निमीया की छईयां खोजलीं, पनवा की बेलीया हो, लवंगीया गछीयां ना.. शीतला मईया कतहों ना देखालीं हो।

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  • เผยแพร่เมื่อ 9 ต.ค. 2024
  • #पचरा
    #माता_के_भजन
    #देवी_गीत
    #नवरात्रि
    #माता_का_पचरा
    #swaraginee
    लिरिक्स-
    गलीयां की गलीयां में घूमैले मलीनीया हो कि केकरे घरवां ना, मैय्या लीहलू बसेरवा हो...
    पूरब खोजलीं मालिन, पश्चिम खोजलीं हो कि खोजि हो अईलीं ना, दवना अढ़उल की बगिया मालिन...
    कोयल से पूछलीं, भंवरवा से पूछलीं हो,
    बेईलीया तरवां ना, नाहीं मिललीं शीतला मैय्या/ सातो बहिनी हो...
    निमीया की छईयां खोजलीं, पनवा की बेलीया हो,
    लवंगीया गछीया ना, मैय्या कतहों ना देखालीं हो...
    खोजत-खोजत गईलीं चतुर्वेदी घरवां हो कि ओनके घरवां ना, मैय्या लीहलीं बसेरवा हो...
    ओनके देली असीसीया हो कि शीतला मैय्या/ सातो बहिनी ना...
    पूतवा त बनै तोहरा साहेब सूबेदरवा हो, पतोहिया तोहरी ना...
    बनै महल क रानी हो...
    महलों में खेलैं तोहरा नतीया से पोतवा हो, अमर हो सूं ना...
    तोहरे मांगी क सिंधुरवा हो...

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