming we have free will and have gratitude for having will of God.
I believe in both . And dono sath me chalte h kisi chij ko pane ke liye mehant hamko hi karni hoti h but vo chij ka milna ya na milna bhagya pr nirbhar hota h or ye bhagya hamre purv ke karmo ke aadhar pr hi Banta h
दो तरह की विचार धारा नहीं । कर्म 3 प्रकार के हैं , संचित कर्म , क्रियमाण कर्म और प्रारब्ध कर्म । अरबों सालों के पुनर्जन्म की वजह से जो संचित कर्म होते हैं उसमें थोड़ा कर्म हर जन्म में हम करते हैं उसे प्रारब्ध कर्म कहा जाता है और उनमें से जो कर्म हम इस जन्म में बदलते हैं उनके फल को हम क्रियमाण कर्म कहते हैं । इसलिए पिछले जन्मों के कर्म फल के हिसाब से हम इस जन्म में फल भोगते हैं और वह फल निश्चित होता है इसलिए वह विधि लिखित होता है ।
जीवन में जो बड़े-बड़े घटना करम होते हैं, वो पहले से ही लिखे हुए होते हैं, उसको बदला नहीं जा सकता है, जैसे शादी होना, जैसे बुद्ध का संन्यास लेना.. जैसे आकारण ही किसी अपने का देहांत हो जाना.. जैसे ना चाहते हुए भी कोई नौकरी या बिजनेस करना.. और बाकी रोज मर्रा की चीजो में आपका हर पल का फैसला आपके भविष्य का निर्माण करता है..
@@Snehakumari-nt6mx यह सारे घटनाक्रम विधि लिखित होते हैं क्योंकि वह तुम्हारे ही पिछले जन्मों के फल के स्वरूप में इस जन्म में तुम्हें भोगने पड़ते हैं । यह फल वो योगी तुम्हारे भविष्य के स्वरूप में देख सकते हैं जो त्रिकालदर्शी होते हैं जिनका तीसरा नेत्र जागृत होता है ।
@@Snehakumari-nt6mx nakli brahmno ke banaye hue hindu dharam aur unki kitabe padhne se acha to kabir vaani ko padho jaha sacha gyaan milega aatma parnatma aur uchit karm karne ka ki parmatma ko ache karm aur sache gyan se paya jaa sakta hai kisi unche dharam, unchi jaati , pundya yoni se nahi😊
🎉❤ आपके partical observation से उसकी एक्टिविटी में डिस्टरबेंस वाले वीडियो और अपने जीवन अनुभव से बता रहा हूं की । प्रत्येक व्यक्ति क्या मानेगा ये उसके प्रतिफल से निर्मित अनुभव पर निर्भर करेगा। मैने जितनी भी जगह श्रम और वित्त निवेश किया मुझे नुकसान ही होता है और अप्रत्याशित जगह से कुछ भी प्राप्त हो जाता है। पूरी श्रृष्टि में मात्र भोजन ऐसी चीज है जो हर जीव पाता है कैसे भी कोई भूखा नहीं सो सकता ये प्रकृति की व्यवस्था है
🙏☪️✝️🕉️🙏Dear sir (1) I listened to your video carefully (2) I liked it very much (3) Everything is fixed (4) I have been meditating for 16 years (5) Future events are known beforehand (6) This means everything is fixed Jai Chandwani 👏🙏
Dhanyawad Vishalji for your detailed explanations. Keep spreading knowledge about dharma and keep exposing conspiracies and allegations against Dharma.
याज्ञवल्क्य गीता, मे कहा ही है की जिस तरह पंछी बिना दो पंखो के उड नहीं सकता उसी तरह मनुष्य भी केवल भाग्य या कर्म के आधार पर उचित परिणाम नहीं पा सकता | दोन समान रूप से जरुरी हैं |
‘तुलसी’ जस भवितव्यता, तैसी मिलै सहाय। आपु न आवै ताहि पै, ताहि तहाँ लै जाय॥ गोस्वामी जी कहते हैं कि जैसी होनहार होती है मनुष्य को वैसी ही सहायता प्राप्त हो जाती है। होनहार स्वयं मनुष्य के पास नहीं आती प्रत्युत उसे ही स्वयं खींच कर वहाँ ले जाती है। भाव यह है कि होनहार या भाग्य के आगे किसी का कुछ वश नहीं चलता।
Krrishna swayam kehete hai bhagvad geeta mein ki mere ichha k bina ek patta bhi nahi hil sakta.. Iska matlab sab kuch pehle se fix hai lekin hame iss realm mein aisa behave karna hota hai jaise humare hath mein sab kuch hai..
