बहुत जरूरी काम है। गांव में जाकर देखिये जो पास के जिले की दूरी 20 किलोमीटर है और जिला मुख्यालय 100 किलोमीटर से अधिक है । हमारे छिंदवाड़ा से पांढुर्णा बना दिया गया बिना सोचे समझे जिसके बाद भी छिंदवाड़ा का क्षेत्रफल 10293 वर्ग किलोमीटर है जो आज भी मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जिला है। यदि पांढुर्णा के बदले सौंसर को बना देते तो पांढुर्णा सौंसर बिछुआ मोहखेड़ तहसीलों को मिलाकर जिला बनता। पर चुनावों में दिए लॉलीपॉप के कारण गलत जिला बना, इससे अच्छा तो छिंदवाड़ा से जुन्नारदेव जिला या अमरवाड़ा जिला बन सकता था। गरीबो को सुविधा होती है। हम तो जिला मुख्यालय में बैठकर आराम से आ जा सकते हैं। ऐसे ही नर्मदापुरम और चंबल सम्भाग से बड़ा तो हमारा छिंदवाड़ा सम्भाग बन सकता था। पर सत्ता पक्ष को वोट न देने के कारण 2008 से प्रस्तावित ही रह गया।
हमारे छिंदवाड़ा से पांढुर्णा जिला बना दिया गया बिना सोचे समझे जिसके बाद भी छिंदवाड़ा का क्षेत्रफल 10293 वर्ग किलोमीटर है जो आज भी मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जिला है। यदि पांढुर्णा के बदले सौंसर को बना देते तो पांढुर्णा सौंसर बिछुआ मोहखेड़ तहसीलों को मिलाकर जिला बनता। पर चुनावों में दिए लॉलीपॉप के कारण गलत जिला बना, इससे अच्छा तो छिंदवाड़ा से जुन्नारदेव जिला या अमरवाड़ा जिला बन सकता था। ऐसे ही नर्मदापुरम और चंबल सम्भाग से बड़ा तो हमारा छिंदवाड़ा सम्भाग बन सकता था। पर सत्ता पक्ष को वोट न देने के कारण 2008 से प्रस्तावित ही रह गया।
जिससे क्या होगा मंहगाई घटेगी, रोजगार मिलेगा, किसान परेशान नही रहेंगे,
Isse tym pass honga aur maza bhi aayenga bhot😂
बहुत जरूरी काम है। गांव में जाकर देखिये जो पास के जिले की दूरी 20 किलोमीटर है और जिला मुख्यालय 100 किलोमीटर से अधिक है । हमारे छिंदवाड़ा से पांढुर्णा बना दिया गया बिना सोचे समझे जिसके बाद भी छिंदवाड़ा का क्षेत्रफल 10293 वर्ग किलोमीटर है जो आज भी मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जिला है। यदि पांढुर्णा के बदले सौंसर को बना देते तो पांढुर्णा सौंसर बिछुआ मोहखेड़ तहसीलों को मिलाकर जिला बनता। पर चुनावों में दिए लॉलीपॉप के कारण गलत जिला बना, इससे अच्छा तो छिंदवाड़ा से जुन्नारदेव जिला या अमरवाड़ा जिला बन सकता था। गरीबो को सुविधा होती है। हम तो जिला मुख्यालय में बैठकर आराम से आ जा सकते हैं। ऐसे ही नर्मदापुरम और चंबल सम्भाग से बड़ा तो हमारा छिंदवाड़ा सम्भाग बन सकता था। पर सत्ता पक्ष को वोट न देने के कारण 2008 से प्रस्तावित ही रह गया।
सही कहा मुख्यमंत्री जी ने
छिंदवाड़ा को संभाग बना देते तो कितना अच्छा होगा
हमारे छिंदवाड़ा से पांढुर्णा जिला बना दिया गया बिना सोचे समझे जिसके बाद भी छिंदवाड़ा का क्षेत्रफल 10293 वर्ग किलोमीटर है जो आज भी मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जिला है। यदि पांढुर्णा के बदले सौंसर को बना देते तो पांढुर्णा सौंसर बिछुआ मोहखेड़ तहसीलों को मिलाकर जिला बनता। पर चुनावों में दिए लॉलीपॉप के कारण गलत जिला बना, इससे अच्छा तो छिंदवाड़ा से जुन्नारदेव जिला या अमरवाड़ा जिला बन सकता था। ऐसे ही नर्मदापुरम और चंबल सम्भाग से बड़ा तो हमारा छिंदवाड़ा सम्भाग बन सकता था। पर सत्ता पक्ष को वोट न देने के कारण 2008 से प्रस्तावित ही रह गया।
बिजयपृर तहसील से श्योपुर जिले की दूरी 160 किलोमीटर है
त्योंथर को मउगंज जिले मे शामिल करना चाहिए
Rewa aur Mauganj me badlo Seema
Sabalgarh ok jila banao
विसंगती 1) Siroj 80km h vidisha se
2) Shahgad 73 km sagar se, chhhatarpur se 90km kha jaye
3) Bina 73km sagar se
------------और भी हो सकती है🙏
Salakanpur ko Narmada Puram mein jod Diya jaaye
Balaghat
धार जिले में दसई को तहसील बनाओ
गरोठ को जिला बनाओ
Khargone ko bhi nagar nigam me Cheng kre cm sir🎉
पांढुरना जिले मे मुल्ताई को मिला देना चाइये
Khategaon ko Jila bana do, Khategaon Dewas Jile se bahut dur he
डिंडोरी से कट कर शाहपुरा को जिला बनाओ चार से पांच दशक से माग 60 से 100 किलोमीटर क्षेत्र के लोगों को जाना होता है जिला मुख्यालय
देवास जिले के गांव शाजापुर जीले में जोड़ें जो शाजापुर पास में होगा