সন্ত রামপাল জী-র উদ্দেশ্য হল, সমস্ত মানুষ, জাতি, ধর্ম, বর্ণ, নির্বিশেষে, তারা সকলেই এক পরমেশ্বর কবির সাহেবের উপাসনা করে এবং আমাদের আদি বাসস্থান সতলোকে ফিরে আসে যেখানে পরম শান্তি এবং সুখ আছে এবং সেখানে কোনো জন্ম-মৃত্যু নেই। संत रामपाल जी का उद्देश्य है कि सभी मानव चाहे वह किसी भी जाती, पंथ, रंग, धर्म के हो, वे सभी एक पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब की पूजा करें और हमारे मूल निवास सतलोक की ओर लौटें जहां परम शांति व सुख है न जन्म है, न मृत्यु है।
पूर्ण ब्रह्म कबीर साहेब जी है जो सर्व लोकों में सभी जीव आत्माओं का धारण पोषण करता है। जिन मुझको निज नाम दिया, सोई सतगुरु हमार | दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर सिरजन हार॥
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है। - पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है। ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
सतगुरु मिले तो इच्छा मेटै, पद मिल पदे समाना। चल हंसा उस लोक पठाऊँ, जो आदि अमर अस्थाना।। इच्छा को केवल सतगुरु अथार्त् तत्वदर्शी संत ही समाप्त कर सकता है तथा यथार्थ भक्ति मार्ग पर लगा कर अमर पद अथार्त् पूर्ण मोक्ष प्राप्त कराता है।
🌴सर्व खल्विदं पूर्णब्रह्रा कविर्देव🌴 कबीर साहेब का उच्च आध्यात्मिकता का प्रभाव युग युग में सर्व साधारण पर पड़ा। हिंदू मुस्लिम सभी उनके भक्त और शिष्य बने।सभी ने उनके मधुर स्वर व उपदेश का आनंद लिया और उनके बताए रास्ते पर चले।ठीक आज उसी तरह से संत रामपाल जी महाराज मानव कल्याण के लिए अवतरित हुए हैं।
क्या आप जानते हैं ? आज से 509 साल पहले कबीर परमेश्वर ने तथाकथित धर्मगुरुओं के षड्यंत्र को विफल करते हुए, 18 लाख लोगों के भंडारे का आयोजन किया था। आज उसी उपलक्ष्य में बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में, कई जगह पर विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा हे।
अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया। ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।। कबीर परमेश्वर का जन्म माता के गर्भ से नहीं हुआ था, वे एकमात्र सर्वशक्तिमान व अविनाशी परमेश्वर हैं।
World Savior Saint Rampal Ji कबीर जी पूर्ण परमात्मा है,यही पूजा के योग्य है। यही सिरजनहार है,यही हमारे पाप कर्मों का नाश करते हैं। कबीर जी ही हमारे सच्चे जीवनसाथी है।ये हम सबके पिता है।
कबीर परमात्मा सतलोक से चलकर आकर अच्छी आत्माओं को मिलते हैं और जिनका प्रमाण अपने सद ग्रंथों में किया हुआ है। ऋग्वेद मण्डल 9 सुक्त 96 मंत्र में लिखा हुआ है कि मनुष्य वस्त्र धारण करता है ऐसे अन्य शरीर धारण करके परमात्मा मानव रूप में पृथ्वी पर आता है और दृढ़ भक्तों को प्राप्त होता है।