@@ytpremott2125 Abey sunn rakshas ko bhi bhagwan ne hi time k shuruwat mein khud apni marzi se paida kiya tha... Sirf devta paida nahi kiye the.. Iska matlab bhagwan ne dono Tarik k log paida kiye hai acche aur bure.. Ab tu puchega Aisa kyun?? Aisa isliye kyunki jab tak dono type k log nahi honge yani acche aur bure universe mein balance nahi rahega.. Universe mein balance banane k liye dono type k log banaye bhagwan ne.. bhagwan chahta toh sirf acche log bana sakte the, lekin bhagwan ne aisa nahi kiya.. Ye cheez apko pure universe mein dikhti hai, bhalehi agar andhera hai toh roshni bhi hai, + hai maths mein toh - bhi hai.. Aur bhagwan ne dono type k log banaye hai iska matlab Jo ho raha hai woh bhagwan pehele se likh rahe hai.. Hum hamare marzi se kuch bhi nahi kar rahe hai.. Bhagwan humse karwa rahe hai
😇 साथियों, आप सभी के निरंतर आग्रह पर हमने शिक्षणम् का iOS App भी आप सभी के लिए लाइव कर दिया है। ❤
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🚩 इस शुभ घड़ी पर Shikshanam 'ज्ञानोत्सव' मनायें और 30% discount भी पाएँ ।
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Loki 2
Hindu dharm is great
Meri drishti m jo aapne free will ke baare m baat ki shayad isi wajah se man hamse kuch galat kritya ya usko jo achcha lagta h wo karwa deta h aur hame baad m regret hota h ki hamne ye kyu kiya
Bro pls make a video on Tirupati laddu case , it hurts badly but life must go on
आपने जो उदाहरण दिया वीडियो के प्रारंभ में कृष्ण और कंस की भविष्यवाणी का। उसके एक पक्ष को ही बताने का प्रयास किया आपने। दूसरा पक्ष ये भी था की कंस ये जानते हुए भी की कृष्ण के द्वारा ही उसकी मृत्यु होने वाली है उसने कृष्ण को मारने का प्रयास नहीं छोड़ा।
खैर! इस उदाहरण में तो कंस को उसके भविष्य का पता था। लेकिन हमें क्या अपने भविष्य का पता है? नहीं। तो निष्कर्ष क्या निकलता है? हमारे भाग्य में अच्छा होने वाला है या बुरा ये हमे नहीं पता। तो क्यों ना सकारात्मक सोच के साथ ही आगे बढ़ा जाए और कर्म यह सोच कर किया जाए की सब अच्छा होगा। फिर जब परिणाम सामने आए तो वहाँ पर हम यह सोच रख सकते हैं कि नियति में यही था। और जब विपरीत परिणाम भी आये तो यह सोचकर निराशा तो होगी नहीं क्योंकि हमने कर्म तो किया ही था यथा शक्ति।
दूसरी बात जो free will या स्वतंत्र इच्छा की है। तो स्वतंत्र इच्छा को करने वाला भी तो स्वतंत्र होना चाहिए। लेकिन जब तक हमारी इच्छाएं हैं हम स्वतंत्र तो नहीं कहे जा सकते। और जो स्वतंत्र है वास्तव में उसे भला किसी इच्छा से क्या प्रयोजन? उसके तो प्रत्येक कर्म अकर्म की श्रेणी में आएंगे।
Apki wajah se free me ham sabhi ko Gyan prapt ho raha hai😊
🙏🏻😇 धन्यवाद
Nothing is free
Not Hate me! @@mayur5327
*🔺️🔥JIO KAA NET aur bijali fREE HO GAYA..... KYA🔥🔺️*
support exmuslim sahil, adam seeker,zafar heretic,exmuslim sameer, apostate prophet,harris sultan,friendly exmuslim , heated debates to save humanity😇❤🩹
आपका कार्य हिन्दू युवकों जगाने का काम कर रहा है।आपको भगवान आपके उद्देश्य को पूरा करने में सदा सहाय हों।
Bade bade sant rishiyon se bhi saral shabdon mein samjhane ke liye sadhuwaad. 🙏
ईश्वर आपको दीर्घायु बनाएं ताकि अधिकतम लोग लाभान्वित हो सकें।
Maza aa gaya sun kar.
