बुलेट ट्रेन की पूरी कहानी | The Full Story of Bullet Train

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  • เผยแพร่เมื่อ 25 ม.ค. 2025
  • Ahmedabad to Mumbai bullet train is an ambitious plan of Prime Minister Modi. This project is being implemented in collaboration with Japan. Presently the work on this project is going on in full swing. But the tribals of Palghar district in Maharashtra are getting affected by this project. The completion of this project is taking excessive time due to the opposition of the tribals. To understand this whole story, we talked to the tribals of those villages of Palghar through which this train is going to pass.
    अहमदाबाद से मुंबई बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना है. इस परियोजना को जापान के साथ मिल कर लागू किया जा रहा है. फ़िलहाल इस परियोजना पर तेज़ी से काम हो रहा है. लेकिन महाराष्ट्र में पालघर ज़िले के आदिवासी इस परियोजना से प्रभावित हो रहे हैं. आदिवासियों के विरोध की वजह से इस परियोजना को पूरा करने में ज़रूरत से ज़्यादा समय लग रहा है. इस पूरी कहानी को समझने के लिए हमने पालघर के उन गाँवों के आदिवासियों से बातचीत की जहां से यह ट्रेन गुज़रने वाली है.

ความคิดเห็น • 79

  • @bau_saheb
    @bau_saheb 2 ปีที่แล้ว +6

    सर,मै तो एक तरह से कायल हूं आपका। आपकी भाषशैली,हिंदी के शब्दों की इतनी बेबाक अभिव्यक्ति,और इन सबों से ऊपर आप जो अपने भीतर अपना एक पूरा का पूरा देहात लेकर घूमते हैं कमाल हो जाता है....! आपको देखने मात्र से ही आनंद आ जाता है,जीवन से लबालब भरे हुए हैं आप...!प्रकृति आपको और
    सामर्थवान बनाए।

    • @vijaywaghat8244
      @vijaywaghat8244 2 ปีที่แล้ว

      एकदम बराबर है

  • @ramlalsaharemundatola8746
    @ramlalsaharemundatola8746 2 ปีที่แล้ว +4

    हर परिवार के लोगों को नौकरी मिलनी चाहिए+मुआवजा भी .....ऐसे मामले मे आदिवासियों के बारे मे सरकार को समझनी चाहिये!!!!

  • @aksthakare7769
    @aksthakare7769 2 ปีที่แล้ว +5

    हमेशा आदिवासी कि मांग अनदेखी की जाती. मांग सही है.

  • @vijaywaghat8244
    @vijaywaghat8244 2 ปีที่แล้ว

    बहोत अच्छा कार्य कर रहै सर! यहापे आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन कर रहे है.

  • @czpatel5300
    @czpatel5300 2 ปีที่แล้ว +1

    Sir aap bhut achcha kam kar rahe he

  • @विक्रमबाबू-ण8ग
    @विक्रमबाबू-ण8ग 2 ปีที่แล้ว +3

    Jai Johar shyam Sir, Sir ab aap TH-cam per live kion nahi aa rahe hai sir

  • @PawanGVlogs
    @PawanGVlogs 2 ปีที่แล้ว +2

    इंन्सान कि बढती हूई आबादी अतिमहत्वकांशाओ को जन्म देती हैं और ज्यादा विकास को बढ़ावा देती हैं जो विकास को विकार का रुप धारण कर हमारे प्रकृती, जल, जंगल का समाप्त कर रहा है।

  • @amitpatelpal6460
    @amitpatelpal6460 2 ปีที่แล้ว

    Prakruti ka vinash.. sabka vinash... Save environment

  • @dattadhondge196
    @dattadhondge196 2 ปีที่แล้ว

    Ye bat sabke samne lane ke liye bhoat dhynyawad

  • @WarliB5911
    @WarliB5911 2 ปีที่แล้ว

    Sir, Aapka bahut sukriya .

