मंचन की मर्यादा को समझो, मंचन और प्रदर्शन में अंतर है, ज्ञान का सही प्रकार उपयोग तथा सही स्थल पर प्रयोग सीखने की आवश्यकता है। दूसरे को अज्ञानी समझकर अनर्गल प्रदर्शन करके स्वयं को श्रेष्ठ सिद्ध करना मूर्खता ही है। मंचन में पीठ ना दिखाएं,, मंचन की बारीकी सीखिए
Gopal awasthi ji ke charno me koti koti pranam ❤❤
मंचन की मर्यादा को समझो, मंचन और प्रदर्शन में अंतर है, ज्ञान का सही प्रकार उपयोग तथा सही स्थल पर प्रयोग सीखने की आवश्यकता है।
दूसरे को अज्ञानी समझकर अनर्गल प्रदर्शन करके स्वयं को श्रेष्ठ सिद्ध करना मूर्खता ही है।
मंचन में पीठ ना दिखाएं,, मंचन की बारीकी सीखिए