Sabhi ko in bato ko, gyan ko suna jana chahiye
Apka dhanyawad
भाग्य वर्तमान के लिए जिम्मेदार होता है और कर्म भविष्य के परिणाम के लिए। वृक्ष लगते ही फल नही मिलते फल पाने के लिए भविष्य का इन्तजार करना होगा वैसे ही कर्म फल।
Koi toh apna jesa mila
Bahut deep study karte hai aap
Aise aur bhi logo ki jarurat hai sanatan dharm ko
Har Har Mahadev
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन ! कर्म पर अधिकार आपका हैं फल पर नहीं..इसीलिए हमेशा अच्छे कर्म करते रहिये भाग्य के बारे मे ना सोचे ना परिणाम के बारे मे सोचे..
There is no free will
अगर फल के उपर मेरा नियंत्रण नहीं है तो फिर मे कर्म क्यु ही करू?
ऐसे तो मे जीवन ही त्याग दू
@@ElonMusk-tb2yi read shreemad bhagwat geeta ji, same question arises in the mind of arjuna and lord shree krishna himself answers this!
@@shubhamdhurwe47 why can't you answer it
Have been thinking about it from past 6 years and am just 17 thanku so much for it!!!
This is where astrology starts 😮
आपका ज्ञान और विचार और कार्य सराहनीय है
ये जनाः स्वतंत्रतामुपासते अन्ततोगत्वा ते अपि एतद् विचारधाराणाम् आधीनं भूत्वा परतंत्रं भूयते।
भाई जी, आपके समक्ष हमारा ज्ञान सुक्ष्म है। परन्तु सिखते और समझते भी हैं।
Bahut hi sundar👏👏👏जय श्रीराम🙏🙏
Kya video banai h bhai❤ bachpn k sarey doubts clear ho gye
Thank you ❤
Jai shree Ram Jai Hanuman Har har Mahadev 😊😊❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आप कितना व्यवस्थित बोलते हो। आपको सुनकर बहुत खुशी होती है।
भाग्य+कर्म,भाग्य बिना कर्म नहीं+कर्म बिना भाग्य नहीं,=दोनों एक-दूसरे के पूरक है,
😇
Param aabhari hu aapka ,koti koti dhanyawad aapko itni goodh vishay ko itni scientific & sahjta se samjhane ke liye ,in bhagya wadi prashnon ne mujhe kai varshon pareshan kiya ,lakin aaj ishwar ke aur aapke anugrah poorn prayason se mujhe clarity mil gayi hai🙏🙏🙏 aabhar apka
Jai shree Ram bhaiya dhanyvad aapka 🙏🙏🚩🚩
जीवन में जो बड़े-बड़े घटना करम होते हैं, वो पहले से ही लिखे हुए होते हैं, उसको बदला नहीं जा सकता है, जैसे शादी होना, जैसे बुद्ध का संन्यास लेना.. जैसे आकारण ही किसी अपने का देहांत हो जाना.. जैसे ना चाहते हुए भी कोई नौकरी या बिजनेस करना.. और बाकी रोज मर्रा की चीजो में आपका हर पल का फैसला आपके भविष्य का निर्माण करता है..