World Savior Saint Rampal Ji गीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा।
#सच्चा_सतगुरु_कौन Sant Rampal ji Maharaj is the living embodiment of all the qualities of a Guru. He is the only one who can guide us on the path of true knowledge and salvation. Sant Rampal Ji Maharaj
💰एक तरफ जहां दहेज की मांग पूरी करने में असमर्थ पिता आत्महत्या कर लेता है वहीं परम संत रामपाल जी महाराज जी दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करते हुए एक सबसे बड़े समाज सुधारक की भूमिका निभा रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायी कर रहे हैं 17 मिनट में दहेज मुक्त विवाह अथवा रमैनी। जिससे अब माता पिता के ऊपर बेटी बोझ नहीं बनती।
कबीर परमेश्वर जी संवत् 1455 (सन् 1398) ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में काशी के लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। निःसंतान नीरू-नीमा जुलाहे दम्पति को मिले। ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक होय दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।। - कबीर सागर, अध्याय "अगम निगम बोध"
कबीर साहेब जी जब मगहर गए थे, वहाँ एक आमी नदी जो शिवजी के श्राप से सूख गयी थी। उसी समय कबीर साहेब जी ने अपने आशीर्वाद से पानी से पूरी भटकर चलाया। आज भी वह नदी बह रही है।
कबीर परमात्मा सर्व का पिता है। उसके प्राणियों को मारने वाले से वह कभी खुश नहीं होता। कबीर-माँस अहारी मानई, प्रत्यक्ष राक्षस जानि। ताकी संगति मति करै, होइ भक्ति में हानि।।
#GodKabir_Comes_In_All_4Yugas चारों युगों में अपनी प्यारी आत्माओं को पार करने आते हैं परमेश्वर कबीर जी परमात्मा कबीर जी सतयुग में सत सुकृत नाम से प्रकट हुए थे। उस समय अपनी एक प्यारी आत्मा सहते जी को अपना शिष्य बनाया और अमृत ज्ञान समझाकर सतलोक का वासी बनाया।
सत्य भक्ति करे जो हंसा, तारूँ तास के इकोत्तर बंशा।। परमात्मा जी ने कहाँ है कि जो साधक शास्त्रोक्त सत्य साधना भक्ति करता है तो में उसकी एक सौ एक (101) पीढ़ी को संसार सागर से पार कर दूंगा यानी पूरे वंश का मोक्ष प्रदान कर दूंगा
गरीब,अनंत कोटि ब्रह्मांड का , एक रत्ती नहीं भार, सतगुरु पुरुष कबीर है ,कुल के सिरजनहार ।। गरीब ,हम सुल्तानी नानक तारे ,दादू को उपदेश दिया ,जाति जुलाहा भेद न पाया, काशी Ptsd कबीर हुआ ।। कबीर ,और ज्ञान सब ज्ञानड़ी, कबीर ज्ञान सौ ज्ञान, जैसे गोला तोप का, करता चले मैदान।। 🙏🙏
परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
#सच्चा_सतगुरु_कौन 👑Sant Rampal Ji Maharaj Parmeshwar Kabir ji has Said the Glory of the Guru,There is No 1 Better Than the The Guru tells the Path of Salvation in this Human Life.