  • @niranjanroy
    @niranjanroy 2 ปีที่แล้ว +1

    Very impressive narration

  • @indulkarshailu
    @indulkarshailu 2 ปีที่แล้ว +3

    Very simple interview,
    Very simple explanation,
    Warli uses his house to cook & rest ,sleep .
    Rice is eaten three times a day with some combination.few clothes to wash and wear.
    This project is definitely dangerous to life . Andaman tribals are protected by law ,all tribals should be protected by law .
    Highway or Railway tracks can be converted in to double decker with out disturbing a single person or living beings.( Previously those Railways tracks Highway, coastal highway were constructed on the land of this villagers)
    Get good Architecture and Engineers and plan nice track on Railways track .
    Plan nice tracks above Highway similar to Metro station & line. Underground possibilities are definitely not considered because it's costly .
    Adivasi handling is cheaper because of the attitude of Babus and Politicians.
    So SAD ,wake up wake up please wake up
    👃🙏🌿🌱🌾🌼🌺🌸💮🙏👃

    • @sandeepkocharekar3200
      @sandeepkocharekar3200 2 ปีที่แล้ว +1

      You are right. But this is not just a project , its a gateway for several corrupt people to come together & grab his share of Commission Amount in whatever way. If this project is dropped or diverted then it will be a huge loss to these handful corrupt peoples. The Corporator, MLA or MP have no sympathy about these Adivasi Tribes in their Constitution. Sk one thing is very much clear that soon the Collector of this region will issue notice to these Tribal people to vacant the place in 48 Hours & claim can be settled in due course. These Tribals will be shifted to some desert land where there is no jungle, rain, river or farm land & will have to wait for generations to get the claim amount. This is India & it will happens like this only. I really feel bad about these poor tribal people.

  • @Raj17854
    @Raj17854 2 ปีที่แล้ว +2

    Jai Johar

  • @jenl787
    @jenl787 2 ปีที่แล้ว

    Nice work

  • @uraderaan1978
    @uraderaan1978 2 ปีที่แล้ว +2

    सरकार सिर्फ वादे करती है कभी वो पुरी नाही करती है इसकी काई सारी एक्झांपले आपको तलासरी पालघर जीले मे है
    जैसे की दापचारी दूध प्रकल्प इसको आज ५० साल होने वाले है पर वाहा के आदिवासी लोग अभी भी संघर्ष कर रहे हैं
    देश के विकास योजना मे देश में जमीन के मामले मे सबसे ज्यादा हमारे आदिवासी भाईयो ने की है फिर भी जिनके लिये सबसे ज्यादा हमे हि संघर्ष करना पडता है
    बुलेट ट्रेन के लिये जो जमीन ली गाई है तो किसी दी नाहीं होगी वो जबरण बातो में फसकरा लीं होगी

  • @kailashbhujade9320
    @kailashbhujade9320 2 ปีที่แล้ว

    👌👌👌👌

  • @dheerajdamorrj3576
    @dheerajdamorrj3576 2 ปีที่แล้ว +1

    प्रत्येक परिवार को सरकारी नोकरी मिलनी चाहिए या जमीन के बदले जमीन दी जाए पूरे देश में सबसे ज्यादा विस्थापित होने वाला आदिवासी समुदाय ही है हर नए विकास कार्य से आदिवासी समुदाय ही सबसे ज्यादा विस्थापित होता है क्योंकि विरोध करें तो जेल में डाल दिया जाता है या अनसुना करके निर्णय कार्य चालू रखा जाता है

  • @manikdolui8194
    @manikdolui8194 2 ปีที่แล้ว

    Nice

  • @officialajeetbharti6066
    @officialajeetbharti6066 2 ปีที่แล้ว

    This is a right demand job+muavaja

  • @Travel-e4j
    @Travel-e4j 2 ปีที่แล้ว +6

    इस विकास की कोई सीमा है ? पृथ्वी ,पानी,पवन प्रकाश सब दूषित हो रहा है इसको विकास कहें या विनाश ?

    • @CRUX_Tarun58
      @CRUX_Tarun58 2 ปีที่แล้ว

      जब सब ख़तम होने की कगार पर होगा ,तो ये भोसदीवाले संरक्षण का कार्य करेंगे । इससे पहले इनको संरक्षण का अर्थ समझ नहीं आता।

  • @Bharvi786
    @Bharvi786 2 ปีที่แล้ว

    ग्राम पंचायतों को अपने अधिकार का प्रयोग करना चाहिए
    भूमि अधिग्रहण में ग्राम पंचायतों का निर्णय बहुत मायने रखता है
    जल जंगल और जमीन पे इनका अधिकार बना रहने दिया जाए