Marriage apne hath m h
Marzi ho karo ya na jato 😂😂
Waise bhi aaj kee samy m marrieg karna bekar h
Kisi par bharosa nahi 😅😅
@@navneetsimghpwn virgin mrna sabse sahi fesla h. J ho God ki. Allah Hu Akbar 🙏🏽
@@RohitAryanXIIB-xv9rm jai shree ram ♥🚩
हम इससे बदल सकते है कर्म से
Jo karm karenge wo hi fal milega aur karm wo hi karenge Jo hamre sawbhav mai hai aur hamara sawbhav fix hai...yehi bhagya hai
Love from Northeast India 🇮🇳🫂
Krishna Rhehe Rahe 🩵 Krishna ❤❤
4:16 🤩🩵
कर्म वाली विचार धारा सबसे बेस्ट है,
कृष्ण भगवान भी कर्म पर सबसे अधिक जोर देते हैं। जैसा कर्म वैसा फल।
sir aapke vidio dekhnese pahale hi me like krta hu kyuki , muze pahlese pata rahta hai ki aap jankari bahut acchi dete ho .jay shri ram
सौभाग्य है मेरा और मेरी टीम का । धन्यवाद भ्राता 🙏🏻❤️
बिल्कुल मेरे मित्र जैसा, उनको जब भी शौचक्रिया का मन होता है तो वे पहले शौचक्रिया करते है, फिर शौचालय में प्रवेश करते है, और तृप्ति का एहसास करते है।
बहरहाल, उनको बवासीर, कब्ज और दस्त तीनों की समस्या है।
I was reading the 'Karma Yoga' by Swami Vivekanand ji, but at first was unable to understand the concept but thanks to you Vishal Bhaiya, this video proved to be very helpful for me, who wanted to understand the concept of Karma Yoga, Thank you so much! ❤
Ye dono sidhant hi Satya hai hamara vertman hamare bhoot kal me kiye karmo ka hi parinam hai, jaisa karm karenge vaisa hi bhavishya ka nirman hoga
Sir Sanatan ko achi tarah se samaja ne ke liye dhanyawaad. Sadar pranam..
अद्भुत व्याख्या विज्ञान और धर्म का अद्वितीय संगम
जी धन्यवाद 😇
It's definitely true that Everything in the universe is predestined. Even then we should not stop trying...🙏🙏
लाजवाब प्रस्तुति
जी धन्यवाद 🙏🏻
@@HyperQuest सुस्वागतम सहित सुमंगलम रात्रि वंदन जी आपका आने वाला प्रत्येक क्षण सुखमय अंनदमय व मंगलमय हो!
Bahuti achcha video hai, bahut kuchh sikha thank you so much mahashay❤❤❤
Hyper Quest , thankyou bro aapki videos se bhot kuch sikhne ko mila 😊
Most welcome. 🙏🏻
Bhai tumne bahut hi sundar tareeke se bataya! 👌🏼
Main bahut saalon se Pra-rabdha ko samajhanaa chaahata tha, aur tumhari is sharing se bahut achhe se samajh gayaa. ☺️
Thank You for this video! 🙏🏻
This same question raise in my mind many time
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, अद्भुत। बचपन से इस तरीके के कई प्रश्न दिमाग में चलते रहते थे, आज आपने बहुत ही सरल तरीके से सभी का समाधान कर दिया, साधुवाद धन्यवाद।।
Bahut hi lajawab video hai..