#कबीरसाहेबजी_का_अद्भुत_ज्ञान कबीर साहेब जी का ज्ञान सबसे अनमोल है। क्योंकि सबसे पहले कबीर साहेब जी ने ही बताया कि, स्वर्ग में गए हुए जीव आत्माओं का भी जन्म होता है व मृत्यु होती है, उनका मोक्ष नहीं होता। बल्कि स्वर्ग में गए हुए जीव भी वापस लौटकर 84 लाख योनियों में चक्कर लगाते हैं।
पूर्ण परमात्मा की जानकारी तत्वदर्शी संत बता सकते हैं जो स्वंय पूर्ण परमात्मा ही होता है। आज पूरे विश्व में पूर्ण संत संत रामपाल जी महाराज जी हैं जो शास्त्रों के अनुसार भक्ति बताते हैं अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य विश्व में प्रेम व शांति स्थापित करना व कुरीतियों, पाखंडवाद, नशा, दहेज प्रथा आदि को समाप्त करके सबको एक परमात्मा की भक्ति करवाकर सुखी बनाना और पूर्ण मोक्ष देना है। 🎯नशा मुक्त समाज संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझने के बाद उपदेश प्राप्त करते ही हर प्रकार का नशा छूट जाता है। आज संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर लाखों अनुयायी नशा छोड़ चुके हैं।
⚡️कबीर परमेश्वर जी संवत् 1455 (सन् 1398) ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में काशी के लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। निःसंतान नीरू-नीमा जुलाहे दम्पति को मिले। ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक होय दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।। - कबीर सागर, अध्याय "अगम निगम बोध"
प्रमाण कबीर सागर, अगम निगम बोध पृष्ठ 38, मेरा नाम कबीरा हूँ जगत गुरू जाहिरा। तीन लोक में यश है मेरा त्रिकुटी है अस्थाना। पाँच-तीन हम ही ने किन्हें जातें रचा जिहाना।। गगन मण्डल में बासा मेरा नौवें कमल प्रमाना। ब्रह्म बीज हम ही से आया, बनी जो मूर्ति नाना।। संखो लहर मेहर की उपजें, बाजे अनहद बाजा। गुप्त भेद वाही को देंगे, शरण हमरी आजा।। भव बंधन से लेऊँ छुड़ाई, निर्मल करूं शरीरा। सुर नर मुनि कोई भेद न पावै, पावै संत गंभीरा।। बेद-कतेब में भेद ना पूरा, काल जाल जंजाला। कह कबीर सुनो गुरू रामानन्द, अमर ज्ञान उजाला।।
सतगुरू पुरुष कबीर है चारों युग प्रमाण।
झूठे गुरुआ मर गये होगे भूत मशान।।
परमात्मा स्वयं आते हैं। और शसरीर सतलोक जाते हैं।वर्तमान में सन्त रामपाल जी महाराज हैं।
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गुरू बिन काहू न पाया ज्ञाना, ज्यों थोथा भुष छड़े मूढ़ किसाना।
गुरू बिन वेद पढ़े जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी।
- पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज
সন্ত রামপাল জী-র উদ্দেশ্য হল, সমস্ত মানুষ, জাতি, ধর্ম, বর্ণ, নির্বিশেষে, তারা সকলেই এক পরমেশ্বর কবির সাহেবের উপাসনা করে এবং আমাদের আদি বাসস্থান সতলোকে ফিরে আসে যেখানে পরম শান্তি এবং সুখ আছে এবং সেখানে কোনো জন্ম-মৃত্যু নেই।
संत रामपाल जी का उद्देश्य है कि सभी मानव चाहे वह किसी भी जाती, पंथ, रंग, धर्म के हो, वे सभी एक पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब की पूजा करें और हमारे मूल निवास सतलोक की ओर लौटें जहां परम शांति व सुख है न जन्म है, न मृत्यु है।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगबान की जय हो 🙏🙏🙏👏👏👏सत साहेब गुरूजी ❤️❤️❤️
