आदिवासी समाज की परम्पराओं की जानकारी नहीं और पुस्तक प्रकाशित हो गई

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  • เผยแพร่เมื่อ 20 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 12

  • @SangliyaFankliya
    @SangliyaFankliya 19 วันที่ผ่านมา

    सही बात है सुधार होना चाहिए 🙏🙏

  • @ShemarooAdivasi
    @ShemarooAdivasi 19 วันที่ผ่านมา +3

    ये क्या जाने आदिवासी क्या हैं जागो आदिवासियों अपनी संस्कृति बचाओ
    हिंदू ईसाई मुस्लिम आदिवासी मै नहीं आता आदिवासी एक प्रकृति पूजक है

    • @ManoharGanawa
      @ManoharGanawa 19 วันที่ผ่านมา +1

      सही बात हैं भाई

  • @papihqillagamma
    @papihqillagamma 19 วันที่ผ่านมา

    acaaa

  • @mukeshchouhan8673
    @mukeshchouhan8673 20 วันที่ผ่านมา +2

    पुलिस प्रशासन माफी मांगे यह बिल्कुल गलत है एक जिले के जिम्मेदार पद बैठ कर ऐसा काम

  • @bhilpardeshtimli9863
    @bhilpardeshtimli9863 18 วันที่ผ่านมา

    भील आदिवासी समाज के साथ छेड़खानी नहीं करें,, 🙏🙏

  • @sunilsoundofficial5568
    @sunilsoundofficial5568 20 วันที่ผ่านมา +2

    जिस लेखक ने लिखी उसे आदिवासी समाज के वरिष्ठ लोगों से राय लेकर प्रकाशित करना था

  • @ManoharGanawa
    @ManoharGanawa 19 วันที่ผ่านมา

    जब इस बात की जानकारी नहीं हैं परसासन को तो कोई केसे गलत बोल सकता

  • @prakashpachayaprakashpachaya
    @prakashpachayaprakashpachaya 19 วันที่ผ่านมา

    क्यों झाबुआ में हमारा आदिवासी भील समाज पूरा झाबुआ जिला में रहते हैं और आप कैसे बात कर रहा है पुलिस प्रशासन यही किताब को दोहरा रे बता रहा यह बात बिल्कुल गलत है क्योंकि हमारा आदिवासी समाज में ऐसी रीति खिलाएगा ईसाई मिशनरी तो होने देगा तुमको अच्छा लगेगा इस बात का इस बात का निंदा करना चाहिए क्योंकि आप हिंदू जागृत हो गया है पहले जैसा सिस्टम नहीं रहा है आप कान खोल कर अच्छा सुन लो और भी

  • @harunarasid3313
    @harunarasid3313 19 วันที่ผ่านมา

    I hope to earn money by watching this TH-cam