Dhanyavad is vishay par video banane ke liye...apka samjhane ka tarika bahut hi accha hai...mai isi topic pr video chahta tha...you deserve 10 million subscribers...vishal Bhai ji..you are one of the most intelligent and intellectual youtube creator 😊 ...ap ye mahan karya aise hi krte rahiye
Bahut Bahut dhanyawaad 🙏🏻 isi prakar satyanishtha se karya karte rahenge ❤
Kya baat hain eak aur interesting topic
Aapke video ke topic mere hisab se sabse alag , anokha hota hain❤❤
Radhe Shyam 🙌🚩🙏
Bht badhiya guruji 🙏
Destiny bhi bohut effective hota hai
Jo hota hai ishwar ki ichchchha se hota hai kyoki vo sarvsaamarthyavan hai baki ke tark kutark vyarth hai
Har har Mahadev 🙏🙏🥰🥰🕉️🌌📿
AAP joye shmja rahiho vo samajna bahut ashan hai par samaj pana muskil hai ❤
दो घटना के बीच के अंतराल को समझने के लिए बनाया गया पैमाना ही समय हैं और कुछ नहीं. वास्तविकता में समय हैं भी और नहीं हैं. क्यूंकि शून्यता (मोक्ष) को समझना हैं तो वहां समय का अस्तित्व ही नहीं है. जबतक भ्रम हैं तबतक सभी dimensions मौजूद हैं लेकिन जब आप मोक्ष की अवस्था में पहुंच जाते हैं फिर सब कुछ स्थितप्रज्ञ हो जाता है और यहीं संदेश दिया गया है गीता जी में परम प्रभु श्री कृष्ण ने. सनातन धर्म की जय 🙏
बिलकुल सही कहा, मेरे एक पुरुष मित्र ने भी ऐसा ही कुछ कहा था एक बार, जब उन्होंने गांजा(cannabis) फूंका था।
हमारे कर्म ही हमारा भाग्य निर्धारित करते हैं
हम आज जो कर्म करेंगे कल वही हमारा भाग्य निर्धारित करते हैं और इसी प्रकार हमारे इस जन्म के कर्म ये निर्धारित करते हैं कि हम अगले जन्म में कहां होंगे किस रूप में होंगे, गरीब होंगे या अमीर होंगे
आज का कर्म कल का भाग्य है ❤
विशाल sir धन्यवाद....सनातन धर्म का मंथन...💐💐💐💐
निश्चित तो है, सब कुछ पहले से ही निर्धारित है ❤❤ आज ही मैंने में एक विचार रखा अपने मन कि सब कुछ निश्चित है ❤❤
Ye sab gapodh Gatha hai ye sab videshi kar rahe unka god se Lena dena nhi
so many cluters in mind, temporarily cleared.(until I recall this) ❤
कर्मण्यवाधिकारस्ते मा फलेशु कदाचन।
So you literally means, do your job at free of cost, don't expect salary in return.
Thankyou so much 🙏🏻🌻
बहुत सुंदर विश्लेषण किया आपने ऐसे ही तथ्य लाते रहे आप
Dhyanavad 🙏
Aapne bahut hi good infarmetion thanku Bhaiya
Zabardast topic chune hain aaj aap
जी धन्यवाद 🙏🏻
आप अपने भाग्य को नही बदल सकते,अगर भाग्य बदल सकता तो जन्म और मृत्यु आपके हाथ में होता, हां मगर भाग्य अपने अनुसार वही कर्म करवाएगा जो होना है ।
Hamara future pahle se decide nhi hai balki yah pal pal badalta hai hum jo bhi karm abhi kar rahe hai vo hi hamara future ban rha hai !
कंस की मौत कृष्ण के हाथों पहले से ही तैय थी।
Mehnat se Bhagya badla jaa sakta hai..planets bhi change hota hai
@@myshah4476 रिकशा चलाने वाला या टोकरी ढोने वाला मेहनत नहीं कर रहा होता 🤔🤔
Aur wo konsa karm tha jisse pehla birth hua ?
Whatever analysis I made in last 7 years about free will is same as Kant. So I agree with Kant 100% on free will.
In my opinion, there is no free will but we should do our work assuming we have free will and have gratitude for having will of God.
I believe in both . And dono sath me chalte h kisi chij ko pane ke liye mehant hamko hi karni hoti h but vo chij ka milna ya na milna bhagya pr nirbhar hota h or ye bhagya hamre purv ke karmo ke aadhar pr hi Banta h
I was searching answer of this question, why I am doing hard work for one thing and written destiny is else.❤
अगर फल के उपर मेरा नियंत्रण नहीं है तो फिर मे कर्म क्यु ही करू?