सतगुरु की वाणी (सत्संग) हमारे मन के विकारों को दूर करके सद्विचारों का आलोक प्रसारित करती है।
सत्संग मोक्ष की धारा, कोई समझे राम का प्यारा ।।
जै सतगुरु का सगत करते सकल कमं कटि जाई अमर पुरि पर आसन होते जहां धूप न छ ई
पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है। - ऋग्वेद
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
कबीर, सतगुरु शरण में आने से, आई टले बलाय।
जै मस्तिक में सूली हो वह कांटे में टल जाय।।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान हैं
पूर्ण ब्रह्म कबीर साहेब जी है जो सर्व लोकों में सभी जीव आत्माओं का धारण पोषण करता है।
जिन मुझको निज नाम दिया, सोई सतगुरु हमार |
दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर सिरजन हार॥
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
साहेब सद्गुरु साहेब जी कोटि कोटि बंदगी🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
🙏🏻सत साहेब जी 🙏🏻
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो प्रभु 🙇🙇🙇🪔🪔🪔🪔🪔🪔🙏🙏🙏
कबीर भगवान हैं हम सबको कबीर भगवान की भक्ति करनी चाहिए इसी में हमारा कल्याण है सब वेदों में प्रमाण है कि कबीर भगवान हैं
सतगुरु पुरुष कबीर हैं, चारों युग प्रवान।
झूठे गुरुवा मर गए, हो गए भूत मसान।।
बंदी छोड़ कबीर साहिब भगवान की जय हो बंदी चोर सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम मालिक परमात्मा सत साहेब
Sat saheb ji aap ne bhagat ji apni coment me kuch glti kerdi h esko theek kerne ki daya kare
शराब व अन्य विकारों में मानव जीवन को उलझाकर मानव को सद्भगति से दूर रखना काल की सुनियोजित चाल है।
भोली जनता काल कसाई की चाल में फंस रही है।
सतगुरु मिले तो इच्छा मेटै, पद मिल पदे समाना।
चल हंसा उस लोक पठाऊँ, जो आदि अमर अस्थाना।।
इच्छा को केवल सतगुरु अथार्त् तत्वदर्शी संत ही समाप्त कर सकता है तथा यथार्थ भक्ति मार्ग पर लगा कर अमर पद अथार्त् पूर्ण मोक्ष प्राप्त कराता है।
🌴सर्व खल्विदं पूर्णब्रह्रा कविर्देव🌴
कबीर साहेब का उच्च आध्यात्मिकता का प्रभाव युग युग में सर्व साधारण पर पड़ा। हिंदू मुस्लिम सभी उनके भक्त और शिष्य बने।सभी ने उनके मधुर स्वर व उपदेश का आनंद लिया और उनके बताए रास्ते पर चले।ठीक आज उसी तरह से संत रामपाल जी महाराज मानव कल्याण के लिए अवतरित हुए हैं।
अलल पंख अनुराग है ,सुन मंडल रहे धीर ॥दास गरीब उदारिया ,सतगुरु मिले कबीर॥
पूर्ण परमेश्वर कबीर भगवान की जय
परमात्मा हर युग में आते हैं इस समय सत् गुरु में बंदी छोड़ संत रामपाल जी महाराज जी ही कबीर साहेब के रूप में विराजमान हैं।
कबीर साहेब ही पूर्ण परमेश्वर हैं
कबीर अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड का एक रति नहीं बार,सो तो एक कबीर है कुल का सिरजन हार
कबीर,सतगुरु के दरबार मे, जाइयो बारम्बार
भूली वस्तु लखा देवे, है सतगुरु दातार।
क्या आप जानते हैं ?
आज से 509 साल पहले कबीर परमेश्वर ने तथाकथित धर्मगुरुओं के षड्यंत्र को विफल करते हुए, 18 लाख लोगों के भंडारे का आयोजन किया था।
आज उसी उपलक्ष्य में बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में, कई जगह पर विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा हे।
Kabir is supreme god
सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता के जीवन जीता है।
अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड में ऐक रति नहीं भार सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सीर्जनहार
अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया।
ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।।
कबीर परमेश्वर का जन्म माता के गर्भ से नहीं हुआ था, वे एकमात्र सर्वशक्तिमान व अविनाशी परमेश्वर हैं।
World Savior Saint Rampal Ji
कबीर जी पूर्ण परमात्मा है,यही पूजा के योग्य है। यही सिरजनहार है,यही हमारे पाप कर्मों का नाश करते हैं। कबीर जी ही हमारे सच्चे जीवनसाथी है।ये हम सबके पिता है।
बंदी छोड सतगुरु देव रामपाल जी भगवान की जय हो
कबीर परमात्मा सतलोक से चलकर आकर अच्छी आत्माओं को मिलते हैं और जिनका प्रमाण अपने सद ग्रंथों में किया हुआ है। ऋग्वेद मण्डल 9 सुक्त 96 मंत्र में लिखा हुआ है कि मनुष्य वस्त्र धारण करता है ऐसे अन्य शरीर धारण करके परमात्मा मानव रूप में पृथ्वी पर आता है और दृढ़ भक्तों को प्राप्त होता है।
इस धरती पर एक संत रामपाल जी महाराज जी एक संत हैं जो सत् ज्ञान दे रहे है और सत् ज्ञान समझो और जीवन का कल्याण कराओ ये समय फिर नहीं मिलेगा फिर तो पछताओगे
World Savior Saint Rampal Ji
गीता अध्याय 15 श्लोक 1 में गीता ज्ञान दाता ने तत्वदर्शी संत की पहचान बताते हुए कहा है कि वह संत संसार रूपी वृक्ष के प्रत्येक भाग अर्थात जड़ से लेकर पत्ती तक का विस्तारपूर्वक ज्ञान कराएगा।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बन्दी छोड़ सत गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
गरीब, अजब नगर में ले गए, हमको सतगुरु आन ।
झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान ।।
गरीब, शब्द स्वरूपी उतरे, सतगुरु सत कबीर ।
दास गरीब दयाल है, डिगे बँधावै धीर ।।
गरीब, अलल पंख अनुराग है, सुन मण्डल रह थीर ।
दास गरीब उधारिया , सतगुरु मिले कबीर ।।
#SantRampalJiMaharaj
कबीर, हम ही अलख अल्लाह हैं, मूल रूप करतार।
अनंत कोटि ब्रह्मण्ड का, मैं ही सृजनहार।।
भाई कबीर साहेब तो संत रामपाल जी महाराज के भेष में आए हुए हैं पहचान सको तो पहचान लो कहीं देर ना हो जाए❤🙏🙏🙏❤
#सच्चा_सतगुरु_कौन
Sant Rampal ji Maharaj is the living embodiment of all the qualities of a Guru. He is the only one who can guide us on the path of true knowledge and salvation.
Sant Rampal Ji Maharaj
हमही अलख अल्लाह है कुतुब गौश और पीर,
गरीबदास खालिक धनी हमारा नाम कबीर
💰एक तरफ जहां दहेज की मांग पूरी करने में असमर्थ पिता आत्महत्या कर लेता है वहीं परम संत रामपाल जी महाराज जी दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करते हुए एक सबसे बड़े समाज सुधारक की भूमिका निभा रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायी कर रहे हैं 17 मिनट में दहेज मुक्त विवाह अथवा रमैनी। जिससे अब माता पिता के ऊपर बेटी बोझ नहीं बनती।
Purna parmatma kabir saheb ji 🙏🙏
कबीर परमेश्वर जी संवत् 1455 (सन् 1398) ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में काशी के लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। निःसंतान नीरू-नीमा जुलाहे दम्पति को मिले।
ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक होय दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।। - कबीर सागर, अध्याय "अगम निगम बोध"
कबीर साहेब जी जब मगहर गए थे, वहाँ एक आमी नदी जो शिवजी के श्राप से सूख गयी थी। उसी समय कबीर साहेब जी ने अपने आशीर्वाद से पानी से पूरी भटकर चलाया। आज भी वह नदी बह रही है।
🪕गुरु के समान कोई तीर्थ नहीं
श्री नानक देव जी ने श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी के पृष्ठ 437 पर कहा है:-
नानक गुरु समानि तीरथु नहीं कोई साचे गुरु गोपाल।
सत्य नारायण " कबीर साहेब जी " कि जय हो !🙏🙏🙏🙏👌👌🌹🌹❤️❤️
कबीर परमात्मा सर्व का पिता है। उसके प्राणियों को मारने वाले से वह कभी खुश नहीं होता।
कबीर-माँस अहारी मानई, प्रत्यक्ष राक्षस जानि।
ताकी संगति मति करै, होइ भक्ति में हानि।।
शत शत नमन असीमित अथाह प्यार परमेश्वर कबीर गरीब दास धर्मदास नानक रामदेवानन्द सन्त रामपाल महाराज पूर्ण परमेश्वर नमन
सारे खंड और ब्रह्मांड कबीर परमेश्वर की कृपा से हैं
#GodKabir_Comes_In_All_4Yugas
चारों युगों में अपनी प्यारी आत्माओं को पार करने आते हैं परमेश्वर कबीर जी
परमात्मा कबीर जी सतयुग में सत सुकृत नाम से प्रकट हुए थे। उस समय अपनी एक प्यारी आत्मा सहते जी को अपना शिष्य बनाया और अमृत ज्ञान समझाकर सतलोक का वासी बनाया।
Bandi chhod kabirdev rampalji Maharaj supreme God ki charano me koti koti dandavat pranaam karti hu sat saheb ji ki jay ho
कबीर परमेश्वर की जय 👪🙏
जो पापियों के खिलाफ साजिश रचने को सजा कर देंगे अपने प्रभु परमेश्वर
वेदों में प्रमाण है कबीर साहिब पूर्ण परमात्मा हैं
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो
Jai bandi chhod sant Rampal Ji Maharaj ki Jai Ho
वेदों में वर्णित ज्ञान है 🙏🙏🙏
सबका मालिक एक कबीर परमेश्वर
बंदी छोड़ कबीर साहिब की जय
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब जी भगबान है
सत्य भक्ति करे जो हंसा, तारूँ तास के इकोत्तर बंशा।।
परमात्मा जी ने कहाँ है कि जो साधक शास्त्रोक्त सत्य साधना भक्ति करता है तो में उसकी एक सौ एक (101) पीढ़ी को संसार सागर से पार कर दूंगा यानी पूरे वंश का मोक्ष प्रदान कर दूंगा
गरीब,अनंत कोटि ब्रह्मांड का ,
एक रत्ती नहीं भार, सतगुरु पुरुष कबीर है ,कुल के सिरजनहार ।।
गरीब ,हम सुल्तानी नानक तारे ,दादू को उपदेश दिया ,जाति जुलाहा भेद न पाया, काशी Ptsd कबीर हुआ ।।
कबीर ,और ज्ञान सब ज्ञानड़ी, कबीर ज्ञान सौ ज्ञान, जैसे गोला तोप का, करता चले मैदान।। 🙏🙏
परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
Sat sahib rampal ji ki or Kabir ki jai ho 💕💗😮😢🙏🙏🙏🙏🥹🙏🙏🙏🙏❤❤❤😢😢😢😢🌹🌹🌹🌼
जय हो बंदी छोड़ कबीर साहब पूर्ण परमात्मा जी की जय हो
अम्मर नारायण " कबीर साहेब जी " कि जय हो ! 🙏🙏🙏🙏👌👌🌹🌹❤️❤️
Sat sahib ji
पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
Anmol satsang ❤
Sat guru Rampal ji Maharaj ki Jay Ho
कबीर काथ करो करतार की सुनो कथा करतार आन कथा सुनिये नहीं कह कबीर विचार
#सच्चा_सतगुरु_कौन
👑Sant Rampal Ji Maharaj
Parmeshwar Kabir ji has Said the Glory of the Guru,There is No 1 Better Than the The Guru tells the Path of Salvation in this Human Life.