  • @Naresh56566
    @Naresh56566 2 ปีที่แล้ว +2

    Jay johar

  • @anilrajbhar5189
    @anilrajbhar5189 2 ปีที่แล้ว

    Good dimand

  • @anilsingh7707
    @anilsingh7707 2 ปีที่แล้ว

    चारो तरफ विनाश ही विनाश हो रहा है प्रकृति से खिलवाड़ बंद हो

  • @Ashokjopale88
    @Ashokjopale88 2 ปีที่แล้ว

    मांग सही है।

  • @bikaaskumar9109
    @bikaaskumar9109 2 ปีที่แล้ว +1

    The price of Adivasi and forest it most precious land of all and it must be paid in the highest terms 🙏🙏🙏🙏

  • @jaiveersinghsharpshooter4184
    @jaiveersinghsharpshooter4184 2 ปีที่แล้ว

    मुनासिब मुआवज़ा और सरकार को रोजगार भी देना चाहिए

  • @nazushaikh4939
    @nazushaikh4939 2 ปีที่แล้ว

    Sarji sarkare Garib pichhde logon ka kaha sochti he aavaz uthaye thenx

  • @sharthakgaming8448
    @sharthakgaming8448 2 ปีที่แล้ว +1

    👍👍🙏

  • @bhairamdawar1715
    @bhairamdawar1715 2 ปีที่แล้ว +6

    प्रत्येक परिवार को नौकरी मिलना चाहिए

  • @sandeepkocharekar3200
    @sandeepkocharekar3200 2 ปีที่แล้ว +1

    यही चित्र पुरे देशमे देखने को मिलता है. हमारे यहाँ भी तो यही हुआ था. एक नई रेल लाइन का प्रोजेक्ट १९७५ मे तय हुआ. करीब ६५ किलोमीटर का ट्रॅक का काम था. सरकारने १९७५ के मार्केट भाव का हिसाब लगाते हुए जमीन का मुआवजा तय किया. लेकिन जब वास्तव में जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हुआ तब साल था १९८५. सरकार इन दस सालोमे जमीन के जो भाव बढ गये वो नहीं दे रही थी. फिर प्रोजेक्ट रुक गया . इस बिच कॉंक्रिट काम सिमेंट और इस्पात के दाम बढे और कॉन्ट्रॅक्टर को बदले हुए भाव के अतिरिक्त पैसे मिल गये. लेकिन सरकारी अफसर प्रकल्प बाधित लोगोन्को बढे हुए जमीन के भाव देने को तैय्यार नाही थी. कुछ इलाको मे सरकारी अफ़सरोने गांव मे जाकर लोगोन्को कोर्ट कचहरि का नोटीस भेजने की धमकिया तक दे डाली. सिमेंट कॉन्ट्रॅक्टर को सही मुआवजा लेकिन भुमिपुत्रोको बिल्कुल अनदेखा करना. यही वजह है के आदिवासी नहीं चाहते है के उनकी जमीन छिन ली जाए. अगर पालघर के आदिवासी जमीन नहीं देना चाहते है तो बुलेट ट्रेन का मार्ग बदला जाए और आदिवासी लोगोन्को बुनियादि सुविधाए दे दि जाय. आजादि के ७५ साल के बाद भी उन्हें संघर्ष करना पड रहा है यहीं चिंता का विषय है. श्याम सुंदरजी आपका आभार जो आपने एक एपिसोड इन भूमिपुत्र लोगोन्कि समस्या लोगोतक पहुंचाने मे समर्पित किया. उम्मीद है के ये दरख्वास्त सही लोग सुने और उनकि जायज मांग का विचार करें. धन्यवाद.🙏🙏🙏🙏

  • @tigerytwallis8
    @tigerytwallis8 2 ปีที่แล้ว

    That adi vasi dance I like it 😂

  • @ChiragPatel-fx8wl
    @ChiragPatel-fx8wl 2 ปีที่แล้ว +1

    Jay Adivashi bhgvan 🙏👍💪

  • @mohanrajput2610
    @mohanrajput2610 2 ปีที่แล้ว

    हर परिवार में एक सरकारी नोकरी मीलनी चाहिए
    जो भी ज़मीन जायदाद का हिस्सेदार हो

  • @annadhurve1467
    @annadhurve1467 2 ปีที่แล้ว

    👍👍👍👍

  • @vinodbaranda9948
    @vinodbaranda9948 2 ปีที่แล้ว +2

    English medium school khulne chahiye sath gunvtapuran education hona chahiye . Jay bhim jai johar

  • @bhairamdawar1715
    @bhairamdawar1715 2 ปีที่แล้ว

    Sir gunta kya hota hai please bataye

    • @pratikparhyad1142
      @pratikparhyad1142 2 ปีที่แล้ว

      1 Guntha is equal to:
      1,089 square foot.

  • @dksingh822
    @dksingh822 2 ปีที่แล้ว

    Jay Bhim Jay Johar.