ऐसे तो मे जीवन ही त्याग दू
Thanks! For such content bhai ❤
बहुत ही सुंदर वर्णन । बहुत गूण बिषय पर उतनी ही अच्छी विषय पर पकड़। धन्यवाद
जय श्री कृष्णा
अदभुत व्याख्या ❤❤
No words to explain goodness of this channel ❤❤❤❤❤❤
Thank you so much 😇❤️
Brilliantly explained.
दो तरह की विचार धारा नहीं । कर्म 3 प्रकार के हैं , संचित कर्म , क्रियमाण कर्म और प्रारब्ध कर्म । अरबों सालों के पुनर्जन्म की वजह से जो संचित कर्म होते हैं उसमें थोड़ा कर्म हर जन्म में हम करते हैं उसे प्रारब्ध कर्म कहा जाता है और उनमें से जो कर्म हम इस जन्म में बदलते हैं उनके फल को हम क्रियमाण कर्म कहते हैं । इसलिए पिछले जन्मों के कर्म फल के हिसाब से हम इस जन्म में फल भोगते हैं और वह फल निश्चित होता है इसलिए वह विधि लिखित होता है ।
जीवन में जो बड़े-बड़े घटना करम होते हैं, वो पहले से ही लिखे हुए होते हैं, उसको बदला नहीं जा सकता है, जैसे शादी होना, जैसे बुद्ध का संन्यास लेना.. जैसे आकारण ही किसी अपने का देहांत हो जाना.. जैसे ना चाहते हुए भी कोई नौकरी या बिजनेस करना.. और बाकी रोज मर्रा की चीजो में आपका हर पल का फैसला आपके भविष्य का निर्माण करता है..
@@Snehakumari-nt6mx Very true💯🧿
@@Snehakumari-nt6mx यह सारे घटनाक्रम विधि लिखित होते हैं क्योंकि वह तुम्हारे ही पिछले जन्मों के फल के स्वरूप में इस जन्म में तुम्हें भोगने पड़ते हैं । यह फल वो योगी तुम्हारे भविष्य के स्वरूप में देख सकते हैं जो त्रिकालदर्शी होते हैं जिनका तीसरा नेत्र जागृत होता है ।
@@Snehakumari-nt6mx nakli brahmno ke banaye hue hindu dharam aur unki kitabe padhne se acha to kabir vaani ko padho jaha sacha gyaan milega aatma parnatma aur uchit karm karne ka ki parmatma ko ache karm aur sache gyan se paya jaa sakta hai kisi unche dharam, unchi jaati , pundya yoni se nahi😊
जी प्रारब्ध, आरब्ध और अनारब्ध कर्मों की चर्चा वीडियो में की गई है 😇
Bhot jyada gyanvardhak video
Dhanyavad bhaiya❤❤❤
हर हर महादेव देव सम्भू
हर हर महादेव 😇
@@HyperQuestलोग अवसाद मे आकर अपने आप को खत्म कर देते है तो वो भी क्या पूर्व डिसाइड होता
कर्मों का जोड़ ही भाग्य बनता है
बहुत बहुत धन्यवाद।
वाह!कितना अच्छा विश्लेषण है।🙏🙏
Thank you sir
For making this type of video
Most welcome 🙏🏻
🎉❤
आपके partical observation से उसकी एक्टिविटी में डिस्टरबेंस वाले वीडियो और अपने जीवन अनुभव से बता रहा हूं की ।
प्रत्येक व्यक्ति क्या मानेगा ये उसके प्रतिफल से निर्मित अनुभव पर निर्भर करेगा।
मैने जितनी भी जगह श्रम और वित्त निवेश किया मुझे नुकसान ही होता है और अप्रत्याशित जगह से कुछ भी प्राप्त हो जाता है।
पूरी श्रृष्टि में मात्र भोजन ऐसी चीज है जो हर जीव पाता है कैसे भी कोई भूखा नहीं सो सकता ये प्रकृति की व्यवस्था है
Jai Shree Ram 🙏🙏🙏
जय श्री राम 🙏🏻
I asked this question about destiny and free will on the community post about jyotish. Thank you for answering in this video.