#कबीरसाहेबजी_का_अद्भुत_ज्ञान
कबीर साहेब जी का ज्ञान सबसे अनमोल है।
क्योंकि सबसे पहले कबीर साहेब जी ने ही बताया कि, स्वर्ग में गए हुए जीव आत्माओं का भी जन्म होता है व मृत्यु होती है, उनका मोक्ष नहीं होता। बल्कि स्वर्ग में गए हुए जीव भी वापस लौटकर 84 लाख योनियों में चक्कर लगाते हैं।
पूर्ण परमात्मा की जानकारी तत्वदर्शी संत बता सकते हैं जो स्वंय पूर्ण परमात्मा ही होता है। आज पूरे विश्व में पूर्ण संत संत रामपाल जी महाराज जी हैं जो शास्त्रों के अनुसार भक्ति बताते हैं
अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य विश्व में प्रेम व शांति स्थापित करना व कुरीतियों, पाखंडवाद, नशा, दहेज प्रथा आदि को समाप्त करके सबको एक परमात्मा की भक्ति करवाकर सुखी बनाना और पूर्ण मोक्ष देना है।
🎯नशा मुक्त समाज
संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझने के बाद उपदेश प्राप्त करते ही हर प्रकार का नशा छूट जाता है।
आज संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर लाखों अनुयायी नशा छोड़ चुके हैं।
Waheguruji Waheguruji Waheguruji Waheguruji Waheguruji Waheguruji Waheguruji Waheguruji Waheguruji
कबीर ही जगत पिता है और जगत गुरु जी
कबीर, सुमिरण से सुख होत है, सुमिरण से दुःख जाए।
कहैं कबीर सुमिरण किए, सांई माहिं समाय।।
GodKabir's amazing satsang and miracles
जय हो बंदी छोड़ जी की
कबीर, हाड़, चाम, लहू ना मेरें, कोई जाने सतनाम उपासी।
तारन तरन उभय पद दाता, मैं हूं कबीर अविनाशी।।
sat saheb
⚡️कबीर परमेश्वर जी संवत् 1455 (सन् 1398) ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में काशी के लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। निःसंतान नीरू-नीमा जुलाहे दम्पति को मिले।
ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक होय दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।। - कबीर सागर, अध्याय "अगम निगम बोध"
❤jy bande chhod ji santgurudeb ji santkabir ji kojyho ji
Sat saheb ji 🙏
❤❤❤🙏🙏🙏🙏 परमपिता परमात्मा पूर्ण ब्रह्म कबीर साहिब की जय 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹☘️🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
संत मिलन को जाइए तज माया अभिमान जो जो पग आगे धरे कोटन यज्ञ समान
Sat guru rampa ji Maharaj ki jay🌹🌹🌹🙏
समर्थ शक्ति कबीर साहिब है
अलल पंख अनूराग है सून मंडल रहे थीर दास गरीब उधारिया सद्गुरु मिले कबीर
पूर्ण ब्रह्म कबीर साहेब
Very nice spiritual knowledge 🙏🙏
प्रमाण कबीर सागर, अगम निगम बोध पृष्ठ 38,
मेरा नाम कबीरा हूँ जगत गुरू जाहिरा।
तीन लोक में यश है मेरा त्रिकुटी है अस्थाना।
पाँच-तीन हम ही ने किन्हें जातें रचा जिहाना।।
गगन मण्डल में बासा मेरा नौवें कमल प्रमाना।
ब्रह्म बीज हम ही से आया, बनी जो मूर्ति नाना।।
संखो लहर मेहर की उपजें, बाजे अनहद बाजा।
गुप्त भेद वाही को देंगे, शरण हमरी आजा।।
भव बंधन से लेऊँ छुड़ाई, निर्मल करूं शरीरा।
सुर नर मुनि कोई भेद न पावै, पावै संत गंभीरा।। बेद-कतेब में भेद ना पूरा, काल जाल जंजाला।
कह कबीर सुनो गुरू रामानन्द, अमर ज्ञान उजाला।।
सत्संग की आधी घड़ी तप के वर्ष हजार
तो भी बराबर हैं नही कह कबीर विचार✌
Sat sahib ji 🙏🙏🙏🙏🙏
Anmol Satsang
Sadguruve namh
Kabir Sahib he Puran Parmatma
सतगुरु के लक्षण कहूं, मधूरे बैन विनोद। चार वेद षट शास्त्र, कहै अठारा बोध।।