  • @avinashhile3761
    @avinashhile3761 2 ปีที่แล้ว +1

    नौकरी तो मिलनी चाहीये और जमीन के बदले जमीन मिलनी चाहिये

  • @deepaks8430
    @deepaks8430 2 ปีที่แล้ว

    A lot of politics have been done but no one cares for the poor.

  • @ansukushwaha4272
    @ansukushwaha4272 2 ปีที่แล้ว

    🌹🙏

  • @awaranahihoon1413
    @awaranahihoon1413 2 ปีที่แล้ว

    उच्ची जातियों को आराम से सफर करने मिलेगा ना बुलेट ट्रेन में, क्या फर्क पड़ता है की आदिवासी भूमिहीन जो जाएं।

  • @deepaks8430
    @deepaks8430 2 ปีที่แล้ว

    From 5x of 1.75 lakh to 30,000Rs, these are the reason poor have lost trust in govt.

  • @desivlog7716
    @desivlog7716 2 ปีที่แล้ว

    Sir me Shailesh pachaha jhabua se hu

  • @dha6152
    @dha6152 2 ปีที่แล้ว

    येसे तो आदिवासी ओ का ज़मीन धर छिन ते बेघर करती सरकार। करमचारी लोगों 1700 देंगे 3000 हजार बीचके नेतालोग खाते है

  • @freethinker6006
    @freethinker6006 2 ปีที่แล้ว +1

    Grareeb ko hi nuksaan. Har government gareeb ke paas leke Ameer ko degi .

  • @bhaveshsaparia8740
    @bhaveshsaparia8740 2 ปีที่แล้ว

    लाल सलाम वाले इस लिए दिकत हो रही है

  • @Travel-e4j
    @Travel-e4j 2 ปีที่แล้ว

    जिन भी वनवासी परिवार की जमीन अधिग्रहण हो रही है सभी को जमीन का अच्छा मूल्य मिलना चाहिए

    • @dilipkataraofficial4993
      @dilipkataraofficial4993 2 ปีที่แล้ว

      Vanvasi nahi adivasi boliye

    • @Travel-e4j
      @Travel-e4j 2 ปีที่แล้ว

      @@dilipkataraofficial4993 आदिवासी कोई शब्द नही है ,

    • @kuberkomra1488
      @kuberkomra1488 2 ปีที่แล้ว

      @@Travel-e4j वनवासी नहीं आदिवासी या ग्रामवासी

    • @jenl787
      @jenl787 2 ปีที่แล้ว +1

      आदिवासी की अपनी संस्कृति और परम्पराएं हैं इस लिए ये आदिवासी कहलाते है. हमे इनका सपोर्ट करना चाहिए. ना की इसे वनवासी कहना चाहिए.

    • @hemlal1261
      @hemlal1261 2 ปีที่แล้ว

      वनवासी नहीं आदिवासी बोलिए

  • @patelviru4416
    @patelviru4416 2 ปีที่แล้ว

    બરબાદી કામ બુલેટ ટેન

  • @pyarelaldhruv940
    @pyarelaldhruv940 2 ปีที่แล้ว +1

    Jai bhim

  • @thakorbharat3722
    @thakorbharat3722 2 ปีที่แล้ว

    Ham kisano ko Jamin Chahiye Metro Nahi

  • @earnmoneymobile926
    @earnmoneymobile926 2 ปีที่แล้ว

    Jameen ke badle jameen ya job do

  • @shubhamkumar1427
    @shubhamkumar1427 2 ปีที่แล้ว

    kha gya bjp ka skill india programme........inki demand 100% right h

  • @chandratiwari9328
    @chandratiwari9328 2 ปีที่แล้ว

    naukari milane chahie

  • @mkrai75
    @mkrai75 2 ปีที่แล้ว

    सीपीआई का झंडा सब बता रहा है

  • @Alexandraflamming
    @Alexandraflamming 2 ปีที่แล้ว

    Nice

  • @chhatraytudu3159
    @chhatraytudu3159 2 ปีที่แล้ว

    Jay johar