Nicely researched brother 🙏
Aaj ka karm kal ka bhagy banega❤
दोनो हि सत्य है हाम कहापर स्थिता राख्ते उसि प्रकार जान पाते है
Thanks for this video and research ❤❤
My pleasure 😊❤️
aapka channel sach m ankhen khol deta h...dunno why your channel is so underrated (yes i am in the surroundings of english ☹️😑)
Man can do what he will but can not will what he will.
मनुष्य जो चाहता है वह कर सकता है पर चाह नहीं सकता कि वह क्या चाहे।
Exactly😂
DARK Series
🙏☪️✝️🕉️🙏Dear sir (1) I listened to your video carefully (2) I liked it very much (3) Everything is fixed (4) I have been meditating for 16 years (5) Future events are known beforehand (6) This means everything is fixed Jai Chandwani 👏🙏
জয় হরপার্বতী❤️❤️❤️
Dhanyawad Vishalji for your detailed explanations. Keep spreading knowledge about dharma and keep exposing conspiracies and allegations against Dharma.
জয় শ্রী গনেশ❤️❤️❤️
Vishal bhai.... Very simple and easy to Understand.... Analysis..... Thank you
Jay shree ram 🚩
Is duniya main aise bahut se log hai jo bahut prayatna karte hai sabse jyada prayatna to workers' karte hai to phir wo sabse jyada sukhi hone chahiye
Dhanyawaad🙏
Bahut sundar
याज्ञवल्क्य गीता, मे कहा ही है की जिस तरह पंछी बिना दो पंखो के उड नहीं सकता उसी तरह मनुष्य भी केवल भाग्य या कर्म के आधार पर उचित परिणाम नहीं पा सकता | दोन समान रूप से जरुरी हैं |
🙏🏻😇
@@HyperQuest क्षमा चाहता हूॅं 🙏
याज्ञवल्क्य गीता नहीं, वशिष्ठ गीता में ( योगवशिष्ठ ) में कहा हैं |
‘तुलसी’ जस भवितव्यता, तैसी मिलै सहाय।
आपु न आवै ताहि पै, ताहि तहाँ लै जाय॥
गोस्वामी जी कहते हैं कि जैसी होनहार होती है मनुष्य को वैसी ही सहायता प्राप्त हो जाती है। होनहार स्वयं मनुष्य के पास नहीं आती प्रत्युत उसे ही स्वयं खींच कर वहाँ ले जाती है। भाव यह है कि होनहार या भाग्य के आगे किसी का कुछ वश नहीं चलता।
Thanks for Gyan ❤❤
JAI shree Ram jai hind vandematram bharat Mata ki Jai akhand bharat sarvada
Krrishna swayam kehete hai bhagvad geeta mein ki mere ichha k bina ek patta bhi nahi hil sakta..
Iska matlab sab kuch pehle se fix hai lekin hame iss realm mein aisa behave karna hota hai jaise humare hath mein sab kuch hai..
मतलब, जितने भी बलात्कार हो रहे है, कृष्णा की इच्छा से हो रहे है। बहोत बढ़िया।
@@ytpremott2125
Abey sunn rakshas ko bhi bhagwan ne hi time k shuruwat mein khud apni marzi se paida kiya tha...
Sirf devta paida nahi kiye the..
Iska matlab bhagwan ne dono Tarik k log paida kiye hai acche aur bure..
Ab tu puchega Aisa kyun??
Aisa isliye kyunki jab tak dono type k log nahi honge yani acche aur bure universe mein balance nahi rahega..
Universe mein balance banane k liye dono type k log banaye bhagwan ne.. bhagwan chahta toh sirf acche log bana sakte the, lekin bhagwan ne aisa nahi kiya..
Ye cheez apko pure universe mein dikhti hai, bhalehi agar andhera hai toh roshni bhi hai, + hai maths mein toh - bhi hai..
Aur bhagwan ne dono type k log banaye hai iska matlab Jo ho raha hai woh bhagwan pehele se likh rahe hai..
Hum hamare marzi se kuch bhi nahi kar rahe hai..
Bhagwan humse karwa rahe hai
17:16 toss:- I've done it several times... toss i not random...its depend on side of coin u flip first plus its weight distribution bcz of design